बिहार बोर्ड 12वीं कक्षा 2022-23 : Biology - जीवविज्ञान Top Most Important सब्जेक्टिव प्रश्न ( लघु उत्तरीय और दीर्घ उत्तरीय प्रश्न उत्तर के साथ )

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बिहार बोर्ड 12वीं कक्षा 2022-23 : Biology - जीवविज्ञान Top Most Important सब्जेक्टिव प्रश्न ( लघु उत्तरीय और दीर्घ उत्तरीय प्रश्न उत्तर के साथ )
बिहार बोर्ड कक्षा 12वीं परीक्षा 2023 के लिए Biology - जीवविज्ञान के सब्जेक्टिव प्रश्न ( Class 12th Biology VVI Subjective Question ) इस पोस्ट मे दिये गए है, जो कि सभी छात्रों के लिए बहुत महत्वपूर्ण है।
कक्षा 12वीं Biology - जीवविज्ञान के प्रत्येक अध्याय के महत्वपूर्ण सब्जेक्टिव प्रश्न, उत्तर के साथ दिये गए है। जो कि छात्रों के लिए बहुत समय बचाता है। यहां पर Biology - जीवविज्ञान के लघु उत्तरीय प्रश्न तथा दीर्घ उत्तरीय प्रश्न ( class 12th Biology Subjective Question ) पढ़ सकते हैं।
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प्रश्न 1. पारितंत्र क्या है या पारिस्थितिक तंत्र ?
उत्तर - किसी स्थान विशेष में पाए जाने वाले जैविक तथा अजैविक घटकों के पारस्परिक संबंधों को सामूहिक रूप से पारितंत्र कहते
अथवा
जीवो के समूह जो पारस्परिक क्रिया करते हैं तथा वातावरण के साथ भी क्रियाएं प्रकार के होते हैं
1. स्थलीय पारितंत्र : जंगल, घास के मैदान तथा मरूस्थल आदि कुछ स्थलीय पारितंत्र है
2. जलीय पारितंत्र : झीलें, तालाब, दलदली क्षेत्र, नदियाँ एवं ज्वार नदमुख (एस्टुअरी) आदि कुछ जलीय पारितंत्र के उदाहरण हैं।
3. कृत्रिम पारिस्थितिक तंत्र: मानव निर्मित पारितंत्र के रूप में शस्यभूमि एवं जलजीवशाला को माना जा सकता है
(i). प्राकृतिक पारितंत्र: इस प्रकार के पाए तंत्र के अंतर्गत झील, जंगल, तालाब, दलदली क्षेत्र, नदियां समुद्र, एवं ज्वार, इत्यादि प्राकृतिक पारितंत्र करत है
(ii) मानव निर्मित पारितंत्र: इस प्रकार के पारितंत्र के अंतर्गत कृषि, भूमि, बगीचा, पार्क, फुलवारी, मछली घर इत्यादि आते हैं
प्रश्न 2. अपघटन क्या है ?
उत्तर - अकार्बनिक तत्व जैसे कार्बन डाइऑक्साइड जल एवं पोषकों में खंडित करने में सहायता करते हैं अपघटन कहलाते हैं
प्रश्न 3. जैविक घटक क्या है यह कितने प्रकार होते हैं ?
उत्तर - इस प्रकार के घटक के अंतर्गत पृथ्वी पर उपस्थित सभी जीव को सम्मिलित किया गया है इन्हें तीन वर्गों में बांटा गया है
(i) उत्पादक : हरे पौधे जो भोजन का संश्लेषण स्वयं करते हैं उत्पादक कहते हैं
(II) उपभोक्ताः पौधे और उनके विभिन्न उत्पादकों को उपभोक्ता कहते हैं
(ii) अपघटन कर्ता: यह मृत उत्पादक तथा उपभोक्ताओं का अपघटन करते हैं इससे उत्पन्न पोषक और गैसों को वातावरण में छोड़ देते हैं अपघटन कहलाते हैं
प्रश्न 4. ऊर्जा प्रवाह क्या है ?
उत्तर - गहरे समुद्र के जल तापीय पारितंत्र को छोड़कर पृथ्वी पर सभी पारितंत्र के लिए सूर्य प्रकाश एक मात्र ऊर्जा का स्त्रोत है पादप प्रकाश संश्लेषण सक्रिय विकिरण ग्रहण करते हैं
प्रश्न 5. प्राथमिक उपभोक्ता द्वितीय उपभोक्ता तृतीयक उपभोक्ता को उदाहरण सहित लिखे ?
