Self Studies

MP Board 12th भूगोल 2023 : महत्वपूर्ण VVI सब्जेक्टिव प्रश्‍न; यही से आएगा - रटलो परीक्षा से पहले

MP Board 12th भूगोल 2023 :  महत्वपूर्ण VVI सब्जेक्टिव प्रश्‍न; यही से आएगा - रटलो परीक्षा से पहले

SHARING IS CARING

If our Website helped you a little, then kindly spread our voice using Social Networks. Spread our word to your readers, friends, teachers, students & all those close ones who deserve to know what you know now.

Self Studies Self Studies

MP Board 12th भूगोल 2023 : महत्वपूर्ण VVI सब्जेक्टिव प्रश्‍न; यही से आएगा - रटलो परीक्षा से पहले

यहां भूगोल 12वी Exam 2023 के लिए New Blue Print पर आधारित Most Important Subjective Questions-Answer  दिए गए है. ये प्रश्न (Question ) Study Material के रूप में तैयार किये गए. जो आपके Paper के लिए बहुत महत्वपूर्ण है और ये Most Important Question तैयारी को और बेहतर बना सकते है I

Most Important Question

Q.1 आयु संरचना से क्या तात्पर्य है ? इसके प्रकारों को स्पष्ट कीजिए।

Ans. आयु के अनुसार जनसंख्या को निम्नांकित तीन संवर्गों में विभाजित किया गया है

(i) बाल जनसंख्या-15 वर्ष से कम आयु वाली जनसंख्या को बाल जनसंख्या कहा जाता है विश्व की कुल जनसंख्या का 35.6% भाग बाल जनसंख्या है।

(ii) युवा जनसंख्या-15 से 59 वर्ष तक की आयु वाली जनसंख्या को युवा जनसंख्या कहा जाता है। । विकसित देशों में यह आयु संवर्ग 15 से 65 वर्ष तक की आयु को माना जाता है।

(iii) वृद्ध जनसंख्या-60 वर्ष तथा इससे अधिक आयु वाली जनसंख्या वृद्ध जनसंख्या मानी जाती है, विकसित देशों में वृद्ध जनसंख्या 15% तक है तथा विकासशील देशों में यह केवल 5% तक है।

Q.2. पिट्सबर्ग में लौह-इस्पात उद्योग के विकास के क्या कारण हैं?

Ans. पिट्सबर्ग-यंगस्टन क्षेत्र-यह संयुक्त राज्य अमेरिका का प्रमुख उत्पादक क्षेत्र है। यहाँ के प्रमुख इस्पात क्षेत्र-पिट्सबर्ग, एलधनी, वारेन यंगस्टाउन, ओहियो तथा जोंसटाउन हैं।

प्रमुख कारण-

(1) यहाँ रेल एवं परिवहन की सुविधा है।

(2) यहाँ शीतोष्ण जलवायु में श्रमिक कार्य कर सकते हैं।

(3) घनी जनसंख्या के कारण सस्ते कुशल श्रमिक मिल जाते हैं।

(4) जल-प्रपात रेखा से विद्युत् प्राप्त हो जाती है।

(5) इसके पास पेंसिलवानिया राज्य से उत्तम कोयला प्राप्त होता है।

Q.3. मानव के प्राथमिक क्रियाकलापों की कोई चार विशेषताएँ लिखिए।

Ans. मानव के प्राथमिक क्रियाकलापों की चार प्रमुख विशेषताएँ निम्नलिखित हैं

1. प्राथमिक व्यवसाय के अन्तर्गत मानव अपने जीवनयापन के लिए प्राकृतिक साधनों से सामग्री प्राप्त करता है।

2. यह व्यवसाय सरल होते हैं और कम बुद्धि का व्यक्ति भी इन्हें अपना सकता है।

3. यह व्यवसाय प्रायः परम्परागत होते हैं।

4. मानव अपने भोजन, वस्त्र, आवास और अन्य सुविधाओं के लिए शिकार करना, मछली पकड़ना, लकड़ी काटना, पशु चराना, कृषि, खनन तथा वनोपज एकत्रित करना आदि व्यवसाय करता है।

