Self Studies

Hindi Mock Test - 8

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Hindi Mock Test - 8
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Self Studies

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Self Studies Self Studies
Weekly Quiz Competition
  • Question 1
    5 / -1

    Directions For Questions

    निम्‍नलिखित गद्यांशों को ध्‍यानपूर्वक पढ़कर पूछे गए बहुविकल्‍पीय प्रश्‍नों के लिए सर्वाधिक उपयुक्‍त विकल्‍प का चुनाव कीजिए

    शांत दर्शकों की भीड़ में खलबली मच गई-'पागल है पागल, मरा-ऐं! मरा-मरा।'... पर वाह रे बहादुर! लुट्टन बड़ी सफाई से आक्रमण को सँभालकर निकलकर उठ खड़ा हुआ और पैंतरा दिखाने लगा। राजा साहब ने कुश्ती बंद करवाकर लुट्टन को अपने पास बुलवाया और समझाया। अंत में, उसकी हिम्मत की प्रशंसा करते हुए, दस रुपये का नोट देकर कहने लगे-"जाओ, मेला देखकर घर जाओ।..."

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    शांत भीड़ में खलबली क्यों मच गई?
    Solution

    शांत भीड़ में खलबली 'चाँद सिंह द्वारा लुट्टन सिंह को झपटकर दबोच लेने के कारण' मच गई। 

    •  गद्यांश के अनुसार:-
      • ​लुट्टन ने मशहूर पहलवान चाँद सिंह को चुनौती दी थी। और जब चाँद सिंह द्वारा लुट्टन सिंह को कसकर दबा लिया था। जिसके कारण शांत दर्शकों की भीड़ में खलबली मच गई।

    Key Points

    • चाँद- मयंक,सुधाकर, कलानिधि, निशापति, शशांक, चंद्रमा, चन्द्र, शशि। 
    • सिंह- मृगराज, शेर, वनराज, शार्दूल, केसरी, केहरी, केशी, पशुराज।  
    • दबोच- किसी को सहसा झपटकर पकड़ते हुए दबा लेना।

    Additional Informationराजा:- 

    • अर्थ: नृप, भूपति, भूप, नरेश, महीपति, अवनीश, नरपति, नरेन्द्र, महिपाल। 

    कुश्ती:-

    • अर्थ: मल्लयुद्ध, पहलवानी, बाहुयुद्ध, दंगल।

    आदेश:-

    • अर्थ: आज्ञा, हुक्म, फरमान, अध्यादेश, निर्देश, अनुदेश
    • विलोम शब्द- 'निरादेश'

    उपद्रवी:-

    • अर्थ: उपद्रव मचानेवाला, शरारती।
    • विशेषण शब्द 
  • Question 2
    5 / -1

    Directions For Questions

    निम्‍नलिखित गद्यांशों को ध्‍यानपूर्वक पढ़कर पूछे गए बहुविकल्‍पीय प्रश्‍नों के लिए सर्वाधिक उपयुक्‍त विकल्‍प का चुनाव कीजिए

    शांत दर्शकों की भीड़ में खलबली मच गई-'पागल है पागल, मरा-ऐं! मरा-मरा।'... पर वाह रे बहादुर! लुट्टन बड़ी सफाई से आक्रमण को सँभालकर निकलकर उठ खड़ा हुआ और पैंतरा दिखाने लगा। राजा साहब ने कुश्ती बंद करवाकर लुट्टन को अपने पास बुलवाया और समझाया। अंत में, उसकी हिम्मत की प्रशंसा करते हुए, दस रुपये का नोट देकर कहने लगे-"जाओ, मेला देखकर घर जाओ।..."

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    राजा ने किसे अपने पास बुला लिया?
    Solution

    राजा ने 'लुट्टन सिंह को' अपने पास बुला लिया।

    • गद्यांश के अनुसार:-
      • राजा ने लुट्टन सिंह को अपने पास बुला के समझाया और कुश्ती से हटने को कहा, किंतु लुट्टन सिंह ने लड़ने की इजाजत माँगी। 

    Key Points

    • सिंह- मृगराज, शेर, वनराज, शार्दूल, केसरी, केहरी, केशी, पशुराज।  

    Additional Informationचाँद:-

    • अर्थ: मयंक, सुधाकर, कलानिधि, शशांक, चंद्रमा, चन्द्र, शशि, राकेश

    बादल:-

    • अर्थ: मेघ, घन, जलधर, जलद, वारिद, नीरद, सारंग, पयोद, पयोधर।

    भीड़:-

    • अर्थ: एक ही स्थान पर बहुत लोगों का जमावड़ा
  • Question 3
    5 / -1

    Directions For Questions

    निम्‍नलिखित गद्यांशों को ध्‍यानपूर्वक पढ़कर पूछे गए बहुविकल्‍पीय प्रश्‍नों के लिए सर्वाधिक उपयुक्‍त विकल्‍प का चुनाव कीजिए

    शांत दर्शकों की भीड़ में खलबली मच गई-'पागल है पागल, मरा-ऐं! मरा-मरा।'... पर वाह रे बहादुर! लुट्टन बड़ी सफाई से आक्रमण को सँभालकर निकलकर उठ खड़ा हुआ और पैंतरा दिखाने लगा। राजा साहब ने कुश्ती बंद करवाकर लुट्टन को अपने पास बुलवाया और समझाया। अंत में, उसकी हिम्मत की प्रशंसा करते हुए, दस रुपये का नोट देकर कहने लगे-"जाओ, मेला देखकर घर जाओ।..."

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    ‘पर वाह रे बहादुर।' पंक्ति में बहादुर शब्द किस व्यक्ति के लिए प्रयुक्त हुआ है?
    Solution

    पर वाह रे बहादुर।' पंक्ति में बहादुर शब्द 'लुट्टन सिंह पहलवान' व्यक्ति के लिए प्रयुक्त हुआ है। 

    • गद्यांश के अनुसार:-
      • लुट्टन सिंह पहलवान ने जब चाँद सिंह को चारों खाने चित्त कर दिया। तो ढोलक ने ‘वाह रे बहादुर' की ध्वनि बजाई, यहाँ बहादुर शब्द लुट्टन सिंह पहलवान व्यक्ति के लिए प्रयुक्त हुआ है। 

    Key Points

    • सिंह- मृगराज, शेर, वनराज, शार्दूल, केसरी, केहरी, केशी, पशुराज
    • पहलवान- वह व्यक्ति जो कुश्ती लड़ना सिखाए या कुश्ती लड़ने वाला।

    Additional Informationचाँद:- 

    • अर्थ: मयंक,सुधाकर, कलानिधि, निशापति, शशांक, चंद्रमा, चन्द्र, शशि। 

    राजा:- 

    • अर्थ: नृप, भूपति, भूप, नरेश, महीपति, अवनीश, नरपति, नरेन्द्र, महिपाल। 

    मैनेजर:-

    • अर्थ: वह जो प्रबंध या इंतज़ाम करता हो, प्रबंधक, व्यवस्थापक।

    साहब:-

    • अर्थ: स्वामी, मालिक, प्रभु , परमात्मा
  • Question 4
    5 / -1

    Directions For Questions

    निम्‍नलिखित गद्यांशों को ध्‍यानपूर्वक पढ़कर पूछे गए बहुविकल्‍पीय प्रश्‍नों के लिए सर्वाधिक उपयुक्‍त विकल्‍प का चुनाव कीजिए

    शांत दर्शकों की भीड़ में खलबली मच गई-'पागल है पागल, मरा-ऐं! मरा-मरा।'... पर वाह रे बहादुर! लुट्टन बड़ी सफाई से आक्रमण को सँभालकर निकलकर उठ खड़ा हुआ और पैंतरा दिखाने लगा। राजा साहब ने कुश्ती बंद करवाकर लुट्टन को अपने पास बुलवाया और समझाया। अंत में, उसकी हिम्मत की प्रशंसा करते हुए, दस रुपये का नोट देकर कहने लगे-"जाओ, मेला देखकर घर जाओ।..."

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    राजा साहब ने लुट्टन सिंह की प्रशंसा क्यों की?
    Solution

    राजा साहब ने लुट्टन सिंह की प्रशंसा की 'क्योंकि उसने चाँद सिंह को कुश्ती की चुनौती दी थी'।

    • गद्यांश के अनुसार:-
      • राजा साहब ने लुट्टन को दस रुपये का नोट दिया, उसके चाँद सिंह को कुश्ती की चुनौती देने पर उसकी हिम्मत की प्रशंसा की तथा मेला देखकर घर जाने के की नसीहत दी।

    Key Points

    • संघर्ष- युद्ध, लड़ाई, संग्राम, द्वंद्व, समर, रण।
      • विलोम शब्द- 'मेल, संधि'

    Additional Informationचाँद:- 

    • अर्थ: मयंक,सुधाकर, कलानिधि, निशापति, शशांक, चंद्रमा, चन्द्र, शशि। 

    सिंह:- 

    • अर्थ: मृगराज, शेर, वनराज, शार्दूल, केसरी, केहरी, केशी, पशुराज

    कुश्ती:-

    • अर्थ: मल्लयुद्ध, पहलवानी, बाहुयुद्ध, दंगल।

    गाँव:-

    • अर्थ: ग्राम, देहात, खेड़ा, पुरवा, टोला।

    परिवार:-

    • अर्थ: कुटुंब, कुनबा, खानदान, घराना।

    सँभालना:-

    • अर्थ: गिरते हुए को रोकना, सहारा देना।
      • सकर्मक क्रिया
  • Question 5
    5 / -1

    Directions For Questions

    निम्‍नलिखित गद्यांशों को ध्‍यानपूर्वक पढ़कर पूछे गए बहुविकल्‍पीय प्रश्‍नों के लिए सर्वाधिक उपयुक्‍त विकल्‍प का चुनाव कीजिए

    शांत दर्शकों की भीड़ में खलबली मच गई-'पागल है पागल, मरा-ऐं! मरा-मरा।'... पर वाह रे बहादुर! लुट्टन बड़ी सफाई से आक्रमण को सँभालकर निकलकर उठ खड़ा हुआ और पैंतरा दिखाने लगा। राजा साहब ने कुश्ती बंद करवाकर लुट्टन को अपने पास बुलवाया और समझाया। अंत में, उसकी हिम्मत की प्रशंसा करते हुए, दस रुपये का नोट देकर कहने लगे-"जाओ, मेला देखकर घर जाओ।..."

