Self Studies

Hindi Mock Test - 6

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Hindi Mock Test - 6
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Self Studies Self Studies
Weekly Quiz Competition
  • Question 1
    5 / -1

    Directions For Questions

    निर्देेशः निम्नलिखित गद्यांशों को ध्यानपूर्वक पढ़कर पूछे गए बहुविकल्पीय प्रश्नों के लिए सर्वाधिक उपयुक्त विकल्प का चुनाव कीजिए।

    उछलते-कूदते, एक-दूसरे को धकियाते ये लोग गली में किसी दुमहले मकान के सामने रुक जाते, “पानी दे मैया, इंदर सेना आई है।'' और जिन घरों में आखिर जेठ या शुरू आषाढ़ के उन सूखे दिनों में पानी की कमी भी होती थी, जिन घरों के कुएँ भी सूखे होते थे, उन घरों से भी सहेजकर रखे हुए पानी में से बाल्टी या घड़े भर-भर कर इन बच्चों को सर से पैर तक तर कर दिया जाता था। ये भीगे बदन मिट्टी में लोट लगाते थे, पानी फेंकने से पैदा हुए कीचड़ में लथपथ हो जाते थे। हाथ, पाँव, बदन, मुँह, पेट सब पर गंदा कीचड़ मलकर फिर हाँक लगाते हैं “बोल गंगा मैया की जय” और फिर मंडली बाँधकर उछलते-कूदते अगले घर की ओर चल पड़ते बादलों को टेरते,“काले मेघा पानी दे।'' 

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    किसी दुमहले मकान के सामने कौन रुक जाते थे?
    Solution

    किसी दुमहले मकान के सामने 'इंदर सेना' रुक जाते थे।

    • गद्यांश के अनुसार:-
      • गाँव में दुमहले मकान के सामने रुककर पानी माँगने वाले मण्डली का नाम "इंदर सेना" था 

    Key Points

    • इंदर- सुरपति, अमरपति, पुरंदर, देवपति, देवराज, देवेन्द्र, मेघराज
    • सेना- ऊनी, कटक, दल, चमू, अनीक, अनीकिनी।

    Additional Informationमुसाफ़िर:- 

    • अर्थ: बटोही, पथिक, यात्री, राहगीर, पंथी, राही।

    जल:-

    • अर्थ: वारि, पानी, नीर, सलिल, तोय, उदक, अंबु, जीवन, पय, मेघपुष्प।

    लोग:-

    • अर्थ: लोक, प्रजा, सामान्य व्यक्ति, आदमी, सर्वसाधारण।
  • Question 2
    5 / -1

    Directions For Questions

    निर्देेशः निम्नलिखित गद्यांशों को ध्यानपूर्वक पढ़कर पूछे गए बहुविकल्पीय प्रश्नों के लिए सर्वाधिक उपयुक्त विकल्प का चुनाव कीजिए।

    उछलते-कूदते, एक-दूसरे को धकियाते ये लोग गली में किसी दुमहले मकान के सामने रुक जाते, “पानी दे मैया, इंदर सेना आई है।'' और जिन घरों में आखिर जेठ या शुरू आषाढ़ के उन सूखे दिनों में पानी की कमी भी होती थी, जिन घरों के कुएँ भी सूखे होते थे, उन घरों से भी सहेजकर रखे हुए पानी में से बाल्टी या घड़े भर-भर कर इन बच्चों को सर से पैर तक तर कर दिया जाता था। ये भीगे बदन मिट्टी में लोट लगाते थे, पानी फेंकने से पैदा हुए कीचड़ में लथपथ हो जाते थे। हाथ, पाँव, बदन, मुँह, पेट सब पर गंदा कीचड़ मलकर फिर हाँक लगाते हैं “बोल गंगा मैया की जय” और फिर मंडली बाँधकर उछलते-कूदते अगले घर की ओर चल पड़ते बादलों को टेरते,“काले मेघा पानी दे।'' 

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    किन-किन महीनों में पानी माँगा जाता था?
    Solution

    'जेठ-आषाढ़' महीनों में पानी माँगा जाता था।

    • गद्यांश के अनुसार:-
      • गाँवों में जब जेठ-आषाढ़ में पानी नहीं बरसता था या सूखा पड़ने का अंदेशा होता था तो लड़के इंद्र देवता से पानी माँगते थे।

    Key Points

    • जेठ-
      • ​हिंदू पंचांग के अनुसार ज्येष्ठ का महीना चंद्र मास का तीसरा महीना होता है, अंग्रेजी कैलेंडर के अनुसार, मई और जून में पड़ता है
    • आषाढ़-
      • ​हिंदू पंचांग के अनुसार चैत्र माह से प्रारंभ होने वाले वर्ष का चौथा महीना, जो ईस्वी कलेंडर के जून या जुलाई माह में पड़ता है।
      • इसे वर्षा ऋतु का महीना भी कहा जाता है 

    Additional Informationसावन:- 

    • हिंदूओं कैलेंडर के साल का पांचवां महीना है जो, अगस्त और सितम्बर के महीने में आता है। 

    भादो:-

    • हिंदूओं कैलेंडर के साल का छटवां महीना है जो, अगस्त और सितंबर में पड़ता है। 

    माघ:-

    • हिन्दी कैलेंडर के साल ग्यारहवां महीना होता है जो, जनवरी और फरवरी महीने में पड़ता है 

    पौष:-

    • हिन्दू पंचांग के साल का दंसवा महीना होता है जो, दिसंबर और जनवरी महीने में पड़ता है  
  • Question 3
    5 / -1

    Directions For Questions

    निर्देेशः निम्नलिखित गद्यांशों को ध्यानपूर्वक पढ़कर पूछे गए बहुविकल्पीय प्रश्नों के लिए सर्वाधिक उपयुक्त विकल्प का चुनाव कीजिए।

    उछलते-कूदते, एक-दूसरे को धकियाते ये लोग गली में किसी दुमहले मकान के सामने रुक जाते, “पानी दे मैया, इंदर सेना आई है।'' और जिन घरों में आखिर जेठ या शुरू आषाढ़ के उन सूखे दिनों में पानी की कमी भी होती थी, जिन घरों के कुएँ भी सूखे होते थे, उन घरों से भी सहेजकर रखे हुए पानी में से बाल्टी या घड़े भर-भर कर इन बच्चों को सर से पैर तक तर कर दिया जाता था। ये भीगे बदन मिट्टी में लोट लगाते थे, पानी फेंकने से पैदा हुए कीचड़ में लथपथ हो जाते थे। हाथ, पाँव, बदन, मुँह, पेट सब पर गंदा कीचड़ मलकर फिर हाँक लगाते हैं “बोल गंगा मैया की जय” और फिर मंडली बाँधकर उछलते-कूदते अगले घर की ओर चल पड़ते बादलों को टेरते,“काले मेघा पानी दे।'' 

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    इंदर सेना किसकी जय बोलती थी?
    Solution

    इंदर सेना 'गंगा मैया की' जय बोलती थी।  

    • गद्यांश के अनुसार:-
      • ​इंदर सेना सबसे पहले गंगा मैया की जय बोलती है क्योंकि गंगा भारत की पवित्र और सबसे पूज्य नदी है  

    Key Points

    • गंगा-  मन्दाकिनी, भागीरथी, सुरसरिता, देवनदी, विष्णुपदी, विश्नुपगा, देवपगा

    Additional Informationगाँव:- 

    • अर्थ: ग्राम, देहात, खेड़ा, पुरवा, टोला।

    माता:-

    • अर्थ: जननी, माँ, मैया, माई, धात्री, अंबा, जनयत्री, अम्मा, मम्मी, वालिदा।

    पिता:-

    • अर्थ: जनक, जनपिता, जन्मदाता, पितृ, पापा, अब्बा, बापू, बाबू।

    संरक्षक:-

    • सम् + रक्षक = संरक्षक
    • 'सम्' (अच्छी तरह) उपसर्ग और 'रक्षक' (पहरेदार) मूल शब्द 
    • अर्थ: वह जो भरण-पोषण, देख-रेख आदि करता हो, अभिभावक
    • विलोम शब्द- 'संरक्षिका'
  • Question 4
    5 / -1

    Directions For Questions

    निर्देेशः निम्नलिखित गद्यांशों को ध्यानपूर्वक पढ़कर पूछे गए बहुविकल्पीय प्रश्नों के लिए सर्वाधिक उपयुक्त विकल्प का चुनाव कीजिए।

    उछलते-कूदते, एक-दूसरे को धकियाते ये लोग गली में किसी दुमहले मकान के सामने रुक जाते, “पानी दे मैया, इंदर सेना आई है।'' और जिन घरों में आखिर जेठ या शुरू आषाढ़ के उन सूखे दिनों में पानी की कमी भी होती थी, जिन घरों के कुएँ भी सूखे होते थे, उन घरों से भी सहेजकर रखे हुए पानी में से बाल्टी या घड़े भर-भर कर इन बच्चों को सर से पैर तक तर कर दिया जाता था। ये भीगे बदन मिट्टी में लोट लगाते थे, पानी फेंकने से पैदा हुए कीचड़ में लथपथ हो जाते थे। हाथ, पाँव, बदन, मुँह, पेट सब पर गंदा कीचड़ मलकर फिर हाँक लगाते हैं “बोल गंगा मैया की जय” और फिर मंडली बाँधकर उछलते-कूदते अगले घर की ओर चल पड़ते बादलों को टेरते,“काले मेघा पानी दे।'' 

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    इंदर सेना पर कैसा पानी डाला जाता था?
    Solution

    इंदर सेना पर 'घरों में सँभालकर रखा हुआ पानी' डाला जाता था।

    • गद्यांश के अनुसार:-
      • ​गाँव के लड़कों की मंडली जिसे इंदर सेना नाम दिया गया था, वह जब आती तो लोग अपने घरों में बड़ी मुश्किल से जमा किए गए पानी को भी उन पर फेंक देते थे 

    Key Points

    • सँभाल- कोई चीज संभालकर रखने की क्रिया या भाव। देख-रेख। हिफाजत। 
      • विलोम शब्द- 'बिगाड़'
    • घर- गृह, निकेतन, भवन, आलय,निवास, गेह, सदन, आगार, आयतन, आवास, निलय, धाम।

    Additional Informationपानी:- 

    • अर्थ: जल, सलिल, उदक, तोय, जीवन, वारि, पय, अमृत, मेघपुष्प, सारंग, नीर, अंबु 

    गंगा:-  

    • अर्थ: मन्दाकिनी, भागीरथी, सुरसरिता, देवनदी, विष्णुपदी, विश्नुपगा, देवपगा।

    नदी:-

    • अर्थ: सरिता, तटिनी, वाहिनी, तरंगिणी, निर्झरिणी, शैलजा, शैवालिनी, प्रवाहिनी, तनूजा।

    कीचड़:-

    • अर्थ: कर्दट, दलदल, पंक, कादो, चहला, कीच, मैल

    बदबूदार:-

    • अर्थ: जिसमें से बुरी बास निकल रही हो, दुर्गन्धयुक्त।
    • विलोम शब्द- 'खुशबूदर'
    • विशेषण शब्द 
  • Question 5
    5 / -1

