Self Studies

Hindi Test - 12

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Hindi Test - 12
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Self Studies Self Studies
Weekly Quiz Competition
  • Question 1
    5 / -1

    Directions For Questions

    नीचे दिए गए गद्यांश के बाद 5 प्रश्न दिए गए हैं। इस गद्यांश को ध्यान पूर्वक पढ़े और चार विकल्पों में से प्रत्येक प्रश्न का सर्वोत्तम उत्तर चुनें।

    बाल श्रम आमतौर पर मजदूरी के भुगतान के बिना या भुगतान के साथ बच्चों से शारीरिक कार्य कराना है। बाल श्रम केवल भारत तक ही सीमित नहीं है, यह एक वैश्विक घटना है। भारतीय संविधान के अनुसार किसी उद्योग, कल-कारखाने या किसी कंपनी में मानसिक या शारीरिक श्रम करने वाले 5 - 14 वर्ष उम्र के बच्चों को बाल श्रमिक कहा जाता है।

    संयुक्त राष्ट्र संघ के अनुसार 18 वर्ष से कम उम्र के श्रम करने वाले लोग बाल श्रमिक हैं।

    अंतर्राष्ट्रीय श्रम संगठन के अनुसार - बाल श्रम की उम्र 5 साल तय की गई है।

    अमेरिका में - 12 साल या उससे कम उम्र के लोगों को बाल श्रमिक माना जाता है।

    भारत में 1979 में सरकार द्वारा बाल मजदूरी को खत्म करने के उपाय के रूप में गुरूपाद स्वामी समिति का गठन किया गया। जिसके बाद बाल श्रम से जुड़ी सभी समस्याओं के अध्ययन के बाद गुरूपाद स्वामी समिति द्वारा सिफारिश प्रस्तुत की गई, जिसमें दीनता  अथवा गरीबी को मजदूरी के मुख्य कारण के रूप में देखा गया और ये सुझाव दिया गया, कि खतरनाक क्षेत्रों में बाल मजदूरी पर प्रतिबंध लगाया जाए एवं उन क्षेत्रों के कार्य के स्तर में सुधार किया जाए | बच्चों की समस्याओं पर विचार करने के लिए एक महत्वपूर्ण अंतर्राष्ट्रीय प्रयास उस समय हुआ, जब अक्टूबर 1990 में न्यूयार्क में इस विषय पर 'एक विश्व शिखर सम्मेलन का आयोजन किया गया, जिसमें 151 राष्ट्रों के प्रतिनिधियों ने भाग लिया तथा गरीबी, कुपोषण व भूखमरी के शिकार दुनिया भर के करोड़ों बच्चों की समस्याओं पर विचार-विमर्श किया गया।

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    "किसी उद्योग, कल-कारखाने या किसी कंपनी में मानसिक या शारीरिक श्रम करने वाले 5-14 वर्ष उम्र के बच्चों को बाल श्रमिक कहा जाता है।"

    उपर्युक्त वाक्य किस देश के अनुसार है। सही विकल्प का चुनाव करें।

    Solution
    भारतीय संविधान के अनुसार 'किसी उद्योग, कल-कारखाने या किसी कंपनी में मानसिक या शारीरिक श्रम करने वाले 5-14 वर्ष उम्र के बच्चों को बाल श्रमिक कहा जाता है।"
    • भारतीय संविधान - 
      • भारत का संविधान, भारत का सर्वोच्च विधान है जो संविधान सभा द्वारा 26 नवम्बर 1949 को पारित हुआ तथा 25 जनवरी 1950 से प्रभावी हुआ।
      • भारत का संविधान विश्व के किसी भी गणतान्त्रिक देश का सबसे लम्बा लिखित संविधान है। 

    Key Points

    अन्य विकल्प:

    • संयुक्त राष्ट्र - एक अन्तरराष्ट्रीय संगठन है, संक्षिप्त रूप से इसे कई समाचार पत्र संरा भी लिखते हैं।                
      संयुक्त राष्ट्र की स्थापना 24 अक्टूबर 1945 को संयुक्त राष्ट्र अधिकारपत्र पर 50 देशों के हस्ताक्षर होने के साथ हुई।
    • सोवियत संघ - सोवियत एक रूसी शब्द है जिसका अर्थ है परिषद, असेंबली, सलाह और सद्भाव। 
      सोवियत संघ, जिसका औपचारिक नाम सोवियत समाजवादी गणतंत्रों का संघ था, यूरेशिया के बड़े भूभाग पर विस्तृत एक देश था जो 1922 से 1992 तक अस्तित्व में रहा और यह संघ साम्यवादी पार्टी (कोम्युनिस्ट पार्टी) द्वारा शासन किया जाता था।
    • अमेरिका - पश्चिमी गोलार्द्ध का एकमात्र महादेश जो उत्तरी और पश्चिमी दो भागों में बँटा है।
  • Question 2
    5 / -1

