Self Studies

राजस्थान बोर्ड 12th Exam 2023 : Geography - भूगोल महत्वपूर्ण प्रश्‍न Solution के साथ

राजस्थान बोर्ड 12th Exam 2023 : Geography - भूगोल महत्वपूर्ण प्रश्‍न Solution के साथ

SHARING IS CARING

If our Website helped you a little, then kindly spread our voice using Social Networks. Spread our word to your readers, friends, teachers, students & all those close ones who deserve to know what you know now.

Self Studies Self Studies

राजस्थान बोर्ड 12th Exam 2023 : Geography - भूगोल महत्वपूर्ण प्रश्‍न Solution के साथ

यहां Geography - भूगोल 12वी Exam 2023 के लिए New Blue Print पर आधारित Most Important Question दिए गए है. ये महत्वपूर्ण Question Study Material के रूप में तैयार किये गए I

जो आपके Paper के लिए बहुत महत्वपूर्ण है और ये Most Important Question तैयारी को और बेहतर बना सकते है I

Most Important Question

खण्ड–अ

(i) "मानव भूगोल मानव समाजों और धरातल के बीच संबंधों का संश्लेषित अध्ययन है", यह परिभाषा किसने दी?

(अ) एलन सी. सेंपल

(स) लाब्लाश

(ब) ग्रिफिथ टेलर

(द) रैटजेल

Ans. (द) "मानव भूगोल मानव समाजों और धरातल के बीच संबंधों का संश्लेषित अध्ययन है", यह परिभाषा जर्मन विद्वान फ्रेडरिक जेल ने दी।

(ii) जनांकिकीय संक्रमण सिद्धान्त की अंतिम अवस्था में जन्मदर व मृत्युदर दोनों ही-

(अ) बढ़ जाती है।

(स) स्थिर रहती है।

(ब) घट जाती है।

(द) घटकर फिर बढ़ जाती है।

Ans. [ब] जनांकिकीय संक्रमण सिद्ध की अन्तिम अवस्था में जनसंख्या नगरीय, शिक्षित व तकनीकी ज्ञान से युक्त होती है, इसी कारण जन्मदर एवं मृत्युदर दोनों ही घट जाती है।

(iii) निम्न में से किस देश का आयु-लिंग पिरामिड विस्तारित होती जनसंख्या का सूचक नहीं है?

(अ) नाईजीरिया

(स) मैक्सिको

(ब) बांग्लादेश

(द) ऑस्ट्रेलिया

Ans. [द] विस्तारित होती जनसंख्या का पिरामिड 'त्रिभुजाकार' होता है। जो अल्प विकसित देशों का प्रतिरूपी है। जैसे- बांग्लादेश, मैक्सिको, नाइजीरिया आदि। ऑस्ट्रेलिया का आयु-लिंग पिरामिड स्थिर जनसंख्या वाला है।

(iv) नोबेल पुरस्कार विजेता प्रो. अमर्त्य सेन ने विकास हेतु बल दिया-

(ब) विकल्पों में वृद्धि पर

(अ) अर्थव्यवस्था में वृद्धि पर

(स) स्वतंत्रताओं में वृद्धि पर

(द) अन्वेषण में वृद्धि पर

Ans. [स] नोबेल पुरस्कार विजेता अमर्त्य सेन ने विकास का मुख्य ध्येय स्वतंत्रता में वृद्धि के रूप में देखा। रुचिकर बात यह है कि स्वतंत्रताओं में वृद्धि भी विकास लाने वाला सर्वाधिक प्रभावशाली माध्यम है।

(v) 'सेवा सेक्टर' के अन्तर्गत कौनसे क्रियाकलाप नहीं आते है?