    Directions For Questions

    निर्देेशः निम्नलिखित गद्यांशों को ध्यानपूर्वक पढ़कर पूछे गए बहुविकल्पीय प्रश्नों के लिए सर्वाधिक उपयुक्त विकल्प का चुनाव कीजिए।

    उछलते-कूदते, एक-दूसरे को धकियाते ये लोग गली में किसी दुमहले मकान के सामने रुक जाते, “पानी दे मैया, इंदर सेना आई है।'' और जिन घरों में आखिर जेठ या शुरू आषाढ़ के उन सूखे दिनों में पानी की कमी भी होती थी, जिन घरों के कुएँ भी सूखे होते थे, उन घरों से भी सहेजकर रखे हुए पानी में से बाल्टी या घड़े भर-भर कर इन बच्चों को सर से पैर तक तर कर दिया जाता था। ये भीगे बदन मिट्टी में लोट लगाते थे, पानी फेंकने से पैदा हुए कीचड़ में लथपथ हो जाते थे। हाथ, पाँव, बदन, मुँह, पेट सब पर गंदा कीचड़ मलकर फिर हाँक लगाते हैं “बोल गंगा मैया की जय” और फिर मंडली बाँधकर उछलते-कूदते अगले घर की ओर चल पड़ते बादलों को टेरते,“काले मेघा पानी दे।'' 

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    बालकों के हाथ, पैर, बदन तथा मुख सब किस कारण मिट्टी में लिपट जाते हैं?
    Solution

    बालकों के हाथ, पैर, बदन तथा मुख सब 'कीचड़ के कारण' कारण मिट्टी में लिपट जाते हैं।

    • गद्यांश के अनुसार:-
      • ​गाँव में जब पानी फेकते तो उनकी उछलकूद, उनके शोर-शराबे के कारण गली में कीचड़ हो जाती तो बालकों के ये भीगे बदन मिट्टी में लोट लगाते तथा कीचड़ में लथपथ हो जाते। 

    Key Pointsकीचड़:-

    • अर्थ: कर्दट, दलदल, पंक, कादो, चहला, कीच, मैल।

    Additional Informationआँधी:-

    • अर्थ: तूफान, अंधड़, झंझावात, बवंडर।

    धूप:-

    • अर्थ: सूरज, रवि, दिनकर, तपस, पतंग।

    ग्रामीण:-

    • अर्थ: ग्राम्य, ग्रामवासी, देहाती,  गँवार।

    परिवेश:-

    • परि + वेश = परिवेश
    • 'परि' (चारो ओर) उपसर्ग तथा 'वेश' (प्रवेश) मूल शब्द
    • अर्थ: वातावरण; माहौल
  • Question 6
    5 / -1

    Directions For Questions

    नीचे दिए गए गद्यांश को पढ़कर पूछे गये प्रश्नों के उत्तर दीजिए।

    पं. हजारी प्रसाद द्विवेदी के निबंधों का पहला संकलन विचार और वितर्क 1945 में प्रकाशित हुआ और अशोक के फूल 1948 ई. में। द्विवेदी जी निबंधों की रचना स्वातंत्र्योत्तर भारत में भी करते रहे। किंतु लिखना उन्होंने छायावादी दौर में प्रारंभ किया। द्विवेदी जी के जैसे निबंध हिन्दी में पहले नहीं लिखे गए थे। उन्होंने निबंध विधा को अपने लेखन से सर्जनात्मक साहित्य की कोटि में परिगणनीय बना दिया। उनके निबंध मूलतः भारत के सांस्कृतिक इतिहास की पुनर्रचना करते हैं। अशोक के फूल को उनका प्रतिनिधि निबंध कहा जा सकता है।

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    द्विवेदी जी के जैसे निबंध हिन्दी में पहले:
    Solution

    उपर्युक्त विकल्पों में से विकल्प "नहीं लिखे गए थे" सही है तथा अन्य विकल्प असंगत हैं।

    Key Points
    • उपर्युक्त गद्यांश के अनुसार द्विवेदी जी के जैसे निबंध हिंदी में पहले नहीं लिखे गए थे।
    • उन्होंने निबंध विद्या को अपने लेखन से सर्जनात्मक साहित्य की कोटि में परिगणनीय बना दिया।
    Additional Information
    • निबंध
      • पुल्लिंग
        • बंधन।
        • विचारपूर्ण लेख।
    • सर्जनात्मक
      • विशेषण
        • रचनात्मक।
  • Question 7
    5 / -1

    Directions For Questions

    नीचे दिए गए गद्यांश को पढ़कर पूछे गये प्रश्नों के उत्तर दीजिए।

    पं. हजारी प्रसाद द्विवेदी के निबंधों का पहला संकलन विचार और वितर्क 1945 में प्रकाशित हुआ और अशोक के फूल 1948 ई. में। द्विवेदी जी निबंधों की रचना स्वातंत्र्योत्तर भारत में भी करते रहे। किंतु लिखना उन्होंने छायावादी दौर में प्रारंभ किया। द्विवेदी जी के जैसे निबंध हिन्दी में पहले नहीं लिखे गए थे। उन्होंने निबंध विधा को अपने लेखन से सर्जनात्मक साहित्य की कोटि में परिगणनीय बना दिया। उनके निबंध मूलतः भारत के सांस्कृतिक इतिहास की पुनर्रचना करते हैं। अशोक के फूल को उनका प्रतिनिधि निबंध कहा जा सकता है।

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    द्विवेदी जी के निबंध भारत के किस इतिहास की पुनर्रचना करते हैं?
    Solution

    उपर्युक्त विकल्पों में से विकल्प "सांस्कृतिक" सही है तथा अन्य विकल्प असंगत हैं।

    Key Points
    • उपर्युक्त गद्यांश के अनुसार द्विवेदी जी के निबंध भारत के सांस्कृतिक इतिहास की पुनर्रचना करते हैं।
    • अशोक के फूल उनका प्रतिनिधि निबंध कहा जा सकता है।
    Additional Information
    • 'फ' एक महाप्राण शब्द है जो कि अल्पप्राण 'प' में 'ह्' जुड़ने से बना है।
    • 'फ' का उच्चारण अक्सर हम 'फ़' करते हैं जो कि गलत है।
    • सही शब्द 'फूल' है ना कि 'फ़ूल'।
  • Question 8
    5 / -1

    Directions For Questions

    नीचे दिए गए गद्यांश को पढ़कर पूछे गये प्रश्नों के उत्तर दीजिए।

    पं. हजारी प्रसाद द्विवेदी के निबंधों का पहला संकलन विचार और वितर्क 1945 में प्रकाशित हुआ और अशोक के फूल 1948 ई. में। द्विवेदी जी निबंधों की रचना स्वातंत्र्योत्तर भारत में भी करते रहे। किंतु लिखना उन्होंने छायावादी दौर में प्रारंभ किया। द्विवेदी जी के जैसे निबंध हिन्दी में पहले नहीं लिखे गए थे। उन्होंने निबंध विधा को अपने लेखन से सर्जनात्मक साहित्य की कोटि में परिगणनीय बना दिया। उनके निबंध मूलतः भारत के सांस्कृतिक इतिहास की पुनर्रचना करते हैं। अशोक के फूल को उनका प्रतिनिधि निबंध कहा जा सकता है।

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    हज़ारी प्रसाद द्विवेदी के निबंधों का पहला संकलन हैः
    Solution

    उपर्युक्त विकल्पों में से विकल्प "विचार और वितर्क" सही है तथा अन्य विकल्प असंगत हैं।

    Key Points
    • उपर्युक्त गद्यांश के अनुसार हजारी प्रसाद द्विवेदी के निबंधों का पहला संकलन 'विचार और वितर्क' है।
    • इसका प्रकाशन वर्ष 1945 ईस्वी है।
    • 'अशोक के फूल' 1948 ईस्वी में प्रकाशित हुआ था।
    Additional Information
    • वितर्क
      • पुल्लिंग
        • कुतर्क करना।
        • तर्क के विपरीत दिया गया तर्क।
    • फूल के पर्यायवाची
      • सुमन, कुसुम, मंजरी, प्रसून, पुष्प।
  • Question 9
    5 / -1

    Directions For Questions

    नीचे दिए गए गद्यांश को पढ़कर पूछे गये प्रश्नों के उत्तर दीजिए।

    पं. हजारी प्रसाद द्विवेदी के निबंधों का पहला संकलन विचार और वितर्क 1945 में प्रकाशित हुआ और अशोक के फूल 1948 ई. में। द्विवेदी जी निबंधों की रचना स्वातंत्र्योत्तर भारत में भी करते रहे। किंतु लिखना उन्होंने छायावादी दौर में प्रारंभ किया। द्विवेदी जी के जैसे निबंध हिन्दी में पहले नहीं लिखे गए थे। उन्होंने निबंध विधा को अपने लेखन से सर्जनात्मक साहित्य की कोटि में परिगणनीय बना दिया। उनके निबंध मूलतः भारत के सांस्कृतिक इतिहास की पुनर्रचना करते हैं। अशोक के फूल को उनका प्रतिनिधि निबंध कहा जा सकता है।

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    अशोक के फूल का प्रकाशन वर्ष हैः
    Solution

    उपर्युक्त विकल्पों में से विकल्प "1948" सही है तथा अन्य विकल्प असंगत हैं।

    Key Points
    • प्रयुक्त गद्यांश के अनुसार अशोक के फूल का प्रकाशन वर्ष 1948 ईस्वी है।
    • अशोक के फूल के रचनाकार पंडित हजारी प्रसाद द्विवेदी हैं।
    Additional Information
    • भारतीय परम्परा में अशोक के फूल दो प्रकार के होते हैं-श्वेत एवं लाल पुष्प।
    • श्वेत पुष्प तान्त्रिक क्रियाओं की सिद्धि के लिए उपयोगी हैं, जबकि लाल पुष्प स्मृतिवर्धक माना जाता है।
    • द्विवेदी जी का मानना है कि मनोहर, हस्यमय एवं अलंकारमय दिखने वाला अशोक का वृक्ष विशाल सामन्ती सभ्यता की परिष्कृत रुचि का प्रतीक है।
  • Question 10
    5 / -1

    Directions For Questions

    नीचे दिए गए गद्यांश को पढ़कर पूछे गये प्रश्नों के उत्तर दीजिए।

    पं. हजारी प्रसाद द्विवेदी के निबंधों का पहला संकलन विचार और वितर्क 1945 में प्रकाशित हुआ और अशोक के फूल 1948 ई. में। द्विवेदी जी निबंधों की रचना स्वातंत्र्योत्तर भारत में भी करते रहे। किंतु लिखना उन्होंने छायावादी दौर में प्रारंभ किया। द्विवेदी जी के जैसे निबंध हिन्दी में पहले नहीं लिखे गए थे। उन्होंने निबंध विधा को अपने लेखन से सर्जनात्मक साहित्य की कोटि में परिगणनीय बना दिया। उनके निबंध मूलतः भारत के सांस्कृतिक इतिहास की पुनर्रचना करते हैं। अशोक के फूल को उनका प्रतिनिधि निबंध कहा जा सकता है।

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    द्विवेदी जी का प्रतिनिधि निबंध किसे कहा जा सकता है?
    Solution