    Directions For Questions

    नीचे दिए गए गद्यांश के बाद 5 प्रश्न दिए गए हैं। इस गद्यांश को ध्यान पूर्वक पढ़े और चार विकल्पों में से प्रत्येक प्रश्न का सर्वोत्तम उत्तर चुनें।

    बाल श्रम आमतौर पर मजदूरी के भुगतान के बिना या भुगतान के साथ बच्चों से शारीरिक कार्य कराना है। बाल श्रम केवल भारत तक ही सीमित नहीं है, यह एक वैश्विक घटना है। भारतीय संविधान के अनुसार किसी उद्योग, कल-कारखाने या किसी कंपनी में मानसिक या शारीरिक श्रम करने वाले 5 - 14 वर्ष उम्र के बच्चों को बाल श्रमिक कहा जाता है।

    संयुक्त राष्ट्र संघ के अनुसार 18 वर्ष से कम उम्र के श्रम करने वाले लोग बाल श्रमिक हैं।

    अंतर्राष्ट्रीय श्रम संगठन के अनुसार - बाल श्रम की उम्र 5 साल तय की गई है।

    अमेरिका में - 12 साल या उससे कम उम्र के लोगों को बाल श्रमिक माना जाता है।

    भारत में 1979 में सरकार द्वारा बाल मजदूरी को खत्म करने के उपाय के रूप में गुरूपाद स्वामी समिति का गठन किया गया। जिसके बाद बाल श्रम से जुड़ी सभी समस्याओं के अध्ययन के बाद गुरूपाद स्वामी समिति द्वारा सिफारिश प्रस्तुत की गई, जिसमें दीनता  अथवा गरीबी को मजदूरी के मुख्य कारण के रूप में देखा गया और ये सुझाव दिया गया, कि खतरनाक क्षेत्रों में बाल मजदूरी पर प्रतिबंध लगाया जाए एवं उन क्षेत्रों के कार्य के स्तर में सुधार किया जाए | बच्चों की समस्याओं पर विचार करने के लिए एक महत्वपूर्ण अंतर्राष्ट्रीय प्रयास उस समय हुआ, जब अक्टूबर 1990 में न्यूयार्क में इस विषय पर 'एक विश्व शिखर सम्मेलन का आयोजन किया गया, जिसमें 151 राष्ट्रों के प्रतिनिधियों ने भाग लिया तथा गरीबी, कुपोषण व भूखमरी के शिकार दुनिया भर के करोड़ों बच्चों की समस्याओं पर विचार-विमर्श किया गया।

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    भारत में कौन से वर्ष सरकार द्वारा बाल मजदूरी को ख़त्म करने के उपाय के लिए कौनसी समिति का गठन किया गया।
    Solution
    भारत में बाल मजदूरी को खत्म करने के लिए '1979, गुरुपाद समिति' का गठन किया गया 
    Key Points
    • गुरुपाद समिति भारत में 1979 में सरकार द्वारा बाल मजदूरी को खत्म करने के उपाय के रूप में गुरूपाद स्वामी समिति का गठन किया गया। जिसके बाद बाल श्रम से जुड़ी सभी समस्याओं के अध्ययन के बाद गुरूपाद स्वामी समिति द्वारा सिफारिश प्रस्तुत की गई, जिसमें दीनता  अथवा गरीबी को मजदूरी के मुख्य कारण के रूप में देखा गया और ये सुझाव दिया गया, कि खतरनाक क्षेत्रों में बाल मजदूरी पर प्रतिबंध लगाया जाए एवं उन क्षेत्रों के कार्य के स्तर में सुधार किया जाए |
    • लोक लेखा समिति (Public Accounts Committee (PAC))इस समिति की स्थापना 1919 के अधिनियम के अनुसार 1921 मे की गई थी भारतीय संसद के कुछ चुने हुए सदस्यों वाली समिति है जो भारत सरकार के खर्चों की लेखा परीक्षा (auditing) करती है। यह समिति संसद द्वारा निर्मित है।
    • प्राक्कलन समिति - यह समिति संसद के माध्यम से सरकार द्वारा प्राप्त किए गए धन के व्ययों के अनुमान की जांच-पड़ताल करती है। यह स्थायी मितव्ययिता समिति के रूप में कार्य करती है और इसके आलोचना या सुझाव सरकारी फिजूलखर्ची पर रोक लगाने का काम करते हैं।
    • नियम समिति - यह समिति राज्य सभा के प्रक्रिया और कार्य संचालन विषयक मामलों पर विचार करती है और नियमों में कोई संशोधन अथवा परिवर्धन जो भी आवश्यक समझे जाएं, की सिफारिश करती है। उपसभापति अथवा उनकी अनुपस्थिति में समिति के किसी सदस्य द्वारा समिति के प्रतिवेदनों को समय-समय पर सभा में प्रस्तुत किया जाता है।
  • Question 3
    5 / -1