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    राजा द्वारा लुट्टन सिंह को दस रुपये का नोट देकर मेला देखकर घर जाने को कहने के पीछे क्या कारण था?
    Solution

    राजा द्वारा लुट्टन सिंह को दस रुपये का नोट देकर मेला देखकर घर जाने को कहने के पीछे 'कुश्ती लड़ने से मना करना' कारण था

    • गद्यांश के अनुसार:-
      • ​राजा साहब ने लुट्टन को दस रुपये का नोट देकर मेला देखकर घर जाने को कहने के पीछे लुट्टन को कुश्ती लड़ने से रोकना था किंतु वह नही माना और उसने लड़ने की इजाजत माँगी।

    Key Points

    • कुश्ती-  मल्लयुद्ध, पहलवानी, बाहुयुद्ध, दंगल।

    Additional Informationप्रतियोगिता:- 

    • प्रति + योग + इता = प्रतियोगिता
    • 'प्रति' (प्रत्येक) उपसर्ग और 'योग' मूल शब्द और 'ता' प्रत्यय 
    • अर्थ: स्पर्धा, प्रतिस्पर्धा, मुकाबला, होड़, प्रतिद्वंद्विता।
    • विलोम शब्द- 'सहयोगिता' 

    तैयार:-

    • अर्थ: उद्यत, तत्पर, प्रस्तुत, कटिबद्ध, मुस्तैद, उपस्थित, सन्नद्ध, उत्सुक, उन्मुख।

    जीत:-

    • अर्थ: विजय, सफलता, कामयाबी।
    • विलोम शब्द- 'हार'
  • Question 6
    5 / -1

    Directions For Questions

    निर्देशनिम्नलिखित गद्यांश को ध्यानपूर्वक पढ़िए व प्रश्नों के उत्तर दीजिये -

    चिंता की बात यह है कि भारत के कई राज्य विकास में भले ही पीछे हों परन्तु उनकी जनसंख्या विश्व के कई देशों की जनसंख्या से अधिक है। उदाहरणार्थ तमिलनाडु की जनसंख्या फ्रांस की जनसंख्या से अधिक है तो वहीं उड़ीसा अर्जेंटीना से आगे है। मध्यप्रदेश की जनसंख्या थाईलैंड से ज्यादा है तो महाराष्ट्र मैक्सिको को टक्कर दे रहा है। उत्तर प्रदेश ने ब्राजील को पीछे छोड़ा है तो राजस्थान ने इटली को पछाड़ा हैगुजरात ने साऊथ अफ्रीका को मात दे दी पश्चिम बंगाल वियतनाम से आगे बढ़ गया। यही नहीं हमारे छोटे-छोटे राज्यों जैसे झारखंड, उत्तराखंड, केरल ने भी कई देशों जैसे यूगांडा, आस्ट्रिया, कनाडा, उज्बेकिस्तान को बहुत पीछे छोड़ दिया है। अपनी इस उपलब्धि के साथ हम यह कह सकते हैं कि भारत में जनसंख्या के आधार पर विश्व के कई देश बसते हैं। पिछले दो दशकों में भारत ने काफी तरक्की की है, लेकिन दूसरी तरफ जनसंख्या वृद्धि से बेरोजगारी, स्वास्थ्य, परिवार, गरीबी, भुखमरी और पोषण से संबंधित कई चुनौतियां उत्पन्न हो रही हैं। हालांकि इन समस्याओं का विश्व के प्राय: सभी देशों को सामना करना पड़ रहा है। भारत भी इससे अछूता नहीं है।भारत में अभी भी जागरूकता और शिक्षा की कमी है। लोग जनसंख्या की भयावहता को समझ नहीं पा रहे हैं कि यह भविष्य में हमें कितना नुक्सान पहुंचा सकती है। अभी हाल में ही हमें दुनिया में बढ़ते खाद्यान्न संकट के लिए जिम्मेदार ठहराया गया था। खाद्यान्न संकट तेजी से बढ़ रहा है। अन्न के साथ जल संकट बढ़ रहा है। तेजी से बढ़ती जनसंख्या ने प्रदूषण की दर को भी धधका दिया है। जिससे जमीन की उर्वरता तेजी से घट रही है साथ ही पानी का स्तर भी तेजी से घट रहा है। ऐसे में आने वाली पीढिय़ों को सुखी और समृद्ध बनाने के लिए जनसंख्या पर नियंत्रण जरूरी है। भारतीय समाज में लड़के की चाहत भी जनसंख्या वृद्धि के लिए काफी कुछ जिम्मेदार है।

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    उपर्युक्त गद्यांश का शीर्षक क्या है?

    Solution

    उपर्युक्त गद्यांश का शीर्षक ‘बढती जनसंख्या’ है। अन्य विकल्प असंगत हैं। अतः सही विकल्प 3 बढती जनसंख्या है।

    Key Points

    • उपयुक्त गद्यांश में बढती जनसंख्या के बारे में बात की जा रही है।
    • जनसंख्या का अर्थ- किसी निश्चित भौगोलिक क्षेत्र में रहने वाले कुल व्यक्ति 

    Additional Information 

    • बढती जनसंख्या हमारे देश के विकास क्रम में अवरोधक होने के साथ ही साथ हमारे आम जन जीवन को भी बहुत प्रभावित कर रहा है।
    • भारत देश की जनसंख्या अन्य देशों की अप्रेक्षा अधिक है। 
    • देश की कुल आवादी में 62.31 करोड़ जनसंख्या पुरुषों की है व 58.47 करोड़ जनसंख्या महिलाओं की है।
  • Question 7
    5 / -1

    Directions For Questions

    निर्देशनिम्नलिखित गद्यांश को ध्यानपूर्वक पढ़िए व प्रश्नों के उत्तर दीजिये -

    चिंता की बात यह है कि भारत के कई राज्य विकास में भले ही पीछे हों परन्तु उनकी जनसंख्या विश्व के कई देशों की जनसंख्या से अधिक है। उदाहरणार्थ तमिलनाडु की जनसंख्या फ्रांस की जनसंख्या से अधिक है तो वहीं उड़ीसा अर्जेंटीना से आगे है। मध्यप्रदेश की जनसंख्या थाईलैंड से ज्यादा है तो महाराष्ट्र मैक्सिको को टक्कर दे रहा है। उत्तर प्रदेश ने ब्राजील को पीछे छोड़ा है तो राजस्थान ने इटली को पछाड़ा हैगुजरात ने साऊथ अफ्रीका को मात दे दी पश्चिम बंगाल वियतनाम से आगे बढ़ गया। यही नहीं हमारे छोटे-छोटे राज्यों जैसे झारखंड, उत्तराखंड, केरल ने भी कई देशों जैसे यूगांडा, आस्ट्रिया, कनाडा, उज्बेकिस्तान को बहुत पीछे छोड़ दिया है। अपनी इस उपलब्धि के साथ हम यह कह सकते हैं कि भारत में जनसंख्या के आधार पर विश्व के कई देश बसते हैं। पिछले दो दशकों में भारत ने काफी तरक्की की है, लेकिन दूसरी तरफ जनसंख्या वृद्धि से बेरोजगारी, स्वास्थ्य, परिवार, गरीबी, भुखमरी और पोषण से संबंधित कई चुनौतियां उत्पन्न हो रही हैं। हालांकि इन समस्याओं का विश्व के प्राय: सभी देशों को सामना करना पड़ रहा है। भारत भी इससे अछूता नहीं है।भारत में अभी भी जागरूकता और शिक्षा की कमी है। लोग जनसंख्या की भयावहता को समझ नहीं पा रहे हैं कि यह भविष्य में हमें कितना नुक्सान पहुंचा सकती है। अभी हाल में ही हमें दुनिया में बढ़ते खाद्यान्न संकट के लिए जिम्मेदार ठहराया गया था। खाद्यान्न संकट तेजी से बढ़ रहा है। अन्न के साथ जल संकट बढ़ रहा है। तेजी से बढ़ती जनसंख्या ने प्रदूषण की दर को भी धधका दिया है। जिससे जमीन की उर्वरता तेजी से घट रही है साथ ही पानी का स्तर भी तेजी से घट रहा है। ऐसे में आने वाली पीढिय़ों को सुखी और समृद्ध बनाने के लिए जनसंख्या पर नियंत्रण जरूरी है। भारतीय समाज में लड़के की चाहत भी जनसंख्या वृद्धि के लिए काफी कुछ जिम्मेदार है।

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    अधिक जनसंख्या वाला देश है?

    Solution

    उपर्युक्त विकल्पों में विकल्प 4 भारत इसका सही उत्तर है। अन्य विकल्प सही नही हैं।

    Key Points

    • भारत विश्व का अधिक जनसंख्या वाला देश है।
    • गद्यांशानुसार भारत अधिक जनसंख्या वाला देश है

    Additional Information

    • भारत राज्य एक संघ है, जो 28 राज्यों एवं 08 केन्द्र शासित प्रदेशों से मिलकर बना है।
    • भारत दक्षिण एशिया में स्थापित है, और दुनिया का सबसे अनोखा देश है |
    • भारत भौगोलिक दृष्टि से दुनिया का सातवां सबसे बड़ा देश है | भारत जिसको अलग-अलग नाम से भी जाना जाता है, जैसे - भारत, India और हिंदुस्तान |
  • Question 8
    5 / -1

    Directions For Questions

    निर्देशनिम्नलिखित गद्यांश को ध्यानपूर्वक पढ़िए व प्रश्नों के उत्तर दीजिये -

    चिंता की बात यह है कि भारत के कई राज्य विकास में भले ही पीछे हों परन्तु उनकी जनसंख्या विश्व के कई देशों की जनसंख्या से अधिक है। उदाहरणार्थ तमिलनाडु की जनसंख्या फ्रांस की जनसंख्या से अधिक है तो वहीं उड़ीसा अर्जेंटीना से आगे है। मध्यप्रदेश की जनसंख्या थाईलैंड से ज्यादा है तो महाराष्ट्र मैक्सिको को टक्कर दे रहा है। उत्तर प्रदेश ने ब्राजील को पीछे छोड़ा है तो राजस्थान ने इटली को पछाड़ा हैगुजरात ने साऊथ अफ्रीका को मात दे दी पश्चिम बंगाल वियतनाम से आगे बढ़ गया। यही नहीं हमारे छोटे-छोटे राज्यों जैसे झारखंड, उत्तराखंड, केरल ने भी कई देशों जैसे यूगांडा, आस्ट्रिया, कनाडा, उज्बेकिस्तान को बहुत पीछे छोड़ दिया है। अपनी इस उपलब्धि के साथ हम यह कह सकते हैं कि भारत में जनसंख्या के आधार पर विश्व के कई देश बसते हैं। पिछले दो दशकों में भारत ने काफी तरक्की की है, लेकिन दूसरी तरफ जनसंख्या वृद्धि से बेरोजगारी, स्वास्थ्य, परिवार, गरीबी, भुखमरी और पोषण से संबंधित कई चुनौतियां उत्पन्न हो रही हैं। हालांकि इन समस्याओं का विश्व के प्राय: सभी देशों को सामना करना पड़ रहा है। भारत भी इससे अछूता नहीं है।भारत में अभी भी जागरूकता और शिक्षा की कमी है। लोग जनसंख्या की भयावहता को समझ नहीं पा रहे हैं कि यह भविष्य में हमें कितना नुक्सान पहुंचा सकती है। अभी हाल में ही हमें दुनिया में बढ़ते खाद्यान्न संकट के लिए जिम्मेदार ठहराया गया था। खाद्यान्न संकट तेजी से बढ़ रहा है। अन्न के साथ जल संकट बढ़ रहा है। तेजी से बढ़ती जनसंख्या ने प्रदूषण की दर को भी धधका दिया है। जिससे जमीन की उर्वरता तेजी से घट रही है साथ ही पानी का स्तर भी तेजी से घट रहा है। ऐसे में आने वाली पीढिय़ों को सुखी और समृद्ध बनाने के लिए जनसंख्या पर नियंत्रण जरूरी है। भारतीय समाज में लड़के की चाहत भी जनसंख्या वृद्धि के लिए काफी कुछ जिम्मेदार है।

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    भारत में अभी भी कमी है |

    Solution

    निम्नलिखित विकल्पों में से विकल्प 3 शिक्षा और जागरूकता इसका सही विकल्प है | अन्य सभी विकल्प अनुचित हैं |

    Key Points

    • भारत देश में बढती हुए जनसंख्या के कारण शिक्षा और जागरूकता में कमी आयी है |
    • तथा देश के विकास में शिक्षा एक महत्वपूर्ण कड़ी है। 

    Additional Information

    • गांव से लेकर शहर तक सभी को शिक्षा के प्रति जागरूक होकर बच्चों को शिक्षा की तरफ आकर्षित करना चाहिए।
    • शिक्षा का वैयक्तिक उद्देश्य एक प्राचीन उद्देश्य है। इस उद्देश्य के सार्थक समाज की अपेक्षा व्यक्ति को बड़ा मानते हैं। शिक्षा के बिना व्यक्ति और विकसित समाज की कोरी कल्पना करना है। 

