CBSE Class 10 Hindi Answer Key 2025 and Question Papers, Download PDF All SETs

SHARING IS CARING
If our Website helped you a little, then kindly spread our voice using Social Networks. Spread our word to your readers, friends, teachers, students & all those close ones who deserve to know what you know now.
The CBSE Class 10 Hindi Paper 2025 exam was conducted today, February 28, 2025. The exam lasted for 3 hours, conducted from 10:30 am to 1:30 pm, with an additional 15 minutes given for reading the question paper.
Here we are providing a detailed analysis of student responses, expert opinions, and the difficulty level of the paper including expected good scores, time-consuming section, and longest question.
We have shared the CBSE Class 10 Hindi Question Paper 2025 PDF and answer key to help students check their answers and evaluate their performance. A direct link to download the CBSE 10th Hindi Question Paper 2025 to be available on this page.
👉 CBSE Class 10 Hindi A Question Paper 2025 Set-1
👉 CBSE Class 10 Hindi A Question Paper 2025 Set-2
CBSE Class 10th Hindi A Exam Analysis 2025: Students' Feedback
As the CBSE 10th Hindi Course A exam is concluded, we will accumulate and update the first-hand reaction of the students soon.
- The overall paper was moderate, and lengthy.
- Mostly conceptual questions came in the examination.
- 'Muhavre' were easy and came among the known ones only.
CBSE Class 10 Hindi Course B Exam Analysis 2025: Student’s Reviews
After the exam concluded, we talked to the aspirants and some of the reactions for CBSE Class 10 Hindi B Exam Analysis 2025 from the candidates will be updated here:
- "The paper was mostly easy, but the unseen passage had tricky questions. The grammar section was straightforward."
- "The writing section was simple, but some literature-based questions needed detailed answers."
- "Most questions were from NCERT. The poems were easy to understand, but a few long-answer questions were a bit confusing."
CBSE Class 10 Hindi Course A Exam Analysis 2025
The following table highlights the CBSE Class 10 Hindi Course A exam analysis 2025:
Parameter | CBSE 10th Hindi A Exam Analysis 2025 |
Overall difficulty level of the paper | Moderate |
Difficulty Level of Section A | Easy to Moderate |
Difficulty Level of Section B | Easy to Moderate |
Difficulty Level of Section C | Moderate |
Difficulty Level of Section D | Moderate |
Difficulty Level of Section E | Moderate |
Expected Good Score | 60+ |
Lengthiest Question (If any) | Section 4, Question 12 and 13 |
Time-Consuming Section (If any) | The paper was time-consuming. |
CBSE Class 10 Hindi Course B Exam Analysis 2025
Here is the complete Class 10 CBSE Hindi B Exam Analysis 2025 in the table below:
Parameter | CBSE 10th Hindi B Exam Analysis 2025 |
Overall difficulty level of the paper | Easy to Moderate |
Difficulty Level of Section A | Easy |
Difficulty Level of Section B | Easy |
Difficulty Level of Section C | Easy to Moderate |
Difficulty Level of Section D | Easy to Moderate |
Difficulty Level of Section E | Moderate |
Expected Good Score | 60+ score |
Lengthiest Question (If any) | To Be Updated |
Time-Consuming Section (If any) | No |
CBSE Class 10th Hindi A & B Exam Answer Key 2025
(SET-1) (खंड - क)
1. (i) Question: शिक्षक शिक्षा के साथ-साथ शिष्यों को प्रदान करता है -
(A)नैतिक मूल्यों का ज्ञान (Correct Answer)
(B) धन-अर्जित करने का ज्ञान
(C) पेशेवर विकास का ज्ञान
(D) भविष्य की भविष्यवाणी करने का ज्ञान
(ii) Question: गुरु को महत्ता क्यों कहा गया है ?