    Directions For Questions

    नीचे दिए गए गद्यांश के बाद 5 प्रश्न दिए गए हैं। इस गद्यांश को ध्यान पूर्वक पढ़े और चार विकल्पों में से प्रत्येक प्रश्न का सर्वोत्तम उत्तर चुनें।

    बाल श्रम आमतौर पर मजदूरी के भुगतान के बिना या भुगतान के साथ बच्चों से शारीरिक कार्य कराना है। बाल श्रम केवल भारत तक ही सीमित नहीं है, यह एक वैश्विक घटना है। भारतीय संविधान के अनुसार किसी उद्योग, कल-कारखाने या किसी कंपनी में मानसिक या शारीरिक श्रम करने वाले 5 - 14 वर्ष उम्र के बच्चों को बाल श्रमिक कहा जाता है।

    संयुक्त राष्ट्र संघ के अनुसार 18 वर्ष से कम उम्र के श्रम करने वाले लोग बाल श्रमिक हैं।

    अंतर्राष्ट्रीय श्रम संगठन के अनुसार - बाल श्रम की उम्र 5 साल तय की गई है।

    अमेरिका में - 12 साल या उससे कम उम्र के लोगों को बाल श्रमिक माना जाता है।

    भारत में 1979 में सरकार द्वारा बाल मजदूरी को खत्म करने के उपाय के रूप में गुरूपाद स्वामी समिति का गठन किया गया। जिसके बाद बाल श्रम से जुड़ी सभी समस्याओं के अध्ययन के बाद गुरूपाद स्वामी समिति द्वारा सिफारिश प्रस्तुत की गई, जिसमें दीनता  अथवा गरीबी को मजदूरी के मुख्य कारण के रूप में देखा गया और ये सुझाव दिया गया, कि खतरनाक क्षेत्रों में बाल मजदूरी पर प्रतिबंध लगाया जाए एवं उन क्षेत्रों के कार्य के स्तर में सुधार किया जाए | बच्चों की समस्याओं पर विचार करने के लिए एक महत्वपूर्ण अंतर्राष्ट्रीय प्रयास उस समय हुआ, जब अक्टूबर 1990 में न्यूयार्क में इस विषय पर 'एक विश्व शिखर सम्मेलन का आयोजन किया गया, जिसमें 151 राष्ट्रों के प्रतिनिधियों ने भाग लिया तथा गरीबी, कुपोषण व भूखमरी के शिकार दुनिया भर के करोड़ों बच्चों की समस्याओं पर विचार-विमर्श किया गया।

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    'प्रतिबन्ध' शब्द का सही विलोम शब्द लिखें।

    Solution

    दिए गए विकल्पों में सही उत्तर 'छूट' होगा। 

    Key Points

    • 'प्रतिबन्ध' शब्द का उचित विलोम शब्द 'छूट' है।
    • प्रतिबन्ध का अर्थ बाँधने की क्रिया। 
    • छूट का अर्थ बंधन से मुक्त होने की प्रक्रिया। 

    अन्य विकल्प: 

    शब्द

    विलोम 

    प्रतिकूल 

    अनुकूल 

    निषेध  

    विधि 

     

     

     

     

     

    Additional Information

    शब्द

    परिभाषा

    उदाहरण

    विलोम/

    विपरीतार्थक

    'विलोम' शब्द का अर्थ है-उल्टा या विपरीत। अत: किसी शब्द का उल्टा अर्थ व्यक्त करने वाला शब्द विलोमार्थक या विपरीतार्थक शब्द कहलाते हैं। 

    राग-द्वेष

    सामिष-निरामिष

    व्यष्टि-समष्टि

    आकाश-पाताल  

  • Question 4
    5 / -1

    Directions For Questions

    नीचे दिए गए गद्यांश के बाद 5 प्रश्न दिए गए हैं। इस गद्यांश को ध्यान पूर्वक पढ़े और चार विकल्पों में से प्रत्येक प्रश्न का सर्वोत्तम उत्तर चुनें।

    बाल श्रम आमतौर पर मजदूरी के भुगतान के बिना या भुगतान के साथ बच्चों से शारीरिक कार्य कराना है। बाल श्रम केवल भारत तक ही सीमित नहीं है, यह एक वैश्विक घटना है। भारतीय संविधान के अनुसार किसी उद्योग, कल-कारखाने या किसी कंपनी में मानसिक या शारीरिक श्रम करने वाले 5 - 14 वर्ष उम्र के बच्चों को बाल श्रमिक कहा जाता है।