Q.4. उपग्रह संचार की कोई पाँच विशेषताएँ लिखिए।

Ans. कृत्रिम उपग्रह का महत्व निम्नलिखित हैं-

(1) इनके द्वारा मौसमी, जलीय तथा सागरीय दशाओं संबंधी बहुत उपयोगी आँकड़े एकत्रित किये जाते हैं।

(2) समुद्र तटों पर आने वाले तूफानों की पूर्व सूचना उपलब्ध होती है, जिससे हजारों मछुआरों की जीवन रक्षा कर पाना सम्भव हुआ है।

(3) उपग्रहों द्वारा दूर-दूर तक रेडियो कार्यक्रम प्रसारित किये जाते हैं।

(4) इनके द्वारा टेलीविजन नेटवर्क का विस्तार करने में सहायता मिली है।

(5) कृत्रिम उपग्रह से सागर तल के तापमान संबंधी आँकड़े एकत्रित किये जाते हैं। यह कार्य विभिन्न देशों के मीटिओरोलॉजिकल डाटा यूटिलाइजेशन सेन्टर करते हैं। इनके आधार पर वर्षा सम्बन्धी जानकारी का अनुमान लगाया जाता है।

Q.5. जल परिवहन किसे कहते हैं ? यह कितने प्रकार का होता है?

Ans. जब परिवहन का कार्य, महासागरों, सागरों, झीलों, नदियों, नहरों के माध्यम से किया जाता है तो ऐसे परिवहन को जल परिवहन कहते हैं।

जल परिवहन के प्रकार-जल परिवहन मुख्यत: तीन प्रकार का होता है-

(i) बाह्य या समुद्री जल परिवहन-परिवहन का कार्य जब दो देशों के मध्य सागरों, महासागरों द्वारा सम्पन्न होता है बाह्य या समुद्री परिवहन कहलाता है।

(ii) आंतरिक जल परिवहन-देश के भीतरी भागों में नदियों, नहरों के द्वारा किया जाने वाला परिवहन आंतरिक जल परिवहन कहलाता है।

(iii) तटवर्ती जल परिवहन-देश के तटीय क्षेत्रों में तट के किनारे-किनारे किया जाने वाला परिवहन तटवर्ती जल परिवहन कहलाता है।

Q.6. सड़क परिवहन को प्रभावित करने वाले भौगोलिक कारणों को लिखिये ।

Ans. वास्तव में परिवहन के अन्य साधनों की अपेक्षा सड़क परिवहन सर्वाधिक उपयोगी है। सड़क परिवहन के अभाव में परिवहन के अन्य साधन अपूर्ण है। सड़क परिवहन को प्रभावित करने वाले प्रमुख भौगोलिक कारण निम्नलिखित हैं

(1) धरातलीय रचना-समतली भू-भागों में सड़क परिवहन का अच्छा विकास होता है किन्तु पहाड़ी क्षेत्र, वन क्षेत्र एवं रेगिस्तानी क्षेत्रों में इसका विकास कम हो पाता है।

(2) जलवायु-जिन भागों में सड़क परिवहन हेतु जलवायु अनुकूल होती है वहाँ सड़कों का विकास हुआ है जबकि विषम जलवायु क्षेत्रों में सड़कों का विकास कम हो पाता है।

(3) व्यापारिक उन्नति-जिन भागों में व्यापारिक उन्नति अधिक हुई है उन भागों में सड़कों का भी अधिक विकास हुआ है। जबकि ऐसे क्षेत्र जो व्यापारिक रूप से पिछड़े हैं सड़कों का भी कम विकास हो पाया है।

Q.7. कोई तीन संचार के साधनों को लिखिये ?

