Self Studies

Hindi Mock Test...

TIME LEFT -
  • Question 1
    5 / -1

    Directions For Questions

    निम्नलिखित गद्यांशों को ध्यानपूर्वक पढ़कर पूछे गए बहुविकल्पीय प्रश्नों के लिए सर्वाधिक उपयुक्त विकल्प का चुनाव कीजिए

    जाति-प्रथा के पोषक, जीवन, शारीरिक सुरक्षा तथा संपत्ति के अधिकार की स्वतंत्रता को तो स्वीकार कर लेंगे, परंतु मनुष्य के सक्षम एवं प्रभावशाली प्रयोग की स्वतंत्रता देने के  लिए जल्दी तैयार नहीं होंगे, क्योंकि इस प्रकार की स्वतंत्रता का अर्थ होगा अपना व्यवसाय चुनने की स्वतंत्रता किसी को नहीं है, तो उसका अर्थ उसे 'दासता' में जकड़कर रखना होगा, क्योंकि 'दासता' केवल कानून पराधीनता को ही नहीं कहा जा सकता। 'दासता' में वह स्थिति भी सम्मिलित है जिससे कुछ व्यक्तियों को दूसरे लोगों के द्वारा निर्धारित व्यवहार एवं कर्त्तव्यों का पालन करने के लिए विवश होना पड़ता है। यह स्थिति कानूनी पराधीनता न होने पर भी पाई जा सकती है। उदाहरणार्थ, जाति प्रथा की तरह ऐसे वर्ग होना संभव है, जहाँ कुछ लोगों को अपनी इच्छा के विरुद्ध पेशे अपनाने पड़ते हैं।

    ...view full instructions

    जाति प्रथा के पोषण किसे स्वीकार नहीं करते हैं?

  • Question 2
    5 / -1

    Directions For Questions

    निम्नलिखित गद्यांशों को ध्यानपूर्वक पढ़कर पूछे गए बहुविकल्पीय प्रश्नों के लिए सर्वाधिक उपयुक्त विकल्प का चुनाव कीजिए

    जाति-प्रथा के पोषक, जीवन, शारीरिक सुरक्षा तथा संपत्ति के अधिकार की स्वतंत्रता को तो स्वीकार कर लेंगे, परंतु मनुष्य के सक्षम एवं प्रभावशाली प्रयोग की स्वतंत्रता देने के  लिए जल्दी तैयार नहीं होंगे, क्योंकि इस प्रकार की स्वतंत्रता का अर्थ होगा अपना व्यवसाय चुनने की स्वतंत्रता किसी को नहीं है, तो उसका अर्थ उसे 'दासता' में जकड़कर रखना होगा, क्योंकि 'दासता' केवल कानून पराधीनता को ही नहीं कहा जा सकता। 'दासता' में वह स्थिति भी सम्मिलित है जिससे कुछ व्यक्तियों को दूसरे लोगों के द्वारा निर्धारित व्यवहार एवं कर्त्तव्यों का पालन करने के लिए विवश होना पड़ता है। यह स्थिति कानूनी पराधीनता न होने पर भी पाई जा सकती है। उदाहरणार्थ, जाति प्रथा की तरह ऐसे वर्ग होना संभव है, जहाँ कुछ लोगों को अपनी इच्छा के विरुद्ध पेशे अपनाने पड़ते हैं।

    ...view full instructions

    ऐसी कौन-सी चीज है जिसकी छूट भारत में नहीं मिलती?