    संयुक्त राष्ट्र संघ के अनुसार 18 वर्ष से कम उम्र के श्रम करने वाले लोग बाल श्रमिक हैं।

    अंतर्राष्ट्रीय श्रम संगठन के अनुसार - बाल श्रम की उम्र 5 साल तय की गई है।

    अमेरिका में - 12 साल या उससे कम उम्र के लोगों को बाल श्रमिक माना जाता है।

    भारत में 1979 में सरकार द्वारा बाल मजदूरी को खत्म करने के उपाय के रूप में गुरूपाद स्वामी समिति का गठन किया गया। जिसके बाद बाल श्रम से जुड़ी सभी समस्याओं के अध्ययन के बाद गुरूपाद स्वामी समिति द्वारा सिफारिश प्रस्तुत की गई, जिसमें दीनता  अथवा गरीबी को मजदूरी के मुख्य कारण के रूप में देखा गया और ये सुझाव दिया गया, कि खतरनाक क्षेत्रों में बाल मजदूरी पर प्रतिबंध लगाया जाए एवं उन क्षेत्रों के कार्य के स्तर में सुधार किया जाए | बच्चों की समस्याओं पर विचार करने के लिए एक महत्वपूर्ण अंतर्राष्ट्रीय प्रयास उस समय हुआ, जब अक्टूबर 1990 में न्यूयार्क में इस विषय पर 'एक विश्व शिखर सम्मेलन का आयोजन किया गया, जिसमें 151 राष्ट्रों के प्रतिनिधियों ने भाग लिया तथा गरीबी, कुपोषण व भूखमरी के शिकार दुनिया भर के करोड़ों बच्चों की समस्याओं पर विचार-विमर्श किया गया।

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    अंतर्राष्ट्रीय श्रम संगठन के अनुसार - बाल श्रम की उम्र कितने साल तय की गई है?
    Solution
    अंतर्राष्ट्रीय श्रम संगठन के अनुसार - बाल श्रम की उम्र 5 साल तय की गई है।
    Key Points
    अन्य विकल्प गद्यांश के अनुसार मेल नही खाते है।
    • र्ष 2019 मे अंतर्राष्ट्रीय श्रम संगठन (International Labour Organization) ने अपनी 100वीं वर्षगांठ मनाई
    • ​यह संयुक्त राष्ट्र की एकमात्र त्रिपक्षीय संस्था है।
    • ​यह श्रम मानक निर्धारित करने, नीतियाँ को विकसित करने एवं
    •  महिलाओं तथा पुरुषों के लिये सभ्य कार्य को बढ़ावा देने वाले कार्यक्रम तैयार करने हेतु 187 सदस्य देशों की सरकारों, नियोक्ताओं और श्रमिकों को एक साथ लाता है।
  • Question 5
    5 / -1

    Directions For Questions

    नीचे दिए गए गद्यांश के बाद 5 प्रश्न दिए गए हैं। इस गद्यांश को ध्यान पूर्वक पढ़े और चार विकल्पों में से प्रत्येक प्रश्न का सर्वोत्तम उत्तर चुनें।

    बाल श्रम आमतौर पर मजदूरी के भुगतान के बिना या भुगतान के साथ बच्चों से शारीरिक कार्य कराना है। बाल श्रम केवल भारत तक ही सीमित नहीं है, यह एक वैश्विक घटना है। भारतीय संविधान के अनुसार किसी उद्योग, कल-कारखाने या किसी कंपनी में मानसिक या शारीरिक श्रम करने वाले 5 - 14 वर्ष उम्र के बच्चों को बाल श्रमिक कहा जाता है।

    संयुक्त राष्ट्र संघ के अनुसार 18 वर्ष से कम उम्र के श्रम करने वाले लोग बाल श्रमिक हैं।

    अंतर्राष्ट्रीय श्रम संगठन के अनुसार - बाल श्रम की उम्र 5 साल तय की गई है।

    अमेरिका में - 12 साल या उससे कम उम्र के लोगों को बाल श्रमिक माना जाता है।

    भारत में 1979 में सरकार द्वारा बाल मजदूरी को खत्म करने के उपाय के रूप में गुरूपाद स्वामी समिति का गठन किया गया। जिसके बाद बाल श्रम से जुड़ी सभी समस्याओं के अध्ययन के बाद गुरूपाद स्वामी समिति द्वारा सिफारिश प्रस्तुत की गई, जिसमें दीनता  अथवा गरीबी को मजदूरी के मुख्य कारण के रूप में देखा गया और ये सुझाव दिया गया, कि खतरनाक क्षेत्रों में बाल मजदूरी पर प्रतिबंध लगाया जाए एवं उन क्षेत्रों के कार्य के स्तर में सुधार किया जाए | बच्चों की समस्याओं पर विचार करने के लिए एक महत्वपूर्ण अंतर्राष्ट्रीय प्रयास उस समय हुआ, जब अक्टूबर 1990 में न्यूयार्क में इस विषय पर 'एक विश्व शिखर सम्मेलन का आयोजन किया गया, जिसमें 151 राष्ट्रों के प्रतिनिधियों ने भाग लिया तथा गरीबी, कुपोषण व भूखमरी के शिकार दुनिया भर के करोड़ों बच्चों की समस्याओं पर विचार-विमर्श किया गया।

