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Hindi Mock Test...

TIME LEFT -
  • Question 1
    5 / -1

    Directions For Questions

    निर्देेशः निम्नलिखित गद्यांशों को ध्यानपूर्वक पढ़कर पूछे गए बहुविकल्पीय प्रश्नों के लिए सर्वाधिक उपयुक्त विकल्प का चुनाव कीजिए।

    उछलते-कूदते, एक-दूसरे को धकियाते ये लोग गली में किसी दुमहले मकान के सामने रुक जाते, “पानी दे मैया, इंदर सेना आई है।'' और जिन घरों में आखिर जेठ या शुरू आषाढ़ के उन सूखे दिनों में पानी की कमी भी होती थी, जिन घरों के कुएँ भी सूखे होते थे, उन घरों से भी सहेजकर रखे हुए पानी में से बाल्टी या घड़े भर-भर कर इन बच्चों को सर से पैर तक तर कर दिया जाता था। ये भीगे बदन मिट्टी में लोट लगाते थे, पानी फेंकने से पैदा हुए कीचड़ में लथपथ हो जाते थे। हाथ, पाँव, बदन, मुँह, पेट सब पर गंदा कीचड़ मलकर फिर हाँक लगाते हैं “बोल गंगा मैया की जय” और फिर मंडली बाँधकर उछलते-कूदते अगले घर की ओर चल पड़ते बादलों को टेरते,“काले मेघा पानी दे।'' 

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    किसी दुमहले मकान के सामने कौन रुक जाते थे?

  • Question 2
    5 / -1

    Directions For Questions

    निर्देेशः निम्नलिखित गद्यांशों को ध्यानपूर्वक पढ़कर पूछे गए बहुविकल्पीय प्रश्नों के लिए सर्वाधिक उपयुक्त विकल्प का चुनाव कीजिए।

    उछलते-कूदते, एक-दूसरे को धकियाते ये लोग गली में किसी दुमहले मकान के सामने रुक जाते, “पानी दे मैया, इंदर सेना आई है।'' और जिन घरों में आखिर जेठ या शुरू आषाढ़ के उन सूखे दिनों में पानी की कमी भी होती थी, जिन घरों के कुएँ भी सूखे होते थे, उन घरों से भी सहेजकर रखे हुए पानी में से बाल्टी या घड़े भर-भर कर इन बच्चों को सर से पैर तक तर कर दिया जाता था। ये भीगे बदन मिट्टी में लोट लगाते थे, पानी फेंकने से पैदा हुए कीचड़ में लथपथ हो जाते थे। हाथ, पाँव, बदन, मुँह, पेट सब पर गंदा कीचड़ मलकर फिर हाँक लगाते हैं “बोल गंगा मैया की जय” और फिर मंडली बाँधकर उछलते-कूदते अगले घर की ओर चल पड़ते बादलों को टेरते,“काले मेघा पानी दे।'' 

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    किन-किन महीनों में पानी माँगा जाता था?

  • Question 3
    5 / -1

    Directions For Questions

    निर्देेशः निम्नलिखित गद्यांशों को ध्यानपूर्वक पढ़कर पूछे गए बहुविकल्पीय प्रश्नों के लिए सर्वाधिक उपयुक्त विकल्प का चुनाव कीजिए।

    उछलते-कूदते, एक-दूसरे को धकियाते ये लोग गली में किसी दुमहले मकान के सामने रुक जाते, “पानी दे मैया, इंदर सेना आई है।'' और जिन घरों में आखिर जेठ या शुरू आषाढ़ के उन सूखे दिनों में पानी की कमी भी होती थी, जिन घरों के कुएँ भी सूखे होते थे, उन घरों से भी सहेजकर रखे हुए पानी में से बाल्टी या घड़े भर-भर कर इन बच्चों को सर से पैर तक तर कर दिया जाता था। ये भीगे बदन मिट्टी में लोट लगाते थे, पानी फेंकने से पैदा हुए कीचड़ में लथपथ हो जाते थे। हाथ, पाँव, बदन, मुँह, पेट सब पर गंदा कीचड़ मलकर फिर हाँक लगाते हैं “बोल गंगा मैया की जय” और फिर मंडली बाँधकर उछलते-कूदते अगले घर की ओर चल पड़ते बादलों को टेरते,“काले मेघा पानी दे।'' 

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    इंदर सेना किसकी जय बोलती थी?