  • Question 3
    5 / -1

    Directions For Questions

    निम्नलिखित गद्यांशों को ध्यानपूर्वक पढ़कर पूछे गए बहुविकल्पीय प्रश्नों के लिए सर्वाधिक उपयुक्त विकल्प का चुनाव कीजिए

    जाति-प्रथा के पोषक, जीवन, शारीरिक सुरक्षा तथा संपत्ति के अधिकार की स्वतंत्रता को तो स्वीकार कर लेंगे, परंतु मनुष्य के सक्षम एवं प्रभावशाली प्रयोग की स्वतंत्रता देने के  लिए जल्दी तैयार नहीं होंगे, क्योंकि इस प्रकार की स्वतंत्रता का अर्थ होगा अपना व्यवसाय चुनने की स्वतंत्रता किसी को नहीं है, तो उसका अर्थ उसे 'दासता' में जकड़कर रखना होगा, क्योंकि 'दासता' केवल कानून पराधीनता को ही नहीं कहा जा सकता। 'दासता' में वह स्थिति भी सम्मिलित है जिससे कुछ व्यक्तियों को दूसरे लोगों के द्वारा निर्धारित व्यवहार एवं कर्त्तव्यों का पालन करने के लिए विवश होना पड़ता है। यह स्थिति कानूनी पराधीनता न होने पर भी पाई जा सकती है। उदाहरणार्थ, जाति प्रथा की तरह ऐसे वर्ग होना संभव है, जहाँ कुछ लोगों को अपनी इच्छा के विरुद्ध पेशे अपनाने पड़ते हैं।

    ...view full instructions

    अपनी मर्जी से व्यवसाय न चुन पाना एक प्रकार से क्या है ?

  • Question 4
    5 / -1

    Directions For Questions

    निम्नलिखित गद्यांशों को ध्यानपूर्वक पढ़कर पूछे गए बहुविकल्पीय प्रश्नों के लिए सर्वाधिक उपयुक्त विकल्प का चुनाव कीजिए

    जाति-प्रथा के पोषक, जीवन, शारीरिक सुरक्षा तथा संपत्ति के अधिकार की स्वतंत्रता को तो स्वीकार कर लेंगे, परंतु मनुष्य के सक्षम एवं प्रभावशाली प्रयोग की स्वतंत्रता देने के  लिए जल्दी तैयार नहीं होंगे, क्योंकि इस प्रकार की स्वतंत्रता का अर्थ होगा अपना व्यवसाय चुनने की स्वतंत्रता किसी को नहीं है, तो उसका अर्थ उसे 'दासता' में जकड़कर रखना होगा, क्योंकि 'दासता' केवल कानून पराधीनता को ही नहीं कहा जा सकता। 'दासता' में वह स्थिति भी सम्मिलित है जिससे कुछ व्यक्तियों को दूसरे लोगों के द्वारा निर्धारित व्यवहार एवं कर्त्तव्यों का पालन करने के लिए विवश होना पड़ता है। यह स्थिति कानूनी पराधीनता न होने पर भी पाई जा सकती है। उदाहरणार्थ, जाति प्रथा की तरह ऐसे वर्ग होना संभव है, जहाँ कुछ लोगों को अपनी इच्छा के विरुद्ध पेशे अपनाने पड़ते हैं।

    ...view full instructions

    गद्यांश के अनुसार 'दासता' का क्या अर्थ है ?

  • Question 5
    5 / -1

    Directions For Questions

    निम्नलिखित गद्यांशों को ध्यानपूर्वक पढ़कर पूछे गए बहुविकल्पीय प्रश्नों के लिए सर्वाधिक उपयुक्त विकल्प का चुनाव कीजिए

    जाति-प्रथा के पोषक, जीवन, शारीरिक सुरक्षा तथा संपत्ति के अधिकार की स्वतंत्रता को तो स्वीकार कर लेंगे, परंतु मनुष्य के सक्षम एवं प्रभावशाली प्रयोग की स्वतंत्रता देने के  लिए जल्दी तैयार नहीं होंगे, क्योंकि इस प्रकार की स्वतंत्रता का अर्थ होगा अपना व्यवसाय चुनने की स्वतंत्रता किसी को नहीं है, तो उसका अर्थ उसे 'दासता' में जकड़कर रखना होगा, क्योंकि 'दासता' केवल कानून पराधीनता को ही नहीं कहा जा सकता। 'दासता' में वह स्थिति भी सम्मिलित है जिससे कुछ व्यक्तियों को दूसरे लोगों के द्वारा निर्धारित व्यवहार एवं कर्त्तव्यों का पालन करने के लिए विवश होना पड़ता है। यह स्थिति कानूनी पराधीनता न होने पर भी पाई जा सकती है। उदाहरणार्थ, जाति प्रथा की तरह ऐसे वर्ग होना संभव है, जहाँ कुछ लोगों को अपनी इच्छा के विरुद्ध पेशे अपनाने पड़ते हैं।

    ...view full instructions

    लोगों को अपनी इच्छा के विरुद्ध पेशे क्यों अपनाने पड़ते हैं?