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    इस गद्यांश का उचित शीर्षक दीजिये।
    Solution
    इस गद्यांश में बाल श्रम को रोकने के प्रयास करने वाले तथ्यों पर प्रकाश डाला गया है। 
    अतः 'बाल-श्रम को रोकने के नियम व कानून' सही विकल्प है।
    Key Points अन्य विकल्प:
    • बाल मजदूरी के कारण - कारण मीमांसा करना। 
    • बाल मजदूरी के अभिशाप - होने वाले दुष्परिणाम। 
    • बाल मजदूरी को रोके बिना भारत अधूरा है - यदि बाल मजदूरी को नही रोका तो बच्चो के अधिकारों का हनन होगा। 
  • Question 6
    5 / -1

    Directions For Questions

    निर्देश: दिए गए गद्यांश के आधार पर निम्नलिखित प्रश्नों के उत्तर दीजिए।

    उज्जैन भारत में क्षिप्रा नदी के किनारे बसा मध्य प्रदेश का एक प्रमुख धार्मिक नगर है। यह ऐतिहासिक पृष्ठभूमि लिये हुआ एक प्राचीन शहर है। उज्जैन महाराजा विक्रमादित्य के शासन काल में उनके राज्य की राजधानी थी। इसको कालिदास की नगरी भी कहा जाता है। उज्जैन में हर 12 वर्ष के बाद 'सिंहस्थ कुंभ' का मेला जुड़ता है। भगवान शिव के 12 ज्योतिर्लिंगों में से एक 'महाकालेश्वर' इसी नगरी में है। मध्य प्रदेश के प्रसिद्ध नगर इन्दौर से यह 55 कि.मी. की दूरी पर है। उज्जैन के अन्य प्राचीन प्रचलित नाम हैं- 'अवन्तिका', ' उज्जयिनी', 'कनकश्रन्गा' आदि। उज्जैन मन्दिरों का नगर है। उज्जैन के इतिहास प्रसिद्ध राजा विक्रमादित्य के दरबार के नवरत्नों में महाकवि कालिदास प्रमुख थे। कालिदास को उज्जयिनी अत्यधिक प्रिय थी। इसी कारण से कालिदास ने अपने काव्य ग्रंथों में उज्जयिनी का अत्यधिक मनोरम और सुंदर वर्णन किया है। महाकवि कालिदास सम्राट विक्रमादित्य के आश्रय में रहकर काव्य रचना किया करते थे। कालिदास ने उज्जयिनी में ही अधिकतर प्रवास किया और उज्जयिनी के प्राचीन एवं गौरवशाली वैभव को बढ़ते देखा। पर कालिदास की मालवा के प्रति गहरी आस्था थी। यहाँ रहकर महाकवि ने वैभवशाली ऐतिहासिक अट्टालिकाओं को देखा, उदयन और वासवदत्ता की प्रेमकथा को अत्यन्त भावपूर्ण लिपिबद्ध किया। भगवान महाकालेश्वर की संध्या कालीन आरती को और क्षिप्रा नदी के पौराणिक और ऐतिहासिक महत्त्व से भली-भांति परिचित होकर उसका अत्यंत मनोरम वर्णन किया, जो आज भी साहित्य जगत् की अमूल्य धरोहर है।

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    उज्जैन का अन्य नाम क्या है? 
    Solution

    दिए गए विकल्पों में से सही उत्तर ‘उपर्युक्त सभी’ है। 

    Key Points

    • उज्जैन के अन्य प्राचीन प्रचलित नाम हैं- 'अवन्तिका', ' उज्जयिनी', 'कनकश्रन्गाआदि।
    • उज्जैन भारत में क्षिप्रा नदी के किनारे बसा मध्य प्रदेश का एक प्रमुख धार्मिक नगर है। 
    • उज्जैन मन्दिरों का नगर है।

    Additional Information

    • धार्मिक शब्द में 'इक' प्रत्यय है। धर्म + इक = धार्मिक। 
    • नदी के पर्यायवाची शब्द हैं - वाहिनी, तरंगिणी, निर्झरिणी, शैलजा, जलमाला, नद, शैवालिनी, प्रवाहिनी
  • Question 7
    5 / -1