    उपर्युक्त विकल्पों में से विकल्प "अशोक के फूल" सही है तथा अन्य विकल्प असंगत हैं।

    Key Points
    • उपर्युक्त गद्यांश के अनुसार दिवेदी जी का प्रतिनिधि निबंध अशोक के फूल को कहा जा सकता है।
    • गद्यांश से
      • "अशोक के फूल उनका प्रतिनिधि निबंध कहा जा सकता है।"
    Additional Information
    • प्रतिनिधि
      • पुल्लिंग
        • किसी के स्थान पर कार्य करनेवाला व्यक्ति, किसी का स्थानापन्न व्यक्ति।
        • प्रतिरूप, प्रतिमा।
    • संस्कृति
      • स्त्रीलिंग
        • संस्कृत रूप देने की क्रिया, परिष्कृति संस्कार।
        • अलंकृत करना या सजाना।
  • Question 11
    5 / -1

    Directions For Questions

    निर्देश: दिए गए गद्यांश के आधार पर निम्नलिखित प्रश्नों के उत्तर दीजिए |

    भारतीय राष्ट्रीय काँग्रेस का पाँचवा अधिवेशन 1889 में मुंबई में आयोजित हुआ था | खचाखच भरे हॉल में देशभर के नेता एकत्र हुए थे | एक सुंदर युवती अधिवेशन को संबोधित करने के लिए उठी | हॉल में लाउडस्पीकर न थे | पीछे बैठे हुए लोग उस युवती की आवाज नहीं सुन पा रहे थे | वे आगे की ओर बढ़ने लगे | यह देखकर युवती ने कहा, "भाइयों मुझे क्षमा कीजिए | मेरी आवाज आप तक नहीं पहुँच पा रही है | लेकिन इस पर मुझे आश्चर्य नहीं है | क्या आपने शताब्दियों तक कभी किसी महिला की आवाज सुनने की कोशिश की? क्या आपने उसे इतनी शक्ति प्रदान की कि वह अपनी आवाज को आप तक पहुँचने योग्य बना सके?" प्रतिनिधियों के पास ईन प्रश्नों के उत्तर न थे | इस साहसी युवती को अभी और बहुत कुछ कहना था | उसका नाम पंडिता रमाबाई था | उनके प्रयास से 1889 के उस अधिवेशन में 9 महिला प्रतिनिधि सम्मिलित हुई थी | वे एक मूक प्रतिनिधि नहीं बन सकती थी | विधवाओं को सर मुँडवाए जाने की प्रथा के विरोध में रखे गए प्रस्ताव पर उन्होंने एक जोरदार भाषण दिया | इस तरह उन्होंने नारी-मुक्ति आंदोलन की नींव रखी |

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    भारतीय राष्ट्रीय काँग्रेस का पाँचवा अधिवेशन कब आयोजित हुआ?
    Solution
     इसका सही उत्तर विकल्प 1 '1889​​​' है। अन्य विकल्प सही उत्तर नहीं हैं।

     

    • भारतीय राष्ट्रीय काँग्रेस का पाँचवा अधिवेशन 1889 में आयोजित हुआ।
    • सन्दर्भ पंक्ति - भारतीय राष्ट्रीय काँग्रेस का पाँचवा अधिवेशन 1889 में मुंबई में आयोजित हुआ था। खचाखच भरे हॉल में देशभर के नेता एकत्र हुए थे।

    Additional Information

    गद्यांश का सार - इस गद्यांश में कांग्रेस अधिवेशन में पंडिता रमाबाई द्वारा सभा का संबोधन किए जाने की घटना के माध्यम से महिलाओं की समाज में स्थिति को वर्णित किया गया है। पंडिता रमाबाई जी ने महिला उत्थान के लिए अनेक प्रयास किए।

  • Question 12
    5 / -1

    Directions For Questions

    निर्देश: दिए गए गद्यांश के आधार पर निम्नलिखित प्रश्नों के उत्तर दीजिए |

    भारतीय राष्ट्रीय काँग्रेस का पाँचवा अधिवेशन 1889 में मुंबई में आयोजित हुआ था | खचाखच भरे हॉल में देशभर के नेता एकत्र हुए थे | एक सुंदर युवती अधिवेशन को संबोधित करने के लिए उठी | हॉल में लाउडस्पीकर न थे | पीछे बैठे हुए लोग उस युवती की आवाज नहीं सुन पा रहे थे | वे आगे की ओर बढ़ने लगे | यह देखकर युवती ने कहा, "भाइयों मुझे क्षमा कीजिए | मेरी आवाज आप तक नहीं पहुँच पा रही है | लेकिन इस पर मुझे आश्चर्य नहीं है | क्या आपने शताब्दियों तक कभी किसी महिला की आवाज सुनने की कोशिश की? क्या आपने उसे इतनी शक्ति प्रदान की कि वह अपनी आवाज को आप तक पहुँचने योग्य बना सके?" प्रतिनिधियों के पास ईन प्रश्नों के उत्तर न थे | इस साहसी युवती को अभी और बहुत कुछ कहना था | उसका नाम पंडिता रमाबाई था | उनके प्रयास से 1889 के उस अधिवेशन में 9 महिला प्रतिनिधि सम्मिलित हुई थी | वे एक मूक प्रतिनिधि नहीं बन सकती थी | विधवाओं को सर मुँडवाए जाने की प्रथा के विरोध में रखे गए प्रस्ताव पर उन्होंने एक जोरदार भाषण दिया | इस तरह उन्होंने नारी-मुक्ति आंदोलन की नींव रखी |

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    उस सुन्दर युवती का क्या नाम था?
    Solution
     इसका सही उत्तर विकल्प 1 'पंडिता रमाबाई' है। अन्य विकल्प सही उत्तर नहीं हैं।

     

    • उस सुन्दर युवती का पंडिता रमाबाई नाम था।
    • सन्दर्भ पंक्ति -  इस साहसी युवती को अभी और बहुत कुछ कहना था | उसका नाम पंडिता रमाबाई था। उनके प्रयास से 1889 के उस अधिवेशन में 9 महिला प्रतिनिधि सम्मिलित हुई थी | वे एक मूक प्रतिनिधि नहीं बन सकती थी। विधवाओं को सर मुँडवाए जाने की प्रथा के विरोध में रखे गए प्रस्ताव पर उन्होंने एक जोरदार भाषण दिया। इस तरह उन्होंने नारी-मुक्ति आंदोलन की नींव रखी।

    Additional Information

    गद्यांश का सार - इस गद्यांश में कांग्रेस अधिवेशन में पंडिता रमाबाई द्वारा सभा का संबोधन किए जाने की घटना के माध्यम से महिलाओं की समाज में स्थिति को वर्णित किया गया है। पंडिता रमाबाई जी ने महिला उत्थान के लिए अनेक प्रयास किए।

  • Question 13
    5 / -1

    Directions For Questions

    निर्देश: दिए गए गद्यांश के आधार पर निम्नलिखित प्रश्नों के उत्तर दीजिए |

    भारतीय राष्ट्रीय काँग्रेस का पाँचवा अधिवेशन 1889 में मुंबई में आयोजित हुआ था | खचाखच भरे हॉल में देशभर के नेता एकत्र हुए थे | एक सुंदर युवती अधिवेशन को संबोधित करने के लिए उठी | हॉल में लाउडस्पीकर न थे | पीछे बैठे हुए लोग उस युवती की आवाज नहीं सुन पा रहे थे | वे आगे की ओर बढ़ने लगे | यह देखकर युवती ने कहा, "भाइयों मुझे क्षमा कीजिए | मेरी आवाज आप तक नहीं पहुँच पा रही है | लेकिन इस पर मुझे आश्चर्य नहीं है | क्या आपने शताब्दियों तक कभी किसी महिला की आवाज सुनने की कोशिश की? क्या आपने उसे इतनी शक्ति प्रदान की कि वह अपनी आवाज को आप तक पहुँचने योग्य बना सके?" प्रतिनिधियों के पास ईन प्रश्नों के उत्तर न थे | इस साहसी युवती को अभी और बहुत कुछ कहना था | उसका नाम पंडिता रमाबाई था | उनके प्रयास से 1889 के उस अधिवेशन में 9 महिला प्रतिनिधि सम्मिलित हुई थी | वे एक मूक प्रतिनिधि नहीं बन सकती थी | विधवाओं को सर मुँडवाए जाने की प्रथा के विरोध में रखे गए प्रस्ताव पर उन्होंने एक जोरदार भाषण दिया | इस तरह उन्होंने नारी-मुक्ति आंदोलन की नींव रखी |

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    उस साहसी युवती के प्रयास से अधिवेशन में कितनी महिला प्रतिनिधियों ने भाग लिया?
    Solution
     इसका सही उत्तर विकल्प 3 '9है। अन्य विकल्प सही उत्तर नहीं हैं।

     

    • उस साहसी युवती के प्रयास से अधिवेशन में 9 महिला प्रतिनिधियों ने भाग लिया।
    • सन्दर्भ पंक्ति -  इस साहसी युवती को अभी और बहुत कुछ कहना था। उसका नाम पंडिता रमाबाई था। उनके प्रयास से 1889 के उस अधिवेशन में 9 महिला प्रतिनिधि सम्मिलित हुई थी। वे एक मूक प्रतिनिधि नहीं बन सकती थी। विधवाओं को सर मुँडवाए जाने की प्रथा के विरोध में रखे गए प्रस्ताव पर उन्होंने एक जोरदार भाषण दिया। इस तरह उन्होंने नारी-मुक्ति आंदोलन की नींव रखी।

    Additional Information

    गद्यांश का सार - इस गद्यांश में कांग्रेस अधिवेशन में पंडिता रमाबाई द्वारा सभा का संबोधन किए जाने की घटना के माध्यम से महिलाओं की समाज में स्थिति को वर्णित किया गया है। पंडिता रमाबाई जी ने महिला उत्थान के लिए अनेक प्रयास किए।

  • Question 14
    5 / -1

    Directions For Questions

    निर्देश: दिए गए गद्यांश के आधार पर निम्नलिखित प्रश्नों के उत्तर दीजिए |

    भारतीय राष्ट्रीय काँग्रेस का पाँचवा अधिवेशन 1889 में मुंबई में आयोजित हुआ था | खचाखच भरे हॉल में देशभर के नेता एकत्र हुए थे | एक सुंदर युवती अधिवेशन को संबोधित करने के लिए उठी | हॉल में लाउडस्पीकर न थे | पीछे बैठे हुए लोग उस युवती की आवाज नहीं सुन पा रहे थे | वे आगे की ओर बढ़ने लगे | यह देखकर युवती ने कहा, "भाइयों मुझे क्षमा कीजिए | मेरी आवाज आप तक नहीं पहुँच पा रही है | लेकिन इस पर मुझे आश्चर्य नहीं है | क्या आपने शताब्दियों तक कभी किसी महिला की आवाज सुनने की कोशिश की? क्या आपने उसे इतनी शक्ति प्रदान की कि वह अपनी आवाज को आप तक पहुँचने योग्य बना सके?" प्रतिनिधियों के पास ईन प्रश्नों के उत्तर न थे | इस साहसी युवती को अभी और बहुत कुछ कहना था | उसका नाम पंडिता रमाबाई था | उनके प्रयास से 1889 के उस अधिवेशन में 9 महिला प्रतिनिधि सम्मिलित हुई थी | वे एक मूक प्रतिनिधि नहीं बन सकती थी | विधवाओं को सर मुँडवाए जाने की प्रथा के विरोध में रखे गए प्रस्ताव पर उन्होंने एक जोरदार भाषण दिया | इस तरह उन्होंने नारी-मुक्ति आंदोलन की नींव रखी |