  • Question 4
    5 / -1

    Directions For Questions

    निर्देेशः निम्नलिखित गद्यांशों को ध्यानपूर्वक पढ़कर पूछे गए बहुविकल्पीय प्रश्नों के लिए सर्वाधिक उपयुक्त विकल्प का चुनाव कीजिए।

    उछलते-कूदते, एक-दूसरे को धकियाते ये लोग गली में किसी दुमहले मकान के सामने रुक जाते, “पानी दे मैया, इंदर सेना आई है।'' और जिन घरों में आखिर जेठ या शुरू आषाढ़ के उन सूखे दिनों में पानी की कमी भी होती थी, जिन घरों के कुएँ भी सूखे होते थे, उन घरों से भी सहेजकर रखे हुए पानी में से बाल्टी या घड़े भर-भर कर इन बच्चों को सर से पैर तक तर कर दिया जाता था। ये भीगे बदन मिट्टी में लोट लगाते थे, पानी फेंकने से पैदा हुए कीचड़ में लथपथ हो जाते थे। हाथ, पाँव, बदन, मुँह, पेट सब पर गंदा कीचड़ मलकर फिर हाँक लगाते हैं “बोल गंगा मैया की जय” और फिर मंडली बाँधकर उछलते-कूदते अगले घर की ओर चल पड़ते बादलों को टेरते,“काले मेघा पानी दे।'' 

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    इंदर सेना पर कैसा पानी डाला जाता था?

  • Question 5
    5 / -1

    Directions For Questions

    निर्देेशः निम्नलिखित गद्यांशों को ध्यानपूर्वक पढ़कर पूछे गए बहुविकल्पीय प्रश्नों के लिए सर्वाधिक उपयुक्त विकल्प का चुनाव कीजिए।

    उछलते-कूदते, एक-दूसरे को धकियाते ये लोग गली में किसी दुमहले मकान के सामने रुक जाते, “पानी दे मैया, इंदर सेना आई है।'' और जिन घरों में आखिर जेठ या शुरू आषाढ़ के उन सूखे दिनों में पानी की कमी भी होती थी, जिन घरों के कुएँ भी सूखे होते थे, उन घरों से भी सहेजकर रखे हुए पानी में से बाल्टी या घड़े भर-भर कर इन बच्चों को सर से पैर तक तर कर दिया जाता था। ये भीगे बदन मिट्टी में लोट लगाते थे, पानी फेंकने से पैदा हुए कीचड़ में लथपथ हो जाते थे। हाथ, पाँव, बदन, मुँह, पेट सब पर गंदा कीचड़ मलकर फिर हाँक लगाते हैं “बोल गंगा मैया की जय” और फिर मंडली बाँधकर उछलते-कूदते अगले घर की ओर चल पड़ते बादलों को टेरते,“काले मेघा पानी दे।'' 

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    बालकों के हाथ, पैर, बदन तथा मुख सब किस कारण मिट्टी में लिपट जाते हैं?

  • Question 6
    5 / -1

    Directions For Questions

    नीचे दिए गए गद्यांश को पढ़कर पूछे गये प्रश्नों के उत्तर दीजिए।

    पं. हजारी प्रसाद द्विवेदी के निबंधों का पहला संकलन विचार और वितर्क 1945 में प्रकाशित हुआ और अशोक के फूल 1948 ई. में। द्विवेदी जी निबंधों की रचना स्वातंत्र्योत्तर भारत में भी करते रहे। किंतु लिखना उन्होंने छायावादी दौर में प्रारंभ किया। द्विवेदी जी के जैसे निबंध हिन्दी में पहले नहीं लिखे गए थे। उन्होंने निबंध विधा को अपने लेखन से सर्जनात्मक साहित्य की कोटि में परिगणनीय बना दिया। उनके निबंध मूलतः भारत के सांस्कृतिक इतिहास की पुनर्रचना करते हैं। अशोक के फूल को उनका प्रतिनिधि निबंध कहा जा सकता है।