     

  • Question 9
    5 / -1

    Directions For Questions

    निर्देशनिम्नलिखित गद्यांश को ध्यानपूर्वक पढ़िए व प्रश्नों के उत्तर दीजिये -

    चिंता की बात यह है कि भारत के कई राज्य विकास में भले ही पीछे हों परन्तु उनकी जनसंख्या विश्व के कई देशों की जनसंख्या से अधिक है। उदाहरणार्थ तमिलनाडु की जनसंख्या फ्रांस की जनसंख्या से अधिक है तो वहीं उड़ीसा अर्जेंटीना से आगे है। मध्यप्रदेश की जनसंख्या थाईलैंड से ज्यादा है तो महाराष्ट्र मैक्सिको को टक्कर दे रहा है। उत्तर प्रदेश ने ब्राजील को पीछे छोड़ा है तो राजस्थान ने इटली को पछाड़ा हैगुजरात ने साऊथ अफ्रीका को मात दे दी पश्चिम बंगाल वियतनाम से आगे बढ़ गया। यही नहीं हमारे छोटे-छोटे राज्यों जैसे झारखंड, उत्तराखंड, केरल ने भी कई देशों जैसे यूगांडा, आस्ट्रिया, कनाडा, उज्बेकिस्तान को बहुत पीछे छोड़ दिया है। अपनी इस उपलब्धि के साथ हम यह कह सकते हैं कि भारत में जनसंख्या के आधार पर विश्व के कई देश बसते हैं। पिछले दो दशकों में भारत ने काफी तरक्की की है, लेकिन दूसरी तरफ जनसंख्या वृद्धि से बेरोजगारी, स्वास्थ्य, परिवार, गरीबी, भुखमरी और पोषण से संबंधित कई चुनौतियां उत्पन्न हो रही हैं। हालांकि इन समस्याओं का विश्व के प्राय: सभी देशों को सामना करना पड़ रहा है। भारत भी इससे अछूता नहीं है।भारत में अभी भी जागरूकता और शिक्षा की कमी है। लोग जनसंख्या की भयावहता को समझ नहीं पा रहे हैं कि यह भविष्य में हमें कितना नुक्सान पहुंचा सकती है। अभी हाल में ही हमें दुनिया में बढ़ते खाद्यान्न संकट के लिए जिम्मेदार ठहराया गया था। खाद्यान्न संकट तेजी से बढ़ रहा है। अन्न के साथ जल संकट बढ़ रहा है। तेजी से बढ़ती जनसंख्या ने प्रदूषण की दर को भी धधका दिया है। जिससे जमीन की उर्वरता तेजी से घट रही है साथ ही पानी का स्तर भी तेजी से घट रहा है। ऐसे में आने वाली पीढिय़ों को सुखी और समृद्ध बनाने के लिए जनसंख्या पर नियंत्रण जरूरी है। भारतीय समाज में लड़के की चाहत भी जनसंख्या वृद्धि के लिए काफी कुछ जिम्मेदार है।

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    मध्य-प्रदेश की जनसँख्या किस देश से ज्यादा है?

    Solution

    दिए गए विकल्पों में से थाईलैंड उचित विकल्प है। अन्य सभी विकल्प अनुचित हैं।

    Key Points

    • मध्यप्रदेश की जनसंख्या थाईलैंड से ज्यादा है तो महाराष्ट्र मैक्सिको को टक्कर दे रहा है।
    • उत्तर प्रदेश ने ब्राजील को पीछे छोड़ा है तो राजस्थान ने इटली को पछाड़ा है।

    Additional Information 

    • गद्यांशानुसार मध्यप्रदेश की जनसंख्या थाईलैंड से ज्यादा है तो महाराष्ट्र मैक्सिको को टक्कर दे रहा है।
    • उत्तर प्रदेश ने ब्राजील को पीछे छोड़ा है तो राजस्थान ने इटली को पछाड़ा हैगुजरात ने साऊथ अफ्रीका को मात दे दी पश्चिम बंगाल वियतनाम से आगे बढ़ गया।
    • यही नहीं हमारे छोटे-छोटे राज्यों जैसे झारखंड, उत्तराखंड, केरल ने भी कई देशों जैसे यूगांडा, आस्ट्रिया, कनाडा, उज्बेकिस्तान को बहुत पीछे छोड़ दिया है। 
  • Question 10
    5 / -1

    Directions For Questions

    निर्देशनिम्नलिखित गद्यांश को ध्यानपूर्वक पढ़िए व प्रश्नों के उत्तर दीजिये -

    चिंता की बात यह है कि भारत के कई राज्य विकास में भले ही पीछे हों परन्तु उनकी जनसंख्या विश्व के कई देशों की जनसंख्या से अधिक है। उदाहरणार्थ तमिलनाडु की जनसंख्या फ्रांस की जनसंख्या से अधिक है तो वहीं उड़ीसा अर्जेंटीना से आगे है। मध्यप्रदेश की जनसंख्या थाईलैंड से ज्यादा है तो महाराष्ट्र मैक्सिको को टक्कर दे रहा है। उत्तर प्रदेश ने ब्राजील को पीछे छोड़ा है तो राजस्थान ने इटली को पछाड़ा हैगुजरात ने साऊथ अफ्रीका को मात दे दी पश्चिम बंगाल वियतनाम से आगे बढ़ गया। यही नहीं हमारे छोटे-छोटे राज्यों जैसे झारखंड, उत्तराखंड, केरल ने भी कई देशों जैसे यूगांडा, आस्ट्रिया, कनाडा, उज्बेकिस्तान को बहुत पीछे छोड़ दिया है। अपनी इस उपलब्धि के साथ हम यह कह सकते हैं कि भारत में जनसंख्या के आधार पर विश्व के कई देश बसते हैं। पिछले दो दशकों में भारत ने काफी तरक्की की है, लेकिन दूसरी तरफ जनसंख्या वृद्धि से बेरोजगारी, स्वास्थ्य, परिवार, गरीबी, भुखमरी और पोषण से संबंधित कई चुनौतियां उत्पन्न हो रही हैं। हालांकि इन समस्याओं का विश्व के प्राय: सभी देशों को सामना करना पड़ रहा है। भारत भी इससे अछूता नहीं है।भारत में अभी भी जागरूकता और शिक्षा की कमी है। लोग जनसंख्या की भयावहता को समझ नहीं पा रहे हैं कि यह भविष्य में हमें कितना नुक्सान पहुंचा सकती है। अभी हाल में ही हमें दुनिया में बढ़ते खाद्यान्न संकट के लिए जिम्मेदार ठहराया गया था। खाद्यान्न संकट तेजी से बढ़ रहा है। अन्न के साथ जल संकट बढ़ रहा है। तेजी से बढ़ती जनसंख्या ने प्रदूषण की दर को भी धधका दिया है। जिससे जमीन की उर्वरता तेजी से घट रही है साथ ही पानी का स्तर भी तेजी से घट रहा है। ऐसे में आने वाली पीढिय़ों को सुखी और समृद्ध बनाने के लिए जनसंख्या पर नियंत्रण जरूरी है। भारतीय समाज में लड़के की चाहत भी जनसंख्या वृद्धि के लिए काफी कुछ जिम्मेदार है।

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    भारतीय समाज में जनसँख्या बढ़ने का एक और कारण है।

    Solution

    दिए गए विकल्पों में विकल्प 4 लड़के की चाहत इसका उचित विकल्प है। अन्य सभी विकल्प  अनुचित हैं।

    Key Points

    • लड़के की चाहत ने भी जनसँख्या वृद्धि को बढ़ावा दिया है 
    • चिकित्सा सेवाओं में वृद्धि, कम आयु में विवाह, निम्न साक्षरता, परिवार नियोजन के प्रति विमुखता, गरीबी और जनसंख्या विरोधाभास आदि ने जनसंख्या बढ़ाने में योगदान किया है।
    • पूरे विश्व में साल-दर-साल बढ़ती आबादी को देखते हुए '11 जुलाई 1989' से जनसंख्या को नियंत्रित करने के उद्देश्य से 'विश्व जनसंख्या दिवस' मनाने की शुरुआत हुई।

    Additional Information

    • शिक्षा का अभाव जनसंख्या वृद्धि की एक बड़ी वजह है।
    • आज भी कई ऐसी जगहें हैं, जहां बड़े-बुजुर्गों की ऐसी सोच होती है कि यदि उनकी पुश्तैनी धन-संपत्ति अधिक है, तो उसे आगे बढ़ाने और संभालने के लिए ज्यादा लड़के पैदा किए जाएं।
    • शिक्षित और मध्यमवर्गीय परिवार की यह सोच कि 'अधिक बच्चे विशेष तौर पर लड़के यानी उनके बुढ़ापे का सहारा'।
    • जनसंख्या अधिक होने से समाज की तरक्की धीमी होती है।

     

  • Question 11
    5 / -1

    Directions For Questions

    निर्देशः नीचे दिये गए गद्यांश को पढ़कर पूछे गये प्रश्नों के उत्तर दीजिए।

    रामचंद्र शुक्ल के निबंध पं महावीरप्रसाद द्विवेदी द्वारा संपादित सरस्वती में छपने लगे थे। उन्होंने निबंध में प्रस्तुत सूत्रों की उपमा पत्ते की नसों से दी है, जो परस्पर गूँथी होती हैं। शुक्ल जी के अधिकांश प्रसिद्ध निबंध मनोविकारों पर हैं। उन्होंने भारतेंदु, प्रेमघन, फ्रेडरिक पिंकाट पर भी लिखा है, लेकिन वे या तो व्यक्तित्व कृतित्व का परिचय देने वाले हैं, या संस्मरण या जीवनी परक। निबंधकार के रूप में शुक्ल जी का योगदान मनोविकार संबंधी निबंधों के कारण है। इन निबंधों का संग्रह पहले विचार-वीथी के नाम से 1930 ई में प्रकाशित हुआ था। बाद में चिंतामणि (पहला भाग) नाम से 1939 ई में परिवर्धित और संशोधित संस्करण प्रकाशित हुआ।

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    गद्यांश में शुक्ल जी के किस रूप का उल्लेख है?
    Solution

     प्रस्तुत गद्यांश में रामचन्द्र शुक्ल द्वारा 'निबंधकार' के रूप में योगदान देने की बात कही गई है। अर्थात इस प्रश्न का सही उत्तर 'निबंधकार' है। बाकी सभी विकल्प गलत हैं। 

    Key Points

    रामचन्द्र शुक्ल द्वारा रचित कुछ प्रसिद्ध निबंध:

    1. काव्य में प्रकृति दृश्य 

    2. रसात्मक बोध के विविध स्वरूप 

    3. काव्य में अभिव्यंजनवाद 

    4. कविता क्या है 

    5. काव्य में रहस्यवाद 

  • Question 12
    5 / -1

    Directions For Questions

    निर्देशः नीचे दिये गए गद्यांश को पढ़कर पूछे गये प्रश्नों के उत्तर दीजिए।

    रामचंद्र शुक्ल के निबंध पं महावीरप्रसाद द्विवेदी द्वारा संपादित सरस्वती में छपने लगे थे। उन्होंने निबंध में प्रस्तुत सूत्रों की उपमा पत्ते की नसों से दी है, जो परस्पर गूँथी होती हैं। शुक्ल जी के अधिकांश प्रसिद्ध निबंध मनोविकारों पर हैं। उन्होंने भारतेंदु, प्रेमघन, फ्रेडरिक पिंकाट पर भी लिखा है, लेकिन वे या तो व्यक्तित्व कृतित्व का परिचय देने वाले हैं, या संस्मरण या जीवनी परक। निबंधकार के रूप में शुक्ल जी का योगदान मनोविकार संबंधी निबंधों के कारण है। इन निबंधों का संग्रह पहले विचार-वीथी के नाम से 1930 ई में प्रकाशित हुआ था। बाद में चिंतामणि (पहला भाग) नाम से 1939 ई में परिवर्धित और संशोधित संस्करण प्रकाशित हुआ।