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    साहसी युवती ने किस प्रस्ताव पर जोरदार भाषण दिया?
    Solution
     इसका सही उत्तर विकल्प 1 'विधवाओं को सर मुँडवाए जाने की प्रथा के विरोध प्रस्ताव परहै। अन्य विकल्प सही उत्तर नहीं हैं।

     

    • साहसी युवती ने विधवाओं को सर मुँडवाए जाने की प्रथा के विरोध प्रस्ताव पर जोरदार भाषण दिया।
    • सन्दर्भ पंक्ति -  इस साहसी युवती को अभी और बहुत कुछ कहना था। उसका नाम पंडिता रमाबाई था। उनके प्रयास से 1889 के उस अधिवेशन में 9 महिला प्रतिनिधि सम्मिलित हुई थी। वे एक मूक प्रतिनिधि नहीं बन सकती थी। विधवाओं को सर मुँडवाए जाने की प्रथा के विरोध में रखे गए प्रस्ताव पर उन्होंने एक जोरदार भाषण दिया। इस तरह उन्होंने नारी-मुक्ति आंदोलन की नींव रखी।

    Additional Information

    गद्यांश का सार - इस गद्यांश में कांग्रेस अधिवेशन में पंडिता रमाबाई द्वारा सभा का संबोधन किए जाने की घटना के माध्यम से महिलाओं की समाज में स्थिति को वर्णित किया गया है। पंडिता रमाबाई जी ने महिला उत्थान के लिए अनेक प्रयास किए।

  • Question 15
    5 / -1

    Directions For Questions

    निर्देश: दिए गए गद्यांश के आधार पर निम्नलिखित प्रश्नों के उत्तर दीजिए |

    भारतीय राष्ट्रीय काँग्रेस का पाँचवा अधिवेशन 1889 में मुंबई में आयोजित हुआ था | खचाखच भरे हॉल में देशभर के नेता एकत्र हुए थे | एक सुंदर युवती अधिवेशन को संबोधित करने के लिए उठी | हॉल में लाउडस्पीकर न थे | पीछे बैठे हुए लोग उस युवती की आवाज नहीं सुन पा रहे थे | वे आगे की ओर बढ़ने लगे | यह देखकर युवती ने कहा, "भाइयों मुझे क्षमा कीजिए | मेरी आवाज आप तक नहीं पहुँच पा रही है | लेकिन इस पर मुझे आश्चर्य नहीं है | क्या आपने शताब्दियों तक कभी किसी महिला की आवाज सुनने की कोशिश की? क्या आपने उसे इतनी शक्ति प्रदान की कि वह अपनी आवाज को आप तक पहुँचने योग्य बना सके?" प्रतिनिधियों के पास ईन प्रश्नों के उत्तर न थे | इस साहसी युवती को अभी और बहुत कुछ कहना था | उसका नाम पंडिता रमाबाई था | उनके प्रयास से 1889 के उस अधिवेशन में 9 महिला प्रतिनिधि सम्मिलित हुई थी | वे एक मूक प्रतिनिधि नहीं बन सकती थी | विधवाओं को सर मुँडवाए जाने की प्रथा के विरोध में रखे गए प्रस्ताव पर उन्होंने एक जोरदार भाषण दिया | इस तरह उन्होंने नारी-मुक्ति आंदोलन की नींव रखी |

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    नारी-मुक्ति आंदोलन की नींव सर्वप्रथम किसने डाली?
    Solution
     इसका सही उत्तर विकल्प 3 'पंडिता रमाबाई' है। अन्य विकल्प सही उत्तर नहीं हैं।

     

    •  नारी-मुक्ति आंदोलन की नींव सर्वप्रथम पंडिता रमाबाई ने डाली।
    • सन्दर्भ पंक्ति -  इस साहसी युवती को अभी और बहुत कुछ कहना था। उसका नाम पंडिता रमाबाई था। उनके प्रयास से 1889 के उस अधिवेशन में 9 महिला प्रतिनिधि सम्मिलित हुई थी। वे एक मूक प्रतिनिधि नहीं बन सकती थी। विधवाओं को सर मुँडवाए जाने की प्रथा के विरोध में रखे गए प्रस्ताव पर उन्होंने एक जोरदार भाषण दिया। इस तरह उन्होंने नारी-मुक्ति आंदोलन की नींव रखी।

    Additional Information

    गद्यांश का सार - इस गद्यांश में कांग्रेस अधिवेशन में पंडिता रमाबाई द्वारा सभा का संबोधन किए जाने की घटना के माध्यम से महिलाओं की समाज में स्थिति को वर्णित किया गया है। पंडिता रमाबाई जी ने महिला उत्थान के लिए अनेक प्रयास किए।

  • Question 16
    5 / -1

    'कृश' का निम्न में से कौन सा सही विलोम शब्द है?

    Solution

     उपर्युक्त विकल्पों में से विकल्प 4 ह्रष्ट-पुष्ट सही उत्तर है। अन्य विकल्प इसके सही उत्तर नहीं हैं।

    Key Points

    • 'कृश' का सही विलोम शब्द 'ह्रष्ट-पुष्ट' है।
    • 'कृश' का अर्थ - दुबला।
    • 'ह्रष्ट-पुष्ट' का अर्थ - स्वस्थ। 

    अन्य विकल्प - 

    शब्द

    विलोम

    पतला 

    मोटा

    दुबला

    मोटा 

    तगड़ा

    कमजोर

    नोट - 'पतला और दुबला' शब्द 'कृश' के पर्यायवाची शब्द हैं। 

    Additional Information

    शब्द

    परिभाषा

    उदाहरण

    विलोम/विपरीतार्थक

    विपरीत (उल्टा) अर्थ बताने वाले शब्दों को विलोम शब्द कहते हैं।

    रात-दिन

    धरती-आकाश

  • Question 17
    5 / -1
    'बादल घिर आए और बारिश होने लगी।' रचना की दृष्टि से वाक्य है -
    Solution

    दिए गए विकल्पों में सही उत्तर विकल्प 4 'संयुक्त' है। अन्य विकल्प इसके अनुचित उत्तर हैं। 

    Key Points

    • 'बादल घिर आए और बारिश होने लगी।' यह संयुक्त वाक्य है। 
    • जिस वाक्य में साधारण अथवा मिश्र वाक्यों का मेल संयोजक अवयवों द्वारा होता है, उसे संयुक्त वाक्य कहते हैं।
    • इस वाक्य में 'और' संयोजक चिह्न है। 
    • अन्य विकल्प इसके अनुचित उत्तर होंगे। 

    अन्य विकल्प: 

    • सरल - जिस वाक्य में एक क्रिया होती है और एक कर्ता होता है, उसे सरल वाक्य कहते हैं। जैसे - राहुल पानी ला। 
    • आज्ञावाचक - वह वाक्य जिसके द्वारा किसी प्रकार की आज्ञा दी जाती है या प्रार्थना किया जाता है, वह आज्ञावाचक वाक्य कहलाता हैं। उदाहरण - बैठो।
    • निषेधवाचक - जिन वाक्यों से कार्य न होने का भाव प्रकट होता है, उन्हें निषेधवाचक वाक्य कहते हैं। उदाहरण - मैंने दूध नहीं पिया।

    Additional Information 

    • सार्थक शब्द या शब्दों का वह समूह जिससे वक्ता का भाव स्पष्ट हो जाए, वाक्य कहलाता है।
    • रचन की दृष्टि से वाक्य के तीन भेद हैं - सरल वाक्य, मिश्र वाक्य और संयुक्त वाक्य। 
    • अर्थ के आधार पर आठ प्रकार के वाक्य होते हैं- 

    • विधानवाचक 

    • निषेधवाचक 

    • प्रश्नवाचक 

    • आज्ञावाचक 

    • विस्मयादिबोधक 

    • इच्छावाचक 

    • संकेतवाचक 

    • संदेहवाचक 

  • Question 18
    5 / -1
    अंगूठी का नग होना का अर्थ है l
    Solution
    • अंगूठी का नग होना का अर्थ है:- 'बहुत कीमती' होना।
    • वाक्य प्रयोग:- राधिका के लिए कान्हा जी एकदम अंगूठी के नग जड़े समान थे।

    Important Points

    • मुहावरा :- मुहावरा अरबी भाषा का शब्द है, जिसका शाब्दिक अर्थ है-’अभ्यास’। हिन्दी में यह शब्द रूढ़ हो गया है, जिसका अर्थ है-“लक्षणा या व्यंजना द्वारा सिद्ध वाक्य, जो किसी एक ही बोली या लिखी जानेवाली भाषा में प्रचलित हो और जिसका अर्थ प्रत्यक्ष अर्थ से विलक्षण हो।”
    • संक्षेप में ऐसा वाक्यांश, जो अपने साधारण अर्थ को छोड़कर किसी विशेष अर्थ को व्यक्त करे, मुहावरा कहलाता है। इसे ‘वाग्धारा’ भी कहते हैं।

     Additional Information

    • कुछ महत्त्वपूर्ण मुहावरे एवं उनके वाक्यों में प्रयोग
      • अँगारे बरसना:- अत्यधिक गर्मी पड़ना।
        • जून मास की दोपहरी में अंगारे बरसते प्रतीत होते हैं।
      • अंगारों पर पैर रखना:- कठिन कार्य करना।
        • युद्ध के मैदान में हमारे सैनिकों ने अंगारों पर पैर रखकर विजय प्राप्त की।
      • अँगारे सिर पर धरना:- विपत्ति मोल लेना।
        • सोच-समझकर काम करना चाहिए। उससे झगड़ा लेकर व्यर्थ ही अंगारे सिर पर मत धरो।
      • अँगूठा चूसना:- बड़े होकर भी बच्चों की तरह नासमझी की बात करना।
        • कभी तो समझदारी की बात किया करो। कब तक अंगूठा चूसते रहोगे?
      • अँगूठा दिखाना:- इनकार करना।
        • जब कृष्णगोपाल मन्त्री बने थे तो उन्होंने किशोरी को आश्वासन दिया था कि जब उसका बेटा इण्टर कर लेगा तो वह उसकी नौकरी लगवा देंगे। बेटे के प्रथम श्रेणी में उत्तीर्ण होने पर किशोरी ने उन्हें याद दिलाई तो उन्होंने उसे अँगूठा दिखा दिया। 
      • अँगूठी का नगीना:- अत्यधिक सम्मानित व्यक्ति अथवा वस्तु।
        • अकबर के नवरत्नों में बीरबल तो जैसे अंगूठी का नगीना थे।
      • अंग-अंग फूले न समाना:- अत्यधिक प्रसन्न होना।
        • राम के अभिषेक की बात सुनकर कौशल्या का अंग-अंग फूले नहीं समाया।
      • अंगद का पैर होना:- अति दुष्कर/असम्भव कार्य होना।
        • यह पहाड़ी कोई अंगद का पैर तो है नहीं, जिसे हटाकर रेल की पटरी न बिछाई जा सके।
      • अन्धी सरकार:- विवेकहीन शासन।
        • कालाबाजारी खूब फल-फूल रही है, किन्तु अन्धी सरकार उन्हीं का पोषण करने में लगी है।
      • अन्धे की लाठी लकड़ी.होना:- एकमात्र सहारा होना।
        • निराशा में प्रतीक्षा अन्धे की लाठी है।
  • Question 19
    5 / -1
    निम्नलिखित विकल्पों में संकेतवाचक वाक्य का सही विकल्प चुनिए I
    Solution
    यदि तुम सही समय पर इलाज करते तो जल्दी ठीक हो जाते,में संकेतवाचक वाक्य का सही विकल्प है IKey Points
    •  प्रयुक्त उदाहरण के वाक्य में स्पष्ट रुप से देख सकते हैं कि दो क्रियाए संपन्न हो रही है।
    • पहली क्रिया यदि तुम सही समय पर इलाज करते और दूसरी क्रिया तो  जल्दी ठीक हो जाते।
    • इस वाक्य में यह दोनों क्रियाएं एक दूसरे पर मुख्य रूप से निर्भर है।
    • अतः यह उदाहरण जिसे संकेतवाचक वाक्य के अंतर्गत रखा जाएगा। 