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    द्विवेदी जी के जैसे निबंध हिन्दी में पहले:

  • Question 7
    5 / -1

    Directions For Questions

    नीचे दिए गए गद्यांश को पढ़कर पूछे गये प्रश्नों के उत्तर दीजिए।

    पं. हजारी प्रसाद द्विवेदी के निबंधों का पहला संकलन विचार और वितर्क 1945 में प्रकाशित हुआ और अशोक के फूल 1948 ई. में। द्विवेदी जी निबंधों की रचना स्वातंत्र्योत्तर भारत में भी करते रहे। किंतु लिखना उन्होंने छायावादी दौर में प्रारंभ किया। द्विवेदी जी के जैसे निबंध हिन्दी में पहले नहीं लिखे गए थे। उन्होंने निबंध विधा को अपने लेखन से सर्जनात्मक साहित्य की कोटि में परिगणनीय बना दिया। उनके निबंध मूलतः भारत के सांस्कृतिक इतिहास की पुनर्रचना करते हैं। अशोक के फूल को उनका प्रतिनिधि निबंध कहा जा सकता है।

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    द्विवेदी जी के निबंध भारत के किस इतिहास की पुनर्रचना करते हैं?

  • Question 8
    5 / -1

    Directions For Questions

    नीचे दिए गए गद्यांश को पढ़कर पूछे गये प्रश्नों के उत्तर दीजिए।

    पं. हजारी प्रसाद द्विवेदी के निबंधों का पहला संकलन विचार और वितर्क 1945 में प्रकाशित हुआ और अशोक के फूल 1948 ई. में। द्विवेदी जी निबंधों की रचना स्वातंत्र्योत्तर भारत में भी करते रहे। किंतु लिखना उन्होंने छायावादी दौर में प्रारंभ किया। द्विवेदी जी के जैसे निबंध हिन्दी में पहले नहीं लिखे गए थे। उन्होंने निबंध विधा को अपने लेखन से सर्जनात्मक साहित्य की कोटि में परिगणनीय बना दिया। उनके निबंध मूलतः भारत के सांस्कृतिक इतिहास की पुनर्रचना करते हैं। अशोक के फूल को उनका प्रतिनिधि निबंध कहा जा सकता है।

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    हज़ारी प्रसाद द्विवेदी के निबंधों का पहला संकलन हैः

  • Question 9
    5 / -1

    Directions For Questions

    नीचे दिए गए गद्यांश को पढ़कर पूछे गये प्रश्नों के उत्तर दीजिए।

    पं. हजारी प्रसाद द्विवेदी के निबंधों का पहला संकलन विचार और वितर्क 1945 में प्रकाशित हुआ और अशोक के फूल 1948 ई. में। द्विवेदी जी निबंधों की रचना स्वातंत्र्योत्तर भारत में भी करते रहे। किंतु लिखना उन्होंने छायावादी दौर में प्रारंभ किया। द्विवेदी जी के जैसे निबंध हिन्दी में पहले नहीं लिखे गए थे। उन्होंने निबंध विधा को अपने लेखन से सर्जनात्मक साहित्य की कोटि में परिगणनीय बना दिया। उनके निबंध मूलतः भारत के सांस्कृतिक इतिहास की पुनर्रचना करते हैं। अशोक के फूल को उनका प्रतिनिधि निबंध कहा जा सकता है।

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    अशोक के फूल का प्रकाशन वर्ष हैः

  • Question 10
    5 / -1

    Directions For Questions

    नीचे दिए गए गद्यांश को पढ़कर पूछे गये प्रश्नों के उत्तर दीजिए।

    पं. हजारी प्रसाद द्विवेदी के निबंधों का पहला संकलन विचार और वितर्क 1945 में प्रकाशित हुआ और अशोक के फूल 1948 ई. में। द्विवेदी जी निबंधों की रचना स्वातंत्र्योत्तर भारत में भी करते रहे। किंतु लिखना उन्होंने छायावादी दौर में प्रारंभ किया। द्विवेदी जी के जैसे निबंध हिन्दी में पहले नहीं लिखे गए थे। उन्होंने निबंध विधा को अपने लेखन से सर्जनात्मक साहित्य की कोटि में परिगणनीय बना दिया। उनके निबंध मूलतः भारत के सांस्कृतिक इतिहास की पुनर्रचना करते हैं। अशोक के फूल को उनका प्रतिनिधि निबंध कहा जा सकता है।

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    द्विवेदी जी का प्रतिनिधि निबंध किसे कहा जा सकता है?