  • Question 6
    5 / -1

    Directions For Questions

    दिए गए गद्यांश को ध्यानपूर्वक पढ़िए तथा पूछे गए प्रश्नों के उत्तर के रूप में सबसे उपयुक्त विकल्प का चयन कीजिए।

    गंगा की डॉलफिन मौसम के अनुसार प्रवास करती है। यह मानसून के मौसम में नदियों में ऊपर की ओर चढ़ती है तथा मुख्य नदी से, इसकी सहायक नदियों में आ जाती है। वर्षा के समाप्त हो जाने पर, नदियों में पानी कम हो जाता है, अतः यह मुख्य नदी में वापस लौट आती है।

    गंगा की डॉलफिन अपनी चोंच जैसा लम्बा थूथुन, पानी के बाहर निकालकर तैरती है अथवा पानी के भीतर ही तेज़ गति से तैरती हुई आगे बढ़ती है। यह स्तनपायी जीव है तथा फेफड़ों से सांस लेती है, अतः इसे सांस लेने के लिए अपना थूथुन पानी के बाहर निकालना पड़ता है। सामान्यता यह 30 सेकेंड और 120 सेकेंड के मध्य पानी की सतह पर सांस लेने के लिए आती है। इसके सांस छोड़ने में सू... सू... की तेज़ आवाज़ होती है। इसीलिए इसे सूंस कहते हैं। यह पानी की सतह पर तैरते समय कभी-कभी हवा में उछलती है और फिर छपाक की आवाज़ करती हुई पानी की सतह पर गिरती है। इसके इस व्यवहार का अध्ययन करने पर यह ज्ञात हुआ कि यह केवल हवा में उछल सकती है। सामान्य डॉलफिन और बोतलनुमा नाकवाली डॉलफिन के समान, गंगा की डॉलफिन करतब नहीं दिखा सकती है।

    ...view full instructions

    गद्यांश के अनुसार गंगा की डॉलफिन का प्रवास किसके अनुसार होता है।

  • Question 7
    5 / -1

    Directions For Questions

    दिए गए गद्यांश को ध्यानपूर्वक पढ़िए तथा पूछे गए प्रश्नों के उत्तर के रूप में सबसे उपयुक्त विकल्प का चयन कीजिए।

    गंगा की डॉलफिन मौसम के अनुसार प्रवास करती है। यह मानसून के मौसम में नदियों में ऊपर की ओर चढ़ती है तथा मुख्य नदी से, इसकी सहायक नदियों में आ जाती है। वर्षा के समाप्त हो जाने पर, नदियों में पानी कम हो जाता है, अतः यह मुख्य नदी में वापस लौट आती है।

    गंगा की डॉलफिन अपनी चोंच जैसा लम्बा थूथुन, पानी के बाहर निकालकर तैरती है अथवा पानी के भीतर ही तेज़ गति से तैरती हुई आगे बढ़ती है। यह स्तनपायी जीव है तथा फेफड़ों से सांस लेती है, अतः इसे सांस लेने के लिए अपना थूथुन पानी के बाहर निकालना पड़ता है। सामान्यता यह 30 सेकेंड और 120 सेकेंड के मध्य पानी की सतह पर सांस लेने के लिए आती है। इसके सांस छोड़ने में सू... सू... की तेज़ आवाज़ होती है। इसीलिए इसे सूंस कहते हैं। यह पानी की सतह पर तैरते समय कभी-कभी हवा में उछलती है और फिर छपाक की आवाज़ करती हुई पानी की सतह पर गिरती है। इसके इस व्यवहार का अध्ययन करने पर यह ज्ञात हुआ कि यह केवल हवा में उछल सकती है। सामान्य डॉलफिन और बोतलनुमा नाकवाली डॉलफिन के समान, गंगा की डॉलफिन करतब नहीं दिखा सकती है।

    ...view full instructions

    गंगा की डॉलफिन का सूंस नाम क्यों रखा गया है?