Ans. वे साधन या माध्यम जिनके द्वारा संदेश, सूचनाएँ आदि एक स्थान से दूसरे स्थान भेजते हैं संचार के साधन कहलाते हैं। संचार के प्रमुख साधन निम्नलिखित हैं

(1) टेलीविजन-आज के समय में टेलीविजन संचार का सशक्त माध्यम है जिसके माध्यम से आवाज व चित्रों को एक स्थान से दूसरे स्थान भेजा जाता है।

(2) रेडियो-रेडियो आज भी संचार का महत्वपूर्ण साधन है। इसके द्वारा भी आवाज संदेश एक स्थान से दूसरे स्थान को भेजा जाता है।

(3) मोबाइल फोन-मोबाइल के माध्यम से वर्तमान समय में संदेश, संवाद, चित्रों का संचार बहुत ओसान हो गया है।

Q.8. उपग्रह संचार से क्या आशय है, लिखिए ?

Ans. जिस प्रकार पृथ्वी की परिक्रमा करने वाला उपग्रह चन्द्रमा है उसी प्रकार मानव विशेष उद्देश्यों की पूर्ति के लिए अपनी बुद्धि-बल से मशीनीकृत कृत्रिम उपग्रह बनाकर रॉकेटो की सहायता से अंतरिक्ष में स्थापित करते हैं। ये कृत्रिम उपग्रह पृथ्वी का चक्कर लगाते हुए विविध सूचनाएँ प्रदान करते हैं। यह आधुनिकतम सुदूर संचार का साधन है।

Q.9. प्रवास किसे कहते हैं ? इसको प्रभावित करने वाले कारक कौन-कौन से हैं ?

Ans. सामान्यतया लोगों का एक स्थान से दूसरे स्थान में जाकर या आकर बसना प्रवास कहलाता है। प्रवास या स्थानांतरण को प्रभावित करने वाले प्रमुख कारक निम्नलिखित हैं

(1) आर्थिक रूप से पिछड़े राज्यों या क्षेत्रों से जनसंख्या उत्प्रवासी के रूप में अधिक प्रवास होता है। इसके पीछे जनसंख्या का अधिक दबाव भी होता है।

(2) आर्थिक दृष्टि से कम विकसित राज्यों में उत्प्रवास की अपेक्षा अप्रवास अधिक देखने को मिलता है। क्योंकि ऐसे क्षेत्रों में विकास हेतु रोजगार के अवसर उपलब्ध होते हैं।

(3) औद्योगिक दृष्टि से विकसित प्रदेशों की जनसंख्या अप्रवास के कारण तेजी से बढ़ जाती है।

(4) प्रवास के कारण ही नगरों, महानगरों की जनसंख्या तेजी से बढ़ी है और नगरीकरण की समस्याएँ उत्पन्न हो गई हैं।

Q.10. चावल की खेती के लिए किन जलवायु या भौगोलिक दशाओं का होना आवश्यक है ?

Ans. आवश्यक भौगोलिक दशाएँ-

(1) प्रकृति-यह उष्ण कटिबन्धीय उपज है।

(2) जलवायु-उष्ण-आर्द्र जलवायु उपयुक्त होती है।

(3) तापमान–बोते समय 20° सेण्टीग्रेड, पकते समय 27° सेण्टीग्रेड आवश्यक है। पकते समय खुला आकाश, चमकीली धूप उपज को बढ़ाती है।

(4) वर्षा-100 से 200 सेमी वार्षिक वर्षा वाले क्षेत्र उपयुक्त, कम वर्षा वाले क्षेत्रों में सिंचाई अनिवार्य है।

(5) मृदा-चिकनी गहरी दोमट मृदा, जिसमें चीका और जलोढ़ की मात्रा अधिक हो, उपयुक्त होती है।

Q.11. दामोदर घाटी योजना के कोई तीन लाभ लिखिए।

Ans. दामोदर घाटी योजना भारत की प्रमुख बहुद्देशीय नदी घाटी योजना है इससे अनेक लाभ हुए हैं। जिनमें प्रमुख हैं-

1. बाढ़ पर नियंत्रण-दामोदर घाटी योजना से विनाशकारी बाढ़ों पर नियंत्रण हुआ है और जन-माल के नुकसान से बचाव हुआ है।