1. प्राथमिक उपभोक्ता: वैसे उपभोक्ता जो शाकाहारी जीवो से आहार पूर्ति करते हैं जैसे जंतुप्लवक, टिड्डे एवं गाय etc
2. द्वितीय उपभोक्ता: वैसे उपभोक्ता जो मांसाहारी जीवो या भक्षि पर आश्रित होता है जैसे पक्षी, मछलियाँ, भेड़िया etc
3. तृतीय उपभोक्ता: वैसे उपभोक्ता जो अपने भोजन प्राथमिक मांसाहारी पक्षियों पर आश्रित रहते हैं जैसे मनुष्य, शेर etc
प्रश्न 6. पोषी स्तर क्या है परिभाषित करें ?
उत्तर - सभी जीव अपने जीवन में पोषण आहार के स्त्रोत के आधार पर आहार श्रृंखला में एक विशेष स्थान ग्रहण करते हैं पोषी स्तर कहलाता है
प्रश्न 7. ऊर्जा प्रवाह के 10 परसेंट का नियम क्या है ?
उत्तर - विभिन्न पारितंत्र तंत्रों में ऊर्जा प्रवाह के अध्ययन के लिए लेडेमेन 1942 ईस्वी में एक महत्वपूर्ण नियम दिया जिसे ऊर्जा प्रवाह का नियम कहते हैं
इस नियम के अनुसार श्रृंखला के प्रत्येक पोषण स्तर पर कुल ऊर्जा के 10% ऊर्जा का स्थानांतरण है तथा शेष 90% ऊर्जा का व्यवहार विभिन्न प्रकार से खर्च हो जाता है
प्रश्न 8. पारितंत्र पिरामिड क्या है या कितने प्रकार होते हैं ?
उत्तर - एक खाद्य श्रृंखला में उत्पाद और प्रथम द्वितीय एवं तृतीय श्रेणी के उपभोक्ताओं की संख्या तथा उनके बीच का संबंध एक निश्चित अनुपात रहता है और अंत में उत्तर श्रेणी के मांसाहारी उपभोक्ता की संख्या सबसे कम
यह तीन प्रकार के होते हैं
(i) संख्या का पिरामिड: उत्पादक एवं प्रथम द्वितीय तृतीय श्रेणी के उपभोक्ता के बीच संख्या के आधार पर जो संबंध स्थापित होता है उसे संख्या का पिरामिड कहते हैं
वृक्ष के इकोसिस्टम पारितंत्र में संख्या का पिरामिड हमेशा उल्टा होता है यह परजीवी पारितंत्र कहलाता है
(II) जैव भार के पिरामिड: इनमें प्रत्येक पोषण स्तर जैव भार को दर्शाते हैं ए पिरामिड भी अधिकांश तो सीधे होते हैं
(iii) ऊर्जा का पिरामिड: यह हमेशा सीधा होता है क्योंकि उत्पादक में सबसे अधिक सौर ऊर्जा संचित रहता है जो क्रमशः घटते क्रम में सर्वोच्च उपभोक्ता में संचित होता है।
प्रश्न 9. उत्पादकता क्या है या कितने प्रकार के होते हैं लिखें
उत्तर - हरे पौधे जो अपना भोजन प्रकाश संश्लेषण के द्वारा संग्रहित करते हैं उसे हम उत्पादकता कहते हैं यह दो प्रकार होते हैं
(i). प्राथमिक उत्पादक: हरे पादपों द्वारा एक निश्चित समयावधि में प्रति इकाई क्षेत्र द्वारा उत्पन्न किये गये जैव पदार्थ या कार्बनिक सामग्री की मात्रा को प्राथमिक उत्पादन कहते हैं। जैव मात्रा के उत्पादन की दर को उत्पादकता कहते हैं। । इसे भार (92) या ऊर्जा (Kcal m-2) के रूप में व्यक्त किया जा सकता है
(ii). द्वितीय उत्पादक: विषमपोषी द्वारा नए कार्बनिक पदार्थ की निर्माण की द्वितीय उत्पादकता कहता है
प्रश्न 10. कार्बन चक्र के बारे में समझाएं