  • Question 8
    5 / -1

    Directions For Questions

    दिए गए गद्यांश को ध्यानपूर्वक पढ़िए तथा पूछे गए प्रश्नों के उत्तर के रूप में सबसे उपयुक्त विकल्प का चयन कीजिए।

    गंगा की डॉलफिन मौसम के अनुसार प्रवास करती है। यह मानसून के मौसम में नदियों में ऊपर की ओर चढ़ती है तथा मुख्य नदी से, इसकी सहायक नदियों में आ जाती है। वर्षा के समाप्त हो जाने पर, नदियों में पानी कम हो जाता है, अतः यह मुख्य नदी में वापस लौट आती है।

    गंगा की डॉलफिन अपनी चोंच जैसा लम्बा थूथुन, पानी के बाहर निकालकर तैरती है अथवा पानी के भीतर ही तेज़ गति से तैरती हुई आगे बढ़ती है। यह स्तनपायी जीव है तथा फेफड़ों से सांस लेती है, अतः इसे सांस लेने के लिए अपना थूथुन पानी के बाहर निकालना पड़ता है। सामान्यता यह 30 सेकेंड और 120 सेकेंड के मध्य पानी की सतह पर सांस लेने के लिए आती है। इसके सांस छोड़ने में सू... सू... की तेज़ आवाज़ होती है। इसीलिए इसे सूंस कहते हैं। यह पानी की सतह पर तैरते समय कभी-कभी हवा में उछलती है और फिर छपाक की आवाज़ करती हुई पानी की सतह पर गिरती है। इसके इस व्यवहार का अध्ययन करने पर यह ज्ञात हुआ कि यह केवल हवा में उछल सकती है। सामान्य डॉलफिन और बोतलनुमा नाकवाली डॉलफिन के समान, गंगा की डॉलफिन करतब नहीं दिखा सकती है।

    ...view full instructions

    गंगा की डॉलफिन मानसून के मौसम में क्या करती है?

  • Question 9
    5 / -1

    Directions For Questions

    दिए गए गद्यांश को ध्यानपूर्वक पढ़िए तथा पूछे गए प्रश्नों के उत्तर के रूप में सबसे उपयुक्त विकल्प का चयन कीजिए।

    गंगा की डॉलफिन मौसम के अनुसार प्रवास करती है। यह मानसून के मौसम में नदियों में ऊपर की ओर चढ़ती है तथा मुख्य नदी से, इसकी सहायक नदियों में आ जाती है। वर्षा के समाप्त हो जाने पर, नदियों में पानी कम हो जाता है, अतः यह मुख्य नदी में वापस लौट आती है।

    गंगा की डॉलफिन अपनी चोंच जैसा लम्बा थूथुन, पानी के बाहर निकालकर तैरती है अथवा पानी के भीतर ही तेज़ गति से तैरती हुई आगे बढ़ती है। यह स्तनपायी जीव है तथा फेफड़ों से सांस लेती है, अतः इसे सांस लेने के लिए अपना थूथुन पानी के बाहर निकालना पड़ता है। सामान्यता यह 30 सेकेंड और 120 सेकेंड के मध्य पानी की सतह पर सांस लेने के लिए आती है। इसके सांस छोड़ने में सू... सू... की तेज़ आवाज़ होती है। इसीलिए इसे सूंस कहते हैं। यह पानी की सतह पर तैरते समय कभी-कभी हवा में उछलती है और फिर छपाक की आवाज़ करती हुई पानी की सतह पर गिरती है। इसके इस व्यवहार का अध्ययन करने पर यह ज्ञात हुआ कि यह केवल हवा में उछल सकती है। सामान्य डॉलफिन और बोतलनुमा नाकवाली डॉलफिन के समान, गंगा की डॉलफिन करतब नहीं दिखा सकती है।