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    सरस्वती के संपादक कौन थे?
    Solution

    प्रस्तुत गद्यांश में उल्लेखित है कि रामचन्द्र शुक्ल के निबंध पंडित 'महावीर प्रसाद द्विवेदी' द्वारा संपादित सरस्वती में छपने लगे थे। अत: इस प्रश्न का सही उत्तर 'महावीर प्रसाद द्विवेदी' है। अन्य सभी विकल्प गलत हैं। 

    Key Pointsमहावीर प्रसाद द्विवेदी जी की प्रसिद्ध  रचनाएँ : 

    1. देवी स्तुति शतक 

    2. नागरी 

    3. काव्य मंजूषा 

    4. सुमन 

    5. द्विवेदी काव्य माला 

    Important Points 1. सरस्वती पत्रिका का प्रकाशन इंडियन प्रेस द्वारा सन 1900 में शुरू किया गया था। 

    2. इस  पत्रिका के प्रकाशन की शुरुआत  इलाहाबाद (प्रयागराज) से हुई थी  । 

    3. श्यामसुंदर दास  इसके पहले संपादक थे। 

    3. महावीर प्रसाद द्विवेदी इसके दूसरे संपादक थे।

    4. 1903 में महावीर प्रसाद द्विवेदी ने सरस्वती पत्रिका के संपादक के रूप में इसका कार्यभार संभाला था। 

    5. इस पत्रिका का प्रकाशन पहले झांसी से और फिर कानपुर से होने लगा था।  

  • Question 13
    5 / -1

    Directions For Questions

    निर्देशः नीचे दिये गए गद्यांश को पढ़कर पूछे गये प्रश्नों के उत्तर दीजिए।

    रामचंद्र शुक्ल के निबंध पं महावीरप्रसाद द्विवेदी द्वारा संपादित सरस्वती में छपने लगे थे। उन्होंने निबंध में प्रस्तुत सूत्रों की उपमा पत्ते की नसों से दी है, जो परस्पर गूँथी होती हैं। शुक्ल जी के अधिकांश प्रसिद्ध निबंध मनोविकारों पर हैं। उन्होंने भारतेंदु, प्रेमघन, फ्रेडरिक पिंकाट पर भी लिखा है, लेकिन वे या तो व्यक्तित्व कृतित्व का परिचय देने वाले हैं, या संस्मरण या जीवनी परक। निबंधकार के रूप में शुक्ल जी का योगदान मनोविकार संबंधी निबंधों के कारण है। इन निबंधों का संग्रह पहले विचार-वीथी के नाम से 1930 ई में प्रकाशित हुआ था। बाद में चिंतामणि (पहला भाग) नाम से 1939 ई में परिवर्धित और संशोधित संस्करण प्रकाशित हुआ।

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    चिंतामणि (पहला भाग) कब प्रकाशित हुआ?
    Solution

    इस गद्यांश में उल्लेख है कि चिंतामणि का पहला भाग सन '1939 ई' में प्रकाशित हुआ था। अत: इस प्रश्न का सही उत्तर '1939 ई' है। अन्य सभी उत्तर गलत हैं। 

    Key Points1.चिंतामणि सन् 1939 ई  में प्रकाशित आचार्य रामचन्द्र शुक्ल द्वारा रचित  हिन्दी का निबंधात्मक (समालोचना) ग्रंथ है।

    2. इस पुस्तक के चार भाग हैं। 

    3. चिन्तामणि के प्रमुख निबन्ध हैं- भाव या मनोविकार, उत्साह, श्रद्धा और भक्ति, करुणा, लज्जा और ग्लानि, घृणा, ईर्ष्या, भय, क्रोध, कविता क्या है, काव्य में लोक आदि। 

    4. पुस्तक का चौथा एवं अंतिम भाग सन 2002 में प्रकाशित हुआ था। 

  • Question 14
    5 / -1

    Directions For Questions

    निर्देशः नीचे दिये गए गद्यांश को पढ़कर पूछे गये प्रश्नों के उत्तर दीजिए।

    रामचंद्र शुक्ल के निबंध पं महावीरप्रसाद द्विवेदी द्वारा संपादित सरस्वती में छपने लगे थे। उन्होंने निबंध में प्रस्तुत सूत्रों की उपमा पत्ते की नसों से दी है, जो परस्पर गूँथी होती हैं। शुक्ल जी के अधिकांश प्रसिद्ध निबंध मनोविकारों पर हैं। उन्होंने भारतेंदु, प्रेमघन, फ्रेडरिक पिंकाट पर भी लिखा है, लेकिन वे या तो व्यक्तित्व कृतित्व का परिचय देने वाले हैं, या संस्मरण या जीवनी परक। निबंधकार के रूप में शुक्ल जी का योगदान मनोविकार संबंधी निबंधों के कारण है। इन निबंधों का संग्रह पहले विचार-वीथी के नाम से 1930 ई में प्रकाशित हुआ था। बाद में चिंतामणि (पहला भाग) नाम से 1939 ई में परिवर्धित और संशोधित संस्करण प्रकाशित हुआ।

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    शुक्ल जी के अधिकांश निबंध किससे सम्बंधित हैं?
    Solution

    प्रस्तुत गद्यांश  में उल्लेखित है कि निबंधकार के रूप में शुक्ल जी का योगदान 'मनोविकार' संबंधी निबंधों के कारण है। अत; इस प्रश्न का सही उत्तर 'मनोविकार' है। अन्य सभी विकल्प गलत हैं। 

    Key Points

    • नेक विषयों का ज्ञान होने पर उससे संबन्धित इच्छा रखने पर अनेकरूपता के अनुसार अनुभूति के भिन्न भिन्न योग उत्पन्न होते हैं जो भाव या मनोविकार कहलाते हैं। 
    • मनोविकार निबंध इन्हीं भावों से संबन्धित होते हैं। 
    • चिंतामणि ग्रंथ में आचार्य रामचन्द्र शुक्ल ने मनोविकारी निबंधों का संग्रह लिखा है। मित्रता, अध्ययन इस ग्रंथ के प्रमुख निबंधों में से हैं। 

    Additional Information आचार्य रामचन्द्र शुक्ल द्वारा अनूदित कुछ प्रमुख कृतियाँ :       

                    रचना स्रोत  भाषा लक्ष्य भाषा 
    शशांक बंगला हिन्दी 
    विश्वप्रपंच अंग्रेजीहिन्दी 
    आदर्श जीवन अंग्रेजी हिन्दी 
    मेगस्थनीज का भारतवार्षीय वर्णन अंग्रेजी हिन्दी 
    कल्पना का आनंद अंग्रेजी हिन्दी 
  • Question 15
    5 / -1

    Directions For Questions

    निर्देशः नीचे दिये गए गद्यांश को पढ़कर पूछे गये प्रश्नों के उत्तर दीजिए।

    रामचंद्र शुक्ल के निबंध पं महावीरप्रसाद द्विवेदी द्वारा संपादित सरस्वती में छपने लगे थे। उन्होंने निबंध में प्रस्तुत सूत्रों की उपमा पत्ते की नसों से दी है, जो परस्पर गूँथी होती हैं। शुक्ल जी के अधिकांश प्रसिद्ध निबंध मनोविकारों पर हैं। उन्होंने भारतेंदु, प्रेमघन, फ्रेडरिक पिंकाट पर भी लिखा है, लेकिन वे या तो व्यक्तित्व कृतित्व का परिचय देने वाले हैं, या संस्मरण या जीवनी परक। निबंधकार के रूप में शुक्ल जी का योगदान मनोविकार संबंधी निबंधों के कारण है। इन निबंधों का संग्रह पहले विचार-वीथी के नाम से 1930 ई में प्रकाशित हुआ था। बाद में चिंतामणि (पहला भाग) नाम से 1939 ई में परिवर्धित और संशोधित संस्करण प्रकाशित हुआ।

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    शुक्ल जी के निबंधों का संग्रह पहले किस नाम से प्रकाशित हुआ था?
    Solution

    प्रस्तुत लेख में उल्लेखित है कि इन निबंधों का संग्रह पहले 'विचार-वीथी' के नाम से 1930 ई में प्रकाशित हुआ था। अत: इस प्रश्न का सही उत्तर 'विचार वीथी' है। बाकी सभी प्रश्न गलत हैं। 

    Key Pointsआचार्य रामचन्द्र शुक्ल के ग्रंथ चिंतामणि के चारों भागों के संपादक एवं प्रकाशन वर्ष:

    भाग संपादक प्रकाशन वर्ष 
    प्रथम भाग रामचन्द्र शुक्ल 1939 
    द्वितीय भाग विश्व नाथ मिश्र 1945 
    तृतीय भाग नामवर सिंह 1983 
    चतुर्थ भाग कुसुम चतुर्वेदी एवं ओमप्रकाश सिंह 2002 

    Important Pointsआचार्य रामचन्द्र शुक्ल द्वारा रचित मौलिक कृतियाँ मुख्य रूप से तीन प्रकार की हैं : 

    1. आलोचनात्मक ग्रंथ : सूर, तुलसी, जायसी पर की गई आलोचनाएं, काव्य में रहस्यवाद, काव्य में अभिव्यंजनावाद, रसमीमांसा आदि शुक्ल जी की आलोचनात्मक रचनाएं हैं।

    2निबंधात्मक रचनाएँ : उनके निबन्ध चिंतामणि नामक ग्रंथ के दो भागों में संग्रहीत हैं। चिंतामणि के निबन्धों के अतिरिक्त शुक्लजी ने कुछ अन्य निबन्ध भी लिखे हैं, जिनमें मित्रता, अध्ययन आदि निबन्ध सामान्य विषयों पर लिखे गये निबन्ध हैं। मित्रता निबन्ध जीवनोपयोगी विषय पर लिखा गया उच्चकोटि का निबन्ध है जिसमें शुक्लजी की लेखन शैली गत विशेषतायें झलकती हैं। क्रोध निबन्ध में उन्होंने सामाजिक जीवन में क्रोध का क्या महत्व है, क्रोधी की मानसिकता-जैसै सम्बंधित पहलुओ का विश्लेषण किया है।

    3. ऐतिहासिक ग्रंथ :  हिंदी साहित्य का इतिहास उनका अनूठा ऐतिहासिक ग्रंथ है।

    Additional Information आचार्य रामचन्द्र शुक्ल द्वारा संपादित कुछ प्रमुख  रचनाएँ : 

    1. हिन्दी शब्द सागर 

    2.  नागरी प्रचारिणी पत्रिका

    3.  भ्रमरगीत सार

    4. जायसी ग्रंथावली

  • Question 16
    5 / -1
    ‘चरणकमल’ शब्द में निम्न से कौन सा समास है?
    Solution
    • कर्मधारय समास यहाँ सही विकल्प है, अन्य विकल्प असंगत है।
    • चरणकमल शब्द का अर्थ होता है, जिसके चरण कमल के समान हो अत: यहाँ कर्मधारय समास ही सही विकल्प होगा

    Key Points

    समास

    परिभाषा

    उदाहरण

    कर्म धारय

    इस समास के दोनों शब्दों के बीच विशेषण-विशेष्य अथवा उपमान-उपमेय का सम्बन्ध होते है। 