(अ) द्वितीयक

(स) चतुर्थक

(ब) तृतीयक

(द) पंचम

Ans. [अ] तृतीयक, चतुर्थक व पंचम क्रियाकलाप 'सेवा सेक्टर' से संबंधित हैं। जबकि द्वितीयक क्रियाकलाप 'निर्माण व विनिर्माण' क्रियाओं से संबंधित है।

(vi) 'बिग इंच' हैं-

(अ) ब्राजील की एक रेललाइन

(ब) दक्षिणी अफ्रीका की एक सुरंग

(स) अमेरिका की एक पाइपलाइन

(द) ऑस्ट्रेलिया की एक हवाई सेवा

Ans. [स] 'बिग इंच' स. रा. अमेरिका की एक पाइपलाइन है जो मैक्सिको की खाड़ी में स्थित तेल के कुओं से उत्तरी-पूर्वी राज्यों तक तेल परिवहन के लिए उपयोगी है।

(vii) निम्न में से खनन नगर के उदाहरण हैं-

(अ) ब्रोकन हिल व धनबाद

(स) मियामी व पणजी

(ब) पिट्सबर्ग व जमशेदपुर

(द) एम्सटर्डम व आगरा

Ans. [ अ ] ब्रोकन हिल (ऑस्ट्रेलिया) व धनबाद (झारखण्ड, भारत) खनन नगर हैं, एम्सटर्डम, आगरा व्यापारिक गतिविधियों वाले नगरों के रूप में जाने जाते हैं।

(viii) 'कुंड या टाँका' होता है-

(अ) जल प्रदूषण नियंत्रक यंत्र

(ब) झील का एक प्रकार

(स) तालाबों को जोड़ने का तरीका

(द) वर्षा जल संग्रहण ढाँचा

Ans. [द] 'कुंड या टाँका' (एक ढकी हुई भूमिगत टंकी) वर्षा जल संग्रहण का ढाँचा है। राजस्थान में इनका निर्माण घर अथवा गाँव के पास वर्षा जल को एकत्र करने के लिए किया जाता है।

(ix) जल प्रदूषण के कारण रोग होता है-

(अ) हेपेटाइटिस

(स) टाइफाइड

(ब) श्वसन तंत्रीय

(द) हृदय रोग

Ans. [ अ ] 'हेपेटाइटिस' जल प्रदूषण के कारण होता है। श्वसन तंत्रीय रोग वायु प्रदूषण से टाइफाइड ठोस अपशिष्ट से तथा हृदय रोग खराब खानपान व दिनचर्या से होते हैं।

2. रिक्त स्थानों की पूर्ति कीजिए-

(i) विस्तृत वाणिज्य अनाज कृषि की मुख्य फसल ---- है।

(ii) सँयुक्त राष्ट्र विकास कार्यक्रम द्वारा प्रथम मानव विकास सूचकांक रिपोर्ट सन्  ---- में जारी की गई।

(iii) भारत में सर्वाधिक सूतीवस्त्र मिलें  ---- राज्य में हैं।

(iv) 'इंदिरा गाँधी नहर' जिसका पहले........ नहर नाम था।

Ans. (i) गेंहूँ

(ii) 1990

(iii) तमिलनाडु

(iv) राजस्थान

3.अतिलघूत्तरात्मक प्रश्न-

(i) सामाजिक भूगोल के किन्हीं दो उपक्षेत्रों के नाम बताइए।

(ii) प्राथमिक क्रियाओं से क्या तात्पर्य है?

(iii) भारत के किन दो राज्यों में भौमजल के अत्यधिक उपयोग से 'संखिया' के संकेन्द्रण में वृद्धि हो गई है?

(iv) 'ध्वनि प्रदूषण' किसे कहते हैं?

Ans. (i) चिकित्सा भूगोल और ऐतिहासिक भूगोल।

(ii) प्राथमिक क्रियाएँ प्रत्यक्ष रूप से पर्यावरण पर निर्भर है, क्योंकि ये पृथ्वी के संसाधनों जैसे भूमि, जल, वनस्पति, भवन निर्माण सामग्री एवं खनिजों के उपयोग के विषय में बतलाती हैं।

(iii) बिहार और पश्चिम बंगाल ।

(iv) विभिन्न स्रोतों से उत्पन्न ध्वनि का मानव की सहनीय सीमा से अधिक तथा असहज होना ही ध्वनि प्रदूषण है।

