Self Studies

Hindi Mock Test...

TIME LEFT -
  • Question 1
    5 / -1

    Directions For Questions

    निम्‍नलिखित गद्यांशों को ध्‍यानपूर्वक पढ़कर पूछे गए बहुविकल्‍पीय प्रश्‍नों के लिए सर्वाधिक उपयुक्‍त विकल्‍प का चुनाव कीजिए

    शांत दर्शकों की भीड़ में खलबली मच गई-'पागल है पागल, मरा-ऐं! मरा-मरा।'... पर वाह रे बहादुर! लुट्टन बड़ी सफाई से आक्रमण को सँभालकर निकलकर उठ खड़ा हुआ और पैंतरा दिखाने लगा। राजा साहब ने कुश्ती बंद करवाकर लुट्टन को अपने पास बुलवाया और समझाया। अंत में, उसकी हिम्मत की प्रशंसा करते हुए, दस रुपये का नोट देकर कहने लगे-"जाओ, मेला देखकर घर जाओ।..."

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    शांत भीड़ में खलबली क्यों मच गई?

  • Question 2
    5 / -1

    Directions For Questions

    निम्‍नलिखित गद्यांशों को ध्‍यानपूर्वक पढ़कर पूछे गए बहुविकल्‍पीय प्रश्‍नों के लिए सर्वाधिक उपयुक्‍त विकल्‍प का चुनाव कीजिए

    शांत दर्शकों की भीड़ में खलबली मच गई-'पागल है पागल, मरा-ऐं! मरा-मरा।'... पर वाह रे बहादुर! लुट्टन बड़ी सफाई से आक्रमण को सँभालकर निकलकर उठ खड़ा हुआ और पैंतरा दिखाने लगा। राजा साहब ने कुश्ती बंद करवाकर लुट्टन को अपने पास बुलवाया और समझाया। अंत में, उसकी हिम्मत की प्रशंसा करते हुए, दस रुपये का नोट देकर कहने लगे-"जाओ, मेला देखकर घर जाओ।..."

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    राजा ने किसे अपने पास बुला लिया?

  • Question 3
    5 / -1

    Directions For Questions

    निम्‍नलिखित गद्यांशों को ध्‍यानपूर्वक पढ़कर पूछे गए बहुविकल्‍पीय प्रश्‍नों के लिए सर्वाधिक उपयुक्‍त विकल्‍प का चुनाव कीजिए

    शांत दर्शकों की भीड़ में खलबली मच गई-'पागल है पागल, मरा-ऐं! मरा-मरा।'... पर वाह रे बहादुर! लुट्टन बड़ी सफाई से आक्रमण को सँभालकर निकलकर उठ खड़ा हुआ और पैंतरा दिखाने लगा। राजा साहब ने कुश्ती बंद करवाकर लुट्टन को अपने पास बुलवाया और समझाया। अंत में, उसकी हिम्मत की प्रशंसा करते हुए, दस रुपये का नोट देकर कहने लगे-"जाओ, मेला देखकर घर जाओ।..."

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    ‘पर वाह रे बहादुर।' पंक्ति में बहादुर शब्द किस व्यक्ति के लिए प्रयुक्त हुआ है?

  • Question 4
    5 / -1

    Directions For Questions

    निम्‍नलिखित गद्यांशों को ध्‍यानपूर्वक पढ़कर पूछे गए बहुविकल्‍पीय प्रश्‍नों के लिए सर्वाधिक उपयुक्‍त विकल्‍प का चुनाव कीजिए

    शांत दर्शकों की भीड़ में खलबली मच गई-'पागल है पागल, मरा-ऐं! मरा-मरा।'... पर वाह रे बहादुर! लुट्टन बड़ी सफाई से आक्रमण को सँभालकर निकलकर उठ खड़ा हुआ और पैंतरा दिखाने लगा। राजा साहब ने कुश्ती बंद करवाकर लुट्टन को अपने पास बुलवाया और समझाया। अंत में, उसकी हिम्मत की प्रशंसा करते हुए, दस रुपये का नोट देकर कहने लगे-"जाओ, मेला देखकर घर जाओ।..."

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    राजा साहब ने लुट्टन सिंह की प्रशंसा क्यों की?