    Directions For Questions

    निर्देश: दिए गए गद्यांश के आधार पर निम्नलिखित प्रश्नों के उत्तर दीजिए।

    उज्जैन भारत में क्षिप्रा नदी के किनारे बसा मध्य प्रदेश का एक प्रमुख धार्मिक नगर है। यह ऐतिहासिक पृष्ठभूमि लिये हुआ एक प्राचीन शहर है। उज्जैन महाराजा विक्रमादित्य के शासन काल में उनके राज्य की राजधानी थी। इसको कालिदास की नगरी भी कहा जाता है। उज्जैन में हर 12 वर्ष के बाद 'सिंहस्थ कुंभ' का मेला जुड़ता है। भगवान शिव के 12 ज्योतिर्लिंगों में से एक 'महाकालेश्वर' इसी नगरी में है। मध्य प्रदेश के प्रसिद्ध नगर इन्दौर से यह 55 कि.मी. की दूरी पर है। उज्जैन के अन्य प्राचीन प्रचलित नाम हैं- 'अवन्तिका', ' उज्जयिनी', 'कनकश्रन्गा' आदि। उज्जैन मन्दिरों का नगर है। उज्जैन के इतिहास प्रसिद्ध राजा विक्रमादित्य के दरबार के नवरत्नों में महाकवि कालिदास प्रमुख थे। कालिदास को उज्जयिनी अत्यधिक प्रिय थी। इसी कारण से कालिदास ने अपने काव्य ग्रंथों में उज्जयिनी का अत्यधिक मनोरम और सुंदर वर्णन किया है। महाकवि कालिदास सम्राट विक्रमादित्य के आश्रय में रहकर काव्य रचना किया करते थे। कालिदास ने उज्जयिनी में ही अधिकतर प्रवास किया और उज्जयिनी के प्राचीन एवं गौरवशाली वैभव को बढ़ते देखा। पर कालिदास की मालवा के प्रति गहरी आस्था थी। यहाँ रहकर महाकवि ने वैभवशाली ऐतिहासिक अट्टालिकाओं को देखा, उदयन और वासवदत्ता की प्रेमकथा को अत्यन्त भावपूर्ण लिपिबद्ध किया। भगवान महाकालेश्वर की संध्या कालीन आरती को और क्षिप्रा नदी के पौराणिक और ऐतिहासिक महत्त्व से भली-भांति परिचित होकर उसका अत्यंत मनोरम वर्णन किया, जो आज भी साहित्य जगत् की अमूल्य धरोहर है।

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    उज्जैन किस नदी के किनारे स्थित है? 
    Solution

    दिए गए विकल्पों में से सही उत्तर ‘क्षिप्रा नदी’ है। 

    Key Points

    • उज्जैन भारत में क्षिप्रा नदी के किनारे बसा मध्य प्रदेश का एक प्रमुख धार्मिक नगर है।
    • यह ऐतिहासिक पृष्ठभूमि लिये हुआ एक प्राचीन शहर है।
    • उज्जैन महाराजा विक्रमादित्य के शासन काल में उनके राज्य की राजधानी थी। 

    Additional Information

    • शासन के पर्यायवाची शब्द हैं - हुकूमत, प्रशासन, अनुशासन, प्रभुत्व, स्वामित्व।
    • शहर का विलोम शब्द गाँव होगा। 
    • प्राचीन का विलोम शब्द आधुनिक होगा। 
  • Question 8
    5 / -1

    Directions For Questions

    निर्देश: दिए गए गद्यांश के आधार पर निम्नलिखित प्रश्नों के उत्तर दीजिए।

    उज्जैन भारत में क्षिप्रा नदी के किनारे बसा मध्य प्रदेश का एक प्रमुख धार्मिक नगर है। यह ऐतिहासिक पृष्ठभूमि लिये हुआ एक प्राचीन शहर है। उज्जैन महाराजा विक्रमादित्य के शासन काल में उनके राज्य की राजधानी थी। इसको कालिदास की नगरी भी कहा जाता है। उज्जैन में हर 12 वर्ष के बाद 'सिंहस्थ कुंभ' का मेला जुड़ता है। भगवान शिव के 12 ज्योतिर्लिंगों में से एक 'महाकालेश्वर' इसी नगरी में है। मध्य प्रदेश के प्रसिद्ध नगर इन्दौर से यह 55 कि.मी. की दूरी पर है। उज्जैन के अन्य प्राचीन प्रचलित नाम हैं- 'अवन्तिका', ' उज्जयिनी', 'कनकश्रन्गा' आदि। उज्जैन मन्दिरों का नगर है। उज्जैन के इतिहास प्रसिद्ध राजा विक्रमादित्य के दरबार के नवरत्नों में महाकवि कालिदास प्रमुख थे। कालिदास को उज्जयिनी अत्यधिक प्रिय थी। इसी कारण से कालिदास ने अपने काव्य ग्रंथों में उज्जयिनी का अत्यधिक मनोरम और सुंदर वर्णन किया है। महाकवि कालिदास सम्राट विक्रमादित्य के आश्रय में रहकर काव्य रचना किया करते थे। कालिदास ने उज्जयिनी में ही अधिकतर प्रवास किया और उज्जयिनी के प्राचीन एवं गौरवशाली वैभव को बढ़ते देखा। पर कालिदास की मालवा के प्रति गहरी आस्था थी। यहाँ रहकर महाकवि ने वैभवशाली ऐतिहासिक अट्टालिकाओं को देखा, उदयन और वासवदत्ता की प्रेमकथा को अत्यन्त भावपूर्ण लिपिबद्ध किया। भगवान महाकालेश्वर की संध्या कालीन आरती को और क्षिप्रा नदी के पौराणिक और ऐतिहासिक महत्त्व से भली-भांति परिचित होकर उसका अत्यंत मनोरम वर्णन किया, जो आज भी साहित्य जगत् की अमूल्य धरोहर है।