2. मिट्टी के कटाव पर रोक-इस नदी घाटी योजना के क्रियान्वयन से संपूर्ण दामोदर घाटी क्षेत्र में मिट्टी के कटाव पर रोक लगी है।

3. जल स्तर में वृद्धि–इस नदी घाटी योजना से अनेक बाँधों का निर्माण किया गया है जिससे आसपास के लम्बे-चौड़े क्षेत्र के भू-जल स्तर में वृद्धि हुई है।

4. सिंचाई के साधन के रूप में-दामोदर घाटी परियोजना से बाँधों एवं नहरों का निर्माण हुआ है। जिससे सिंचित क्षेत्र में वृद्धि हुई है।

Q.12. भारत में आनंद डेयरी के उद्देश्यों को लिखिये।

Ans. भारत के गुजरात राज्य में आनंद मिल्क यूनियन लिमिटेड की स्थापना की गई इसके प्रमुख उद्देश्य निम्नलिखित हैं -

(1) दूध उत्पादन को ग्रामीण क्षेत्रों में कृषि के पूरक व्यवसाय के रूप में स्थापित करना।

(2) पशुपालन का आधुनिकीकरण करना तथा अधिक लाभप्रद बनाना।

(3) सहकारीकरण के माध्यम से पशुपालकों को दूध का सही मूल्य दिलाना।

Q.13. नगरीय कूड़ा-करकट निपटान का अर्थ समझाइये।

Ans. नगरों की बढ़ती जनसंख्या तथा झुग्गी-झोपड़ियों के कारण नगरों की स्वच्छता गड़बड़ा जाती है। जिससे यत्र-तत्र कचरों का ढेर जमा हो जाता है साथ ही नगरों में औद्योगिक कचरां भी बड़ी मात्रा में निकलता है। इन तमाम कचरों का उचित रीति से निपटान ही नगरीय कचरा निपटान कहलाता है।

Q.14. ब्लाश के अनुसार मानव भगोल की परिभाषा लिखिए।

Ans.पॉल विडाल-डी-ला ब्लाश के अनुसार मानव भूगोल की परिभाषा:- हमारी पृथ्वी को नियंत्रित करने वाले भौतिक नियमों तथा इस पर रहने वाले जीवों के मध्य संबंधों के अधिक संश्लेषित ज्ञान से उत्पन्न संकल्पना।

Q.15. पर्यावरण प्रदूषण क्या है?

Ans. पर्यावरण प्रदूषण से आशय एक ऐसे वातावरण से है जो मानव की क्रियाओं को प्रभावित करता है तथा उसमें हानिकारक प्रभाव डालता है जिसके परिणामस्वरूप संपूर्ण वातावरण आकस्मिक परिवर्तन उत्पन्न करता है। जिससे चारों ओर का वातावरण बदल जाता है और प्रभाव डालता है।

Q.16. ध्वनि प्रदूषण के दो कारण लिखिए।

Ans. ध्वनि प्रदूषण के स्त्रोत निम्नलिखित हैं -

1. विभिन्न प्रकार के वाहनों से उत्पन्न ध्वनि: मोटरकार, स्कूटर, टेंपो, हेलीकाॅप्टर, जेट आदि।

2. घरेलू मनोरंजन के साधन - रेडियो, टेप, टेलीवीजन, लाउड स्पीकर, आतिशबाजी, बैंड-बाजे इत्यादि।

Q.17. जन्मदर एवं मृत्युदर का क्या अर्थ है ?

Ans. जन्मदर- किसी देश या क्षेत्र में प्रति हजार व्यक्तियों पर एक वर्ष में जन्मे जीवित बच्चों की संख्या को जन्मदर कहा जाता है। सन् 2011 की जनगणना के अनुसार जन्म दर 20-97 व्यक्ति प्रति हजार है। किसी भी देश में जन्मदर जितनी ऊँची होगी उस देश में जनसंख्या वृद्धि की दर भी उतनी ही ऊँची होगी।

मृत्युदर- किसी देश या क्षेत्र में प्रति हजार व्यक्तियों पर एक वर्ष में मरने वाले बच्चों की संख्या को मृत्युदर कहते हैं। किसी भी देश की मृत्यु दर जितनी ऊँची होगी जनसंख्या वृद्धि दर उतनी ही नीची होगी।

Q.18. तीव्र जनसंख्या वृद्धि का पर्यावरण एवं विकास पर क्या प्रभाव पड़ता है?