  • Question 5
    5 / -1

    Directions For Questions

    निम्‍नलिखित गद्यांशों को ध्‍यानपूर्वक पढ़कर पूछे गए बहुविकल्‍पीय प्रश्‍नों के लिए सर्वाधिक उपयुक्‍त विकल्‍प का चुनाव कीजिए

    शांत दर्शकों की भीड़ में खलबली मच गई-'पागल है पागल, मरा-ऐं! मरा-मरा।'... पर वाह रे बहादुर! लुट्टन बड़ी सफाई से आक्रमण को सँभालकर निकलकर उठ खड़ा हुआ और पैंतरा दिखाने लगा। राजा साहब ने कुश्ती बंद करवाकर लुट्टन को अपने पास बुलवाया और समझाया। अंत में, उसकी हिम्मत की प्रशंसा करते हुए, दस रुपये का नोट देकर कहने लगे-"जाओ, मेला देखकर घर जाओ।..."

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    राजा द्वारा लुट्टन सिंह को दस रुपये का नोट देकर मेला देखकर घर जाने को कहने के पीछे क्या कारण था?

  • Question 6
    5 / -1

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    निर्देशनिम्नलिखित गद्यांश को ध्यानपूर्वक पढ़िए व प्रश्नों के उत्तर दीजिये -

    चिंता की बात यह है कि भारत के कई राज्य विकास में भले ही पीछे हों परन्तु उनकी जनसंख्या विश्व के कई देशों की जनसंख्या से अधिक है। उदाहरणार्थ तमिलनाडु की जनसंख्या फ्रांस की जनसंख्या से अधिक है तो वहीं उड़ीसा अर्जेंटीना से आगे है। मध्यप्रदेश की जनसंख्या थाईलैंड से ज्यादा है तो महाराष्ट्र मैक्सिको को टक्कर दे रहा है। उत्तर प्रदेश ने ब्राजील को पीछे छोड़ा है तो राजस्थान ने इटली को पछाड़ा हैगुजरात ने साऊथ अफ्रीका को मात दे दी पश्चिम बंगाल वियतनाम से आगे बढ़ गया। यही नहीं हमारे छोटे-छोटे राज्यों जैसे झारखंड, उत्तराखंड, केरल ने भी कई देशों जैसे यूगांडा, आस्ट्रिया, कनाडा, उज्बेकिस्तान को बहुत पीछे छोड़ दिया है। अपनी इस उपलब्धि के साथ हम यह कह सकते हैं कि भारत में जनसंख्या के आधार पर विश्व के कई देश बसते हैं। पिछले दो दशकों में भारत ने काफी तरक्की की है, लेकिन दूसरी तरफ जनसंख्या वृद्धि से बेरोजगारी, स्वास्थ्य, परिवार, गरीबी, भुखमरी और पोषण से संबंधित कई चुनौतियां उत्पन्न हो रही हैं। हालांकि इन समस्याओं का विश्व के प्राय: सभी देशों को सामना करना पड़ रहा है। भारत भी इससे अछूता नहीं है।भारत में अभी भी जागरूकता और शिक्षा की कमी है। लोग जनसंख्या की भयावहता को समझ नहीं पा रहे हैं कि यह भविष्य में हमें कितना नुक्सान पहुंचा सकती है। अभी हाल में ही हमें दुनिया में बढ़ते खाद्यान्न संकट के लिए जिम्मेदार ठहराया गया था। खाद्यान्न संकट तेजी से बढ़ रहा है। अन्न के साथ जल संकट बढ़ रहा है। तेजी से बढ़ती जनसंख्या ने प्रदूषण की दर को भी धधका दिया है। जिससे जमीन की उर्वरता तेजी से घट रही है साथ ही पानी का स्तर भी तेजी से घट रहा है। ऐसे में आने वाली पीढिय़ों को सुखी और समृद्ध बनाने के लिए जनसंख्या पर नियंत्रण जरूरी है। भारतीय समाज में लड़के की चाहत भी जनसंख्या वृद्धि के लिए काफी कुछ जिम्मेदार है।

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    उपर्युक्त गद्यांश का शीर्षक क्या है?