खण्ड-ब

लघूत्तरात्मक प्रश्न

4. जनसंख्या के वितरण को परिभाषित कीजिए ।

Ans. पृथ्वी पर मनुष्य का स्थानिक फैलाव जनसंख्या वितरण कहलाता है अर्थात् पृथ्वी पर लोग किस प्रकार वितरित है, पृथ्वी पर लोग कहाँ-कहाँ निवास करते हैं, इसे जनसंख्या वितरण कहते हैं। कई भौतिक कारक (भू-आकृति, जलवायु, मृदा, जल) आर्थिक कारक (खनन, नगरीकरण, औद्योगीकरण) तथा सामाजिक सांस्कृतिक कारक जनसंख्या वितरण को प्रभावित करते हैं।

5. मानव विकास के उच्च स्तर व निम्न स्तर वाले देशों द्वारा किए जाने वाले व्यय (निवेश) में अन्तर बताइए ।

Ans. उच्चतर मानव विकास वाले देश वे हैं जहाँ सामाजिक खंड में बहुत निवेश हुआ है। लोगों और सुशासन में उच्चतर निवेश ने इस वर्ग के देशों को अन्य देशों से सर्वथा अलग कर दिया है। जबकि दूसरी ओर मानव विकास के निम्न स्तरों वाले देश सामाजिक सेक्टरों की बजाय प्रतिरक्षा पर अधिक व्यय करते हैं।

6. यदि आपको लन्दन से सिडनी की समुद्र यात्रा करनी हो तो, किस समुद्री जल मार्ग का चयन करेंगे और क्यों?

Ans. यदि हमें लन्दन से सिडनी की समुद्री यात्रा करनी हो तो हम यूरोप से मध्य अमेरिका तक उत्तरी अटलांटिक, अटलांटिक से प्रशान्त महासागर तक पनामा नहर तथा मध्य अमेरिका से ऑस्ट्रेलिया तक दक्षिणी प्रशान्त जलमार्ग का चयन करेंगे, ऐसा इसलिए क्योंकि यह जलमार्ग सबसे उचित, कम दूरी वाला एवं सस्ता रहेगा।

7. प्रादेशिक व्यापार समूहों का क्या औचित्य हैं? ऐसे किन्हीं दो समूहों के नाम बताइए ।

Ans. प्रादेशिक व्यापार समूह व्यापार की मदों में भौगोलिक सामीप्य, समरूपता और पूरकता के साथ देशों के मध्य व्यापार को बढ़ाने एवं विकासशील देशों के व्यापार पर लगे प्रतिबंध को हटाने के उद्देश्य से अस्तित्व में आए हैं। दो प्रमुख प्रादेशिक व्यापार समूहों के नाम इस प्रकार है-

(i) ई. यू. (यूरोपीय संघ )।

(ii) साफ्टा (साउथ एशियन फ्री ट्रेड एग्रीमेंट)।

8. तेल व आंत्रपो पत्तनों को उदाहरण सहित समझाइए

Ans. तेल पत्तन: ये पत्तन तेल के प्रक्रमण और नौ- परिवहन का कार्य करते हैं। इनमें से कुछ टैंकर पत्तन हैं तथा कुछ तेल शोधन पत्तन हैं। वेनेजुएला में माराकाइबो, लेबनान में त्रिपोली टैंकर पत्तन हैं।

आंत्रपणे पत्तनः ये वे एकत्रण केंद्र हैं, जहाँ विभिन्न देशों से निर्यात हेतु वस्तुएँ लाई जाती हैं। सिंगापुर एशिया के लिए, रोटरडम यूरोप के लिए एक आंत्रपो पत्तन है। रैखिक प्रतिरूप: इस प्रकार की बस्तियों में मकान सड़कों, रेल लाइनों, नदियों, नहरों, घाटी के किनारे अथवा तटबंधों पर स्थित होते हैं।

9. ग्रामीण बस्तियों में रैखिक एवं आयताकार प्रतिरूप कहाँ निर्मित होते हैं?