    पीतांबर           = पीत है जो अंबर

    परमेश्र्वर = परम है जो ईश्र्वर

    द्विगु समास

    इस समास में पूर्वपद (पहला पद) संख्यावाचक विशेषण होते है।

    दोपहर = दो पहरों का समूह

    त्रिलोक = तीनों लोको का समाहार

    बहुव्रीहि समास

    इस समास में दोनों पद प्रधान नहीं होते है ते हैं और दोनों पद मिलकर किसी अन्य विशेष अर्थ की ओर संकेत कर रहे होते हैं।

    प्रधानमंत्री = मंत्रियो में प्रधान है जो (प्रधानमंत्री)

    विषधर = विष को धारण करने वाला (सर्प)

    तत्पुरुष

    इस समास में उत्तरपद प्रधान होते है तथा समास करने के उपरांत विभक्ति (कारक चिन्ह) का लोप होते है।

    तुलसीकृत = तुलसी से कृत

    शराहत = शर से आहत

  • Question 17
    5 / -1
    निम्नलिखित में से ‘काया’ शब्द का समानार्थी शब्द कौन सा है?
    Solution

    दिए गए विकल्पों में से सही उत्तर विकल्प 1 'कलेवर है। अन्य विकल्प इसके गलत उत्तर हैं। 


    Key Points

    • दिए गए विकल्पों में ‘काया’ का समानार्थी शब्द ‘कलेवर’ है।
    • काया के अन्य समानार्थी शब्द हैं - शरीर, देह, अंग, गात, तनु


    अन्य विकल्प: 

    • मकर - मीन, मतस्य, शफ़री और जलजीवन।
    • अमित्र - दुश्मन, अमित्र, वैरी, विपक्षी, रिपु। 
    • नाहर - केसरी, शेर, महावीर, हरि, मृगपति, वनराज। 


    Additional Information

    शब्द

    परिभाषा

    उदाहरण

    पर्यायवाची/

    समानार्थी  

    एक ही अर्थ में प्रयुक्त होने वाले शब्द जो बनावट में भले ही अलग हों, पर्यायवाची या समानार्थी शब्द कहलाते हैं।

    आग-अनल, पावक, दहन।

    हवा-समीर, अनिल, वायु।  

  • Question 18
    5 / -1

    दिए गए वाक्य में रिक्त स्थान की पूर्ति कीजिए।

    जाति समाजिक स्तरीकरण की एक _____ व्यवस्था है।
    Solution

    सही उत्तर मानकीय होगा।

    Key Points

    • जाति समाजिक स्तरीकरण की एक मानकीय व्यवस्था है।
    • मानक का अर्थ- नापने का मानदंड, रूप।
    • मानक में ईय प्रत्यय जुड़ने से मानकीय शब्द बना है।

    Additional Information

    • क्रमिक  -जो क्रम से हो या जिसमें क्रम हो
    • आंतरिक - जो अंदर का हो
    • आदर्श - कुछ ऐसे उच्च सिद्धांत जिनको मनुष्य अपने जीवन में अपनाता है और उस पर ही चलना ठीक मानता है
  • Question 19
    5 / -1
    'जो यान जल में चलता हो' के लिए एक शब्द क्या है?
    Solution
    'जो यान जल में चलता हो' के लिए एक शब्द जलयान है।
    Key Points
    • जलयान' का समास विग्रह करने पर 'जल का यान' होगा।
    • 'का' चिह्न आने पर 'सम्बन्ध तत्पुरुष समास' है।
    • 'सम्बन्ध तत्पुरुष समास' का परसर्ग 'का, की, के' है।   

    Additional Information

    • जल में रहने वाले : जलचर
    • थल / धरती में रहने वाला : थलचर
    • वह शिशु, जीव जो खेड़ी में लिपटा हुआ पैदा हो, पिंडज :- जरायुज
    • जलज : अर्थात कमल
  • Question 20
    5 / -1

    निम्नलिखित प्रश्न में, चार विकल्पों में से, उस सही विकल्प का चयन करें जो रिक्त स्थान के लिए उपयुक्त शब्द का सही विकल्प है ।

    भारतवासियों को __________ दृष्टि से सोचना चाहिए।

    Solution

    उपर्युक्त विकल्पों में से विकल्प "व्यापक" सही है तथा अन्य विकल्प असंगत हैं।

    Key Points

    • "भारतवासियों को व्यापक दृष्टि से सोचना चाहिए।"यहाँ पर व्यापक विकल्प ही सही होगा।
    • व्यापक
      • विशेषण
        • फैला हुआ।
        • छाया हुआ।
    • व्यापक का विलोम
      • संकुचित
    Additional Information
    • संकोच
      • पुल्लिंग
        • असमंजस, आगा पीछा।
        • हिचक।
    • अचेतन
      • विशेषण
        • अज्ञानी।
        • निर्जीव।
    • निकृष्ट का विलोम
      • उत्कृष्ट
  • Question 21
    5 / -1
    निम्नलिखित में से कौन-सा शब्द 'अनिवार्य'का विपरीतार्थक शब्द है?
    Solution

    सही उत्तर 'वैकल्पिक' है।

    Key Points

    • 'अनिवार्य' का सही विलोम शब्द 'वैकल्पिक' है।
    • 'अनिवार्य' का अर्थ - जिसका निवारण न हो सके
    • 'वैकल्पिक' का अर्थ - ऐच्छिक। 

    अन्य विकल्प - 

    शब्द

    विलोम

    औपचारिक 

    अनौपचारिक

    नोट - 'निअनिवार्य और 'अनअनिवार्य' शब्दों में वर्तनीगत अशुद्धि हैं। 

  • Question 22
    5 / -1
    'जो सब कुछ जानता है' वाक्यांश के लिए एक शब्द है :
    Solution

    सही उत्तर सर्वज्ञ है।

    Key Points'जो सब कुछ जानता है' वाक्यांश के लिए एक शब्द सर्वज्ञ है।

    अन्य विकल्प-

    शब्द

    वाक्यांश

    अल्पज्ञ

    जो अल्प (कम) जानता हो

    बहुज्ञ

    जो बहुत कुछ जानता हो

    अज्ञ

    जो कुछ न जानता हो

    Additional Information 

  • Question 23
    5 / -1
    'अंधों में काना राजा' लोकोक्ति का क्या अर्थ है?
    Solution

    "अंधों में काना राजा" लोकोक्ति का अर्थ "मूर्खों में कुछ पढ़ा-लिखा व्यक्ति" है। अन्य विकल्प गलत हैं। अतः सही विकल्प 'मूर्खों में कुछ पढ़ा-लिखा व्यक्ति' है।

    वाक्य प्रयोग 

    संजू ने शहर में पढ़ाई क्या कर ली गाँव में तो वह 'अंधों में काना राजा' बन गया।

    अन्य महत्वपूर्ण लोकोक्तियाँ

    लोकोक्ति

    अर्थ

    प्रयोग

    उतर गई लोई तो क्या करेगा कोई

    इज्जत जाने पर डर किसका?

    जब लोगों ने उसे बिरादरी से ख़ारिज कर दिया है अब वह खुलेआम आवारागर्दी कर रहा है- 'उतर गई लोई तो क्या करेगा कोई'।

    ऊधो का लेना माधो का देना

    केवल अपने काम से काम रखना

    प्रोफेसर साहब तो बस अध्ययन और अध्यापन में लगे रहते हैं। गुटबन्दी से उन्हें कोई लेना-देना नहीं- ऊधो का लेना न माधो का देना।

    एक तो करेला दूजे नीम चढ़ा

    कुटिल स्वभाव वाले मनुष्य बुरी संगत में पड़ कर और बिगड़ जाते है।

    कालू तो पहले से ही बिगड़ा हुआ था अब उसने आवारा लोगों का साथ और कर लिया है- एक तो करेला दूजे नीम चढ़ा।

  • Question 24
    5 / -1

    गुरूजी, मेरा ............. स्वीकार करें।

    रिक्त स्थान भरने के लिए नीचे दिए विकल्पों में से उपयुक्त शब्द चुनें।

    Solution

    दिए गए विकल्पों में से सही उत्तर विकल्प 3 'अभिवादन' है। अन्य विकल्प इसके अनुचित उत्तर हैं। 

     Key Points

    • रिक्त स्थान के लिए उचित शब्द 'अभिवादन' होगा। 
    • 'श्रद्धापूर्वक किया जाने वाला नमस्कार, या वंदना' को 'अभिवादन' कहते हैं। 
    • यह शब्द अपने से बड़े और सममानीय व्यक्ति के लिए प्रयुक्त होता है।

    अन्य विकल्प: 

    • अभिनन्दन का अर्थ सराहना करना होता है। 
    • स्वागत से तात्पर्य है - ग्रहण करने या मान्य करने का भाव। 
    • अभिमान अर्थात घमंड। 

    Additional Information 

    • सामान्य ज्ञान की रिक्त स्थान पूर्ति अभ्यास का मूल उद्देश्य ज्ञान वर्धन करना है। 
    • साथ ही शब्दों के उचित प्रयोग की जानकारी अर्जित करना है। 

     

  • Question 25
    5 / -1
    गुण संधि का उदाहरण है। 
    Solution

    दिए गए विकल्पों में उचित उत्तर विकल्प 1 ‘ज्ञानोपदेश’ है। अन्य विकल्प अनुचित उत्तर हैं।

    Key Points

    ‘ज्ञानोपदेश’ शब्द का उचित संधि- ज्ञान + उपदेश (अ + उ = ओ)। यह गुण संधि का उदाहरण है। 

    संधि

    परिभाषा

    उदहारण

    गुण संधि

    जब संधि करते समय (अ, आ) के साथ (इ, ई) हो तो ‘ए‘ बनता है, जब (अ, आ) के साथ (उ, ऊ) हो तो ‘ओ‘ बनता है, जब (अ, आ) के साथ (ऋ) हो तो ‘अर‘ बनता है तो यह गुण संधि कहलाती है।

    नर + इंद्र = नरेन्द्र

     

    अन्य विकल्प:

    1.         एकैक – एक + एक = वृद्धि संधि

    2.         इत्यादि – इति + आदि = यण संधि

    3.         नयन – ने + अन = अयादि संधि

    Additional Information

    संधि

    परिभाषा

    वृद्धि संधि

    जब संधि करते समय जब अ, आ के साथ ए, ऐ हो तो ‘ऐ‘ बनता है और जब अ, आ  के साथ ओ, औ हो तो ‘औ‘ बनता है। उसे वृधि संधि कहते हैं।

    यण संधि

    जब संधि करते समय इ, ई के साथ कोई अन्य स्वर हो तो ‘य‘ बन जाता है, जब उ, ऊ के साथ कोई अन्य स्वर हो तो ‘व्‘ बन जाता है, जब ऋ के साथ कोई अन्य स्वर हो तो ‘र‘ बन जाता है।

    अयादि संधि

    जब संधि करते समय ए, ऐ, ओ, औ के साथ कोई अन्य स्वर हो तो (ए का अय), (ऐ का आय), (ओ का अव), (औ का आव) बन जाता है। यही अयादि संधि कहलाती है। 

  • Question 26
    5 / -1

    निम्नलिखित प्रश्न में, चार विकल्पों में से, उस सही विकल्प का चयन करें जो रिक्त स्थान के लिए उचित विकल्प हो

    वह___ बहुत मेहनती लगता है।

    Solution

    रिक्त स्थान के लिए उचित विकल्प पुरुष है। अन्य विकल्प असंगत है ।अतः सही उत्तर विकल्प 2) पुरुष होगा ।

