MP बोर्ड 12वीं अर्धवार्षिक परीक्षा 2024-25: हिंदी में महत्वपूर्ण प्रश्न और उत्तर (VVI Most Important Question)

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MP बोर्ड 12वीं अर्धवार्षिक परीक्षा 2024-25 के लिए हिंदी विषय में अच्छे अंक प्राप्त करने के लिए सही दिशा और तैयारी बहुत महत्वपूर्ण है। इस संदर्भ में, हमने आपको हिंदी के कुछ अत्यंत महत्वपूर्ण प्रश्न और उनके उत्तर प्रदान किए हैं जो परीक्षा में उच्चतम अंक प्राप्त करने में आपकी मदद करेंगे।
1. सही विकल्प का चयन करें:
i. कौन-सा माह सबसे तेज बौछारों का होता है?
(क) सावन
(ख) ज्येष्ठ
(ग) आषाढ़
(घ) भादों
ii. जहाँ शब्द से काव्य की शोभा बढ़ती है, वहाँ कौन-सा अलंकार होता है?
(क) उभयालंकार
(ख) अर्थालंकार
(ग) शब्दालंकार
(घ) शोभालंकार
iii. किसकी गर्मी बाजार से अधिक सामान खरीदने पर विवश करती है?
(क) मौसम की
(ख) कदमाग की
(ग) शरीर की
(घ) पैसों की
iv. ऐसे वाक्य जिनमें प्रार्थना, इच्छा या आशीर्वाद प्रकट होता है, क्या कहलाते हैं?
(क) प्रश्नवाचक
(ख) आज्ञावाचक
(ग) इच्छावाचक
(घ) संदेहवाचक
v. मराठी भाषा में 'झूठ' कहानी का हिंदी अनुवाद किसने किया है?
(क) मनोहर श्याम जोशी
(ख) ओम थानी
(ग) केशव प्रसाद
(घ) ऐन फ्रैंक
vi. ज्ञानेंद्रियों की संख्या कितनी होती है?
(क) तीन
(ख) चार
(ग) पाँच
(घ) छह
2. रिक्त स्थानों की पूर्ति करें:
i. आपको ________ होकर कैसा लगता है?
(भिखारी, अपाहिज, नायक)
ii. जिन छंदों में मात्राओं की गणना की जाती है वे _________ छंद कहलाते हैं।
(वर्णिक, मात्रिक, अलंकारिक)
iii. 'दाल न गलना' मुहावरे का अर्थ _________ है।
(सफल न होना, विफल होना, काम होना)
iv. सौंदलगेकर मास्टर _________ पढ़ाते थे।
(हिंदी, मराठी, अंग्रेजी)
3. निम्नलिखित कथनों के समक्ष सत्य या असत्य लिखें:
i. दुख रूपी रावण सभी को दबोचता है।
ii. मानवीय गुण का संबंध चित्त की उत्तेजना वृत्ति से है।
iii. शेर के बच्चे का असल नाम बादल सिंह पहलवान था।
iv. वे शब्द जो वाक्य में किसी शब्द के बाद बल देने के लिए लगाए जाते हैं, वे अनुपात शब्द कहलाते हैं।
v. सौंदलगेकर मास्टर कविता बहुत ही अच्छे ढंग से पढ़ाते थे।
vi. कहानी का नाट्य रूपांतरण असंभव है।
Answer - i. (असत्य), ii. (सत्य), iii.(असत्य), iv. (सत्य), v.(सत्य), vi. (असत्य)
4. सही जोड़ी का निर्माण करें:
स्तंभ (अ) | स्तंभ (ब) |
---|---|
i. फिराक गोरखपुरी का वास्तविक नाम | (क) लछमिन |
ii. भयानक रस | (ख) संप्रसंग भाषा |
iii. भक्ति | (ग) छात्र |
iv. राष्ट्रभाषा | (घ) कार्मिक |
v. वसंत पंतल | (ड) रघुवीर सहाय |
vi. कहानी का केंद्रीय बिंदु | (च) सीमित पात्र |
vii. रीतिकालीन कवि | (छ) बिहारी |
कबीर | |
रघुपति सहाय | |
Answer - i. रघुपति सहाय, ii. संप्रसंग भाषा, iii. कबीर, iv. छात्र, v.रघुवीर सहाय, vi. सीमित पात्र, vii. बिहारी
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5. निम्नलिखित प्रश्नों के उत्तर एक वाक्य में लिखें:
i. रीतिकाल का एक अन्य नाम लिखिए।
उत्तर: रीतिकाल का एक अन्य नाम अलंकारिक काल है।
ii. कवि ने नीले जल में झलकती देह की तुलना किससे की है?