Ans. रैखिक प्रतिरूप: इस प्रकार की बस्तियों में मकान सड़कों, रेल लाइनों, नदियों, नहरों, घाटी के किनारे अथवा तटबंधों पर स्थित होते हैं।

आयताकार प्रतिरूप: ग्रामीण बस्तियों का यह प्रतिरूप समतल क्षेत्रों अथवा चौड़ी अंतरा पर्वतीय घाटियों में पाया जाता है। इसमें सड़कें आयताकार होती हैं जो एक दूसरे को समकोण पर काटती हैं।

10. भारत में स्वतंत्रता प्राप्ति के पश्चात हुए जनसंख्या विस्फोट के तीन कारण बताइए ।

Ans. भारत में स्वतंत्रता प्राप्ति के पश्चात हुए जनसंख्या विस्फोट के तीन कारण निम्नलिखित हैं-

स्वतंत्रता प्राप्ति के बाद केंद्रीकृत नियोजन प्रक्रिया के माध्यम से विकासात्मक कार्यों को आरंभ किया गया।

अर्थव्यवस्था सुधरने लगी जिससे अधिकांश लोगों के जीवन की दशाओं में सुधार सुनिश्चित हुआ।

इन सबके अतिरिक्त पड़ोसी देशों से आने वाले लोगों ने भी उच्च वृद्धि दर में योगदान दिया।

11. भारत में प्रवास के तीन प्रतिकर्ष कारक बताइए ।

Ans. प्रतिकर्ष कारक वे होते हैं जो लोगों को निवास स्थान अथवा उद्गम स्थल को छुड़वाने का कारण बनते हैं। भारत में प्रवास के तीन प्रमुख प्रतिकर्ष कारक निम्न हैं-

कृषि भूमि पर जनसंख्या के अधिक दबाव के कारण उत्पन्न बेरोजगारी।

स्वास्थ्य व शिक्षा जैसी आधारभूत अवसंरचनात्मक सुविधाओं का अभाव।

इन कारकों के अतिरिक्त बाढ़, सूखा, चक्रवातीय तूफान, भूकम्प, सुनामी जैसी प्राकृतिक आपदाएँ ।

12. 'स्मार्ट सिटी मिशन' से आप क्या समझते हैं?

Ans. स्मार्ट सिटी मिशन का उद्देश्य शहरों को बढ़ावा देना है जो आधारभूत सुविधा, साफ तथा सतत पर्यावरण और अपने नागरिकों को बेहतर जीवन प्रदान करते हैं। स्मार्ट शहरों की एक विशेषता आधारभूत सुविधाओं और सेवाओं के लिए स्मार्ट समाधानों को लागू करना है। इस योजना में सतत तथा समग्र विकास पर ध्यान केंद्रित किया गया है।

13. सौर ऊर्जा के तीन लाभ बताइए ।

Ans. सौर ऊर्जा के तीन लाभ निम्नलिखित है-

यह लागत प्रतिस्पर्धी, पर्यावरण अनुकूल तथा निर्माण में आसान है।

सौर ऊर्जा कोयला अथवा तेल आधारित संयंत्रों की अपेक्षा 7 प्रतिशत अधिक और नाभिकीय ऊर्जा से 10 प्रतिशत अधिक प्रभावी है।

यह सामान्यतः हीटरों, फ़सल शुष्ककों, कुकर्स आदि जैसे उपकरणों में अधिक प्रयोग की जाती है।

14. खण्डीय नियोजन से आप क्या समझते हैं?

Ans. नियोजन के दो उपगमन होते हैं: खंडीय नियोजन और प्रादेशिक नियोजन |

खंडीय नियोजन का अर्थ है- अर्थव्यवस्था के विभिन्न सेक्टरों,

जैसे- कृषि, सिंचाई, विनिर्माण, ऊर्जा, निर्माण, परिवहन, संचार, सामाजिक अवसंरचना और सेवाओं के विकास के लिए कार्यक्रम बनाना तथा उनको लागू करना किसी क्षेत्र में लोगों के समग्र व संतुलित आर्थिक विकास हेतु खंडीय नियोजन अति आवश्यक है।