  • Question 11
    5 / -1

    Directions For Questions

    निर्देश: दिए गए गद्यांश के आधार पर निम्नलिखित प्रश्नों के उत्तर दीजिए |

    भारतीय राष्ट्रीय काँग्रेस का पाँचवा अधिवेशन 1889 में मुंबई में आयोजित हुआ था | खचाखच भरे हॉल में देशभर के नेता एकत्र हुए थे | एक सुंदर युवती अधिवेशन को संबोधित करने के लिए उठी | हॉल में लाउडस्पीकर न थे | पीछे बैठे हुए लोग उस युवती की आवाज नहीं सुन पा रहे थे | वे आगे की ओर बढ़ने लगे | यह देखकर युवती ने कहा, "भाइयों मुझे क्षमा कीजिए | मेरी आवाज आप तक नहीं पहुँच पा रही है | लेकिन इस पर मुझे आश्चर्य नहीं है | क्या आपने शताब्दियों तक कभी किसी महिला की आवाज सुनने की कोशिश की? क्या आपने उसे इतनी शक्ति प्रदान की कि वह अपनी आवाज को आप तक पहुँचने योग्य बना सके?" प्रतिनिधियों के पास ईन प्रश्नों के उत्तर न थे | इस साहसी युवती को अभी और बहुत कुछ कहना था | उसका नाम पंडिता रमाबाई था | उनके प्रयास से 1889 के उस अधिवेशन में 9 महिला प्रतिनिधि सम्मिलित हुई थी | वे एक मूक प्रतिनिधि नहीं बन सकती थी | विधवाओं को सर मुँडवाए जाने की प्रथा के विरोध में रखे गए प्रस्ताव पर उन्होंने एक जोरदार भाषण दिया | इस तरह उन्होंने नारी-मुक्ति आंदोलन की नींव रखी |

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    भारतीय राष्ट्रीय काँग्रेस का पाँचवा अधिवेशन कब आयोजित हुआ?

  • Question 12
    5 / -1

    Directions For Questions

    निर्देश: दिए गए गद्यांश के आधार पर निम्नलिखित प्रश्नों के उत्तर दीजिए |

    भारतीय राष्ट्रीय काँग्रेस का पाँचवा अधिवेशन 1889 में मुंबई में आयोजित हुआ था | खचाखच भरे हॉल में देशभर के नेता एकत्र हुए थे | एक सुंदर युवती अधिवेशन को संबोधित करने के लिए उठी | हॉल में लाउडस्पीकर न थे | पीछे बैठे हुए लोग उस युवती की आवाज नहीं सुन पा रहे थे | वे आगे की ओर बढ़ने लगे | यह देखकर युवती ने कहा, "भाइयों मुझे क्षमा कीजिए | मेरी आवाज आप तक नहीं पहुँच पा रही है | लेकिन इस पर मुझे आश्चर्य नहीं है | क्या आपने शताब्दियों तक कभी किसी महिला की आवाज सुनने की कोशिश की? क्या आपने उसे इतनी शक्ति प्रदान की कि वह अपनी आवाज को आप तक पहुँचने योग्य बना सके?" प्रतिनिधियों के पास ईन प्रश्नों के उत्तर न थे | इस साहसी युवती को अभी और बहुत कुछ कहना था | उसका नाम पंडिता रमाबाई था | उनके प्रयास से 1889 के उस अधिवेशन में 9 महिला प्रतिनिधि सम्मिलित हुई थी | वे एक मूक प्रतिनिधि नहीं बन सकती थी | विधवाओं को सर मुँडवाए जाने की प्रथा के विरोध में रखे गए प्रस्ताव पर उन्होंने एक जोरदार भाषण दिया | इस तरह उन्होंने नारी-मुक्ति आंदोलन की नींव रखी |

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    उस सुन्दर युवती का क्या नाम था?