  • Question 7
    5 / -1

    Directions For Questions

    निर्देशनिम्नलिखित गद्यांश को ध्यानपूर्वक पढ़िए व प्रश्नों के उत्तर दीजिये -

    चिंता की बात यह है कि भारत के कई राज्य विकास में भले ही पीछे हों परन्तु उनकी जनसंख्या विश्व के कई देशों की जनसंख्या से अधिक है। उदाहरणार्थ तमिलनाडु की जनसंख्या फ्रांस की जनसंख्या से अधिक है तो वहीं उड़ीसा अर्जेंटीना से आगे है। मध्यप्रदेश की जनसंख्या थाईलैंड से ज्यादा है तो महाराष्ट्र मैक्सिको को टक्कर दे रहा है। उत्तर प्रदेश ने ब्राजील को पीछे छोड़ा है तो राजस्थान ने इटली को पछाड़ा हैगुजरात ने साऊथ अफ्रीका को मात दे दी पश्चिम बंगाल वियतनाम से आगे बढ़ गया। यही नहीं हमारे छोटे-छोटे राज्यों जैसे झारखंड, उत्तराखंड, केरल ने भी कई देशों जैसे यूगांडा, आस्ट्रिया, कनाडा, उज्बेकिस्तान को बहुत पीछे छोड़ दिया है। अपनी इस उपलब्धि के साथ हम यह कह सकते हैं कि भारत में जनसंख्या के आधार पर विश्व के कई देश बसते हैं। पिछले दो दशकों में भारत ने काफी तरक्की की है, लेकिन दूसरी तरफ जनसंख्या वृद्धि से बेरोजगारी, स्वास्थ्य, परिवार, गरीबी, भुखमरी और पोषण से संबंधित कई चुनौतियां उत्पन्न हो रही हैं। हालांकि इन समस्याओं का विश्व के प्राय: सभी देशों को सामना करना पड़ रहा है। भारत भी इससे अछूता नहीं है।भारत में अभी भी जागरूकता और शिक्षा की कमी है। लोग जनसंख्या की भयावहता को समझ नहीं पा रहे हैं कि यह भविष्य में हमें कितना नुक्सान पहुंचा सकती है। अभी हाल में ही हमें दुनिया में बढ़ते खाद्यान्न संकट के लिए जिम्मेदार ठहराया गया था। खाद्यान्न संकट तेजी से बढ़ रहा है। अन्न के साथ जल संकट बढ़ रहा है। तेजी से बढ़ती जनसंख्या ने प्रदूषण की दर को भी धधका दिया है। जिससे जमीन की उर्वरता तेजी से घट रही है साथ ही पानी का स्तर भी तेजी से घट रहा है। ऐसे में आने वाली पीढिय़ों को सुखी और समृद्ध बनाने के लिए जनसंख्या पर नियंत्रण जरूरी है। भारतीय समाज में लड़के की चाहत भी जनसंख्या वृद्धि के लिए काफी कुछ जिम्मेदार है।

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    अधिक जनसंख्या वाला देश है?