15. कोलकात्ता पत्तन पर टिप्पणी लिखिए ।

Ans. कोलकाता पत्तन हुगली नदी द्वारा लाई गई गाद की समस्या से भी जूझता रहा है जो कि उसे समुद्र से जुड़ने का मार्ग प्रदान करती है। इसके पृष्ठ प्रदेश के अंतर्गत उत्तर प्रदेश, बिहार, झारखंड, पश्चिम बंगाल, सिक्किम और उत्तर-पूर्वी राज्य आते हैं। इन सबके अतिरिक्त, यह पत्तन हमारे भूटान और नेपाल जैसे स्थलरुद्ध पड़ोसी देशों को भी सुविधाएँ उपलब्ध कराता है।

खण्ड-स

दीर्घ उत्तरीय प्रश्न

16. व्यापार के निम्नलिखित प्रारूपों पर टिप्पणी लिखिए-

(i) थोक व्यापार
(ii) फुटकर व्यापार

Ans. थोक व्यापार- थोक व्यापार का गठन अनेक बिचौलिए सौदागरों और पूर्तिघरों द्वारा होता है न कि फुटकर भंडारों द्वारा । श्रृंखला भंडारों सहित कुछ बड़े भंडार विनिर्माताओं से सीधी खरीद करते हैं। फिर भी बहुसंख्यक फुटकर भंडार बिचौलिए स्रोत से पूर्ति ते हैं। थोक विक्रेता प्रायः फुटकर भंडारों को उधार देते हैं, यहाँ तक कि फुटकर विक्रेता अधिकतर थोक विक्रेता की पूँजी पर ही अपने कार्य का संचालन करते हैं।

फुटकर व्यापार- ये वह व्यापारिक क्रियाकलाप हैं जो उपभोक्ताओं को वस्तुओं के प्रत्यक्ष विक्रय से संबंधित हैं। अधिकांश फुटकर व्यापार केवल विक्रय से नियत प्रतिष्ठानों और भंडारों में संपन्न होता है। फेरी, रेहड़ी, ट्रक, द्वार से द्वार, डाक आदेश, दूरभाष, स्वचालित बिक्री मशीनें तथा इंटरनेट फुटकर बिक्री के भंडार रहित उदाहरण हैं।

17.भारत के किन्ही दो मुख्य औद्योगिक प्रदेशों की संक्षिप्त में व्याख्या कीजिए।

Ans. मुंबई - पुणे औद्योगिक प्रदेश- यह मुंबई - थाने से पुणे तथा नासिक और शोलापुर ज़िलों के संस्पर्शी क्षेत्रों तक विस्तृत है। इस प्रदेश का विकास मुंबई में सूती वस्त्र उद्योग की स्थापना के साथ प्रारंभ हुआ। उद्योग की आवश्यकता पूर्ति के लिए पश्चिमी घाट प्रदेश में जलविद्युत शक्ति का विकास किया गया। इसमें अभियांत्रिकी वस्तुएँ, पेट्रोलियम परिशोधन, पेट्रो- रासायनिक, चमड़ा, संश्लिष्ट और प्लास्टिक उद्योगो का भी विकास हुआ।

बेंगलूरु-चेन्नई औद्योगिक प्रदेश- 1960 तक उद्योग केवल बेंगलूरु, सेलम और मदुरई जिलों तक सीमित थे लेकिन अब वे तमिलनाडु के विल्लुपुरम को छोड़कर लगभग सभी जिलों में फैल चुके हैं। कपास उत्पादक क्षेत्र होने के कारण सूती वस्त्र उद्योगो ने सबसे पहले पैर जमाए थे। अनेक भारी अभियांत्रिकी उद्योग बंगलौर में एकत्रित हो गए। टेक्सटाइल, रेल के डिब्बे, डीज़ल इंजन, चमड़े का सामान आदि महत्वपूर्ण उद्योग हैं।