Ans. बढ़ती हुई जनसंख्या वृद्धि ने कई समस्याओं को जन्म दिया है। इससे देश के पर्यावरण एवं विकास पर गहरा प्रभाव पड़ता है, जिन्हें निम्न बिन्दुओं द्वारा स्पष्ट किया जा सकता है-

(1) संसाधनों का ह्रास-तेजी से बढ़ती जनसंख्या की आवश्यकता पूर्ति हेतु सीमित संसाधनों का तेजी से विदोहन हो रहा है। इस तरह संसाधनों का तेजी से ह्रास हो रहा है।

(2) वनीय क्षेत्र का ह्रास एवं पर्यावरण में असंतुलन-पर्यावरण संतुलन के लिए भू-भाग के 33% भाग में वनों का होना आवश्यक है, किन्तु जनसंख्या वृद्धि के कारण वनों को लगातार साफ कर कृषि भूमि एवं आवासीय क्षेत्र में परिणित किया जा रहा है जिससे पर्यावरण भी प्रदूषित होता है।

(3) भूमि की उपजाऊपन का ह्रास-बढ़ती हुई आबादी के लिए खाद्यानों की पूर्ति हेतु भूमि में लगातार फसल उगाने एवं रासायनिक उर्वरकों के बेतरतीब उपयोग से भूमि की उपजाऊ शक्ति का ह्रास हो रहा है।

(4) भूख एवं गरीबी-जिस अनुपात में जनसंख्या बढ़ रही है उस अनुपात में उत्पादन नहीं बढ़ पाने से देश में निरंतर भूख एवं गरीबी की समस्या बढ़ती जा रही है। इस प्रकार बढ़ती हुई जनसंख्या किसी देश के विकास में बाधक है।

Q.19. भारत की जनसंख्या का भौगोलिक वितरण लिखिये।

Ans. भारत में जनसंख्या का वितरण सर्वत्र समान नहीं है। भारत की जनसंख्या का भौगोलिक वितरण निम्नानुसार है-

(1) उच्च जनसंख्या घनत्व वाले क्षेत्र- इन प्रदेशों को दो भागों में विभाजित किया जा सकता है-

(क) अत्यधिक जनसंख्या घनत्व वाले क्षेत्र–इसके अन्तर्गत भारत के वे क्षेत्र आते हैं जहाँ जनसंख्या घनत्व 600 व्यक्ति प्रतिवर्ग कि.मी. है। दिल्ली, चण्डीगढ़, पांडिचेरी, लक्ष्यद्वीप, दमनद्वीप आदि।

(ख) अधिक जनसंख्या घनत्व वाले क्षेत्र–इसके अन्तर्गत वे क्षेत्र आते हैं जहाँ का जनसंख्या घनत्व 550 से 700 व्यक्ति प्रतिवर्ग कि.मी. है। इसमें पंजाब, हरियाणा, तमिलनाडु, दादरा एवं नागर हवेली क्षेत्र आते हैं।

(2) मध्यम जनसंख्या घनत्व वाले क्षेत्र-300 से 450 व्यक्ति प्रतिवर्ग कि. मी. वाले क्षेत्र शामिल होते हैं इसके अन्तर्गत गोवा, असम, झारखण्ड, महाराष्ट्र, त्रिपुरा, आन्ध्रप्रदेश, गुजरात व उड़ीसा शामिल हैं।