उत्तर: कवि ने नीले जल में झलकती देह की तुलना मणि से की है।
iii. शब्द शक्ति किसे कहते हैं?
उत्तर: शब्द शक्ति से तात्पर्य शब्दों के द्वारा अभिव्यक्त होने वाली विभिन्न प्रकार की शक्तियों से है।
iv. ऋषि-मुनियों ने किसको सबसे ऊंचा स्थान दिया है?
उत्तर: ऋषि-मुनियों ने सत्य को सबसे ऊंचा स्थान दिया है।
v. शब्द युग्म कितने प्रकार के होते हैं?
उत्तर: शब्द युग्म दो प्रकार के होते हैं: समानार्थी और विलोमार्थी।
vi. हर रविवार को किस समय यशोदा बाबू के घर आया करते थे?
उत्तर: हर रविवार को दोपहर के दो बजे यशोदा बाबू के घर आया करते थे।
vii. आमतौर पर नाटक की अवधि कितनी होनी चाहिए?
उत्तर: आमतौर पर नाटक की अवधि तीन से चार घंटे तक होनी चाहिए।
6. बादलों को विप्लव के बादल क्यों कहा गया है?
उत्तर: कविता में बादलों को विप्लव के बादल इसलिए कहा गया है क्योंकि बादल प्रकृति में परिवर्तन का प्रतीक हैं। जब बादल आते हैं तो वे आसमान में गरजते हैं, बिजली चमकती है, और बारिश होती है। यह सब परिवर्तन का संकेत है। कवि बादलों को क्रांति का प्रतीक मानते हैं। वे मानते हैं कि क्रांति से समाज में परिवर्तन आता है, जिससे शोषित वर्ग को अपने शोषण से मुक्ति मिलती है। इसीलिए, उन्होंने बादलों को विप्लव के बादल कहा है।
7. 'कविता के बहाने' पाठ के आधार पर कविता की दो विशेषताएँ लिखिए:
उत्तर: विशेषताएँ:
- भावपक्ष की प्रधानता: इस कविता में भावपक्ष की प्रधानता है। कवि ने बादलों के माध्यम से अपने मनोभावों को व्यक्त किया है।
- प्रकृति के चित्रण की कुशलता: कवि ने बादलों के माध्यम से प्रकृति का सुंदर चित्रण किया है।
8. नई कविता की कोई दो प्रमुख प्रवृत्तियाँ लिखिए:
उत्तर: प्रगतिवाद: प्रगतिवादी कविता का मुख्य उद्देश्य समाज में व्याप्त अन्याय, शोषण, और अंधविश्वास के विरुद्ध आवाज उठाना है। इस प्रवृत्ति के कवियों ने अपनी कविताओं में सामाजिक, आर्थिक, और राजनीतिक समस्याओं को प्रमुखता से उठाया है। प्रगतिवादी कविता की प्रमुख विशेषताएँ हैं:
- सामाजिक चेतना
- यथार्थवादी दृष्टिकोण
- जनभाषा का प्रयोग
छायावाद: छायावादी कविता का मुख्य उद्देश्य मनुष्य की आंतरिक भावनाओं, विचारों, और अनुभूतियों को व्यक्त करना है। इस प्रवृत्ति के कवियों ने अपनी कविताओं में प्रकृति, प्रेम, विरह, और मृत्यु जैसे विषयों को प्रमुखता से उठाया है। छायावादी कविता की प्रमुख विशेषताएँ हैं:
- आध्यात्मिक चेतना
- प्रतीकात्मकता
- आलंकारिकता
9. प्रगतिवाद के दो कवियों और उनकी एक-एक रचना का नाम लिखिए:
उत्तर:
- कवि: सूर्यकांत त्रिपाठी निराला