  • Question 8
    5 / -1

    Directions For Questions

    निर्देशनिम्नलिखित गद्यांश को ध्यानपूर्वक पढ़िए व प्रश्नों के उत्तर दीजिये -

    चिंता की बात यह है कि भारत के कई राज्य विकास में भले ही पीछे हों परन्तु उनकी जनसंख्या विश्व के कई देशों की जनसंख्या से अधिक है। उदाहरणार्थ तमिलनाडु की जनसंख्या फ्रांस की जनसंख्या से अधिक है तो वहीं उड़ीसा अर्जेंटीना से आगे है। मध्यप्रदेश की जनसंख्या थाईलैंड से ज्यादा है तो महाराष्ट्र मैक्सिको को टक्कर दे रहा है। उत्तर प्रदेश ने ब्राजील को पीछे छोड़ा है तो राजस्थान ने इटली को पछाड़ा हैगुजरात ने साऊथ अफ्रीका को मात दे दी पश्चिम बंगाल वियतनाम से आगे बढ़ गया। यही नहीं हमारे छोटे-छोटे राज्यों जैसे झारखंड, उत्तराखंड, केरल ने भी कई देशों जैसे यूगांडा, आस्ट्रिया, कनाडा, उज्बेकिस्तान को बहुत पीछे छोड़ दिया है। अपनी इस उपलब्धि के साथ हम यह कह सकते हैं कि भारत में जनसंख्या के आधार पर विश्व के कई देश बसते हैं। पिछले दो दशकों में भारत ने काफी तरक्की की है, लेकिन दूसरी तरफ जनसंख्या वृद्धि से बेरोजगारी, स्वास्थ्य, परिवार, गरीबी, भुखमरी और पोषण से संबंधित कई चुनौतियां उत्पन्न हो रही हैं। हालांकि इन समस्याओं का विश्व के प्राय: सभी देशों को सामना करना पड़ रहा है। भारत भी इससे अछूता नहीं है।भारत में अभी भी जागरूकता और शिक्षा की कमी है। लोग जनसंख्या की भयावहता को समझ नहीं पा रहे हैं कि यह भविष्य में हमें कितना नुक्सान पहुंचा सकती है। अभी हाल में ही हमें दुनिया में बढ़ते खाद्यान्न संकट के लिए जिम्मेदार ठहराया गया था। खाद्यान्न संकट तेजी से बढ़ रहा है। अन्न के साथ जल संकट बढ़ रहा है। तेजी से बढ़ती जनसंख्या ने प्रदूषण की दर को भी धधका दिया है। जिससे जमीन की उर्वरता तेजी से घट रही है साथ ही पानी का स्तर भी तेजी से घट रहा है। ऐसे में आने वाली पीढिय़ों को सुखी और समृद्ध बनाने के लिए जनसंख्या पर नियंत्रण जरूरी है। भारतीय समाज में लड़के की चाहत भी जनसंख्या वृद्धि के लिए काफी कुछ जिम्मेदार है।

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    भारत में अभी भी कमी है |

  • Question 9
    5 / -1

    Directions For Questions

    निर्देशनिम्नलिखित गद्यांश को ध्यानपूर्वक पढ़िए व प्रश्नों के उत्तर दीजिये -

    चिंता की बात यह है कि भारत के कई राज्य विकास में भले ही पीछे हों परन्तु उनकी जनसंख्या विश्व के कई देशों की जनसंख्या से अधिक है। उदाहरणार्थ तमिलनाडु की जनसंख्या फ्रांस की जनसंख्या से अधिक है तो वहीं उड़ीसा अर्जेंटीना से आगे है। मध्यप्रदेश की जनसंख्या थाईलैंड से ज्यादा है तो महाराष्ट्र मैक्सिको को टक्कर दे रहा है। उत्तर प्रदेश ने ब्राजील को पीछे छोड़ा है तो राजस्थान ने इटली को पछाड़ा हैगुजरात ने साऊथ अफ्रीका को मात दे दी पश्चिम बंगाल वियतनाम से आगे बढ़ गया। यही नहीं हमारे छोटे-छोटे राज्यों जैसे झारखंड, उत्तराखंड, केरल ने भी कई देशों जैसे यूगांडा, आस्ट्रिया, कनाडा, उज्बेकिस्तान को बहुत पीछे छोड़ दिया है। अपनी इस उपलब्धि के साथ हम यह कह सकते हैं कि भारत में जनसंख्या के आधार पर विश्व के कई देश बसते हैं। पिछले दो दशकों में भारत ने काफी तरक्की की है, लेकिन दूसरी तरफ जनसंख्या वृद्धि से बेरोजगारी, स्वास्थ्य, परिवार, गरीबी, भुखमरी और पोषण से संबंधित कई चुनौतियां उत्पन्न हो रही हैं। हालांकि इन समस्याओं का विश्व के प्राय: सभी देशों को सामना करना पड़ रहा है। भारत भी इससे अछूता नहीं है।भारत में अभी भी जागरूकता और शिक्षा की कमी है। लोग जनसंख्या की भयावहता को समझ नहीं पा रहे हैं कि यह भविष्य में हमें कितना नुक्सान पहुंचा सकती है। अभी हाल में ही हमें दुनिया में बढ़ते खाद्यान्न संकट के लिए जिम्मेदार ठहराया गया था। खाद्यान्न संकट तेजी से बढ़ रहा है। अन्न के साथ जल संकट बढ़ रहा है। तेजी से बढ़ती जनसंख्या ने प्रदूषण की दर को भी धधका दिया है। जिससे जमीन की उर्वरता तेजी से घट रही है साथ ही पानी का स्तर भी तेजी से घट रहा है। ऐसे में आने वाली पीढिय़ों को सुखी और समृद्ध बनाने के लिए जनसंख्या पर नियंत्रण जरूरी है। भारतीय समाज में लड़के की चाहत भी जनसंख्या वृद्धि के लिए काफी कुछ जिम्मेदार है।

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    मध्य-प्रदेश की जनसँख्या किस देश से ज्यादा है?