(3) निम्न जनसंख्या घनत्व वाले क्षेत्र-100 से 200 व्यक्ति प्रति वर्ग कि. मी. जनसंख्या घनत्व वाले क्षेत्र इसके अन्तर्गत आते है। म.प्र., उ.प्र., गुजरात, राजस्थान, छत्तीसगढ़ आदि शेष समस्त राज्य इस श्रेणी में आते हैं

Q.20. भारतीय कृषि की कोई पाँच विशेषताएँ लिखिए।

Ans. भारतीय कृषि की विशेषताएँ-

(1) खाद्यान्न की प्रधानता - देश की कृषि खाद्यान्न प्रधान है क्योंकि विशाल जनसंख्या के लिए भोजन जुटाना मुख्य लक्ष्य है। कुल कृषि उत्पादन में 80% भाग खाद्यान्नों का होता है।

(2) फसलों की विविधता - भारत में जलवायु विषमता के कारण कई प्रकार की फसलें ली जाती हैं। एक ही खेत में एक साथ अनेक फसलें बोयी जाती हैं।

(3) कृषि का पुराना ढंग - देश में आज भी कृषि पुराने ढंग से की जाती है। मशीनों का प्रयोग नगण्य है, खाद का प्रयोग कम होती है और कृषक नई वैज्ञानिक विधियों को अपनाने में हिचकते हैं क्योंकि अधिकांश भारतीय ग्रामीण किसान निर्धन व अशिक्षित हैं।

Q.21. जूट की पैदावार के लिए अनुकूल परिस्थितियों (भौगोलिक दशाओं) का वर्णन कीजिए।

Ans. अनुकूल परिस्थितियाँ-

(1) जलवायु-जूट उष्ण-आर्द्र जलवायु प्रदेश में होता है। इसे ऊँचे तापमान और नम जलवायु की आवश्यकता होती है।

(2) तापमान-24° से 37° सेण्टीग्रेड तक उपयुक्त होता है।

(3) वर्षा-वर्षपर्यन्त वर्षा 100 से 200 सेमी तक उपयुक्त होती है।

(4) मृदा-गहरी उपजाऊ काँप दोमट मृदा, नदियों के बाढ़ क्षेत्र, डेल्टा प्रदेश जिसका प्रतिवर्ष नवीनीकरण होता रहता है, जूट के लिए आदर्श होती है।

(5) पर्याप्त स्वच्छ जल पूर्ति-जूट के पौधे को कटाई के बाद नदी जल या तालाब में सड़ाने के पश्चात् पौधे से रेशा निकालकर साफ किया जाता है । इस हेतु पर्याप्त जल की पूर्ति आवश्यक होती है।

Q.22. रेल परिवहन की प्रमुख समस्याएँ क्या हैं ?

Ans. भारतीय रेल परिवहन अनेक समस्याओं से जूझता हुआ विकास के पथ पर अग्रसर है। जिनमें निम्नलिखित समस्याएँ हैं

1. पटरी की चौड़ाई में भिन्नता- भारत में तीन गेजों अर्थात् तीन विभिन्न चौड़ाई की पटरियाँ बिछायी गई हैं। जिनके कारण निरन्तर यात्रा एवं माल ढुलाई में कठिनाई होती है क्योंकि विभिन्न गेजों वाले रेल स्टेशनों में माल एवं यात्रियों को गाड़ी बदलने की आवश्यकता होती है अत: समय की बर्बादी होती है। इससे शीघ्र नष्ट होने वाले माल खराब हो जाते हैं। अत: रेलपथ की चौड़ाई की भिन्नता को खत्म करने की आवश्यकता है। इसी उद्देश्य से रेलवे ने देशभर में सिर्फ बड़ी रेल लाइनें रखने और सभी छोटी लाइनों को बड़ी लाइन में बदलने की एक महत्वाकांक्षी योजना तैयार की है।

2. पुराने रेलपथ–देश की रेल पटरियाँ एवं रेलवे पुल पुराने हो गये हैं। अब ये अधिक भार व यातायात के योग्य नहीं रहे। इनमें अब दुर्घटनाएँ होने की संभावनाएँ बढ़ गई हैं। अत: नवीन प्रौद्योगिकी के अनुसार इनका नवीनीकरण, मरम्मत् एवं देखभाल किया जाना अत्यन्त आवश्यक हो गया है।