  • Question 13
    5 / -1

    Directions For Questions

    निर्देश: दिए गए गद्यांश के आधार पर निम्नलिखित प्रश्नों के उत्तर दीजिए |

    भारतीय राष्ट्रीय काँग्रेस का पाँचवा अधिवेशन 1889 में मुंबई में आयोजित हुआ था | खचाखच भरे हॉल में देशभर के नेता एकत्र हुए थे | एक सुंदर युवती अधिवेशन को संबोधित करने के लिए उठी | हॉल में लाउडस्पीकर न थे | पीछे बैठे हुए लोग उस युवती की आवाज नहीं सुन पा रहे थे | वे आगे की ओर बढ़ने लगे | यह देखकर युवती ने कहा, "भाइयों मुझे क्षमा कीजिए | मेरी आवाज आप तक नहीं पहुँच पा रही है | लेकिन इस पर मुझे आश्चर्य नहीं है | क्या आपने शताब्दियों तक कभी किसी महिला की आवाज सुनने की कोशिश की? क्या आपने उसे इतनी शक्ति प्रदान की कि वह अपनी आवाज को आप तक पहुँचने योग्य बना सके?" प्रतिनिधियों के पास ईन प्रश्नों के उत्तर न थे | इस साहसी युवती को अभी और बहुत कुछ कहना था | उसका नाम पंडिता रमाबाई था | उनके प्रयास से 1889 के उस अधिवेशन में 9 महिला प्रतिनिधि सम्मिलित हुई थी | वे एक मूक प्रतिनिधि नहीं बन सकती थी | विधवाओं को सर मुँडवाए जाने की प्रथा के विरोध में रखे गए प्रस्ताव पर उन्होंने एक जोरदार भाषण दिया | इस तरह उन्होंने नारी-मुक्ति आंदोलन की नींव रखी |

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    उस साहसी युवती के प्रयास से अधिवेशन में कितनी महिला प्रतिनिधियों ने भाग लिया?

  • Question 14
    5 / -1

    Directions For Questions

    निर्देश: दिए गए गद्यांश के आधार पर निम्नलिखित प्रश्नों के उत्तर दीजिए |

    भारतीय राष्ट्रीय काँग्रेस का पाँचवा अधिवेशन 1889 में मुंबई में आयोजित हुआ था | खचाखच भरे हॉल में देशभर के नेता एकत्र हुए थे | एक सुंदर युवती अधिवेशन को संबोधित करने के लिए उठी | हॉल में लाउडस्पीकर न थे | पीछे बैठे हुए लोग उस युवती की आवाज नहीं सुन पा रहे थे | वे आगे की ओर बढ़ने लगे | यह देखकर युवती ने कहा, "भाइयों मुझे क्षमा कीजिए | मेरी आवाज आप तक नहीं पहुँच पा रही है | लेकिन इस पर मुझे आश्चर्य नहीं है | क्या आपने शताब्दियों तक कभी किसी महिला की आवाज सुनने की कोशिश की? क्या आपने उसे इतनी शक्ति प्रदान की कि वह अपनी आवाज को आप तक पहुँचने योग्य बना सके?" प्रतिनिधियों के पास ईन प्रश्नों के उत्तर न थे | इस साहसी युवती को अभी और बहुत कुछ कहना था | उसका नाम पंडिता रमाबाई था | उनके प्रयास से 1889 के उस अधिवेशन में 9 महिला प्रतिनिधि सम्मिलित हुई थी | वे एक मूक प्रतिनिधि नहीं बन सकती थी | विधवाओं को सर मुँडवाए जाने की प्रथा के विरोध में रखे गए प्रस्ताव पर उन्होंने एक जोरदार भाषण दिया | इस तरह उन्होंने नारी-मुक्ति आंदोलन की नींव रखी |

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    साहसी युवती ने किस प्रस्ताव पर जोरदार भाषण दिया?