    Additional Information

     संकेतवाचक वाक्य

    वह वाक्य जिनमें एक क्रिया या दूसरी क्रिया पर पूरी तरह से निर्भर हो, उन वाक्य को संकेतवाचक वाक्य कहा जाता है। Important Points

    • कृपया अपनी मदद स्वयं करिए।-आज्ञावाचक वाक्य
    • आज मेरा मन कुछ अच्छा खाने का है।-निषेधवाचक वाक्य
  • Question 20
    5 / -1
    _________दृष्टि राष्ट्रीयता का आधार है।
    Solution

    धर्मनिरपेक्ष दृष्टि राष्ट्रीयता का आधार है।

    Key Points

    • धर्म  +  निरपेक्ष = धर्मनिरपेक्ष
    • 'धर्म' का अर्थ- 'लौकिक एवं सामाजिक कर्तव्य।'
    • 'निरपेक्ष' का अर्थ- अपेक्षा न रखनेवाला।
    • इस प्रकार धर्मनिरपेक्ष का अर्थ- वह जो धर्म से अलग हो गया हो। 
    • विलोम शब्द- 'धर्मसापेक्ष'

    Additional Informationधर्मसापेक्ष:- 

    • धर्म + सापेक्ष = धर्मसापेक्ष
    • 'धर्म' का अर्थ- 'लौकिक एवं सामाजिक कर्तव्य।'
    • 'सापेक्ष' का अर्थ- अपेक्षा करनेवाला।
    • इस प्रकार धर्मसापेक्ष का अर्थ- वह जो धर्म से अलग न हो गया हो। 

    धर्मसम्मत:-

    • धर्म + सम्मत = धर्मसम्मत 
    • 'धर्म' का अर्थ- 'लौकिक एवं सामाजिक कर्तव्य।'
    • 'सम्मत' का अर्थ- सहमत, एक ही राय का
    • इस प्रकार धर्मसम्मत का अर्थ- धर्म के प्रति सभी का एक ही मत 

    धर्मानुसार:-

    • धर्म + अनुसार = धर्मानुसार
    • 'धर्म' का अर्थ- 'लौकिक एवं सामाजिक कर्तव्य।'
    • 'अनुसार' का अर्थ- अनुकूल, अनुरूप, मुताबिक।
    • इस प्रकार धर्मानुसार का अर्थ- जो र्म के अनुकूल हो 
  • Question 21
    5 / -1
    'युद्ध करने की इच्छा रखनेवाला' - इस वाक्यांश के लिए एक उपयुक्त शब्द है
    Solution

    उपर्युक्त विकल्पों में से विकल्प "युयुत्सु" सही है तथा अन्य विकल्प असंगत हैं।

    Key Points
    • युद्ध करने की इच्छा रखने वाला वाक्य के लिए एक शब्द युयुत्सु है।
    • युयुत्सु
      • पुल्लिंग
        • योद्धा।
    Additional Information
    • मुमुक्षु
      • विशेषण
        • मोक्ष की कामना करनेवाला।
    • विजिगीषु
      • जिसे विजय पाने की इच्छा हो।
    • उत्साही (जो उत्साह रखता हो)
      • विशेषण
      • उत्साह युक्त।
      • उद्यमी।  
    Important Points
    • अनेक शब्दों के लिए एक शब्द
      • जो उपासना करता हो :- उपासक
      • देखने योग्य :- दर्शनीय
      • युग परिवर्तन की चेतना :- युगान्तकारी
      • सुनने योग्य :- श्रव्य
      • जंगल की आग :- दावानल
      • मर्म को भेदने वाला :- मर्मभेदी
      • श्रम पर जीने वाला    :- श्रमजीवी
      • जिसका कोई उपाय नही हो :- निरुपाय
      • प्रवास करने वाला :- प्रवासी
      • पेट की आग :- जठरानल
      • जिसकी चिंता संभव नही :- अचिंत्य
      • जिसकी कल्पना नही की जा सके :- अकल्पनीय
      • इन्द्रियों को जितने वाला  :- जितेन्द्रिय
      • एक समय में विद्यमान :- समसमायिक
      • जितने की इच्छा :- जिगीषा
      • पूछने योग्य :- प्रष्टव्य
  • Question 22
    5 / -1
    अम्बु शब्द का पर्यायवाची शब्द का चयन करें |
    Solution

    अम्बु शब्द का पर्यायवाची शब्द 'जल' है।अतः जल सही विकल्प होगा।

    Key Points
    • पर्यायवाची शब्द - जो शब्द समान अर्थ का बोध कराते है।
    • जल:वारि,नीर,तोय,अम्बु,उदक,पानी,सलिल,पय,मेघपुष्प।
    • आग:पावक,अनल,अग्नि,बाडव,वह्नि,हुताशन।
    • आम:आम्र,रसाल,अमृतफल,अतिसौरभ,पिकबंधु।
    • हवा:पवन,मारुत,वायु,समीर,वात।
    Additional Information
    शब्द पर्यायवाची शब्द 
    बलराम बलदेव,बलभद्र,हलायुध,राम,मूसली,रोहिणेय।
    तलवार असि,करवाल,चन्द्रहास,खड्ग,कृपाण,शमशीर।
    धनुष धनु,कोदंड,शरासन,पिनाक,सारंग,चाप,कमान।
  • Question 23
    5 / -1
    'पगड़ी रखना' मुहावरे का अर्थ निम्न में से कौन सा है?
    Solution

    दिए गए विकल्पों में से सही उत्तर विकल्प 3 'इज्जत बचाना है। अन्य विकल्प इसके गलत उत्तर हैं। 

    Key Points

    • मुहावरा - पगड़ी रखना 
    • अर्थ - इज्जत बचाना 
    • वाक्य - समय पर पैसे की मदद करके दोस्त ने मेरी पगड़ी रख ली। 
    • अन्य विकल्प इसके अनुचित उत्तर होंगे। 


    अन्य विकल्प:

    अर्थ  

    मुहावरा

    दीनतापूर्वक निवेदन करना 

    पैर पकड़ना 

    बहुत खुश होना

    फूलकर कुप्पा हो जाना 

     

    Additional Information

    • मुहावरा का शाब्दिक अर्थ ‘अभ्यास’ है।
    • मुहावरा शब्द अरबी भाषा का शब्द है।
    • हिन्दी में ऐसे वाक्यांशों को मुहावरा कहा जाता है, जो अपने साधारण अर्थ को छोड़कर विशेष अर्थ को व्यक्त करते हैं।
  • Question 24
    5 / -1

    रिक्त स्थान के लिए सही विकल्प का चयन करें।

    धैर्यवान व्यक्ति विपत्ति में भी________नही होता है।

    Solution

    धैर्यवान व्यक्ति विपत्ति में भी विचलित नही होता है।

    Key Points

    • वि + चल + इत = विचलित 
    • 'वि' (विशेष) उपसर्ग, 'चल' (हिलना) और 'इत' प्रत्यय 
    • इस प्रकार विचलित का अर्थ है- अस्थिर, चंचल।
    • विलोम शब्द - 'अविचलित'
    • विशेषण शब्द 

    Additional Informationअधीर:- 

    • अ + धीर = अधीर 
    • 'अ' (नही) उपसर्ग और 'धीर' (नम्र, विनीत) मूल शब्द 
    • इस प्रकार अधीर का अर्थ है- धैर्यरहित, परेशान।
    • विलोम शब्द - 'धीर'
    • विशेषण शब्द 

    निहित:-

    • नि + हित = निहित
    • 'नि' (बिना) उपसर्ग और 'हित' (भलाई, उपकार) मूल शब्द 
    • इस प्रकार निहित का अर्थ है- स्थापित, छिपा हुआ
    • विलोम शब्द - 'अनिहित' 
    • विशेषण शब्द

    चलायमान:-

    • अर्थ : जो चलता हो, चलनेवाला।
    • विशेषण शब्द
  • Question 25
    5 / -1
    ‘छठी का दूध याद आना’ मुहावरे का अर्थ क्या है? 
    Solution

    दिए गए मुहावरे का सही उत्तर विकल्प 1 घोर संकट में फँसनाहोगा। अन्य विकल्प इसके गलत उत्तर हैं।

    Key Points

    • मुहावरा -  छठी का दूध याद आना
    • अर्थ –  घोर संकट में फँसना
    • वाक्य – अचानक आए कोरोना वायरस ने अपने गाँव से दूर रह रहे मजदूरों को छठी का दूध याद दिला दिया।

    अन्य विकल्प:

    अर्थ

    मुहावरा

    हिम्मत पस्त कर देना

    छकके छुड़ना

    अत्यन्त कष्ट देना

    छाती पर मूंग दलना

    ईर्ष्या से हृदय जल उठना

    कलेजे पर साँप लोटना

    Additional Information

    • मुहावरा का शाब्दिक अर्थ ‘अभ्यास’ है।
    • मुहावरा शब्द अरबी भाषा का शब्द है।
    • हिन्दी में ऐसे वाक्यांशों को मुहावरा कहा जाता है, जो अपने साधारण अर्थ को छोडकर विशेष अर्थ को व्यक्त करते हैं।
  • Question 26
    5 / -1
    'कानन' शब्द का क्या अर्थ हैं-
    Solution
    'कानन' शब्द का  अर्थ हैं-वन Key Pointsसोना
    • समानार्थी शब्द(सोना धातु ) - स्वर्ण , कंचन
    • बहुवचन - सोना
    • सोना में जातिवाचक संज्ञा  हैं।
    • सोना का दो मतलब होता है निद्रा  एवम धातु 
    • समानार्थी शब्द(निद्रा) - आँख लगना , नींद लगना
    • क्रिया के प्रकार - सरल क्रिया
    • प्रत्यय - ना

    तालाब

    • तालाब-एक तरह का - जलाशय/पानी का बड़ा कुंड
    • तालाब में जातिवाचक संज्ञा  हैं
    • समानार्थी शब्द - ताल , पोखर , सरोवर , सर
    • लिंग - पुल्लिंग