    ...view full instructions

    गद्यांश के अनुसार गंगा की डॉलफिन 30 सेकेंड और 120 सेकेंड के बीच पानी की सतह पर साँस लेने के लिए आती है, क्योंकि____________

  • Question 10
    5 / -1

    Directions For Questions

    दिए गए गद्यांश को ध्यानपूर्वक पढ़िए तथा पूछे गए प्रश्नों के उत्तर के रूप में सबसे उपयुक्त विकल्प का चयन कीजिए।

    गंगा की डॉलफिन मौसम के अनुसार प्रवास करती है। यह मानसून के मौसम में नदियों में ऊपर की ओर चढ़ती है तथा मुख्य नदी से, इसकी सहायक नदियों में आ जाती है। वर्षा के समाप्त हो जाने पर, नदियों में पानी कम हो जाता है, अतः यह मुख्य नदी में वापस लौट आती है।

    गंगा की डॉलफिन अपनी चोंच जैसा लम्बा थूथुन, पानी के बाहर निकालकर तैरती है अथवा पानी के भीतर ही तेज़ गति से तैरती हुई आगे बढ़ती है। यह स्तनपायी जीव है तथा फेफड़ों से सांस लेती है, अतः इसे सांस लेने के लिए अपना थूथुन पानी के बाहर निकालना पड़ता है। सामान्यता यह 30 सेकेंड और 120 सेकेंड के मध्य पानी की सतह पर सांस लेने के लिए आती है। इसके सांस छोड़ने में सू... सू... की तेज़ आवाज़ होती है। इसीलिए इसे सूंस कहते हैं। यह पानी की सतह पर तैरते समय कभी-कभी हवा में उछलती है और फिर छपाक की आवाज़ करती हुई पानी की सतह पर गिरती है। इसके इस व्यवहार का अध्ययन करने पर यह ज्ञात हुआ कि यह केवल हवा में उछल सकती है। सामान्य डॉलफिन और बोतलनुमा नाकवाली डॉलफिन के समान, गंगा की डॉलफिन करतब नहीं दिखा सकती है।

    ...view full instructions

    गद्यांश के अनुसार निम्नलिखित में से कौन-सा कथन सत्य है?

  • Question 11
    5 / -1

    Directions For Questions

    निम्नलिखित गद्यांश को पढ़कर पूछे गए प्रश्नों के सही उत्तर लिखिए।

    भारतेंदुजी के जीवन का उददेश्य अपने देश की उन्नति के मार्ग को साफ़-सुथरा और लम्बा-चौड़ा बनाना था उन्होंने इसके काँटो और कंकडों को दूर किया। उसके दोनों ओर सुन्दर क्यारियाँ बनाकर उसमें मनोरम फल-फूलों के वृक्ष लगाए। इस प्रकार उसे सुरम्य बना दिया कि भारतवासी उस पर आनन्दपूर्वक चलकर अपनी उन्नति के इष्ट स्थान तक पहुँच सकें। यद्यपि भारतेंदुजी ने अपने लगाए हुए वृक्षों को फल-फूलों से लदा नहीं देखा फिर भी यह कहने में किसी प्रकार का संकोच नहीं होगा कि वे जीवन के उद्देश्य में पूर्णतया सफल हुए। हिन्दी भाषा और साहित्य में जो उन्नति आज दिखाई पड़ रही है उसके मूल कारण भारतेंदुजी हैं और उन्हें ही इस उन्नति के बीज को रोपित करने का श्रेय प्राप्त है।