18. भारत में सड़क परिवहन के निम्न वर्गों का वर्णन कीजिए-

(i) राष्ट्रीय महामार्ग
(ii) राज्य महामार्ग
(iii) जिला सड़कें

Ans. राष्ट्रीय महामार्ग- वे प्रमुख सड़कें, जिन्हें केंद्र सरकार द्वारा निर्मित एवं अनुरक्षित किया जाता है, राष्ट्रीय महामार्ग के नाम से जानी जाती है। इन सड़कों का उपयोग अंतर्राज्यीय परिवहन तथा सामरिक क्षेत्रों तक रक्षा सामग्री एवं सेना के आवागमन के लिए होता है। ये महामार्ग राज्यों की राजधानियों, प्रमुख नगरों, महत्वपूर्ण पत्तनों तथा रेलवे जंक्शनों को भी जोड़ते हैं।

राज्य महामार्ग- इन मार्गों का निर्माण एवं अनुरक्षण राज्य सरकारों द्वारा किया जाता है। ये राज्य की राजधानी से जिला मुख्यालयों तथा अन्य महत्वपूर्ण शहरों को जोड़ते हैं। ये मार्ग राष्ट्रीय महामार्गों से जुड़े होते हैं।

जिला सड़कें- ये सड़कें जिला मुख्यालयों तथा ज़िले के अन्य महत्वपूर्ण स्थलों के बीच संपर्क मार्ग का कार्य करती हैं।

खण्ड-द

निबन्धात्मक प्रश्न–

19. परम्परागत बड़े पैमाने वाले औद्योगिक प्रदेशों की विशेषताओं को समझाते हुए जर्मनी के रूहर क्षेत्र के परिवर्तित परिदृश्य का विश्लेषण कीजिए।

Ans. परम्परागत बड़े पैमाने वाले औद्योगिक प्रदेशों की विशेषताएँ-

यह भारी उद्योग के क्षेत्र होते हैं।

इनमें कोयला खदानों के समीप स्थित धातु पिघलाने वाले उद्योग, भारी इंजीनियरिंग, रसायन निर्माण, वस्त्र उत्पादन इत्यादि का कार्य किया जाता है।

इन्हें धुएँ की चिमनी वाला उद्योग भी कहते हैं।

निर्माण उद्योगों में रोजगार का अनुपात ऊँचा होता है।

यहाँ उच्च गृह घनत्व, जिसमें घर घटिया प्रकार के होते हैं, पाया जाता है।

सेवाएँ अपर्याप्त होती हैं।

वातावरण अनाकर्षक होता है जिसमें गंदगी के ढेर व प्रदूषण होता है।

बेरोज़गारी की समस्या उत्प्रवास, विश्वव्यापी माँग कम होने से कारखाने बंद होने के कारण परित्यक्त भूमि का क्षेत्र निर्मित हो जाता है।

जर्मनी का रूहर क्षेत्र- यह लंबे समय से यूरोप का प्रमुख औद्योगिक प्रदेश रहा है। कोयला, लोहा एवं इस्पात यहाँ अर्थव्यवस्था का प्रमुख आधार रहा है। कोयले की माँग में कमी आने के कारण उद्योग संकुचित होने लगा। यहाँ लौह अयस्क समाप्त होने पर भी जलमार्ग से आयातित अयस्क का प्रयोग करके उद्योग कार्यशील रहा है।

जर्मनी के रूहर क्षेत्र का परिवर्तित परिदृश्य ('नया रूहर' भूदृश्य-

जर्मनी के इस्पात उत्पादन का 80 प्रतिशत रूहर से प्राप्त होता है।

औद्योगिक ढाँचे में परिवर्तन के कारण कुछ क्षेत्रों के उत्पादन में गिरावट आई है एवं प्रदूषण व औद्योगिक अपशिष्ट की समस्या भी होने लगी है।

अब रूहर के भविष्य की संपन्नता कोयले व इस्पात के बजाय नए उद्योग जैसे ओपेल कार बनाने का विशाल कारखाना, नए रासायनिक संयंत्र, विश्वविद्यालय इत्यादि पर आधारित है।

यहाँ खरीदारी के बड़े-बड़े बाज़ार बन गए हैं जिससे एक 'नया रूहर' भू-दृश्य विकसित हो रहा है।