- रचना: "अनामिका"
- कवि: महादेवी वर्मा
- रचना: "यामा"
इन कवियों की रचनाओं में प्रगतिवादी कविता के सभी तत्वों का समुचित समावेश मिलता है।
10. खंडकाव्य की दो विशेषताएँ लिखिए:
उत्तर:
खंडकाव्य में एक ही प्रमुख घटना का संयोजन होता है। इसमें प्रासंगिक घटनाओं का समावेश नहीं होता।
खंडकाव्य में पात्रों की संख्या सीमित रहती है। केन्द्रीय बिंदु किसी एक घटना या पात्र विशेष को लेने के कारण ऐसा होता है।
11. दो महाकाव्य और उनके रचनाकारों के नाम लिखिए:
उत्तर:
- महाभारत - वेदव्यास
- रामायण - वाल्मीकि
12. संदेह अलंकार की परिभाषा उदाहरण सहित लिखिए:
उत्तर: संदेह अलंकार में किसी एक ही शब्द या वाक्य का दो या दो से अधिक अर्थों में प्रयोग किया जाता है। इस अलंकार में अर्थ की अनेकता या संशय उत्पन्न होता है।
परिभाषा: "एक पद में अनेक अर्थों का संशय उत्पन्न होना संदेह अलंकार है।"
उदाहरण:
"नयन बांधित नयन, मन बांधित मन, कौन बांधित बांधित, ये मैं जाने न।"
(यहाँ "बांधित" शब्द का दो अर्थ हो सकता है: बांध रहा है या बांधा जा रहा है।)
"आंसू नीर नयनों से बहते, या नयनों से नीर बहते हैं।"
(यहाँ "नीर" शब्द का दो अर्थ हो सकता है: आंसू के रूप में जल या आंसू भरी आंखें।)
13. कहानी और उपन्यास में कोई दो अंतर लिखिए:
कहानी और उपन्यास में अंतर:
- कथा का विस्तार: कहानी का कथा विस्तार सीमित होता है, जबकि उपन्यास का कथा विस्तार व्यापक होता है। कहानी में एक ही घटना या घटनाक्रम का वर्णन होता है, जबकि उपन्यास में कई घटनाओं और पात्रों का वर्णन होता है।
- पात्रों की संख्या: कहानी में पात्रों की संख्या कम होती है, जबकि उपन्यास में पात्रों की संख्या अधिक होती है। कहानी में मुख्य रूप से दो या तीन पात्र होते हैं, जबकि उपन्यास में कई पात्र होते हैं।
14. रेखाचित्र और संस्मरण में कोई दो अंतर लिखिए:
उत्तर: रेखाचित्र और संस्मरण में अंतर:
- प्रकृति: रेखाचित्र एक ऐसी रचना है, जिसमें किसी व्यक्ति, वस्तु या स्थान का संक्षिप्त और सजीव चित्रण किया जाता है। संस्मरण एक ऐसी रचना है, जिसमें किसी व्यक्ति द्वारा स्वयं के जीवन की किसी घटना या घटनाक्रम का वर्णन किया जाता है।
- विषय: रेखाचित्र का विषय किसी व्यक्ति, वस्तु या स्थान का चित्रण होता है, जबकि संस्मरण का विषय किसी व्यक्ति के जीवन की किसी घटना या घटनाक्रम का वर्णन होता है।
- दृष्टिकोण: रेखाचित्र में लेखक का दृष्टिकोण वस्तुनिष्ठ होता है, जबकि संस्मरण में लेखक का दृष्टिकोण व्यक्तिपरक होता है।
15. लट्टन पहलवान की मेलों में क्या वेशभूषा रहती थी?