    वन

    • वन एक तरह का पेड़-पौधे , प्राकृतिक स्थान
    • गणनीयता - गणनीय
    • समानार्थी शब्द - जंगल , अरण्य , कानन
  • Question 27
    5 / -1
    _______पूर्ण व्यवहार भारतीय समाज एवं संस्कृति का अभिन्न हिस्सा है। 
    Solution

    अनुशासन पूर्ण व्यवहार भारतीय समाज एवं संस्कृति का अभिन्न हिस्सा है। 

    Key Points

    • अनु + शासन = अनुशासन  
    • 'अनु' (पीछे) उपसर्ग और 'शासन' (आज्ञा, आदेश, हुक्म) मूल शब्द 
    • इस प्रकार अनुशासन का अर्थ है- नियंत्रण, किसी नियम के अधीन रहना।
    • विलोम शब्द-  'अनुशासनहीन'
    • पुल्लिंग

    Additional Informationव्यवस्था:-

    • वि + अवस्था = व्यवस्था
    • ('इ + अ = य')  यण संधि
      • अर्थ: इंतज़ाम प्रबंध, ढंग, तरीक़ा।
    • विलोम शब्द- 'अव्यवस्था'
    • स्त्रीलिंग

    प्रशासन:-

    • प्र + शासन = प्रशासन
    • 'प्र' (आगे) उपसर्ग और 'शासन' (आज्ञा, आदेश, हुक्म) मूल शब्द 
    • इस प्रकार प्रशासन का अर्थ है- नगर, संस्था आदि के अधिकारों, कर्तव्यों को कार्य रूप देना
    • पुल्लिंग

    सहयोग:-

    • सह + योग = सहयोग
    • 'सह' (सहित, समेत) उपसर्ग और 'योग' (मिलाप, मेल) मूल शब्द 
    • इस प्रकार सहयोग का अर्थ है- साथ मिलकर काम करना।
    • विलोम शब्द-'असहयोग'
    • पुल्लिंग
  • Question 28
    5 / -1
    निम्नलिखित में से कौन-सा शब्द 'पक्षी' का पर्यायवाची नहीं है
    Solution

    दिए गए विकल्पों में से सही उत्तर 'पंथी' है। 

    Key Points

    • दिए गए शब्दों में 'पक्षी' शब्द का पर्यायवाची शब्द 'पंथी' नहीं है। 
    • अन्य विकल्प 'पक्षी' शब्द के ही पर्यायवाची शब्द हैं। 
    • पंथी के पर्यायवाची शब्द हैं -  पथिक, बटोही, राही, यात्री, मुसाफिर, राहगीर।
    • पक्षी के अन्य पर्यायवाची शब्द हैं - द्विज, शकुन्त, गगनचर, पखेरू, विहंग, नभचर।

    Additional Information

    शब्द

    परिभाषा

    उदाहरण

    पर्यायवाची/

    समानार्थी  

    एक ही अर्थ में प्रयुक्त होने वाले शब्द जो बनावट में भले ही अलग हों, पर्यायवाची या समानार्थी शब्द कहलाते हैं।

    आग-अनल, पावक, दहन।

    हवा-समीर, अनिल, वायु।

     

     

     

     

  • Question 29
    5 / -1

    निम्नलिखित 6 वाक्यांशो में से प्रथम व अंतिम निश्चित है, शेष को उचित क्रम में व्यवस्थित कीजिए-

    1. भारतीय

    य. का कहीं अधिक

    र. विद्वानों, बुद्धिमानों तथा साधु संतों

    ल. धनवानों और सत्ताधारियों

    व. की अपेक्षा

    6. आदर सत्कार करते हैं

    Solution

    दिए गए विकल्पों में सही उत्तर विकल्प 3 'ल व र य’ है। अन्य विकल्प इसके अनुचित उत्तर होंगे।

    Key Points

    • संपूर्ण वाक्य क्रम इस प्रकार होगा - भारतीय धनवानों और सत्ताधारियों की अपेक्षा विद्वानों, बुद्धिमानों तथा साधु संतों का कहीं अधिक आदर सत्कार करते हैं।

    Additional Information

    वाक्य

    दो या दो से अधिक पदों के सार्थक समूह को, जिसका पूरा पूरा अर्थ निकलता है, वाक्य कहते हैं।

    उदाहरण के लिए 'सत्य की विजय होती है। ' एक वाक्य है क्योंकि इसका पूरा पूरा अर्थ निकलता है।

     

  • Question 30
    5 / -1

    दिए गए वाक्यांश के लिए उचित सार्थक शब्द का चयन कीजिए।

    गीत रचने वाला

    Solution

    गीत रचने वाले व्यक्ति को 'गीतकार' कहा जाता है।
    Key Points

    शब्द

    वाक्यांश

    गायिका 

    ऐसी स्त्री जो गाकर अपनी जीविका चलाती हो।

    ग्रंथकार 

    पुस्तक, ग्रंथ का रचयिता, लेखक।

    गायक 

       गाकर अपनी जीविका चलानेवाला       व्यक्ति।

    गीतकार 

       गीत की रचना करनेवाला।
    Additional Informationहिंदी भाषा में जब कई शब्दों के स्थान पर एक शब्द का प्रयोग किया जाये तो उसे वाक्यांश के लिए एक शब्द कहा जाता है। इसे "अनेक शब्दों के लिए एक शब्द" भी कहा जाता है।
  • Question 31
    5 / -1
    ‘अंगूठा दिखाना’ मुहावरे का अर्थ क्या है? 
    Solution

    दिए गए मुहावरे का सही उत्तर विकल्प 1 साफ इंकार करनाहोगा। अन्य विकल्प इसके गलत उत्तर हैं।

    Key Points

    • मुहावरा-    अंगूठा दिखाना  
    • –  साफ इंकार करना
    • – जरूरत पड़ने पर अंगूठा दिखाने वाले कभी हितैषी नहीं होते।

    अन्य विकल्प:

    अर्थ

    मुहावरा

    मूर्ख बनाना

    अंधा बनाना

    क्रोध में कटु वचन बोलना

    अंगारे उगलना

    रहस्य जान लेना

    अंत पाना

    Additional Information

    • मुहावरा का शाब्दिक अर्थ ‘अभ्यास’ है।
    • मुहावरा शब्द अरबी भाषा का शब्द है।
    • हिन्दी में ऐसे वाक्यांशों को मुहावरा कहा जाता है, जो अपने साधारण अर्थ को छोडकर विशेष अर्थ को व्यक्त करते हैं।
  • Question 32
    5 / -1
    रचना की दृष्टि से वाक्य कितने प्रकार के होते हैं?
    Solution

    इसका सही उत्तर विकल्प 2 होगा। अन्य विकल्प सही उत्तर नहीं हैं।

    • रचना की दृष्टि से वाक्य तीन प्रकार के होते हैं
    • रचना के आधार पर वाक्य के तीन भेद होते है-
    • साधारण वाक्य या सरल वाक्य 
    • मिश्रित वाक्य 
    • संयुक्त वाक्य
    • साधारण वाक्य या सरल वाक्य- ऐसे वाक्य जिनमें एक ही क्रिया एवं एक ही कर्ता होता है या जिस वाक्य में एक ही उद्देश्य एवं एक ही विधेय होता है, वे वाक्य सरल वाक्य कहलाते हैं। इसमें कर्ता एक से अधिक हो सकते हैं लेकिन मुख्य क्रिया एक ही होगी।
    जैसे- कमला और विमला मंदिर जाती हैं।
    • मिश्रित वाक्य- जिस वाक्य में एक से अधिक वाक्य मिले हों, किन्तु एक प्रधान उपवाक्य तथा शेष आश्रित उपवाक्य हों, मिश्रित वाक्य कहलाता है।
    जैसे- वह औरत जो पार्क में बैठी हैं मेरी मौसी हैं।
    • संयुक्त वाक्य- जिस वाक्य में दो या दो से अधिक उपवाक्य मिले हों, परन्तु सभी वाक्य प्रधान हो तो ऐसे वाक्य को संयुक्त वाक्य कहते है। ये ‘और, एवं, तथा, या, अथवा, इसलिए, अतः, फिर भी, तो, नहीं तो, किन्तु, परन्तु, लेकिन, पर’ आदि से जुड़े होते हैं।
    जैसे- वह सुबह आगरा गया और शाम को लौट आया।

    • शब्दों का ऐसा सार्थक समूह जिससे बात को पूरी तरह से समझ लिया जाए उसे वाक्य कहा जाता है। अपेक्षित अर्थ को प्रकट करने वाला सार्थक शब्दों का व्यवस्थित समूह वाक्य कहलाता है।

    जैसे- मेरा नाम रमेश है।

  • Question 33
    5 / -1
    ‘एक लाठी से हाँकना’ मुहावरे का अर्थ बताइए।
    Solution

    एक लाठी से हाँकना मुहावरे का सही अर्थ है सभी के साथ समान व्यवहार करना। अन्य विकल्प असंगत हैं। अतः सही विकल्प सभी के साथ समान व्यवहार करना है।

    स्पष्टीकरण:-

    मुहावरे

    अर्थ

    वाक्य प्रयोग

    एक लाठी से हाँकना।

    सभी के साथ समान व्यवहार करना।

    थानेदार से यह उम्मीद की जाती है कि वह थाने में आये सभी व्यक्तियों को एक ही लाठी से हांके।

     

             अन्य विकल्प:-

    मुहावरे

    अर्थ

    वाक्य प्रयोग

    पेट में चूहे कूदना।

    जोर की भूख।

    सुबह से उपवास रखने की वजह से मेरे पेट में चूहे कूद रहे हैं।

    छाती पर साँप लोटना।

    ईर्ष्या से हृदय जलना

    धीरज की नौकरी में तरक्की होने पर उसके सहकर्मियों की छाती पर साँप लोट गया।

    एक आंख से देखना ।

    समदृष्टि होना

    हमारी माता हम सब भाइयों को एक आँख से देखती है।

    Additional information

    मुहावरा परिभाषा

    उदाहरण

    मुहावरा का शाब्दिक अर्थ ‘अभ्यास’ है। मुहावरा शब्द अरबी भाषा का शब्द है। हिन्दी में ऐसे वाक्यांशों को मुहावरा कहा जाता है, जो अपने साधारण अर्थ को छोड़कर  विशेष अर्थ को व्यक्त करते हैं।

    अंक भरनास्नेह से लिपटा लेना

    वाक्य- माँ ने स्नेह से अपने पुत्र को अंक में भर लिया।  

     

     

     

     

     

     

  • Question 34
    5 / -1
    कनिष्ठ’ शब्द का विलोम बताइये।
    Solution

    इसका सही उत्तर विकल्प 2 ‘ज्येष्ठ’ होगा। अन्य विकल्प सही उत्तर नहीं हैं।

    • 'कनिष्ठ' का विलोम- 'ज्येष्ठ' है।

    अन्य विकल्प:

    शब्द

    विलोम

    वीर

    कायर

    खोटा

    खरा

    नागर

    ग्राम्य

    शब्द

    परिभाषा

    उदाहरण

    विलोम/विपरीतार्थक

    विपरीत (उल्टा) अर्थ बताने वाले शब्दों को विलोम शब्द कहते हैं।

    इच्छा-अनिच्छा

    मान - सम्मान 

  • Question 35
    5 / -1
    प्रधान और परिधान का अर्थ हैः
    Solution

    समाधान : इसका सही उत्तर विकल्प 4 ख़ास और वस्त्र​ है। अन्य विकल्प इसके अनुचित हैं।