  • Question 10
    5 / -1

    Directions For Questions

    निर्देशनिम्नलिखित गद्यांश को ध्यानपूर्वक पढ़िए व प्रश्नों के उत्तर दीजिये -

    चिंता की बात यह है कि भारत के कई राज्य विकास में भले ही पीछे हों परन्तु उनकी जनसंख्या विश्व के कई देशों की जनसंख्या से अधिक है। उदाहरणार्थ तमिलनाडु की जनसंख्या फ्रांस की जनसंख्या से अधिक है तो वहीं उड़ीसा अर्जेंटीना से आगे है। मध्यप्रदेश की जनसंख्या थाईलैंड से ज्यादा है तो महाराष्ट्र मैक्सिको को टक्कर दे रहा है। उत्तर प्रदेश ने ब्राजील को पीछे छोड़ा है तो राजस्थान ने इटली को पछाड़ा हैगुजरात ने साऊथ अफ्रीका को मात दे दी पश्चिम बंगाल वियतनाम से आगे बढ़ गया। यही नहीं हमारे छोटे-छोटे राज्यों जैसे झारखंड, उत्तराखंड, केरल ने भी कई देशों जैसे यूगांडा, आस्ट्रिया, कनाडा, उज्बेकिस्तान को बहुत पीछे छोड़ दिया है। अपनी इस उपलब्धि के साथ हम यह कह सकते हैं कि भारत में जनसंख्या के आधार पर विश्व के कई देश बसते हैं। पिछले दो दशकों में भारत ने काफी तरक्की की है, लेकिन दूसरी तरफ जनसंख्या वृद्धि से बेरोजगारी, स्वास्थ्य, परिवार, गरीबी, भुखमरी और पोषण से संबंधित कई चुनौतियां उत्पन्न हो रही हैं। हालांकि इन समस्याओं का विश्व के प्राय: सभी देशों को सामना करना पड़ रहा है। भारत भी इससे अछूता नहीं है।भारत में अभी भी जागरूकता और शिक्षा की कमी है। लोग जनसंख्या की भयावहता को समझ नहीं पा रहे हैं कि यह भविष्य में हमें कितना नुक्सान पहुंचा सकती है। अभी हाल में ही हमें दुनिया में बढ़ते खाद्यान्न संकट के लिए जिम्मेदार ठहराया गया था। खाद्यान्न संकट तेजी से बढ़ रहा है। अन्न के साथ जल संकट बढ़ रहा है। तेजी से बढ़ती जनसंख्या ने प्रदूषण की दर को भी धधका दिया है। जिससे जमीन की उर्वरता तेजी से घट रही है साथ ही पानी का स्तर भी तेजी से घट रहा है। ऐसे में आने वाली पीढिय़ों को सुखी और समृद्ध बनाने के लिए जनसंख्या पर नियंत्रण जरूरी है। भारतीय समाज में लड़के की चाहत भी जनसंख्या वृद्धि के लिए काफी कुछ जिम्मेदार है।

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    भारतीय समाज में जनसँख्या बढ़ने का एक और कारण है।

  • Question 11
    5 / -1

    Directions For Questions

    निर्देशः नीचे दिये गए गद्यांश को पढ़कर पूछे गये प्रश्नों के उत्तर दीजिए।

    रामचंद्र शुक्ल के निबंध पं महावीरप्रसाद द्विवेदी द्वारा संपादित सरस्वती में छपने लगे थे। उन्होंने निबंध में प्रस्तुत सूत्रों की उपमा पत्ते की नसों से दी है, जो परस्पर गूँथी होती हैं। शुक्ल जी के अधिकांश प्रसिद्ध निबंध मनोविकारों पर हैं। उन्होंने भारतेंदु, प्रेमघन, फ्रेडरिक पिंकाट पर भी लिखा है, लेकिन वे या तो व्यक्तित्व कृतित्व का परिचय देने वाले हैं, या संस्मरण या जीवनी परक। निबंधकार के रूप में शुक्ल जी का योगदान मनोविकार संबंधी निबंधों के कारण है। इन निबंधों का संग्रह पहले विचार-वीथी के नाम से 1930 ई में प्रकाशित हुआ था। बाद में चिंतामणि (पहला भाग) नाम से 1939 ई में परिवर्धित और संशोधित संस्करण प्रकाशित हुआ।

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    गद्यांश में शुक्ल जी के किस रूप का उल्लेख है?