उत्तर: लट्टन पहलवान की मेलों में वेशभूषा बहुत ही भव्य और आकर्षक होती थी। वह हमेशा एक नई और साफ-सुथरी धोती पहनता था। उसके सिर पर एक बड़ा सा पगड़ी होता था, जो उसके बालों को हवा से बचाता था। उसके गले में एक मोटा-सा सोने का हार होता था, जो उसके गौरव का प्रतीक होता था। उसके हाथों में एक जोड़ी मोटे-मोटे सोने के कड़े होते थे, जो उसकी ताकत का प्रतीक होते थे। उसके पैरों में एक जोड़ी चमड़े के जूते होते थे, जो उसे कुश्ती लड़ने में मदद करते थे।
16. 'मगरी फूटी बेल पियासा' का आशय लिखिए:
उत्तर: 'मगरी फूटी बेल पियासा' एक लोकोक्ति है। इसका अर्थ है कि जो व्यक्ति अपने लक्ष्य को प्राप्त करने के लिए अति प्रयास करता है, वह अंततः सफल होता है। इस लोकोक्ति में मगरी को एक ऐसे व्यक्ति के रूप में लिया गया है, जो पानी पीने के लिए बहुत प्यासा है। वह अपने प्यास को बुझाने के लिए किसी भी हद तक जा सकता है। इसी तरह, एक व्यक्ति अपने लक्ष्य को प्राप्त करने के लिए किसी भी कठिनाई का सामना करने के लिए तैयार रहता है।
इस लोकोक्ति का एक उदाहरण महात्मा गांधी हैं। उन्होंने भारत की आजादी के लिए संघर्ष किया और अंततः सफल हुए। वे एक मगरी की तरह थे, जो अपने लक्ष्य को प्राप्त करने के लिए अति प्रयास करते रहे।
इस लोकोक्ति से हमें यह शिक्षा मिलती है कि हमें अपने लक्ष्य को प्राप्त करने के लिए कठिन मेहनत और लगन से प्रयास करना चाहिए। हमें कभी हार नहीं माननी चाहिए।
17. तकनीकी शब्द किसे कहते हैं? उदाहरण सहित लिखिए:
उत्तर: तकनीकी शब्द किसी विशेष विषय या क्षेत्र से संबंधित शब्द होते हैं। ये शब्द उस विषय या क्षेत्र की विशेष अवधारणाओं या विचारों को व्यक्त करते हैं। तकनीकी शब्द आमतौर पर संस्कृत, अंग्रेजी, या अन्य विदेशी भाषाओं से लिए जाते हैं।
उदाहरण:
- विज्ञान: इलेक्ट्रॉन, प्रोटॉन, न्यूट्रॉन, अणु, परमाणु, आदि।
- गणित: समीकरण, फलन, अवकल समीकरण, त्रिकोणमिति, आदि।
- इंजीनियरिंग: संरचना, यांत्रिकी, विद्युत, इलेक्ट्रॉनिक्स, आदि।
- चिकित्सा: रोग, लक्षण, उपचार, दवा, आदि।
- कंप्यूटर: प्रोग्रामिंग, हार्डवेयर, सॉफ्टवेयर, आदि।
18. संयुक्त वाक्य किसे कहते हैं? उदाहरण सहित लिखिए:
उत्तर: संयुक्त वाक्य दो या दो से अधिक सरल वाक्यों के मेल से बनता है। ये वाक्य एक ही उद्देश्य या अर्थ को व्यक्त करते हैं। संयुक्त वाक्य को बनाने के लिए निम्नलिखित संयोजक शब्दों का प्रयोग किया जाता है:
- और
- परंतु
- अथवा
- क्योंकि
- यदि
- जब
- तब
- और भी
उदाहरण:
- वह पढ़ता है और लिखता है। (और संयोजक)
- वह अमीर है परंतु सुखी नहीं है। (परंतु संयोजक)
- वह क्रिकेट खेलता है या फुटबॉल। (अथवा संयोजक)
- वह इसलिए आया क्योंकि उसे बुलाया गया था। (क्योंकि संयोजक)
- यदि तुम पढ़ोगे तो सफल हो जाओगे। (यदि संयोजक)
- जब वह आया तब हम सो रहे थे। (जब संयोजक)
- तब वह बोला जब हम सुन रहे थे। (तब संयोजक)
- वह और भी अधिक मेहनत करेगा। (और भी संयोजक)
19. संयुक्त वाक्यों को निम्नलिखित प्रकारों में बांटा जा सकता है:
- समन्वयक संयुक्त वाक्य: इसमें सभी वाक्यों का समान महत्व होता है।