  • Question 15
    5 / -1

    Directions For Questions

    निर्देश: दिए गए गद्यांश के आधार पर निम्नलिखित प्रश्नों के उत्तर दीजिए |

    भारतीय राष्ट्रीय काँग्रेस का पाँचवा अधिवेशन 1889 में मुंबई में आयोजित हुआ था | खचाखच भरे हॉल में देशभर के नेता एकत्र हुए थे | एक सुंदर युवती अधिवेशन को संबोधित करने के लिए उठी | हॉल में लाउडस्पीकर न थे | पीछे बैठे हुए लोग उस युवती की आवाज नहीं सुन पा रहे थे | वे आगे की ओर बढ़ने लगे | यह देखकर युवती ने कहा, "भाइयों मुझे क्षमा कीजिए | मेरी आवाज आप तक नहीं पहुँच पा रही है | लेकिन इस पर मुझे आश्चर्य नहीं है | क्या आपने शताब्दियों तक कभी किसी महिला की आवाज सुनने की कोशिश की? क्या आपने उसे इतनी शक्ति प्रदान की कि वह अपनी आवाज को आप तक पहुँचने योग्य बना सके?" प्रतिनिधियों के पास ईन प्रश्नों के उत्तर न थे | इस साहसी युवती को अभी और बहुत कुछ कहना था | उसका नाम पंडिता रमाबाई था | उनके प्रयास से 1889 के उस अधिवेशन में 9 महिला प्रतिनिधि सम्मिलित हुई थी | वे एक मूक प्रतिनिधि नहीं बन सकती थी | विधवाओं को सर मुँडवाए जाने की प्रथा के विरोध में रखे गए प्रस्ताव पर उन्होंने एक जोरदार भाषण दिया | इस तरह उन्होंने नारी-मुक्ति आंदोलन की नींव रखी |

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    नारी-मुक्ति आंदोलन की नींव सर्वप्रथम किसने डाली?

  • Question 16
    5 / -1

    'कृश' का निम्न में से कौन सा सही विलोम शब्द है?

  • Question 17
    5 / -1

    'बादल घिर आए और बारिश होने लगी।' रचना की दृष्टि से वाक्य है -

  • Question 18
    5 / -1

    अंगूठी का नग होना का अर्थ है l

  • Question 19
    5 / -1

    निम्नलिखित विकल्पों में संकेतवाचक वाक्य का सही विकल्प चुनिए I

  • Question 20
    5 / -1

    _________दृष्टि राष्ट्रीयता का आधार है।

  • Question 21
    5 / -1

    'युद्ध करने की इच्छा रखनेवाला' - इस वाक्यांश के लिए एक उपयुक्त शब्द है

  • Question 22
    5 / -1

    अम्बु शब्द का पर्यायवाची शब्द का चयन करें |

  • Question 23
    5 / -1

    'पगड़ी रखना' मुहावरे का अर्थ निम्न में से कौन सा है?

  • Question 24
    5 / -1

    रिक्त स्थान के लिए सही विकल्प का चयन करें।

    धैर्यवान व्यक्ति विपत्ति में भी________नही होता है।

  • Question 25
    5 / -1

    ‘छठी का दूध याद आना’ मुहावरे का अर्थ क्या है? 

  • Question 26
    5 / -1

    'कानन' शब्द का क्या अर्थ हैं-

  • Question 27
    5 / -1

    _______पूर्ण व्यवहार भारतीय समाज एवं संस्कृति का अभिन्न हिस्सा है। 

  • Question 28
    5 / -1

    निम्नलिखित में से कौन-सा शब्द 'पक्षी' का पर्यायवाची नहीं है

  • Question 29
    5 / -1

    निम्नलिखित 6 वाक्यांशो में से प्रथम व अंतिम निश्चित है, शेष को उचित क्रम में व्यवस्थित कीजिए-

    1. भारतीय

    य. का कहीं अधिक

    र. विद्वानों, बुद्धिमानों तथा साधु संतों

    ल. धनवानों और सत्ताधारियों

    व. की अपेक्षा

    6. आदर सत्कार करते हैं

  • Question 30
    5 / -1

    दिए गए वाक्यांश के लिए उचित सार्थक शब्द का चयन कीजिए।

    गीत रचने वाला

  • Question 31
    5 / -1

    ‘अंगूठा दिखाना’ मुहावरे का अर्थ क्या है? 