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    महाकालेश्वर क्या है? 
    Solution

    दिए गए विकल्पों में से सही उत्तर ‘ज्योतिर्लिंग’ है। 

    Key Points

    • उज्जैन में हर 12 वर्ष के बाद 'सिंहस्थ कुंभ' का मेला जुड़ता है।
    • भगवान शिव के 12 ज्योतिर्लिंगों में से एक 'महाकालेश्वर' इसी नगरी में है। 

    Additional Information

    • भगवान के पर्यायवाची शब्द - परमेश्वर, जगदीश, परमात्मा, प्रभु, विधाता, ईश्वर।
    • शिव के पर्यायवाची शब्द - महेश, महादेव, नीलकंठ, शंकर, गंगाधर, रूद्र, विश्वनाथ। 
    • 12 ज्योतिर्लिंग के नाम :  सोमनाथ,  त्र्यम्बकेश्वर, महाकालेश्वर, बैद्यनाथ, ओंकारेश्वर, नागेश्वर,  केदारनाथ, विश्वेश्वर, मल्लिकार्जुन,  रामेश्वर, भीमशंकर, घुश्मेश्वर। 
  • Question 9
    5 / -1

    Directions For Questions

    निर्देश: दिए गए गद्यांश के आधार पर निम्नलिखित प्रश्नों के उत्तर दीजिए।

    उज्जैन भारत में क्षिप्रा नदी के किनारे बसा मध्य प्रदेश का एक प्रमुख धार्मिक नगर है। यह ऐतिहासिक पृष्ठभूमि लिये हुआ एक प्राचीन शहर है। उज्जैन महाराजा विक्रमादित्य के शासन काल में उनके राज्य की राजधानी थी। इसको कालिदास की नगरी भी कहा जाता है। उज्जैन में हर 12 वर्ष के बाद 'सिंहस्थ कुंभ' का मेला जुड़ता है। भगवान शिव के 12 ज्योतिर्लिंगों में से एक 'महाकालेश्वर' इसी नगरी में है। मध्य प्रदेश के प्रसिद्ध नगर इन्दौर से यह 55 कि.मी. की दूरी पर है। उज्जैन के अन्य प्राचीन प्रचलित नाम हैं- 'अवन्तिका', ' उज्जयिनी', 'कनकश्रन्गा' आदि। उज्जैन मन्दिरों का नगर है। उज्जैन के इतिहास प्रसिद्ध राजा विक्रमादित्य के दरबार के नवरत्नों में महाकवि कालिदास प्रमुख थे। कालिदास को उज्जयिनी अत्यधिक प्रिय थी। इसी कारण से कालिदास ने अपने काव्य ग्रंथों में उज्जयिनी का अत्यधिक मनोरम और सुंदर वर्णन किया है। महाकवि कालिदास सम्राट विक्रमादित्य के आश्रय में रहकर काव्य रचना किया करते थे। कालिदास ने उज्जयिनी में ही अधिकतर प्रवास किया और उज्जयिनी के प्राचीन एवं गौरवशाली वैभव को बढ़ते देखा। पर कालिदास की मालवा के प्रति गहरी आस्था थी। यहाँ रहकर महाकवि ने वैभवशाली ऐतिहासिक अट्टालिकाओं को देखा, उदयन और वासवदत्ता की प्रेमकथा को अत्यन्त भावपूर्ण लिपिबद्ध किया। भगवान महाकालेश्वर की संध्या कालीन आरती को और क्षिप्रा नदी के पौराणिक और ऐतिहासिक महत्त्व से भली-भांति परिचित होकर उसका अत्यंत मनोरम वर्णन किया, जो आज भी साहित्य जगत् की अमूल्य धरोहर है।