     

    • प्रधान का अर्थ - खास 
    • परिधान का अर्थ - वस्त्र

     

    समश्रुत शब्द

    कुछ शब्द ऐसे होते हैं जिनमें स्वर, मात्रा अथवा व्यंजन में थोड़ा-सा अन्तर होता है। वे बोलचाल में लगभग एक जैसे लगते हैं, परन्तु उनके अर्थ में भिन्नता होती है। ऐसे शब्द 'समश्रुत/श्रुतिसम भिन्नार्थक शब्द' कहलाते हैं।

    उदाहरण

    जैसे- घन और धन दोनों के उच्चारण में कोई खास अन्तर महसूस नहीं होता परन्तु अर्थ में भिन्नता है। घन-बादल, धन-सम्पत्ति

  • Question 36
    5 / -1

    निम्नलिखित प्रश्न में, चार विकल्पों में से, उस विकल्प का चयन करें जो समानार्थी शब्द का सही विकल्प नहीं है।

    कमल

    Solution

    सुधांशु.. कमल का पर्यायवाची नहीं है।

    • सुधांशु के पर्याय : मयंक, विधु, सुधाकर, कलानिधि, निशापति, शशांक, चंद्रमा, चन्द्र, शशि, हिमकर, राकेश, रजनीश, हिमांशु
    • कमल के पर्याय : नलिन,पंकज, नीरज, सरोज, जलज, अंबुज, अब्ज, अरविंद, इंदीवरKey Points
    • नदी – सरिता, वाहिनी, अपगा, शैवालिनी, शैलजा, सिंधुगामिनी,तरंगिणी, स्रोतस्विनी, तटिनी।
    • सूर्य – दिनकर, दिवाकर, भास्कर, आदित्य, सविता, अर्क, हरि, रवि, भानु, सहस्रांशु, प्रभाकर, अंशुमाली, दिनेश, मार्तंड, पतंग, पूषा, दिनमणि, अहर्पति, आफताब।
    • नीरस– फीका, बेरस, बेजायका, अस्वाद।
    • रात– रात्रि, राका, निशा ,रजनी ,यामिनी ,विभावरी।
    • आकाश – नभ, अनन्तं, अभ्रं, पुष्कर, शून्य, तारापथ, अंतरिक्ष, आसमान, फलक, व्योम, दिव, खगोल, गगन, अम्बर।
      • घर– आलय, आवास, गेह, गृह, सदन, निवास, भवन, वास, वास -स्थान, शाला, निकेतन, निलय
      • फूल- पुष्प, कुसुम,पुहुप, सुमन, प्रसून।
      • कमल– पंकज, राजीव, पद्म, सरोज, नलिन, जलज।
      • पेड़– वृक्ष, पादप, शाखी, तरु, विटप।
      • पानी-  नीर, सलिल, जीवन, तोय, उदक, पय,अंबु, अंभ, रस, आप, आब, वारि ।
      • राजा – क्षत्र, क्षत्री, द्विजलिंगी, नाभि, नृप, पार्थिव, बाहुज, मूर्द्धक, मूद्र्धाभिषिक्त, राजन्य, वर्म, विराज, विराट, वीर, सार्वभौम। 
  • Question 37
    5 / -1
    स्वामित्व का ________ सामान, सेवा या मुद्रा के बदले किया जाता है। सही विकल्प का चयन कर रिक्त स्थान भरें।
    Solution

    ‘अन्तरण’ शब्द रिक्त स्थान के लिए उपयुक्त शब्द है। अतः इसका सही उत्तर विकल्प 3 अन्तरण होगा। अन्य विकल्प सही उत्तर नहीं हैं।

    Key Points

    • स्वामित्व का अंतरण सामान, सेवा या मुद्रा के बदले किया जाता है।
    • यहाँ पर ‘अंतरण’ शब्द सर्वथा उचित है। अंतरण का अर्थ व्यवधान डालना है 
    • अन्य शब्द जैसे- मुद्रण, परिचालन और निमंत्रण संदर्भगत अनुचित हैं। 
  • Question 38
    5 / -1
    शब्द 'भुवनेश्वर' का सही संधि विच्छेद है-
    Solution

    उपर्युक्त विकल्पों में से विकल्प "भुवनेश्वर" सही है तथा अन्य विकल्प असंगत हैं।

    Key Points
    • भुवनेश्वर
      • भुवन + ईश्वर
      • अ + ई :- ए
      • गुण संधि
    • भुवनेश्वर
      • संज्ञा पुल्लिंग
        • एक प्रसिद्ध तीर्थस्थान का नाम ।
    • भुवन का पर्यायवाची शब्द
      • जगत्, संसार, दुनिया, विश्व, ब्रह्माण्ड।
    Additional Information
    • गुण संधि के उदाहरण
      • ऊमा + ईश :- ऊमेश (आ + ई = ए)
      • नर + ईश :- नरेश (अ + ई = ए)
      • मह + इंद्र :- महेन्द्र (अ + इ = ए)
      • मन + उपदेश :- मनोपदेश (अ + उ = ओ)
      • मह + ऋषि :- महर्षि (अ + ऋ = अर्)
  • Question 39
    5 / -1
    जिसके सम्बन्ध में वाक्य में कहा जाता है, उसे क्या कहते है?
    Solution

    जिसके सम्बन्ध में वाक्य में कहा जाता है, उसे उद्देश्य कहते है।

    Key Points

    • अत: कर्त्ता ही वाक्य में 'उद्देश्य' होता है, किन्तु यदि कर्ता के साथ उसका कोई विशेषण हो, जिसे कर्त्ता का विस्तारक कहते हैं, उद्देश्य के ही अन्तर्गत आता है।
    • जैसे- राम खेलता है। (राम - उद्देश्य)

    Additional Information विधेय:-

    • उद्देश्य के विषय में जो कुछ कहा जाय,उसे विधेय कहते हैं।
    • जैसे - लड़की पढ़ती है। वाक्य में 'पढ़ती है' विधेय है।

    पद परिचय:- 

    • वाक्य में प्रयुक्त प्रत्येक सार्थक शब्द को पद कहते है तथा उन शब्दों के व्याकरणिक परिचय को पद-परिचय, पद-व्याख्या या पदान्वय कहते है।
    • व्याकरणिक परिचय से तात्पर्य है – वाक्य में उस पद की स्थिति बताना, उसका लिंग, वचन, कारक तथा अन्य पदों के साथ संबंध बताना।

    जैसे- राजेश ने रमेश को पुस्तक दी।

    • राजेश = संज्ञा, व्यक्तिवाचक, पुल्लिंग, एकवचन, ‘ने’ के साथ कर्ता कारक, द्विकर्मक क्रिया ‘दी’के साथ।
    • रमेश = संज्ञा, व्यक्तिवाचक, पुल्लिंग, एकवचन, कर्म कारक।
    • पुस्तक = संज्ञा, जातिवाचक, स्त्रीलिंग, एकवचन, कर्मकारक।
  • Question 40
    5 / -1
    करण और कर्ण का अर्थ है:
    Solution

    समाधान : इसका सही उत्तर विकल्प 4 काम और कान है। अन्य विकल्प इसके अनुचित हैं।

     

    • करण का अर्थ - काम 
    • कर्ण का अर्थ - कान

    Additional Information

     

     समश्रुत शब्द 

    कुछ शब्द ऐसे होते हैं जिनमें स्वर, मात्रा अथवा व्यंजन में थोड़ा-सा अन्तर होता है। वे बोलचाल में लगभग एक जैसे लगते हैं, परन्तु उनके अर्थ में भिन्नता होती है। ऐसे शब्द 'समश्रुत/श्रुतिसम भिन्नार्थक शब्द' कहलाते हैं।

    उदाहरण

    जैसे- घन और धन दोनों के उच्चारण में कोई खास अन्तर महसूस नहीं होता परन्तु अर्थ में भिन्नता है। घन-बादल, धन-सम्पत्ति

  • Question 41
    5 / -1
    'सदानंद' में संधि होगी
    Solution

    'सदानंद' में व्यंजन संधि है। शेष विकल्प इसके गलत उत्तर हैं। अतः विकल्प 2 व्यंजन संधि​’ सही उत्तर है।

    Key Points

    • 'सदानंद' में व्यंजन संधि है।
    • सत् + आनन्द = सदानंद (त् + आ = द्), यहाँ 'त्' और 'आ' के मेल से 'द्बना है। 
    • ‘व्यंजन संधि’ में जब किसी वर्ग के पहले वर्ण (क्, च्, ट्, त्, प्) का मिलन किसी वर्ग के तीसरे या चौथे वर्ण से या (य्, र्, ल्, व्, ह) से या किसी स्वर से हो जाये तो क् को ग् , च् को ज् , ट् को ड् , त् को द् , और प् को ब् में बदल दिया जाता है।

    अन्य विकल्प - 

    संधि

    परिभाषा

    उदाहरण

    स्वर संधि

    दो स्वरों के मेल से होने वाले विकार (परिवर्तन) को स्वर-संधि कहते हैं। स्वर संधि को अच् संधि भी कहते हैं।

    अत्र + अस्ति = अत्रास्ति 

    विसर्ग संधि

    विसर्ग के बाद स्वर या व्यंजन वर्ण के आने पर विसर्ग में जो विकार उत्पन्न होता है, उसे विसर्ग संधि कहते हैं।

    नम: + कार  = नमस्कार 

    यण संधि

    जब संधि करते समय इ, ई के साथ कोई अन्य स्वर हो तो ' य ' बन जाता है, जब उ, ऊ के साथ कोई अन्य स्वर हो तो ' व् ' बन जाता है , जब ऋ के साथ कोई अन्य स्वर हो तो ' र ' बन जाता है।

    अति + अधिक : अत्यधिक

     

    Additional Information

    संधि - दो शब्दों के मेल से जो विकार (परिवर्तन) होता है उसे संधि कहते हैं।

    संधि के तीन प्रकार हैं - 1. स्वर, 2. व्यंजन और 3. विसर्ग,

    संधि

    परिभाषा

    उदाहरण

    स्वर

    स्वर वर्ण के साथ स्वर वर्ण के मेल से विकार उत्पन्न होता है।

     विद्या + अर्थी = विद्यार्थी 

    महा + ईश = महेश

    व्यंजन

    एक व्यंजन से दूसरे व्यंजन या स्वर के मेल से विकार उत्पन्न होता है।

    अहम् + कार = अहंकार

    उत् + लास = उल्लास

    विसर्ग

    विसर्ग के साथ स्वर या व्यंजन के मेल से विकार उत्पन्न होता है।

    दुः + आत्मा =दुरात्मा

    निः + कपट =निष्कपट

     

  • Question 42
    5 / -1
    निम्न में से सरल वाक्य का चयन कीजिए-
    Solution

    दिए गए विकल्पों में से सही उत्तर विकल्प 1 'अशोक पढ़ता है’ है। अन्य विकल्प इसके गलत उत्तर हैं। 