(A) छात्रों के हित लिए गुरु के भीतर छिपी कल्याण-भावना के कारण
(B) समाज के भविष्य निर्माताओं को तैयार करने की भूमिका के कारण (Correct Answer)
(C) छात्रों के जीवन पर सकारात्मक प्रभाव डालने के कारण
(D) रोजगार हेतु विद्यार्थियों में कौशल विकास करने के कारण
(iii) Question: निम्नलिखित कारण तथा कारण को ध्यानपूर्वक पढ़कर उचित विकल्प का चयन कीजिए:
कथन: मानव जाति के लिए नए सोच और दृष्टिकोण विकसित करना शिक्षक का दायित्व है।
कारण: हमारी भारतीय ज्ञान परंपरा और प्रदेशों में गुरु को महान बताया गया है।
(A) कथन गलत कारण लेने योग्य नहीं।
(B) कारण सही है लेकिन कथन गलत है।
(C) कथन सही है लेकिन कारण कथन की सही व्याख्या नहीं। (Correct Answer)
(D) कथन सही है और कारण कथन की सही व्याख्या करता है।
(iv) (प्र) शिक्षक को पथ-प्रदर्शक इसलिए कहा जाता है क्योंकि:
वह छात्रों को सही मार्ग दिखाकर उनके जीवन को संवारता है।
शिक्षक केवल शैक्षिक ज्ञान ही नहीं, बल्कि नैतिक और सामाजिक मूल्यों का भी बोध कराता है।
(v) (फ) कबीरदास जी ने गुरु की तुलना कुम्हार से इसलिए की है क्योंकि:
जिस प्रकार कुम्हार मिट्टी के घड़े को बाहर से सहारा देकर और अंदर से थपकी देकर आकार देता है, उसी प्रकार गुरु भी अपने छात्रों को सही शिक्षा और अनुशासन देकर योग्य बनाता है।
गुरु अपने शिष्यों के अंदर छिपी प्रतिभा को निखारता है और उन्हें समाज के लिए उपयोगी बनाता है।
2. (i) Question: कवि पूर्व निर्मित मार्गों का अनुसरण क्यों नहीं करना चाहता है ?
(A) वह किसी और का अनुसरण चमककर करना चाहता है।
(B) किसी और के द्वारा निर्मित मार्ग उसे अच्छा नहीं लगता है।
(C) कवि आत्मनिर्भर है और अपना मार्ग स्वयं बनाना चाहता है। (Correct Answer)
(D) वह अपने द्वारा निर्मित मार्ग पर चलना उसे अनुचित लगता है।
(ii) Question: किस तरह के लोग दूसरों के सहारे जीवन जीते हैं ?
(A) जो आत्मनिर्भर प्रवृत्ति के होते हैं।
(B) जो अमर और विराज होते हैं। (Correct Answer)
(C) जो जल्दी सफल होना चाहते हैं।
(D) जिनके सपने बहुत बड़े होते हैं।
(iii)Question: बादलों की तुलना किससे की गई है ?
(A) अपनी ही धुन पर थिरकती गायक मंडली से
(B) दूसरों की धुन पर थिरकती गायक मंडली से (Correct Answer)
(C) अपनी ही धुन में मग्न नर्तक मंडली से
(D) तीव्र गति से नृत्य करती नर्तक मंडली से
(iv) Question: "कदम तो जो हमारी यात्रा से बने ऐसे अनगिनत पंख प्यारे हैं।" - का आशय स्पष्ट कीजिए।
Ans: यह पंक्ति यह सुझाती है कि यात्रा स्वयं व्यक्ति के रास्ते को आकार देती है। अनेक पंख यात्रा के दौरान प्राप्त अनुभवों, पाठों और विकास का प्रतीक हैं, जो अपने रास्ते पर चलने से मिलते हैं।
(v)Question: प्रकृति के विविध घटक कवि को क्या प्रेरणा देते हैं ? किन्हीं दो बिंदुओं का उल्लेख कीजिए।
Ans: स्वतंत्रता और गतिशीलता - हवा, बादल, और पक्षी निरंतर गति में रहते हैं, जो जीवन में आगे बढ़ने की प्रेरणा देते हैं।