  • Question 12
    5 / -1

    Directions For Questions

    निर्देशः नीचे दिये गए गद्यांश को पढ़कर पूछे गये प्रश्नों के उत्तर दीजिए।

    रामचंद्र शुक्ल के निबंध पं महावीरप्रसाद द्विवेदी द्वारा संपादित सरस्वती में छपने लगे थे। उन्होंने निबंध में प्रस्तुत सूत्रों की उपमा पत्ते की नसों से दी है, जो परस्पर गूँथी होती हैं। शुक्ल जी के अधिकांश प्रसिद्ध निबंध मनोविकारों पर हैं। उन्होंने भारतेंदु, प्रेमघन, फ्रेडरिक पिंकाट पर भी लिखा है, लेकिन वे या तो व्यक्तित्व कृतित्व का परिचय देने वाले हैं, या संस्मरण या जीवनी परक। निबंधकार के रूप में शुक्ल जी का योगदान मनोविकार संबंधी निबंधों के कारण है। इन निबंधों का संग्रह पहले विचार-वीथी के नाम से 1930 ई में प्रकाशित हुआ था। बाद में चिंतामणि (पहला भाग) नाम से 1939 ई में परिवर्धित और संशोधित संस्करण प्रकाशित हुआ।

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    सरस्वती के संपादक कौन थे?

  • Question 13
    5 / -1

    Directions For Questions

    निर्देशः नीचे दिये गए गद्यांश को पढ़कर पूछे गये प्रश्नों के उत्तर दीजिए।

    रामचंद्र शुक्ल के निबंध पं महावीरप्रसाद द्विवेदी द्वारा संपादित सरस्वती में छपने लगे थे। उन्होंने निबंध में प्रस्तुत सूत्रों की उपमा पत्ते की नसों से दी है, जो परस्पर गूँथी होती हैं। शुक्ल जी के अधिकांश प्रसिद्ध निबंध मनोविकारों पर हैं। उन्होंने भारतेंदु, प्रेमघन, फ्रेडरिक पिंकाट पर भी लिखा है, लेकिन वे या तो व्यक्तित्व कृतित्व का परिचय देने वाले हैं, या संस्मरण या जीवनी परक। निबंधकार के रूप में शुक्ल जी का योगदान मनोविकार संबंधी निबंधों के कारण है। इन निबंधों का संग्रह पहले विचार-वीथी के नाम से 1930 ई में प्रकाशित हुआ था। बाद में चिंतामणि (पहला भाग) नाम से 1939 ई में परिवर्धित और संशोधित संस्करण प्रकाशित हुआ।

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    चिंतामणि (पहला भाग) कब प्रकाशित हुआ?

  • Question 14
    5 / -1

    Directions For Questions

    निर्देशः नीचे दिये गए गद्यांश को पढ़कर पूछे गये प्रश्नों के उत्तर दीजिए।

    रामचंद्र शुक्ल के निबंध पं महावीरप्रसाद द्विवेदी द्वारा संपादित सरस्वती में छपने लगे थे। उन्होंने निबंध में प्रस्तुत सूत्रों की उपमा पत्ते की नसों से दी है, जो परस्पर गूँथी होती हैं। शुक्ल जी के अधिकांश प्रसिद्ध निबंध मनोविकारों पर हैं। उन्होंने भारतेंदु, प्रेमघन, फ्रेडरिक पिंकाट पर भी लिखा है, लेकिन वे या तो व्यक्तित्व कृतित्व का परिचय देने वाले हैं, या संस्मरण या जीवनी परक। निबंधकार के रूप में शुक्ल जी का योगदान मनोविकार संबंधी निबंधों के कारण है। इन निबंधों का संग्रह पहले विचार-वीथी के नाम से 1930 ई में प्रकाशित हुआ था। बाद में चिंतामणि (पहला भाग) नाम से 1939 ई में परिवर्धित और संशोधित संस्करण प्रकाशित हुआ।

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    शुक्ल जी के अधिकांश निबंध किससे सम्बंधित हैं?