    Key Points

    सही वाक्य -

    • वह पुरुष बहुत मेहनती लगता है।

    विशेष-

    • पुरुष मानव जाति का नर 
    • परुषकठोर ; कड़ा ; रूखा ; खुरदरा 
    • पौरुषपुरुषों की विशेषताएँ और गुण,

    Additional Information 

    भाषा के चार मुख्य अंग हैं- वर्ण, शब्द , पद और वाक्य। इसलिए व्याकरण के मुख्यतः चार विभाग हैं-
    (1) वर्ण-विचार
    (2) शब्द-विचार
    (3) पद-विचार
    (4) वाक्य विचार

    (1) वर्ण विचार या अक्षर:- भाषा की उस छोटी ध्वनि (इकाई) को वर्ण कहते है जिसके टुकड़े नही किये सकते है।
    जैसे- अ, ब

    (2) शब्द-विचार:- वर्णो के उस मेल को शब्द कहते है जिसका कुछ अर्थ होता है।
    जैसे- कमल, राकेश

    (3) पद-विचार:- इसमें पद-भेद, पद-रूपान्तर तथा उनके प्रयोग आदि पर विचार किया जाता है।

    (4) वाक्य-विचार:- अनेक शब्दों को मिलाकर वाक्य बनता है। ये शब्द मिलकर किसी अर्थ का ज्ञान कराते है।
    जैसे- सब घूमने जाते है।

     

  • Question 27
    5 / -1

    दिए गए मुहावरे और कहावतों के अर्थ के लिए चार विकल्प दिए गए हैं। उनमें से उचित अर्थ चुनिए।

    बहती गंगा में हाथ धोना।
    Solution

    सही उत्तर  अवसर का लाभ उठाना’ है।

    Key Points

    • ‘बहती गंगा में हाथ धोना, यह एक कहावत है जिसका अर्थ है किअवसर का फायदा उठाना
    • वाक्य प्रयोग- मेरे चाचा जी शिमला घूमने जा रहे थे तो मैंने कहा मुझे भी ले चलो, मैं भी बहती गंगा में हाथ धो लूंगा।
  • Question 28
    5 / -1

    नीचे दिए गये मुहावरे का उचित अर्थ चुनिए।

    गागर में सागर भरना

    Solution
    • गागर में सागर भरना एक बहुत ही प्रसिद्ध मुहावरा है जिसका सामान्य अर्थ होता है कम में बहुत कुछ कहना या अल्प साधन होने के बाद भी बड़े कार्य में सिद्धि प्राप्त करना।
    • अतः सही विकल्प विस्तृत बात को संक्षिप्त में कहना है।

    Confusion Points

    • विस्तृत बात को संक्षिप्त में कहना:- इस बात का सही अर्थ है की बड़ी बात को कम शब्दों में कहना, अर्थात गागर में सागर भरना।
    • संक्षिप्त बात को विस्तृत में कहना:- इस बात का सही अर्थ गलत है क्योंकि छोटी बात को बड़ी करके बताना कोई सार्थक बात नही है, यह गागर में साग़र भरना मुहावरे से बिल्कुल सम्बन्धित नही है।
    • हाँ परन्तु थोड़े में बहुत कुछ कहना और थोड़े को बहुत शब्दों में कहना, दोनों में अंतर है क्योंकि 
    • थोड़े में बहुत कुछ कहना - गागर में सागर भरना
    • थोड़े को बहुत शब्दों में कहना - बढ़ा चढ़ाकर बोलना

    Key Points

    अन्य विकल्प

    मुहावरा

    अर्थ

    अवसर का लाभ उठाना

    मौके पर चौका मारना

    विस्तृत बात को संक्षिप्त में कहना

    इसका कथन के लिए कोई उपयुक्त मुहावरा नहीं है

    संकट की स्थिति में होना

    मुसीबत आन पड़ना

  • Question 29
    5 / -1
    'क्रय' का निम्न में से कौन सा सही विलोम शब्द है?
    Solution

     उपर्युक्त विकल्पों में से विकल्प 1 ‘विक्रय’ सही उत्तर है। अन्य विकल्प इसके सही उत्तर नहीं हैं।

    Key Points

    • 'क्रय' का सही विलोम शब्द 'विक्रय' है।
    • 'क्रय' का अर्थ - खरीदना।
      • 'विक्रय' का अर्थ - बेचना।

    अन्य विकल्प - 

    शब्द

    विलोम

    कृपण

    उदार, दानी

    नोट - 'किराया' का विलोम शब्द प्रचलित नहीं है एवं 'कृपन' शब्द में वर्तनीगत अशुद्धि है। 

    Additional Information

    शब्द

    परिभाषा

    उदाहरण

    विलोम/विपरीतार्थक

    विपरीत (उल्टा) अर्थ बताने वाले शब्दों को विलोम शब्द कहते हैं।

    रात-दिन

    धरती-आकाश

  • Question 30
    5 / -1

    निम्नलिखित वाक्यों में उनके प्रथम तथा अंतिम अंश, संख्या 1 और 6 के अन्तर्गत दिए गए हैं। बीच वाले चार अंश (य), (र), (ल), (व) बिना क्रम के हैं। चारों अंशों को उचित क्रमानुसार व्यवस्थित कर उचित विकल्प चुनें ।

    (1) दूरदर्शन पर प्रदर्शित दो धारावाहिक

    (य) लोग इनकी पहले से प्रतीक्षा करते रहते हैं

    (र) इतने लोकप्रिय रहे हैं कि

    (ल) और इन्हें देखने के लिए

    (व) पहले 'रामायण' और अब 'महाभारत'

    (6) अपने सारे काम-काज छोड़ देते हैं।

    Solution

    सही उत्तर विकल्प 4 ‘, , , ल’ है। अन्य विकल्प सही उत्तर नहीं हैं।

     Key Points

    • सभी अंशों को उचित क्रमानुसार व्यवस्थित करने पर उचित वाक्य बनते हैं-
    • दूरदर्शन पर प्रदर्शित दो धारावाहिक पहले 'रामायण' और अब 'महाभारत' इतने लोकप्रिय रहे हैं कि लोग इनकी पहले से प्रतीक्षा करते रहते हैं और इन्हें देखने के लिए अपने सारे काम-काज छोड़ देते हैं।

    Additional Information

    वाक्य क्रम व्यवस्थापन- वाक्यों का ऐसा क्रम जो क्रमानुसार न होकर आगे-पीछे क्रम में होता है, जिन्हें हमें पढ़कर तर्कानुसार सही क्रम में लगाना होता है 

  • Question 31
    5 / -1
    निम्न विकल्पों में से मिश्र वाक्य को पहचानिए।
    Solution

    उपरोक्त विकल्पों में से मिश्र वाक्य है- आज यदि बारिश हो तो तुम यहीं रुक जाना।

    Key Pointsमिश्र वाक्य:-

    • जिस वाक्य में एक से अधिक वाक्य मिले हो किन्तु एक प्रधान उपवाक्य तथा शेष आश्रित उपवाक्य हो, मिश्र वाक्य कहलाता है।
    • जो आपस में- कि, जो, क्योंकि जितना, उतना, जैसा, वैसा, जब, तब, जहाँ, वहाँ, जिधर, उधर, अगर/यदि, तो, यद्यपि, तथापि आदि से जुड़े होते है
    • जैसे-
      • यदि परिश्रम करोगे तो उत्तीर्ण हो जाओगे।
      • मैं जानता हूँ कि तुम्हारे अक्षर अच्छे नहीं बनते।

    Additional Informationसरल वाक्य :- 

    • जिन वाक्य में एक ही क्रिया होती है, और एक कर्ता होता है, ये सरल वाक्य कहलाते है।
    • जैसे-
      • गाड़ियाँ बहुत तेज़ चल रही है।

    संयुक्त वाक्य :-

    • जिस वाक्य में दो या दो से अधिक उपवाक्य मिले हों, परन्तु सभी वाक्य प्रधान हो तो ऐसे वाक्य को संयुक्त वाक्य कहते है।
    • जो आपस में- और, एवं, तथा, या, अथवा, इसलिए, अतः, फिर भी, तो, नहीं तो किन्तु, परन्तु, लेकिन, पर आदि से जुड़े होते है
    • जैसे- 
      • वह घर से निकला था परन्तु वापस लौट गया।
      • वह सुबह गया और शाम को लौट आया। 

     

    • शायद वह मान जाएगी। : यह संदेहवाचक वाक्य है।
    • इसमें किसी भी कार्य के होने में संदेह होता है, अथवा अनिश्चितता होती 
  • Question 32
    5 / -1
    'चाँदनी' शब्द का समानार्थी शब्द निम्न में से कौन सा है?
    Solution

    दिए गए विकल्पों में से सही उत्तर 'कौमुदी है। 

    Key Points

    • दिए गए विकल्पों में से ‘चाँदनी’ का पर्यायवाची शब्द ‘कौमुदी’ है।
    • चाँदनी के अन्य पर्यायवाची शब्द हैं- ज्योत्स्ना, चन्द्रमरीचि, उजियारी, चन्द्रप्रभा, जुन्हाई।

    अन्य विकल्प:

    शब्द

    पर्यायवाची

    चपल  

    चंचल, चुलबुला, नटखट 

    चक्र  

    पहिया, चक्का, चाक 

    घेरा  

    मंडल, वलय, वृत्त


    Additional Information

    शब्द

    परिभाषा

    उदाहरण

    पर्यायवाची/

    समानार्थी शब्द 

    एक ही अर्थ में प्रयुक्त होने वाले शब्द जो बनावट में भले ही अलग हों, पर्यायवाची या समानार्थी शब्द कहलाते हैं।

    हवा-समीर, अनिल,वायु।

  • Question 33
    5 / -1
    ‘काला मुँह होना’ का अर्थ है
    Solution

    ‘काला मुँह होना’ का अर्थ 'बदनाम होना' है। शेष विकल्प त्रुटिपूर्ण हैं। अतः सही विकल्प 'बदनाम होना' है।

    Key Points

    मुहावरा

    अर्थ

    वाक्य प्रयोग

    काला मुँह होना

    व्यभिचार करना, बदनामी का काम करना

    चोरबाजारी का काम करके आपने खुद ही अपना मुँह काला कर लिया

     

    Important Points

    मुहावरा परिभाषा

    उदाहरण

    मुहावरा का शाब्दिक अर्थ ‘अभ्यास’ है। मुहावरा शब्द अरबी भाषा का शब्द है। हिन्दी में ऐसे वाक्यांशों को मुहावरा कहा जाता है, जो अपने साधारण अर्थ को छोडकर विशेष अर्थ को व्यक्त करते हैं।

    आँख का तारा अर्थात बहुत प्यारा।

    वाक्य- हर बच्चा अपनी माँ की आँख का तारा होता है।

  • Question 34
    5 / -1

    दिए गये मुहावरे का सही अर्थ बताइये:

    मुँह में पानी आना
    Solution

    मुँह में पानी आना मुहावरे का अर्थ है ललचा जाना। अन्य विकल्प असंगत है। अतः सही विकल्प ललचा जाना है।

    अन्य विकल्प

    अर्थ

    मुहावरे

    घबरा जाना

    हाथ-पाँव फूल जाना

     

    अन्य महत्वपूर्ण मुहावरे

    मुहावरे

    अर्थ

    आँखें दिखाना

    धमकाना

    ईद का चाँद होना

    कम दिखाई देना

    उड़ती चिड़ियाँ के पंख गिनना

    होशियार होना

  • Question 35
    5 / -1
    'आवृत' शब्द का विलोम है -
    Solution

    दिए गए विकल्पों में से सही उत्तर विकल्प 4 'अनावृत' है। अन्य विकल्प इसके अनुचित उत्तर हैं। 