सहयोग और समरसता - प्रकृति के सभी घटक एक-दूसरे से जुड़े होते हैं, जिससे हमें सामूहिकता और सहयोग का महत्व समझ में आता है।
(खंड – ख)
3. 'रचना के आधार पर वाक्य-भेद' पर आधारित प्रश्नों के उत्तर:
(क) काशी में कलाधर – हनुमान हैं और नृत्य – विश्वनाथ हैं।
Ans: सरल वाक्य: काशी में हनुमान कलाधर हैं और विश्वनाथ नृत्य हैं।
(ख) शहनाई की जादुई आवाज़ का असर हमारे सिर चढ़कर बोलने लगता है।
Ans: मिश्र वाक्य: जब शहनाई की जादुई आवाज़ सुनाई देती है, तो उसका असर हमारे सिर चढ़कर बोलने लगता है।
(ग) यदि कल्याण की भावना से नाता टूट जाए तो यह संस्कृति नहीं रह जाएगी।
Ans: वाक्य-भेद: यह शर्तबोधक वाक्य है।
(घ) जो ये बातें बता रहे हैं, वे सियाजी के मित्र हैं।
Ans: आश्रित उपवाक्य: "जो ये बातें बता रहे हैं।"
उपवाक्य भेद: विशेषण उपवाक्य
(ङ) खतरनाक रास्ते होने के कारण हम मौन हो गए।
Ans: संयुक्त वाक्य: रास्ते खतरनाक थे, इसलिए हम मौन हो गए।
4. 'वाक्य' पर आधारित प्रश्नों के उत्तर:
(क) पंत ने प्रकृतिपरक कविताएँ लिखी हैं।
Ans: कर्मवाच्य: प्रकृतिपरक कविताएँ पंत द्वारा लिखी गई हैं।
(ख) मुझसे हँसा नहीं जाता।
Ans: वाक्य भेद: अकर्मक वाच्य
(ग) उनके द्वारा मुझे सच्चाई का अहसास कराया गया।
Ans: कर्तृवाच्य: उन्होंने मुझे सच्चाई का अहसास कराया।
(घ) वह घर आते ही गोलियाँ को लेकर गंगा जी की ओर चल पड़ी।
Ans: वाक्य-भेद: मिश्र वाक्य
(ङ) किस वाच्य में क्रिया सदैव सकर्मक होती है?
Ans: उत्तर: कर्मवाच्य में क्रिया सदैव सकर्मक होती है।
5. निर्देशानुसार 'पद-परिचय' पर आधारित पाँच प्रश्नों में से किन्हीं चार प्रश्नों के रेखांकित पदों का पद-परिचय दीजिए।
(क) काशी ने हजारों सालों का इतिहास है।
Ans: काशी – संज्ञा (स्थानवाचक संज्ञा)
(ख) भवभूति संस्कृत साहित्य के प्रथम नाटककार हैं।
Ans: भवभूति – संज्ञा (व्यक्तिवाचक संज्ञा)
(ग) हम चलो रोये-विललाते भाग चले।
Ans: रोये-विललाते – क्रिया विशेषण
(घ) विवेकानंद ने समाज में लोकसांस्कृतिक और वैज्ञानिक चेतना का विकास किया।
--------
(ङ) उन्होंने बौद्ध धर्म का प्रचार अपने पूरे जीवन भर खूब किया।
Ans: बौद्ध धर्म – संज्ञा (भाववाचक संज्ञा)
6. निर्देशानुसार 'अलंकार' पर आधारित पाँच प्रश्नों में से किन्हीं चार प्रश्नों की रेखांकित काव्य-पंक्तियों में अलंकार पहचानकर लिखिए।
(क) अभिमन्यु-धन के निधन से कारण हुआ जो मूल है
इससे हमारे हत हृदय को, हो रहा जो शूल है।
Ans: श्लेष अलंकार – "मूल" और "शूल" शब्दों के द्विअर्थी प्रयोग के कारण।
(ख) अंग-अंग नग जगमग दीप-सिखा सी देह।
Ans: उपमा अलंकार – "अंग-अंग नग जगमग दीप-सिखा सी देह" में उपमा का प्रयोग।
(ग) उदाहरण द्वारा अतिशयोक्ति अलंकार स्पष्ट कीजिए।
Ans: अतिशयोक्ति अलंकार – "पेड़-पौधे, पानी और पहाड़ बाँटते हैं" में कल्पना से अधिक बढ़ा-चढ़ाकर वर्णन।
(घ) मगर उनकी लाई चिड़ियाँ
पेड़-पौधे, पानी और पहाड़ बाँटते हैं।
(ङ) सोहल ओढ़े पीत पट, श्याम सलोने गात
मनु नील मनि सैल पर, आतप पथरी प्रभात।
Ans: रूपक अलंकार – "सोहल ओढ़े पीत पट, श्याम सलोने गात" में उपमेय और उपमान का एकीकरण।