    ...view full instructions

    भारतेंदु जी के जीवन का उद्देश्य था -

  • Question 12
    5 / -1

    Directions For Questions

    निम्नलिखित गद्यांश को पढ़कर पूछे गए प्रश्नों के सही उत्तर लिखिए।

    भारतेंदुजी के जीवन का उददेश्य अपने देश की उन्नति के मार्ग को साफ़-सुथरा और लम्बा-चौड़ा बनाना था उन्होंने इसके काँटो और कंकडों को दूर किया। उसके दोनों ओर सुन्दर क्यारियाँ बनाकर उसमें मनोरम फल-फूलों के वृक्ष लगाए। इस प्रकार उसे सुरम्य बना दिया कि भारतवासी उस पर आनन्दपूर्वक चलकर अपनी उन्नति के इष्ट स्थान तक पहुँच सकें। यद्यपि भारतेंदुजी ने अपने लगाए हुए वृक्षों को फल-फूलों से लदा नहीं देखा फिर भी यह कहने में किसी प्रकार का संकोच नहीं होगा कि वे जीवन के उद्देश्य में पूर्णतया सफल हुए। हिन्दी भाषा और साहित्य में जो उन्नति आज दिखाई पड़ रही है उसके मूल कारण भारतेंदुजी हैं और उन्हें ही इस उन्नति के बीज को रोपित करने का श्रेय प्राप्त है।

    ...view full instructions

    भारतेंदुजी ने अपने जीवन में क्या किया ?

  • Question 13
    5 / -1

    Directions For Questions

    निम्नलिखित गद्यांश को पढ़कर पूछे गए प्रश्नों के सही उत्तर लिखिए।

    भारतेंदुजी के जीवन का उददेश्य अपने देश की उन्नति के मार्ग को साफ़-सुथरा और लम्बा-चौड़ा बनाना था उन्होंने इसके काँटो और कंकडों को दूर किया। उसके दोनों ओर सुन्दर क्यारियाँ बनाकर उसमें मनोरम फल-फूलों के वृक्ष लगाए। इस प्रकार उसे सुरम्य बना दिया कि भारतवासी उस पर आनन्दपूर्वक चलकर अपनी उन्नति के इष्ट स्थान तक पहुँच सकें। यद्यपि भारतेंदुजी ने अपने लगाए हुए वृक्षों को फल-फूलों से लदा नहीं देखा फिर भी यह कहने में किसी प्रकार का संकोच नहीं होगा कि वे जीवन के उद्देश्य में पूर्णतया सफल हुए। हिन्दी भाषा और साहित्य में जो उन्नति आज दिखाई पड़ रही है उसके मूल कारण भारतेंदुजी हैं और उन्हें ही इस उन्नति के बीज को रोपित करने का श्रेय प्राप्त है।

    ...view full instructions

    'काँटों और कंकड़ों' से क्या अभिप्राय है ?

  • Question 14
    5 / -1

    Directions For Questions

    निम्नलिखित गद्यांश को पढ़कर पूछे गए प्रश्नों के सही उत्तर लिखिए।

    भारतेंदुजी के जीवन का उददेश्य अपने देश की उन्नति के मार्ग को साफ़-सुथरा और लम्बा-चौड़ा बनाना था उन्होंने इसके काँटो और कंकडों को दूर किया। उसके दोनों ओर सुन्दर क्यारियाँ बनाकर उसमें मनोरम फल-फूलों के वृक्ष लगाए। इस प्रकार उसे सुरम्य बना दिया कि भारतवासी उस पर आनन्दपूर्वक चलकर अपनी उन्नति के इष्ट स्थान तक पहुँच सकें। यद्यपि भारतेंदुजी ने अपने लगाए हुए वृक्षों को फल-फूलों से लदा नहीं देखा फिर भी यह कहने में किसी प्रकार का संकोच नहीं होगा कि वे जीवन के उद्देश्य में पूर्णतया सफल हुए। हिन्दी भाषा और साहित्य में जो उन्नति आज दिखाई पड़ रही है उसके मूल कारण भारतेंदुजी हैं और उन्हें ही इस उन्नति के बीज को रोपित करने का श्रेय प्राप्त है।

    ...view full instructions

    "इस प्रकार उसे सुरम्य बना दिया कि _________" उपर्युक्त पंक्ति के अनुसार भारतेंदु जी ने किसे सुरम्य बना दिया था?