    Key Points

    • दिए गए सभी विकल्पों में सरल वाक्य है - अशोक पढ़ता है। 
    • जिस वाक्य में एक ही विधेय होता है, उसे सरल वाक्य या साधारण वाक्य कहते हैं। 
    •  इन वाक्यों में एक ही क्रिया होती है


    अन्य विकल्प: 

    • यौवन वह काल है जब चरित्र का निर्माण होता है - मिश्र वाक्य
    • यदि नहीं करोगे तो मरोगे - मिश्र वाक्य
    • आश्चर्य है! कि वह हार गया - मिश्र वाक्य (विस्मयादिबोधक वाक्य)


    Additional Information

    रचना की दृष्टि से वाक्य के तीन भेद है:

    सरल वाक्य

    जिस वाक्य में एक क्रिया होती है और एक कर्ता होता है, उसे सरल वाक्य कहते हैं।

    राजू पानी लाया।

    मिश्र वाक्य

    जिस वाक्य में एक साधारण वाक्य के अतिरिक्त उसके अधीन कोई दूसरा उपवाक्य हो, उसे मिश्र वाक्य कहते हैं।

    राम उस मकान में रहता है जहां पहले कभी श्याम रहता था।

    संयुक्त वाक्य

    जिस वाक्य में साधारण अथवा मिश्र वाक्यों का मेल संयोजक अवयवों द्वारा होता है, उसे संयुक्त वाक्य कहते हैं।

    दान करना अच्छी चीज है, दान लेना एक मजबूरी।

  • Question 43
    5 / -1

    दिए गए प्रश्न में वाक्य के पहले और अंतिम भाग को क्रमशः (1) और (6) की संख्या दी गई है। इनके बीच में आने वाले अंशों को चार भागों में बाँटकर (य), (र), (ल), (व) की संख्या दी गई है। इन विभाजित भागों को ध्यानपूर्वक पढ़कर दिए गए विकल्पों में से उचित क्रम का चुनाव कीजिए।

    (1) जो व्यक्ति _______

    (य) योग-साधना करता है, उसे

    (र) तन-मन से सच्ची

    (ल) में कोई कठिनाई नहीं होती है, अर्थात्‌

    (व) सभी प्रकार की सिद्धियों की प्राप्ति

    (6) सभी सिद्धियां सहजतापूर्वक मिल जाती हैं!

    Solution

    दिए गए विकल्पों में से सही उत्तर विकल्प 2 'र य व ल है। अन्य विकल्प इसके गलत उत्तर हैं। 

    Key Points

    • दिए गए वाक्यांश का सही क्रम है - 
    • (1) जो व्यक्ति
    • तन-मन से सच्ची 
    • योग-साधना करता है, उसे
    • सभी प्रकार की सिद्धियों की प्राप्ति
    • में कोई कठिनाई नहीं होती है, अर्थात्‌
    • (6) सभी सिद्धियां सहजतापूर्वक मिल जाती हैं!

    Additional Information

    • 'तन-मन' तथा 'योग-साधना' में द्वंद्व समास है क्योंकि क्योंकि इस शब्द में "और" शब्द का लोप है।
    • द्वन्द्व समास में समस्तपद के दोनों पद प्रधान हों या दोनों पद सामान हों एवं दोंनों पदों को मिलाते समय "और, अथवा, या, एवं" आदि योजक लुप्त हो जाएँ, वह समास द्वंद्व समास कहलाता है।
  • Question 44
    5 / -1

    निम्नलिखित 6 वाक्यांशो में से प्रथम व अंतिम निश्चित है, शेष को उचित क्रम में व्यवस्थित कीजिए-

    1. छात्रावास नवीन वृक्ष की वह कोमल

    य. मोड़ा जा सकता है

    र. जिसे अपनी मनचाही अवस्था में सरलता से

    ल. और एक बार जिधर आप मोड़ देंगे

    व. और मृदु शाखा है

    6. जीवन भर उधर ही रहेगी

    Solution

    दिए गए विकल्पों में से सही उत्तर विकल्प 2  'व र य ल’ है। अन्य विकल्प इसके गलत उत्तर हैं। 

    Key Points

    • दिए गए वाक्यांश का सही अनुक्रम है- 
    • 1. छात्रावास नवीन वृक्ष की वह कोमल
    • व. और मृदु शाखा है
    • र. जिसे अपनी मनचाही अवस्था में सरलता से
    • य. मोड़ा जा सकता है
    • ल. और एक बार जिधर आप मोड़ देंगे
    • 6. जीवन भर उधर ही रहेगी
    • पूर्ण वाक्य है - छात्रावास नवीन वृक्ष की वह कोमल और मृदु शाखा है जिसे अपनी मनचाही अवस्था में सरलता से मोड़ा जा सकता है और एक बार जिधर आप मोड़ देंगे जीवन भर उधर ही रहेगी।

    Additional Information

    • नवीन का अर्थ नया होता है जिसका विलोम पुरातन होगा। 
    • सरल शब्द में 'ता' प्रत्यय' लगाकर सरलता शब्द का निर्माण हुआ है। 
    • वृक्ष के पर्यायवाची शब्द हैं - पेड़, पादप, विटप, तरु, गाछ, द्रुम। 
  • Question 45
    5 / -1
    'निः + कलंक' का सही संधि शब्द कौन-सा है?
    Solution

    सही उत्तर निष्कलंक है। 

    Key Points

    • निः + कलंक = निष्कलंक 
    • नियम- विसर्ग से पहले , उ और बाद में , ख, ट, ठ, प, फ में से कोई वर्ण हो तो विसर्ग का हो जाता है। 
    • विसर्ग के साथ स्वर या व्यंजन मेल से जो विकार होता है उसे विसर्ग संधि कहते है।

    Additional Information

    संधि- दो  शब्दों के मेल से जो विकार(परिवर्तन) होता  है, उसे संधि कहते हैं। संधि के तीन प्रकार हैं- 1. स्वर, 2. व्यंजन और 3. विसर्ग,

    संधि

    परिभाषा

    उदाहरण

    स्वर

    स्वर वर्ण के साथ स्वर वर्ण 

    मेल से विकार उत्पन्न होता है।

     विद्या + अर्थी = विद्यार्थी 

    महा + ईश = महेश

    व्यंजन

    एक व्यंजन से दूसरे व्यंजन या 

    स्वर के मेल से विकार उत्पन्न होता है।

    अहम् + कार = अहंकार

    उत् + लास = उल्लास

    विसर्ग

    विसर्ग के साथ स्वर या व्यंजन 

    के मेल से विकार उत्पन्न होता है।

    दुः + आत्मा =दुरात्मा

    निः + कपट =निष्कपट

  • Question 46
    5 / -1
    खेलनेवाले को कहते हैं
    Solution

    खेलने वाले व्यक्ति को ‘खिलाड़ी’ कहा जाता है। अतः खिलाड़ी विकल्प संगत होगा, अन्य सभी विकल्प असंगत है।
     Key Points

    • वाक्यांश के लिए एक शब्द की परिभाषा:
    • एक वाक्य में व्यक्ति या वस्तु की विशेषता दी होती है उसके आधार पर एक शब्द द्वारा उसे हम व्यवहार में प्रयोग करते है।
    • उसे वाक्यांश के लिए एक शब्द कहा जाता है।
    • जैसे: किसी प्राणी को न मारना – अहिंसा।
    • जिसका मन महान हो – महामना।

    Additional Information

    • अन्य वाक्यांश के लिए एक शब्द: 
      • जल में लगने वाली आग - बडवाग्नि 
      • जो व्याकरण का ज्ञाता हो - वैयाकरण 
      • भेड का बच्चा- मेमना 
  • Question 47
    5 / -1
    'अवनति' का विलोम शब्‍द निम्‍न में से कौन सा है?
    Solution

     उपर्युक्त विकल्पों में से विकल्प 1 ‘उन्नति’ इसका सही उत्तर है। अन्य विकल्प इसके सही उत्तर नहीं हैं।

    Key Points

    • अवनति का अर्थघटना
    • उन्नति का अर्थ – बढ़ना
    • अन्य सभी विकल्पों में वर्तनीगत अशुद्धि है।

    Additional Information

    शब्द

    परिभाषा

    उदाहरण

    विलोम/विपरीतार्थक

    विपरीत (उल्टा) अर्थ बताने वाले शब्दों को विलोम शब्द कहते हैं।

    1. रात-दिन
    2. धरती-आकाश

     

  • Question 48
    5 / -1

    निम्नलिखित 6 वाक्यांशों में से प्रथम व अंतिम निश्चित हैं, शेष को उचित क्रम में व्यवस्थित कीजिए।

    1. गीता में कहा गया है कि

    (य)- कोई एक ही उन्हें जान पाता है।

    (र)- तो बहुत होते हैं किन्तु उनमें से

    (ल)- क्योंकि भौतिक विषयों से विरत ही

    (व)- भगवान को जानने के इच्छुक

    6. भगवान के प्रति आसक्त हो सकता है।

    Solution

    यहाँ  दिए गये विकल्पों में सही क्रम व र य ल हैI अन्य विकल्प उपयुक्त नहीं हैंI

    Key Points

    • 'वाक्य क्रम व्यवस्थापन' में वाक्यों को इस सार्थकता से संयोजित करना चाहिए जिससे कि उसके अर्थ का नाश न होI
    • यहाँ योजक चिन्हों और कारक चिन्हों का ज्ञान आवश्यक हैI
    • यहाँ वाक्यों को जिस क्रम से रखा गया है, तदनुसार सही वाक्य है :- गीता में कहा गया है कि भगवान को जानने के इच्छुक तो बहुत होते हैं किन्तु उनमें से कोई एक ही उन्हें जान पाता है। क्योंकि भौतिक विषयों से विरत ही भगवान के प्रति आसक्त हो सकता है।
  • Question 49
    5 / -1
    'अथ' का विलोम है -
    Solution

    दिए गए में से विकल्प इति इसका सही उत्तर है। अन्य विकल्प इसके सही उत्तर नहीं हैं। अतः स्पष्ट है कि इति’ विकल्प सटीक उत्तर हैl

    Key Points

    शब्द

    परिभाषा

    उदाहरण

    विलोम

    जो शब्द एक – दूसरे शब्दों का उल्टा अर्थ प्रकट करते है विलोम शब्द कहलाते हैl

    काला -गोरा

    अनुकूल – प्रतिकूल आदिl

    Additional Information

    शब्द

    विलोम

    ख़त्म

    शुरू

    समाप्त

    शुरू

    पूर्ण

    अपूर्ण

    पृथक

    संयुक्त

  • Question 50
    5 / -1
    'रात्रि' का पर्यायवाची नहीं हैः
    Solution
    • रात्रि का पर्यायवाची 'तमस' नही है, क्योंकि 'तमस' शब्द अन्धकार का पर्यायवाची है
    • अतः 'तमस' सही विकल्प है।
    • रात्रि – रात, शर्वरी, निशा, तमस्विनी, रजनी, रैन, त्रियामा, यामिनी, क्षया, क्षणदा, विभावरी।

    Key Points

    • पर्यायवाची शब्द: जो शब्द समान अर्थ को बतलाते है।
    • जैसे : तमस – अंधकार, अँधेरा, तम, अंधियारा, तमिस्र, तिमिर।
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