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    दिए गए विकल्पों में से नौ रत्नों में से कौन एक था?
    Solution

    दिए गए विकल्पों में से सही उत्तर ‘कालिदास’ है। 

    Key Points

    • उज्जैन के इतिहास प्रसिद्ध राजा विक्रमादित्य के दरबार के नवरत्नों में महाकवि कालिदास प्रमुख थे।
    • कालिदास को उज्जयिनी अत्यधिक प्रिय थी।
    • इसी कारण से कालिदास ने अपने काव्य ग्रंथों में उज्जयिनी का अत्यधिक मनोरम और सुंदर वर्णन किया है। 

    Additional Information

    • मनोरम के पर्यायवाची शब्द हैं - आकर्षक, मनमोहक, मनोहर, सम्मोहक, दिलकश, सुंदर, ह्रदयग्राही, दिलचस्प। 
    • सुंदर के समानार्थी शब्द हैं - रमणीक, कमनीय, उत्कृष्ट, उत्तम, सुरम्य।
    • सम्राट विक्रमादित्य के नवरत्नों के नाम धन्वंतरि, क्षपणक, अमरसिंह, शंकु, बेताल भट्ट, घटखर्पर, कालिदास, वराहमिहिर और वररुचि कहे जाते हैं। 
  • Question 10
    5 / -1

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    निर्देश: दिए गए गद्यांश के आधार पर निम्नलिखित प्रश्नों के उत्तर दीजिए।

    उज्जैन भारत में क्षिप्रा नदी के किनारे बसा मध्य प्रदेश का एक प्रमुख धार्मिक नगर है। यह ऐतिहासिक पृष्ठभूमि लिये हुआ एक प्राचीन शहर है। उज्जैन महाराजा विक्रमादित्य के शासन काल में उनके राज्य की राजधानी थी। इसको कालिदास की नगरी भी कहा जाता है। उज्जैन में हर 12 वर्ष के बाद 'सिंहस्थ कुंभ' का मेला जुड़ता है। भगवान शिव के 12 ज्योतिर्लिंगों में से एक 'महाकालेश्वर' इसी नगरी में है। मध्य प्रदेश के प्रसिद्ध नगर इन्दौर से यह 55 कि.मी. की दूरी पर है। उज्जैन के अन्य प्राचीन प्रचलित नाम हैं- 'अवन्तिका', ' उज्जयिनी', 'कनकश्रन्गा' आदि। उज्जैन मन्दिरों का नगर है। उज्जैन के इतिहास प्रसिद्ध राजा विक्रमादित्य के दरबार के नवरत्नों में महाकवि कालिदास प्रमुख थे। कालिदास को उज्जयिनी अत्यधिक प्रिय थी। इसी कारण से कालिदास ने अपने काव्य ग्रंथों में उज्जयिनी का अत्यधिक मनोरम और सुंदर वर्णन किया है। महाकवि कालिदास सम्राट विक्रमादित्य के आश्रय में रहकर काव्य रचना किया करते थे। कालिदास ने उज्जयिनी में ही अधिकतर प्रवास किया और उज्जयिनी के प्राचीन एवं गौरवशाली वैभव को बढ़ते देखा। पर कालिदास की मालवा के प्रति गहरी आस्था थी। यहाँ रहकर महाकवि ने वैभवशाली ऐतिहासिक अट्टालिकाओं को देखा, उदयन और वासवदत्ता की प्रेमकथा को अत्यन्त भावपूर्ण लिपिबद्ध किया। भगवान महाकालेश्वर की संध्या कालीन आरती को और क्षिप्रा नदी के पौराणिक और ऐतिहासिक महत्त्व से भली-भांति परिचित होकर उसका अत्यंत मनोरम वर्णन किया, जो आज भी साहित्य जगत् की अमूल्य धरोहर है।

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    "वैभवशाली ऐतिहासिक अट्टालिकाओं को देखा" यहाँ 'अट्टालिकाओं'  का सही अर्थ है:
    Solution
    सही उत्तर 'वैभवशाली इमारते / मीनारे' है 
    Key Pointsगद्यांश में आया हुआ उल्लेख:
    • यहाँ रहकर महाकवि ने वैभवशाली ऐतिहासिक अट्टालिकाओं को देखा, उदयन और वासवदत्ता की प्रेमकथा को अत्यन्त भावपूर्ण लिपिबद्ध किया। 
    Additional Information अन्य विकल्पों का विश्लेषण:
    • पुराने खंडहर - टूटी हुई पुराने विरासत के स्थल 
    • आलिशान सड़के - आवागमन के सुगम साधन चलाने की जगह 
    • अप्रतिम - जिसकी कोई तुलना या बराबरी न की जा सके
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