3. स्थानाभाव-जनसंख्या वृद्धि एवं नगरों का विस्तार होने के कारण घने बसे क्षेत्रों में रेलमार्गों के विस्तार के लिए स्थान का अभाव है। ऐसी स्थिति में महानगरों में रेलपथों का आवश्यकतानुसार विस्तार करना एक कठिन कार्य है। स्थानाभाव एवं भीड़-भाड़ की समस्या को दूर करने की दृष्टि से कोलकाता एवं दिल्ली में भूमिगत रेलपथ'' (Metro Rail) का निर्माण किया गया है।

Q.23. मानव भूगोल के विषय क्षेत्र के कोई दो बिन्दु लिखिए।

Ans.

मानव भूगोल के विषय क्षेत्र में प्रमुख बिंदु हैं 

1. जनसंख्या संसाधन/जनता व उसकी क्षमता: - मानव भूगोल जनसंख्या के वितरण प्रारूप, जनसमूहों, प्रवास, अधिवास तथा उसकी प्रजातिगत सामाजिक संरचना का ऐतिहासिक परिप्रेक्ष्य मे विवेचन करता है।

2. प्राकृतिक संसाधन/प्रदेश के प्राकृतिक संसाधन :- प्राकृतिक वातावरण के विभिन्न तत्त्वों का अध्ययन तथा मानव क्रियाकलापों पर इन तत्त्वों के प्रभाव का अध्ययन किया जाता है। इसमें प्राकृतिक संसाधन, भूमि जल, वन, खनिज का अध्ययन सम्मिलित होता है।

3. सांस्कृतिक वातावरण :- पृथ्वी पर जो भी दृश्य मनुष्य की क्रियाओं द्वारा बने हुये दिखाई पड़ते है, वे सब मानव भूगोल के अध्ययन में शामिल है। सांस्कृतिक तत्त्व मानव व पर्यावरण के अन्तर्सम्बन्ध को प्रकट करते है। अतः सांस्कृतिक तत्वों के अन्तर्गत जीव जन्तुओं एवं मानव का वातावरण के साथ अनुकूलन, जीविका के साधन, परिवहन, भवन निर्माण सामग्री, अधिवास आदि सम्मिलित हैं ।

Q.24 हरिद्वार कौन सा नगर है?

Ans. धार्मिक नगर

Q.25: वनों के प्रत्यक्ष लाभों का वर्णन कीजिए। (कोई तीन)

Ans. वन पर्यावरण सन्तुलन बनाये रखते हैं तथा हमें जीवन के रूप ऑक्सीजन प्रदान करते हैं।

वनों के प्रत्यक्ष लाभ :

(1) लकड़ी की प्राप्ति :- वनों से 550 वृक्ष ऐसे हैं जो व्यवसाय के लिए बहुत उपयोगी होते हैं जैसे- सागौन, साल, शीशम, चन्दन, बबूल आदि।

(2) ईंधन की प्राप्ति :- वनों से हमें लकड़ी की प्राप्ति होती हैं। लकड़ी को ईंधन के रूप में प्रयुक्त किया जाता है।

(3) पशुओं के लिए चारा :- वनों में पालतू पशुओं को चारा उपलब्ध होता हैं। जिससे हमारे भारत के पशुओं की उदर पूर्ति होती हैं और पशुपालकों को लाभ होता हैं।

 

 

 

Self Studies Home Quiz Quiz Self Studies Short News Self Studies Web Story
Self Studies Get latest Exam Updates
& Study Material Alerts!
No, Thanks
Self Studies
Click on Allow to receive notifications
Allow Notification
Self Studies
Self Studies Self Studies
To enable notifications follow this 2 steps:
  • First Click on Secure Icon Self Studies
  • Second click on the toggle icon
Allow Notification
Get latest Exam Updates & FREE Study Material Alerts!
Self Studies ×
Open Now