20. भारत में जूट एवं गन्ना फसलों की महत्त्वपूर्ण विशेषताओं तथा मुख्य उत्पादक केन्द्रों का वर्णन कीजिए।

Ans. जूट:

महत्त्वपूर्ण विशेषताएँ- जूट का प्रयोग मोटे वस्त्र, थैला, बोरे व अन्य सजावटी सामान बनाने में किया जाता है। यह पश्चिम बंगाल तथा इससे संस्पर्शी पूर्वी भागों की एक व्यापारिक फ़सल है। विभाजन के दौरान देश का विशाल जूट उत्पादक क्षेत्र पूर्वी पाकिस्तान (बांग्लादेश) में चला गया।

प्रमुख उत्पादन क्षेत्र- आज भारत विश्व का लगभग 60 प्रतिशत जूट उत्पादन करता है। पश्चिम बंगाल देश के इस उत्पादन का तीन चौथाई भाग पैदा करता है। बिहार व आसाम अन्य जूट उत्पादक क्षेत्र हैं। यह देश के कुल शस्य क्षेत्र के 0.5 प्रतिशत भाग पर ही बोया जाता है।

गन्नाः

महत्त्वपूर्ण विशेषताएँ- गन्ना एक उष्ण कटिबंधीय फ़सल है। वर्षा पर निर्भर परिस्थितियों में यह केवल आर्द्र व उपार्द्र जलवायु वाले क्षेत्रों में बोई जा सकती है। भारत में इसकी खेती अधिकतर सिंचित क्षेत्रों में की जा सकती है।

प्रमुख उत्पादन क्षेत्र- गंगा-सिंधु के मैदानी भाग में इसकी अधिकतर बुवाई उत्तर-प्रदेश तक सीमित है। पश्चिमी भारत में गन्ना उत्पादक प्रदेश महाराष्ट्र व गुजरात तक विस्तृत है। दक्षिण भारत में इसकी कृषि कर्नाटक, तमिलनाडु, तेलंगाना व आंध्र प्रदेश के सिंचाई वाले भागों में की जाती है। ब्राजील के बाद भारत दूसरा बड़ा गन्ना उत्पादक देश था (2018)। यहाँ विश्व के 19.76 प्रतिशत गन्ने का उत्पादन होता है। देश के कुल शस्य क्षेत्र के 2.4 प्रतिशत भाग पर ही इसकी कृषि की जाती है। देश के कुल शस्य क्षेत्र के 2.4 प्रतिशत भाग पर ही इसकी कृषि की जाती है। उत्तर प्रदेश देश का 40 प्रतिशत गन्ना उत्पादन करता है। इसके अन्य प्रमुख उत्पादक राज्य महाराष्ट्र, कर्नाटक तथा तमिलनाडु आंध्र प्रदेश हैं, जहाँ इसका उत्पादन स्तर अधिक है। उत्तरी भारत में इसका उत्पादन कम है।

खण्ड-य

21. दिए गए भारत के मानचित्र में निम्न तेल शोधन कारखानों को दर्शाइए-

(अ) मथुरा

(ब) बरौनी

(स) डिगबोई

(द) कोयली

22. दिए गए विश्व के मानचित्र में निम्न समुद्री पत्तनों को दर्शाइए-

(अ) लंदन

(ब) सैन फ्रांसिस्को

(स) योकोहामा

(द) कोलंबो

Rajasthan Board Study Material

Rajasthan Board Study Material
Rajasthan Board Class 12 Syllabus 2022-23 RBSE Textbook Solutions
Rajasthan Board Class 12th Model Paper RBSE Previous Year Question Papers

 

Self Studies Home Quiz Quiz Self Studies Short News Self Studies Web Story
Self Studies Get latest Exam Updates
& Study Material Alerts!
No, Thanks
Self Studies
Click on Allow to receive notifications
Allow Notification
Self Studies
Self Studies Self Studies
To enable notifications follow this 2 steps:
  • First Click on Secure Icon Self Studies
  • Second click on the toggle icon
Allow Notification
Get latest Exam Updates & FREE Study Material Alerts!
Self Studies ×
Open Now