    Key Points

    • दिए गए विकल्पों में से 'आवृत' का उचित विलोम शब्द 'अनावृत' होता है। 
    • 'आवृत' विशेषण शब्द है जिसका अर्थ 'ढाका हुआ या घिरा हुआ' होता है। 
    • अन्य विकल्प इसके अनुचित उत्तर हैं। 

    अन्य विकल्प: 

    • विमोचित - मुक्त किया हुआ 
    • आच्छन्न - ढाका हुआ 
    • परिच्छिन्न - घिरा हुआ 

    Additional Information

    शब्द

    परिभाषा

    उदाहरण

    विलोम/

    विपरीतार्थक

    'विलोम' शब्द का अर्थ है-उल्टा या विपरीत। अत: किसी शब्द का उल्टा अर्थ व्यक्त करने वाला शब्द विलोमार्थक या विपरीतार्थक शब्द कहलाते हैं। 

    राग-द्वेष

    सामिष-निरामिष

    व्यष्टि-समष्टि

    आकाश-पाताल  

     

  • Question 36
    5 / -1
    ‘निरुत्तर’ शब्द का शुद्ध संधि-विच्छेद है ?
    Solution

    Ans: 3

    दिए गए विकल्पों में निरुत्तर की सही संधि विसर्ग संधि है । अतः सही विकल्प विसर्ग संधि ‘है।

    Key Points

    स्पष्टीकरण

    विसर्ग संधि - विसर्ग का स्वर या व्यंजन से पहले से मेल होने पर जो विकार उत्पन्न होता है उसे विसर्ग संधि कहा जाता है |

    यदि विसर्ग से पहले व बाद में दोनों स्थानों पर हृस्व ‘अ’ आ जाए तो विसर्ग ‘ओ’ में परिवर्तित हो जाता है तथा बाद वाले ‘अ’ के स्थान पर हृस्व अ (ऽ) आ जाता है।

    कः + अपि = कोऽपि
    सः + अपि = सोऽप

    यदि विसर्ग से पूर्व हृस्व ‘अ’ आ जाए और बाद में ‘अ’ या वर्ग के तीसरे, चौथे या पांचवें वर्ण या य, र, ल, व आए तो विसर्ग ‘ओ’ में परिवर्तित हो जाता है।

    मनः + हरः = मनोहरः
    यशः + गानम् = यशोगानम्

    Additional Information

    संधि

    परिभाषा

    उदाहरण

    अयादि संधि

    जब संधि करते समय ए , ऐ , ओ , औ के साथ कोई भिन्न स्वर हो तो (ए का अय), (ऐ का आय), (औ – आव) बन जाता है। यही अयादि संधि कहलाती है।

    नौ + इक : नाविक (औ + इ = आव)

    विसर्ग संधि

    विसर्ग का स्वर या व्यंजन से पहले से मेल होने पर जो विकार उत्पन्न होता है उसे विसर्ग संधि कहा जाता है |

    सदा + एव = सदैव ।

    महा + औषधि = महौषधि ।

    गुण संधि

    जब संधि करते समय (अ, आ) के साथ (इ, ई) हो तो ‘ए‘ उत्पन्न होता है, जब (अ, आ) के साथ (उ, ऊ) हो तो ‘ओ‘ बनता है, जब (अ, आ) के साथ (ऋ) हो तो ‘अर‘ बनता है तो यह गुण संधि कहलाती है।

          जैसे –  महा + ईश : महेश (आ + ई = ए)

  • Question 37
    5 / -1
    'ध्वंस' का विलोम शब्द क्या है?
    Solution

     सही उत्तर-  निर्माण होगा।

    Key Points

    • 'ध्वंस' का अर्थ- विनाश, तोड़-फोड़
    • 'निर्माण' का अर्थ- बनाना
    • ध्वंस का पर्यायवाची-  अवदारण, तोड़ना-फोड़ना, विनाश आदि
    • निर्माण का पर्यायवाची- रचना, सृष्टि, प्रणयन आदि

    अन्य विकल्प 

    • विहित (उचित) का विलोम-  निषिद्ध (मना किया गया) 
    • मंद (धीमा) का विलोम- तीव्र, (तेज)
    • शिख (सिर) का विलोम- नख (नाखून)

    Hinglish

    • विलोम- Opposite
    • निर्माण- Construction
  • Question 38
    5 / -1
    ​निम्नलिखित में से कौन सा द्विगु समास का उदाहरण है?
    Solution

    ​'दुअन्नी' शब्द में द्विगु समास है, अन्य विकल्प असंगत हैं। अत: विकल्प 4 'दुअन्नी'  सही उत्तर होगा। 

    Key Points

    शब्द

    समास

    समास विग्रह

    दुअन्नी 

    द्विगु

    दो आनों का समाहार

     

     

     

    अन्य विकल्प -

    कनकलता - कनक की-सी लता - कर्मधारय समास

    दानवीर - दान (में) वीर - अधिकरण तत्पुरुष

    ​राजदरबार - राजा का दरबार - सम्बन्ध तत्पुरुष

    Additional Information


     

    परिभाषा

    उदाहरण

    समास

    समास के नियमों से निर्मित शब्द सामासिक शब्द कहलाता है। इसे समस्तपद भी कहते हैं। समास होने के बाद विभक्तियों के चिह्न (परसर्ग) लुप्त हो जाते हैं।

    रसोई के लिए घर : रसोईघर

    घोड़े पर सवार : घुड़सवार देश का भक्त : देशभक्त राजा का पुत्र : राजपुत्र आदि।

     

     

     

     

     

     

  • Question 39
    5 / -1
    “खटाई में पड़ना” मुहावरे का आशय है।
    Solution

    निर्णय न होना, यहाँ सही विकल्प है। अन्य विकल्प असंगत है।

    • खटाई में पड़ना एक प्रचलित हिंदी मुहवरा है जिसका अर्थ किसी काम का अनिश्चित होने से है। अत: प्रश्नानुसार सही विकल्प 4 निर्णय न होना है। 
    • जैसे- इस बार की परीक्षा का परिणाम खटाई में पड़ गया है।

    Additional Information

    अन्य विशेष

     मुहावरा

     अर्थ

    छटी का दूध याद आना

     बहुत कष्ट होना

    अपने पाँव पर  कुल्हाड़ी मारना

    नुकसान होना

    हाथ मलना

    पछतावा होना

    Important Points

    विशेष:

    • ‘मुहावरे’ का अर्थ बोलचाल की भाषा में सांकेतिक रूप से किसी भाव को प्रकट करना होता है।
    • जैसे- आँखों से गिरना, आकाश से बातें करना आदि।आँखे बंद हो जाना - मृत्यु हो जाना
  • Question 40
    5 / -1
    विधानार्थक वाक्य का उदाहरण है : 
    Solution
    भूपेन्द्र खेलता है। यह एक 'विधानार्थक' का उदाहरण है। 
    Key Points
    • वे वाक्य जिनसे किसी बात या कार्य के होने का बोध होता है, विधानार्थक वाक्य कहलाते हैं।
    • भूपेन्द्र खेलता है।

    Additional Information 

    • मुझे कुछ नहीं चाहिए। यह निषेधार्थक वाक्य का उदाहरण है। 
    • नीता घर पर नहीं हैं। यह निषेधार्थक वाक्य का उदाहरण है। 
    • तुम आते तो मैं भी आ जाता। यह संकेतार्थक वाक्य का उदाहरण है।

    वाक्य के भेद

    परिभाषा

    उदाहरण

    विधानार्थक

    वे वाक्य जिनसे किसी बात या कार्य के होने का बोध होता है, विधानार्थक वाक्य कहलाते हैं।

    राजा बाज़ार गया।

    निषेधवाचक

    जिनसे किसी बात या कार्य के न होने अथवा इनकार किए जाने का बोध होता है, निषेधवाचक वाक्य कहलाते हैं।

    कल नेहा घर नहीं गयी थी।

    आज्ञावाचक

    वे वाक्य, जिनसे किसी प्रकार की आज्ञा का बोध होता है, आज्ञावाचक वाक्य कहलाते हैं।

    श्याम पानी लाओ!

    विस्मयादिबोधक

    वे वाक्य, जिनसे किसी प्रकार का विस्मय, हर्ष, दुःख, आश्चर्य आदि का बोध होता है, विस्मयादिबोधक वाक्य कहलाते हैं।

    अरे! वह उत्तीर्ण हो गया।

    संकेतवाचक

    वे वाक्य, जिनसे किसी प्रकार के संकेत या इशारे का बोध होता है, संकेतवाचक वाक्य कहलाते हैं।

    जो परिश्रम करेगा वह सफल होगा।

    संदेहवाचक

    वे वाक्य, जिनसे किसी प्रकार के सन्देह या भ्रम का बोध होता है, सन्देहवाचक वाक्य कहलाते हैं।

    वह अब जा चुका होगा।

    प्रश्नवाचक

    वे वाक्य, जिनसे किसी प्रश्न के पूछे जाने का बोध होता है, प्रश्नवाचक वाक्य कहलाते हैं।

    तुम किस कक्षा में पढ़ते हो?

    इच्छा बोधक

    इच्छा बोधक वाक्य अर्थात वह वाक्य जिसमें किसी बात या कार्य की कामना की गयी हो।

    ईश्वर आपकी यात्रा सफल करे।

  • Question 41
    5 / -1

    दिए गए प्रश्न में वाक्य के पहले और अंतिम भाग को क्रमशः (1) और (6) की संख्या दी गई है। इनके बीच में आने वाले अंशों को चार भागों में बाँटकर (a), (b), (c), (d) की संख्या दी गई है। इन विभाजित भागों को ध्यानपूर्वक पढ़कर दिए गए विकल्पों में से उचित क्रम का चुनाव कीजिए ।

    1. मनुष्य भौतिकता के _______

    a. जीवन की

    b. अनावश्यक रूप से

    c. वशीभूत होकर

    d. जरूरतों को 

    2. बढ़ाता रहता है।

    Solution

    इसका सही क्रम विकल्प 1 'c, a, d, b' है। अन्य विकल्प असंगत हैं।

    वाक्य का सही क्रम-

    1. मनुष्य भौतिकता के
      1. वशीभूत होकर
      2. जीवन की
      3. जरूरतों को
      4. अनावश्यक रूप से 
    2. बढ़ाता रहता है।


    Additional Information

    • वाक्य रचना व्याकरण के नियमों के आधार पर होनी चाहिए। 
    • उचित  पदक्रम होना चाहिए। 
    • वाक्यों का सार्थक अनुच्छेद बनना चाहिए। 
    • वाक्य व्यवस्था के लिए भाषा बोध अनिवार्य है। 
    • उचित वाक्य संरचना होनी चाहिए।
  • Question 42
    5 / -1
    'आधा तीतर, आधा बटेर ' मुहावरे का अर्थ है
    Solution

    'आधा तीतर, आधा बटेर ' मुहावरे का अर्थ 'बेमेल वस्तुएँ​' है | अतः सही विकल्प 3 बेमेल वस्तुएँ​ है। 

    Key Points

    • आधा तीतर, आधा बटेर = बेमेल वस्तुएँ
    • वाक्य प्रयोग – तुम्हारे घर में दो-दो कारें हैं और बात साम्यवाद की करते हो, तुम तो आधा तीतर-आधा बटेर हो।


    अन्य विकल्प 

    • आसमान पर चढ़ना = बहुत अभिमान करना
    • आसमान पर उड़ना = थोड़ा पैसा पाकर इतराना
    • आसमान सिर पर टूटना = बहुत मुसीबत आना

    Additional Information

    मुहावरा परिभाषा

    उदाहरण

    मुहावरा का शाब्दिक अर्थ ‘अभ्यास’ है। मुहावरा शब्द अरबी भाषा का शब्द है। हिन्दी में ऐसे वाक्यांशों को मुहावरा कहा जाता है, जो अपने साधारण अर्थ को छोड़कर  विशेष अर्थ को व्यक्त करते हैं।