  • Question 15
    5 / -1

    Directions For Questions

    निर्देशः नीचे दिये गए गद्यांश को पढ़कर पूछे गये प्रश्नों के उत्तर दीजिए।

    रामचंद्र शुक्ल के निबंध पं महावीरप्रसाद द्विवेदी द्वारा संपादित सरस्वती में छपने लगे थे। उन्होंने निबंध में प्रस्तुत सूत्रों की उपमा पत्ते की नसों से दी है, जो परस्पर गूँथी होती हैं। शुक्ल जी के अधिकांश प्रसिद्ध निबंध मनोविकारों पर हैं। उन्होंने भारतेंदु, प्रेमघन, फ्रेडरिक पिंकाट पर भी लिखा है, लेकिन वे या तो व्यक्तित्व कृतित्व का परिचय देने वाले हैं, या संस्मरण या जीवनी परक। निबंधकार के रूप में शुक्ल जी का योगदान मनोविकार संबंधी निबंधों के कारण है। इन निबंधों का संग्रह पहले विचार-वीथी के नाम से 1930 ई में प्रकाशित हुआ था। बाद में चिंतामणि (पहला भाग) नाम से 1939 ई में परिवर्धित और संशोधित संस्करण प्रकाशित हुआ।

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    शुक्ल जी के निबंधों का संग्रह पहले किस नाम से प्रकाशित हुआ था?

  • Question 16
    5 / -1

    ‘चरणकमल’ शब्द में निम्न से कौन सा समास है?

  • Question 17
    5 / -1

    निम्नलिखित में से ‘काया’ शब्द का समानार्थी शब्द कौन सा है?

  • Question 18
    5 / -1

    दिए गए वाक्य में रिक्त स्थान की पूर्ति कीजिए।

    जाति समाजिक स्तरीकरण की एक _____ व्यवस्था है।

  • Question 19
    5 / -1

    'जो यान जल में चलता हो' के लिए एक शब्द क्या है?

  • Question 20
    5 / -1

    निम्नलिखित प्रश्न में, चार विकल्पों में से, उस सही विकल्प का चयन करें जो रिक्त स्थान के लिए उपयुक्त शब्द का सही विकल्प है ।

    भारतवासियों को __________ दृष्टि से सोचना चाहिए।

  • Question 21
    5 / -1

    निम्नलिखित में से कौन-सा शब्द 'अनिवार्य'का विपरीतार्थक शब्द है?

  • Question 22
    5 / -1

    'जो सब कुछ जानता है' वाक्यांश के लिए एक शब्द है :

  • Question 23
    5 / -1

    'अंधों में काना राजा' लोकोक्ति का क्या अर्थ है?

  • Question 24
    5 / -1

    गुरूजी, मेरा ............. स्वीकार करें।

    रिक्त स्थान भरने के लिए नीचे दिए विकल्पों में से उपयुक्त शब्द चुनें।

  • Question 25
    5 / -1

    गुण संधि का उदाहरण है। 

  • Question 26
    5 / -1

    निम्नलिखित प्रश्न में, चार विकल्पों में से, उस सही विकल्प का चयन करें जो रिक्त स्थान के लिए उचित विकल्प हो

    वह___ बहुत मेहनती लगता है।

  • Question 27
    5 / -1

    दिए गए मुहावरे और कहावतों के अर्थ के लिए चार विकल्प दिए गए हैं। उनमें से उचित अर्थ चुनिए।

    बहती गंगा में हाथ धोना।

  • Question 28
    5 / -1

    नीचे दिए गये मुहावरे का उचित अर्थ चुनिए।

    गागर में सागर भरना

  • Question 29
    5 / -1

    'क्रय' का निम्न में से कौन सा सही विलोम शब्द है?