  • Question 15
    5 / -1

    Directions For Questions

    निम्नलिखित गद्यांश को पढ़कर पूछे गए प्रश्नों के सही उत्तर लिखिए।

    भारतेंदुजी के जीवन का उददेश्य अपने देश की उन्नति के मार्ग को साफ़-सुथरा और लम्बा-चौड़ा बनाना था उन्होंने इसके काँटो और कंकडों को दूर किया। उसके दोनों ओर सुन्दर क्यारियाँ बनाकर उसमें मनोरम फल-फूलों के वृक्ष लगाए। इस प्रकार उसे सुरम्य बना दिया कि भारतवासी उस पर आनन्दपूर्वक चलकर अपनी उन्नति के इष्ट स्थान तक पहुँच सकें। यद्यपि भारतेंदुजी ने अपने लगाए हुए वृक्षों को फल-फूलों से लदा नहीं देखा फिर भी यह कहने में किसी प्रकार का संकोच नहीं होगा कि वे जीवन के उद्देश्य में पूर्णतया सफल हुए। हिन्दी भाषा और साहित्य में जो उन्नति आज दिखाई पड़ रही है उसके मूल कारण भारतेंदुजी हैं और उन्हें ही इस उन्नति के बीज को रोपित करने का श्रेय प्राप्त है।

    ...view full instructions

    'मनोरम' का अर्थ है?

  • Question 16
    5 / -1

    निम्नलिखित रिक्त स्थानों की पूर्ति कीजिये।

    श्रीरामचरितमानस महाकाव्य को विश्व के ________ लोकप्रिय काव्यों में 46वाँ स्थान दिया गया।

  • Question 17
    5 / -1

    निर्देश: दिए गए वाक्यांश के लिए एक शब्द दीजिये|

    ‘जो छः माह में एक बार हो’ 

  • Question 18
    5 / -1

    "ताजमहल क्या सुन्दर है!" यह कैसा वाक्य है?

  • Question 19
    5 / -1

    'अकाल' का पर्यायवाची है

  • Question 20
    5 / -1

    'कुएँ से प्यासा आना' से क्या आशय है ?

  • Question 21
    5 / -1

    वाच्य होते है:

  • Question 22
    5 / -1

    'पाप-पुण्‍य' शब्द किस समास का उदाहरण है ?

  • Question 23
    5 / -1

    दिये गए वाक्य का वह भाग ज्ञात करें जिसमें कोई त्रुटि है।

    देश से कई वर्षों से  व्यावसायिक प्रयोग किए जा रहे हैं।

  • Question 24
    5 / -1

    निम्नलिखित रिक्त स्थानों की पूर्ति कीजिये

    धर्म के प्रति आज के व्यक्ति की ________ कम होती जा रही है।

  • Question 25
    5 / -1

    'जय' का विलोमार्थी है - 

  • Question 26
    5 / -1

    इसमें से कौन सा निषेधात्मक वाक्य है ?

  • Question 27
    5 / -1

    रिक्त स्थान के लिए सही विकल्प का चयन करें।

    मनुष्य के __________ में _____________ उसकी मित्र, मार्गदर्शक, प्रेरक और साथी होती हैं। 

  • Question 28
    5 / -1

    'उच्चारण' का संधि विच्छेद होगा:

  • Question 29
    5 / -1

    दिये गए वाक्य का वह भाग ज्ञात करें जिसमें कोई त्रुटि है।

    किसी भी साधन को समय के द्वारा दोबारा  प्राप्त नहीं किया जा सकता है।

  • Question 30
    5 / -1

    नीचे दिए गए शब्दों का सही संधि वाला विकल्प पहचानिए?
    तत्‌ + टीका

  • Question 31
    5 / -1

    'खुदा गंजे को नाखून न दें' लोकोक्ति का अभिप्राय है-

  • Question 32
    5 / -1

    अनाथ बच्चों को यथाशक्ति दान करना चाहिए।

    रेखांकित शब्द में समास होगा:

  • Question 33
    5 / -1

    'अवनि' का विलोम शब्द है

  • Question 34
    5 / -1

    'अतुल' का विलोम है:

  • Question 35
    5 / -1

    'अन्वय' का संधि विच्छेद होगा:-

  • Question 36
    5 / -1

    निर्देश: दिए गए वाक्यांश के लिए एक शब्द दीजिये

    ‘अच्छे कार्य और सेवा पर दी जाने वाली भेंट’

  • Question 37
    5 / -1

    निर्देश: दिए गए वाक्यांश के लिए एक शब्द दीजिये|

    माँ–बाप का अकेला लड़का 

  • Question 38
    5 / -1

    'अरहर की तिल्लियां, गुजराती ताला' का सर्वाधिक उपयुक्त अर्थ बताइए? 

  • Question 39
    5 / -1

    निम्नलिखित में सरल/साधारण वाक्य है:

  • Question 40
    5 / -1

    'इच्छा' का पर्यायवाची शब्द होगा -

  • Question 41
    5 / -1

    'नर + इन्द्र = नरेन्द्र' में सन्धि है

  • Question 42
    5 / -1

    धनुष का पर्याय नही है?

  • Question 43
    5 / -1

    दिए गए विकल्पों में से सही विकल्प का चयन कर रिक्त स्थान की पूर्ति कीजिए। 

    यह मानसिक __________ सदा से चली आ रही है। 

  • Question 44
    5 / -1

    निम्नलिखित प्रश्न में, दिए गए चार विकल्पों में से, उस विकल्प का चयन करें जो दिए गए मुहावरे के अर्थ को सर्वश्रेष्ठ रूप से व्यक्त करता है।

    अधर में लटकना

  • Question 45
    5 / -1

    निर्देश: दिए गए वाक्यांश के लिए एक शब्द दीजिये|

    लेखक द्वारा स्वयं की लिखी गई जीवनी

  • Question 46
    5 / -1

    दिए गए शब्द का पर्यायवाची ज्ञात कीजिए।

    देवता

  • Question 47
    5 / -1

    दिये गए वाक्य का वह भाग ज्ञात करें जिसमें कोई त्रुटि है।

    स्वार्थ के इस बदलते दौर में सब के लिए ही कुछ होने लगा है।

  • Question 48
    5 / -1

    नीचे दिए गए वाक्यों  में , ल और व को  सही क्रम में व्यवस्थित कीजिए - 

    (1) सिद्धो की  

    (य) योग साधना

    (र) नाथ पंथियों की हठ

    (ल) भोग प्रधान

    (व) के विरोध स्वरुप

    (6) का आरम्भ हुआ l

  • Question 49
    5 / -1

    'पतझड़' में समास है

  • Question 50
    5 / -1

    निम्नलिखित प्रश्न में, चार विकल्पों में से, उस विकल्प का चयन करें जो विलोम शब्द का सबसे अच्छा विकल्प है।

    कृश

Submit Test
Self Studies
User
Question Analysis
  • Answered - 0

  • Unanswered - 50

  • 1
  • 2
  • 3
  • 4
  • 5
  • 6
  • 7
  • 8
  • 9
  • 10
  • 11
  • 12
  • 13
  • 14
  • 15
  • 16
  • 17
  • 18
  • 19
  • 20
  • 21
  • 22
  • 23
  • 24
  • 25
  • 26
  • 27
  • 28
  • 29
  • 30
  • 31
  • 32
  • 33
  • 34
  • 35
  • 36
  • 37
  • 38
  • 39
  • 40
  • 41
  • 42
  • 43
  • 44
  • 45
  • 46
  • 47
  • 48
  • 49
  • 50
Submit Test
Self Studies Get latest Exam Updates
& Study Material Alerts!
No, Thanks
Self Studies
Click on Allow to receive notifications
Allow Notification
Self Studies
Self Studies Self Studies
To enable notifications follow this 2 steps:
  • First Click on Secure Icon Self Studies
  • Second click on the toggle icon
Allow Notification
Get latest Exam Updates & FREE Study Material Alerts!
Self Studies ×
Open Now