- आश्रित संयुक्त वाक्य: इसमें एक वाक्य प्रधान होता है और दूसरा वाक्य उस पर आश्रित होता है।
- मिश्रित संयुक्त वाक्य: इसमें समन्वयक और आश्रित दोनों प्रकार के वाक्य होते हैं।
20. निम्नलिखित वाक्यों से वाक्यांश छाँटकर उनसे दो नए वाक्य बनाइए:
i. यानी चश्मा तो था लेकिन संगमरमर का नहीं था।
नया वाक्य: चश्मा था, लेकिन वह संगमरमर का नहीं था।
ii. किसी स्थानीय कलाकार को ही अवसर देने का निर्णय किया गया होगा।
नया वाक्य: स्थानीय कलाकार को ही अवसर देने का निर्णय किया गया होगा।
21. 'अतीत में दबे पांव' शीर्षक की सार्थकता के बारे में लिखिए:
उत्तर: 'अतीत में दबे पांव' शीर्षक पाठ में लेखक के वे अनुभव हैं जो उसे सिंधु घाटी की सभ्यता के अवशेषों को देखते समय हुए थे। उस सभ्यता के अतीत में झाँककर वहाँ के निवासियों और उनके जीवन को देखकर लेखक को लगता है कि जैसे वे लोग अभी भी वहाँ मौजूद हैं। उन लोगों की सभ्यता की सुव्यवस्था और उन्नतता को देखकर लेखक को लगता है कि वे लोग प्रगति के पथ पर निरंतर बढ़ रहे थे। परंतु दुर्भाग्यवश ये प्रगति की ओर बढ़ रहे सक्षम पांव अतीत में ही दबकर रह गए।
इस प्रकार, शीर्षक "अतीत में दबे पांव" का अर्थ है कि सिंधु घाटी की सभ्यता एक समृद्ध और उन्नत सभ्यता थी, जो किसी कारणवश नष्ट हो गई। इस शीर्षक के माध्यम से लेखक ने सिंधु घाटी की सभ्यता के अतीत को याद दिलाया है और यह भी बताया है कि अतीत से हमें सीखना चाहिए।
इस शीर्षक की सार्थकता को निम्नलिखित बिंदुओं के आधार पर स्पष्ट किया जा सकता है:
- यह शीर्षक पाठ के मुख्य विषय को स्पष्ट करता है।
- यह शीर्षक पाठ के भाव को व्यक्त करता है।
- यह शीर्षक पाठ की रोचकता और प्रभाव को बढ़ाता है।
22. 'झूठ' कहानी के आधार पर आपको कौन-कौन से जीवन मूल्य ग्रहण करने की प्रेरणा मिलती है? लिखिए:
उत्तर: 'झूठ' कहानी के आधार पर हमें निम्नलिखित जीवन मूल्य ग्रहण करने की प्रेरणा मिलती है:
- संघर्षशीलता: कहानी के पात्र राजू और उसकी पत्नी रानी अत्यंत संघर्षशील हैं। वे अपने जीवन में आने वाली हर चुनौती का डटकर सामना करते हैं।
- आशावाद: कहानी के पात्र हमेशा आशावान रहते हैं। वे कभी भी हार नहीं मानते। वे जानते हैं कि संघर्ष के बाद ही सफलता मिलती है।
- परिवार के प्रति प्रेम: कहानी के पात्र अपने परिवार के प्रति अत्यंत प्रेम करते हैं। वे परिवार की भलाई के लिए हर संभव प्रयास करते हैं।
- सच्चाई और ईमानदारी: कहानी के पात्र सच्चाई और ईमानदारी के मार्ग पर चलते हैं। वे कभी भी धोखा नहीं देते।
- सहानुभूति और करुणा: कहानी के पात्र दूसरों के प्रति सहानुभूति और करुणा रखते हैं। वे दूसरों की मदद करने के लिए हमेशा तत्पर रहते हैं।
इन जीवन मूल्यों को ग्रहण करने से हम अपने जीवन में सफलता प्राप्त कर सकते हैं और दूसरों के लिए भी प्रेरणा बन सकते हैं।
इसके अतिरिक्त, कहानी हमें यह भी सिखाती है कि:
- कठिन परिस्थितियों में भी हमें हार नहीं माननी चाहिए।
- हमें हमेशा अपने लक्ष्य के प्रति दृढ़ रहना चाहिए।
- हमें दूसरों की मदद करने के लिए हमेशा तत्पर रहना चाहिए।