  • Question 30
    5 / -1

    निम्नलिखित वाक्यों में उनके प्रथम तथा अंतिम अंश, संख्या 1 और 6 के अन्तर्गत दिए गए हैं। बीच वाले चार अंश (य), (र), (ल), (व) बिना क्रम के हैं। चारों अंशों को उचित क्रमानुसार व्यवस्थित कर उचित विकल्प चुनें ।

    (1) दूरदर्शन पर प्रदर्शित दो धारावाहिक

    (य) लोग इनकी पहले से प्रतीक्षा करते रहते हैं

    (र) इतने लोकप्रिय रहे हैं कि

    (ल) और इन्हें देखने के लिए

    (व) पहले 'रामायण' और अब 'महाभारत'

    (6) अपने सारे काम-काज छोड़ देते हैं।

  • Question 31
    5 / -1

    निम्न विकल्पों में से मिश्र वाक्य को पहचानिए।

  • Question 32
    5 / -1

    'चाँदनी' शब्द का समानार्थी शब्द निम्न में से कौन सा है?

  • Question 33
    5 / -1

    ‘काला मुँह होना’ का अर्थ है

  • Question 34
    5 / -1

    दिए गये मुहावरे का सही अर्थ बताइये:

    मुँह में पानी आना

  • Question 35
    5 / -1

    'आवृत' शब्द का विलोम है -

  • Question 36
    5 / -1

    ‘निरुत्तर’ शब्द का शुद्ध संधि-विच्छेद है ?

  • Question 37
    5 / -1

    'ध्वंस' का विलोम शब्द क्या है?

  • Question 38
    5 / -1

    ​निम्नलिखित में से कौन सा द्विगु समास का उदाहरण है?

  • Question 39
    5 / -1

    “खटाई में पड़ना” मुहावरे का आशय है।

  • Question 40
    5 / -1

    विधानार्थक वाक्य का उदाहरण है : 

  • Question 41
    5 / -1

    दिए गए प्रश्न में वाक्य के पहले और अंतिम भाग को क्रमशः (1) और (6) की संख्या दी गई है। इनके बीच में आने वाले अंशों को चार भागों में बाँटकर (a), (b), (c), (d) की संख्या दी गई है। इन विभाजित भागों को ध्यानपूर्वक पढ़कर दिए गए विकल्पों में से उचित क्रम का चुनाव कीजिए ।

    1. मनुष्य भौतिकता के _______

    a. जीवन की

    b. अनावश्यक रूप से

    c. वशीभूत होकर

    d. जरूरतों को 

    2. बढ़ाता रहता है।

  • Question 42
    5 / -1

    'आधा तीतर, आधा बटेर ' मुहावरे का अर्थ है

  • Question 43
    5 / -1

    'गरल' निम्न में से किसका पर्यायवाची है-

  • Question 44
    5 / -1

    उचित से कम मूल्य आँकना या लगाना-

  • Question 45
    5 / -1

    'जो शोक करने योग्य न हो' के लिए एक शब्द है

  • Question 46
    5 / -1

    ‘जनप्रिय’ शब्द में कौन सा समास है?

  • Question 47
    5 / -1

    नीचे दिए गए वाक्यों  में a, b, c, d को  सही क्रम में व्यवस्थित कीजिए

    1. मानवीय क्रियाकलाप की

    a. आत्मिक मूल्यों का

    b. गुणगत रूप से नूतन भौतिक तथा

    c. निर्माण किया जाता है वह

    d. वह प्रक्रिया जिसमें

    2. सृजनात्मकता कहलाती है।

  • Question 48
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    दिए गए प्रश्न में वाक्य के पहले और अंतिम भाग को क्रमशः (1) और (2) की संख्या दी गई है। इनके बीच में आने वाले अंशों को चार भागों में बाँटकर (a), (b), (c), (d) की संख्या दी गई है। इन विभाजित भागों को ध्यानपूर्वक पढ़कर दिए गए विकल्पों में से उचित क्रम का चुनाव कीजिए-

    1. हमारे ऋषि-मुनियों ने

    a. बनाने के लिये 

    b.  मानव जीवन को 

    c. संस्कारों का 

    d. पवित्र एवं मर्यादित 

    2. अविष्कार किया 

  • Question 49
    5 / -1

    ‘वस्तु की पूर्ति की तुलना में माँग अधिक’ आशय की लोकोक्ति कौन सी है?

  • Question 50
    5 / -1

    निम्नलिखित में से कौन-सा शब्द 'सूर्य' का पर्यायवाची नहीं है?

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