  • Question 32
    5 / -1

    रचना की दृष्टि से वाक्य कितने प्रकार के होते हैं?

  • Question 33
    5 / -1

    ‘एक लाठी से हाँकना’ मुहावरे का अर्थ बताइए।

  • Question 34
    5 / -1

    कनिष्ठ’ शब्द का विलोम बताइये।

  • Question 35
    5 / -1

    प्रधान और परिधान का अर्थ हैः

  • Question 36
    5 / -1

    निम्नलिखित प्रश्न में, चार विकल्पों में से, उस विकल्प का चयन करें जो समानार्थी शब्द का सही विकल्प नहीं है।

    कमल

  • Question 37
    5 / -1

    स्वामित्व का ________ सामान, सेवा या मुद्रा के बदले किया जाता है। सही विकल्प का चयन कर रिक्त स्थान भरें।

  • Question 38
    5 / -1

    शब्द 'भुवनेश्वर' का सही संधि विच्छेद है-

  • Question 39
    5 / -1

    जिसके सम्बन्ध में वाक्य में कहा जाता है, उसे क्या कहते है?

  • Question 40
    5 / -1

    करण और कर्ण का अर्थ है:

  • Question 41
    5 / -1

    'सदानंद' में संधि होगी

  • Question 42
    5 / -1

    निम्न में से सरल वाक्य का चयन कीजिए-

  • Question 43
    5 / -1

    दिए गए प्रश्न में वाक्य के पहले और अंतिम भाग को क्रमशः (1) और (6) की संख्या दी गई है। इनके बीच में आने वाले अंशों को चार भागों में बाँटकर (य), (र), (ल), (व) की संख्या दी गई है। इन विभाजित भागों को ध्यानपूर्वक पढ़कर दिए गए विकल्पों में से उचित क्रम का चुनाव कीजिए।

    (1) जो व्यक्ति _______

    (य) योग-साधना करता है, उसे

    (र) तन-मन से सच्ची

    (ल) में कोई कठिनाई नहीं होती है, अर्थात्‌

    (व) सभी प्रकार की सिद्धियों की प्राप्ति

    (6) सभी सिद्धियां सहजतापूर्वक मिल जाती हैं!

  • Question 44
    5 / -1

    निम्नलिखित 6 वाक्यांशो में से प्रथम व अंतिम निश्चित है, शेष को उचित क्रम में व्यवस्थित कीजिए-

    1. छात्रावास नवीन वृक्ष की वह कोमल

    य. मोड़ा जा सकता है

    र. जिसे अपनी मनचाही अवस्था में सरलता से

    ल. और एक बार जिधर आप मोड़ देंगे

    व. और मृदु शाखा है

    6. जीवन भर उधर ही रहेगी

  • Question 45
    5 / -1

    'निः + कलंक' का सही संधि शब्द कौन-सा है?

  • Question 46
    5 / -1

    खेलनेवाले को कहते हैं

  • Question 47
    5 / -1

    'अवनति' का विलोम शब्‍द निम्‍न में से कौन सा है?

  • Question 48
    5 / -1

    निम्नलिखित 6 वाक्यांशों में से प्रथम व अंतिम निश्चित हैं, शेष को उचित क्रम में व्यवस्थित कीजिए।

    1. गीता में कहा गया है कि

    (य)- कोई एक ही उन्हें जान पाता है।

    (र)- तो बहुत होते हैं किन्तु उनमें से

    (ल)- क्योंकि भौतिक विषयों से विरत ही

    (व)- भगवान को जानने के इच्छुक

    6. भगवान के प्रति आसक्त हो सकता है।

  • Question 49
    5 / -1

    'अथ' का विलोम है -

  • Question 50
    5 / -1

    'रात्रि' का पर्यायवाची नहीं हैः

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