इन मूल्यों को ग्रहण करके हम अपने जीवन को बेहतर बना सकते हैं।
23. विशेष लेखन की सूचनाओं के क्षेत्रों के बारे में लिखिए:
उत्तर: विशेष लेखन की सूचनाओं के क्षेत्र:
- समाज: शिक्षा, स्वास्थ्य, पर्यावरण, सामाजिक मुद्दे, आदि।
- राजनीति: देश-विदेश की राजनीतिक घटनाएँ, नीतियाँ, आदि।
- अर्थव्यवस्था: व्यापार, उद्योग, अर्थव्यवस्था की स्थिति, आदि।
- खेल: राष्ट्रीय और अंतर्राष्ट्रीय खेल आयोजन, खिलाड़ियों की उपलब्धियाँ, आदि।
- संस्कृति: कला, साहित्य, संगीत, सिनेमा, आदि।
- विज्ञान: नवीनतम वैज्ञानिक अनुसंधान, तकनीक, आदि।
- धर्म: धार्मिक आस्थाएँ, विश्वास, त्योहार, आदि।
विशेष लेखन में इन क्षेत्रों के अलावा भी अन्य क्षेत्रों पर भी लेखन किया जा सकता है। विशेष लेखन का उद्देश्य पाठकों को किसी विशेष विषय पर व्यापक और गहन जानकारी प्रदान करना है।
24. प्रिंट माध्यम की प्रमुख विशेषताएँ लिखिए:
उत्तर: प्रिंट माध्यम की प्रमुख विशेषताएँ:
- स्थायित्व: प्रिंट माध्यम की सूचनाएँ स्थायी होती हैं। एक बार प्रिंट हो जाने के बाद उनमें कोई परिवर्तन नहीं किया जा सकता है।
- संक्षेपणीयता: प्रिंट माध्यम की सूचनाएँ लंबे समय तक सुरक्षित रह सकती हैं।
- पुनरुत्पादनशीलता: प्रिंट माध्यम की सूचनाओं को आसानी से पुनरुत्पादित किया जा सकता है।
- व्यापकता: प्रिंट माध्यम की पहुँच व्यापक होती है। इसे किसी भी स्थान पर पढ़ा जा सकता है।
- सस्ते दर पर उपलब्धता: प्रिंट माध्यम सस्ते दर पर उपलब्ध होता है।
प्रिंट माध्यम की इन विशेषताओं के कारण यह आज भी एक महत्वपूर्ण जनसंचार माध्यम है।
25. तुलसीदास अथवा सूर्यकांत त्रिपाठी निराला की काव्यगत विशेषताएँ निम्नलिखित बिंदुओं के आधार पर लिखिए:
i. दो रचनाएँ
ii. भावपक्ष
iii. कलापक्ष
26. जैनेन्द्र अथवा धर्मवीर भारती की साहित्यिक विशेषताएँ निम्नलिखित बिंदुओं के आधार पर लिखिए:
i. दो रचनाएँ
ii. भाषा-शैली
iii. साहित्य में स्थान
उत्तर:
जैनेन्द्र कुमार:
i. दो रचनाएँ:
- उपन्यास: आत्महत्या, उत्सव, कर्तव्य, सप्तपर्णी, कथा साहित्य, त्रिशंकु
- कहानी संग्रह: ज्योत्स्ना, मिनू, रजत मुकुट, निशाचर, शेष ज्योत्स्ना
ii. भाषा-शैली:
- सहज, सरल, निष्कपट
- शब्दों का प्रयोग अर्थपूर्ण और सटीक
- भावों का सूक्ष्म और मार्मिक चित्रण
- नए शब्दों का प्रयोग
iii. साहित्य में स्थान:
- आधुनिक हिंदी साहित्य के प्रमुख उपन्यासकार और कहानीकार
- मानवीय मनोविज्ञान के सूक्ष्म विश्लेषण के लिए जाने जाते हैं
- उनकी रचनाओं में गांधीवादी विचारों का प्रभाव स्पष्ट दिखाई देता है
धर्मवीर भारती:
i. दो रचनाएँ:
- उपन्यास: गुनाहों का देवता, सूरज का सातवाँ घोड़ा, अंधा युग
- कविता संग्रह: ठंडा लोहा, नये पत्ते, सरोवर, नये गीत, बंद पाठ
ii. भाषा-शैली:
- परिमार्जित खड़ीबोली
- मुहावरों, लोकोक्तियों, देशज तथा विदेशी भाषाओं के शब्दों का प्रयोग
- भाषा का प्रयोग सरल और प्रभावशाली
iii. साहित्य में स्थान:
- आधुनिक हिंदी साहित्य के प्रमुख कवि, नाटककार और उपन्यासकार
- उनकी रचनाओं में मानवीय मूल्यों और समाज की समस्याओं का मार्मिक चित्रण
- उनकी रचनाओं ने हिंदी साहित्य को समृद्ध किया है