    अंक भरना- स्नेह से लिपटा लेना

    वाक्य-माँ ने स्नेह से अपने पुत्र को अंक में भर लिया।  

  • Question 43
    5 / -1
    'गरल' निम्न में से किसका पर्यायवाची है-
    Solution

    दिए गए विकल्पों में से सही उत्तर विकल्प 2 'विष है। अन्य विकल्प इसके गलत उत्तर हैं। 

    Key Points

    • दिए गए विकल्पों में से ‘गरल’ का पर्यायवाची शब्द ‘विष’ है।
    • गरल के अन्य पर्यायवाची शब्द हैं- कालकूट, माहुर, जहर, हलाहल
    • अन्य विकल्प इसके अनुचित उत्तर हैं। ।


    अन्य विकल्प:

    शब्द

    पर्यायवाची

    गणिका 

    वेश्या, रंडी, तवायफ़

    मणिका 

    रूबी रत्न 

    मनीषा 

    मति, बुद्धि, मेधा 


    Additional Information

    शब्द

    परिभाषा

    उदाहरण

    पर्यायवाची/

    समानार्थी शब्द 

    एक ही अर्थ में प्रयुक्त होने वाले शब्द जो बनावट में भले ही अलग हों, पर्यायवाची या समानार्थी शब्द कहलाते हैं।

    हवा-समीर, अनिल,वायु।

  • Question 44
    5 / -1
    उचित से कम मूल्य आँकना या लगाना-
    Solution

    उपर्युक्त विकल्पों में से विकल्प "अवमूल्यन" सही है।

    Key Points

    • अवमूल्यन शब्द का अर्थ मूल्य का गिरना होता है। 
    • अतः उचित से कम मूल्य आँकना या लगाना वाक्यांश के लिए एक शब्द अवमूल्यन होगा।
    • अवमूल्यन
      • पुल्लिंग
        • सिक्के के मूल्य में कमी करना या होना।
    Additional Information
    • दो दिशाओं के बीच की दिशा - उपदिशा
    • दो बातों या कामों में से एक - वैकल्पिक
    • दूर से मन को आकर्षित करनेवाली गंध - निर्हारी
    Important Points
    • अन्य उदाहरण
      • दुःख, भय आदि के कारण उत्पत्र ध्वनि - काकु
      • द्वीप में जन्मा - द्वैपायन
      • दक्षिण दिशा - अवाची
      • दो या तीन बार कहना - आम्रेडित
      • दागकर छोड़ा गया साँड़ - अंकिल
  • Question 45
    5 / -1
    'जो शोक करने योग्य न हो' के लिए एक शब्द है
    Solution

    जो शोक करने योग्य ना हो वाक्य के लिए एक शब्द अशोच्य है।

    Key Points

    अशोच्य

    • विशेषण
      • जिसके विषय में शोक करना उचित न हो।
    Important Points

    वाक्यांश के लिए एक शब्द-

    • जो नियम के अनुसार नहीं हो - अनियमित
    • जिसका विरोध नहीं हुआ हो - अनिरुद्ध
    • जिसके विषय में कोई ज्ञान नहीं हो - अज्ञात
    • वह भाई जो अन्य माता से उत्पन्न हुआ हो - अन्योदर
    • जो नियंत्रण में नहीं हो - अनियंत्रित
    • पलक को झपकाए बिना - अनिमेष
    • जो दोहराया गया नहीं हो - अनावृत्त
    • जिसका किसी में लगाओ या प्रेम हो - अनुरक्त
    • जो बात पहले सुनी ही नहीं गई हो - अनसुनी
    • जिस महिला का विवाह नहीं हुआ हो - अनूढ़ा
  • Question 46
    5 / -1
    ‘जनप्रिय’ शब्द में कौन सा समास है?
    Solution

    ‘जनप्रिय’ में कर्म तत्पुरुष समास होगा। 
    जनप्रिय का समास विग्रह - जन को प्रिय

    कर्मतत्पुरुष समास

    जिस समास दो पदों में कर्म कारक छुपा हुआ होता है इसका विभक्ति चिन्ह ‘को’ होता है।

    माखनचोर= माखन को चुराने वाला

    देशगत= देश को गया हुआ

     

    समास का नाम

    परिभाषा 

    उदाहरण 

    बहुब्रीहि समास

    जिस समास में दोनों पद प्रधान नहीं होते हैं और दोनों पद मिलकर किसी अन्य विशेष अर्थ की ओर संकेत कर रहे होते हैं। 

     

    जो महान वीर है = महावीर अर्थात हनुमान, तीन आँखों वाला = त्रिलोचन अर्थात शिव।

    अव्ययीभाव समास    

    प्रथम पद अव्यय हो और उसका अर्थ प्रधान हो, अव्ययीभाव समास कहलाता है।

    प्रतिवर्ष=हर वर्ष

    आजन्म=जन्म से लेकर

    कर्मधारय समास

    जिस समास के दोनों शब्दों के बीच विशेषण-विशेष्य अथवा उपमान-उपमेय का सम्बन्ध हो,

    पहचान: विग्रह करने पर दोनों पद के मध्य में 'है जो', 'के समान' आदि आते हैं।

    कमल के समान नयन = कमलनयन, महान है जो देव = महादेव।

  • Question 47
    5 / -1

    नीचे दिए गए वाक्यों  में a, b, c, d को  सही क्रम में व्यवस्थित कीजिए

    1. मानवीय क्रियाकलाप की

    a. आत्मिक मूल्यों का

    b. गुणगत रूप से नूतन भौतिक तथा

    c. निर्माण किया जाता है वह

    d. वह प्रक्रिया जिसमें

    2. सृजनात्मकता कहलाती है।

    Solution

    इसका सही क्रम विकल्प 4 'd, b, a, c' है। अन्य विकल्प असंगत हैं।

    Key Points

    वाक्य का सही क्रम-

    1. मानवीय क्रियाकलाप की
      1. वह प्रक्रिया जिसमें
      2. गुणगत रूप से नूतन भौतिक तथा
      3. आत्मिक मूल्यों का
      4. निर्माण किया जाता है वह
    2. सृजनात्मकता कहलाती है।


    Additional Information

    • वाक्य रचना व्याकरण के नियमों के आधार पर होनी चाहिए। 
    • उचित  पदक्रम होना चाहिए। 
    • वाक्यों का सार्थक अनुच्छेद बनना चाहिए। 
    • वाक्य व्यवस्था के लिए भाषा बोध अनिवार्य है। 
    • उचित वाक्य संरचना होनी चाहिए।
  • Question 48
    5 / -1

    दिए गए प्रश्न में वाक्य के पहले और अंतिम भाग को क्रमशः (1) और (2) की संख्या दी गई है। इनके बीच में आने वाले अंशों को चार भागों में बाँटकर (a), (b), (c), (d) की संख्या दी गई है। इन विभाजित भागों को ध्यानपूर्वक पढ़कर दिए गए विकल्पों में से उचित क्रम का चुनाव कीजिए-

    1. हमारे ऋषि-मुनियों ने

    a. बनाने के लिये 

    b.  मानव जीवन को 

    c. संस्कारों का 

    d. पवित्र एवं मर्यादित 

    2. अविष्कार किया 

    Solution

    इसका सही क्रम विकल्प 4 'b, d, a, c' है। अन्य विकल्प असंगत हैं।

    Key Points

    वाक्य का सही क्रम-

    1. हमारे ऋषि-मुनियों ने
      1. मानव जीवन को
      2. पवित्र एवं मर्यादित
      3. बनाने के लिये
      4. संस्कारों का
    2. अविष्कार किया।


    Additional Information

    • वाक्य रचना व्याकरण के नियमों के आधार पर होनी चाहिए। 
    • उचित  पदक्रम होना चाहिए। 
    • वाक्यों का सार्थक अनुच्छेद बनना चाहिए। 
    • वाक्य व्यवस्था के लिए भाषा बोध अनिवार्य है। 
    • उचित वाक्य संरचना होनी चाहिए।
  • Question 49
    5 / -1
    ‘वस्तु की पूर्ति की तुलना में माँग अधिक’ आशय की लोकोक्ति कौन सी है?
    Solution

    ‘वस्तु की पूर्ति की तुलना में माँग अधिक’ आशय की लोकोक्ति 'एक अनार सौ बीमार' है। 
    उदाहरण - रमेश घर के लिए समोसे लाया लेकिन यह तो 'एक अनार सौ बीमार' वाली बात हो गयी। अतः सही विकल्प 'एक अनार सौ बीमार' है।

    Key Points
    अन्य विकल्प

    मुहावरा

    अर्थ

    वाक्य प्रयोग

    ऊँट के मुँह में जीरा

    आवश्यकता से बहुत कम प्राप्त होने वाली चीज

    एक बर्फी तो बहुत कम है, ये तो ऊँट के मुँह में जीरा बात हो गयी।

    ऊँची दुकान फीके पकवान

    दिखावा बहुत अधिक होना लेकिन वास्तव में वस्तु कुछ न होना।

    संतोष की दुकान का कपड़ा तो ऊँची दुकान फीका पकवान है।

     

    आधा तीतर आधा बटेर

    बेमेल-बेढंगा

    वह कैसे कपड़े पहनता है, आधा तीतर आधा बटेर बन जाता है

    Additional Information

    लोकोक्ति परिभाषा

    उदाहरण

    किसी विशेष स्थान पर प्रसिद्ध हो जाने वाले कथन को 'लोकोक्ति' कहते हैं। जब कोई पूरा कथन किसी प्रसंग विशेष में उद्धत किया जाता है तो लोकोक्ति कहलाता है। इसी को कहावत कहते है।

    अकेला चना भाद नहीं फोड़ता अर्थात एक व्यक्ति के करने से कोई कठिन काम पूरा नहीं होता

    वाक्य- उस दिन बात-ही-बात में राम ने कहा, हाँ, मैं अकेला ही कुँआ खोद लूँगा। इन पर सबों ने हँसकर कहा, व्यर्थ बकबक करते हो, अकेला चना भाड़ नहीं फोड़ता’ । 

  • Question 50
    5 / -1
    निम्नलिखित में से कौन-सा शब्द 'सूर्य' का पर्यायवाची नहीं है?
    Solution

    सही उत्तर विकल्प 'हिमकर' होगा।

    Key Points

    • 'सूर्य' का पर्यायवाची 'हिमकर' नहीं है।
    • 'हिमकर' का अर्थ होता है - 'चन्द्रमा'। 
    • 'सूर्य' के पर्यायवाची शब्द हैं - दिवाकर, दिनकर, प्रभाकर।
    • 'सूर्य' के अन्य पर्यायवाची शब्द हैं - मरीची, दिनेश, आदित्य, सूरज, भास्कर, भानु, अर्क, तरणि, आदित्य, सविता, पतंग, हंस, अंशुमाली, मार्तण्ड आदि।

    अन्य शब्द:

    शब्द

    पर्यायवाची

    हिमकर

    राकेश, रजनीश, हिमांशु, चाँद, मयंक, विधु, सुधाकर, कलानिधि, निशापति, शशांक आदि।

    Additional Information

    शब्द

    परिभाषा

    उदाहरण

    पर्यायवाची

    जो विभिन्न शब्द एक ही अर्थ का बोध कराएं, उन्हें पर्यायवाची शब्द कहते हैं। सामान्य भाषा में इनको समानार्थक शब्द भी कहते हैं।

    अक्षर- वर्ण, हर्फ़

    आज्ञा- आदेश, हुक्म, निर्देश

     

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