उत्तर - पृथ्वी पर जितने जीव जीवित है उनमें 49% कार्बन उपस्थित होते हैं प्रत्येक कार्बनिक घटक में कार्बन उपस्थित होता है कार का मुख्य महासागर, कार्बोनेट की चट्टान, कोयला, लकड़ी के जलाने जंगली आग एवं जीवाश्म ईंधन कारण के जलने के कार्बन सामग्री आदि अतिरिक्त स्त्रोत द्वारा वायुमंडल में कार्बन डाइऑक्साइड मुक्त किया जाता है के स्वपोषी हरे पौधे वायुमंडल में CO2 लेकर प्रकाश संश्लेषण द्वारा खाद बनाते हैं जिनको अन्य जीब ग्रहण करते हैं मांसाहारी जी भी शाकाहारी जीवो से कार्बनिक भोजन प्राप्त करते हैं समुद्र में 71% कार्बन विलेय रूप में विद्यमान है
प्रश्न 11. आहार श्रृंखला तथा आहार जाल में विभेद करें।
उत्तर - आहार श्रृंखला तथा आहार जाल में अंतर
आहार श्रृंखला:
(I) आहार श्रृंखला जीवों का वह क्रम है जिसमें पारितंत्र के एक जीव से दूसरे जीव में भोजन स्थानांतरित होती है।
(ii) इसमें जीवों की संख्या सीमित होती है।
आहार जाल
(i) आहार जाल आहार-शृंखलाओं का एक नेटवर्क होता है जिसमें आहार श्रृंखलाएँ आपस में मिलकर आहार जाल बनाती है। इसमें जीवधारियों को भोजन प्राप्त करने के अनेक वैकल्पिक रास्ते होते हैं।
(ii) इसमें अपेक्षाकृत जीवों की संख्या अधिक या असीमित हो सकती है।
प्रश्न 12. पारिस्थितिक तंत्र से आपका क्या अभिप्राय है? इसे कितने भागों में बाँटा गया है?
उत्तर - फिट्जपैट्रिक ने 1974 में पारिस्थितिक तंत्र को इस प्रकार परिभाषित किया कि "जीवों के समूह जो पारस्परिक क्रियाएँ करते हैं तथा वातावरण के साथ भी क्रियाएँ करते हैं, उसे पारिस्थितिक तंत्र कहते हैं। "
इसे तीन प्रमुख प्रकारों में बांटा जा सकता है
(i) स्थलीय पारिस्थितिक तंत्र
(ii) जलीय पारिस्थितिक तंत्र
(iii) कृत्रिम पारिस्थितिक तंत्र प्रश्न
13. आयु पिरामिड क्या है?
उत्तर - किसी जीव की समष्टि में उसकी आयु की अनेक समूहों के अनुपात को रेखागणितीय रूप से दर्शाने वाले मॉडल आयु पिरामिड कहलाते हैं। इसके तीन रूप हैं
(i) विस्तृत आधार वाला पिरामिड वयस्कों का प्रतिशत अधि
(ii) घंटीनुमा बहुभुज वयस्कों की संख्या कम परन्तु वृद्धों से अधिक होती है।
(iii) कलशनुमा आकृति: वयस्कों के आयु के कम करना।
प्रश्न 14. प्राथमिक उत्पादकता क्या है?
उत्तर - हरे पादपों द्वारा एक निश्चित समयावधि में प्रति इकाई क्षेत्र द्वारा उत्पन्न किये गये जैव पदार्थ या कार्बनिक सामग्री की मात्रा को प्राथमिक उत्पादन कहते हैं। जैव मात्रा के उत्पादन की दर को उत्पादकता कहते हैं ।
इसे दो भागों में विभाजित किया जा सकता है -
(i) सकल प्राथमिक उत्पादकता (GPP)
(ii) ने प्राथमि उत्पादकता (NPP)
जहाँ R = Respiration loses ( श्वसन द्वारा क्षति)
(ii) सकल प्राथमिक उत्पादकता प्रकाश संश्लेषण के दौरान कार्बनिक तत्व का उत्पादन दर/
(ii) शुद्ध प्राथमिक उत्पादकता सकल प्राथमिक उत्पादकता श्वसन के दौरान
प्रश्न 15. आहार जाल किसे कहते हैं? एक मैदानी पारिस्थितिकी तंत्र के दो आहार श्रृंखलाओं के जीवों के नाम लिखें।
उत्तर - पारितंत्र में पाये जाने वाले अनेक खाद्य शृंखलाएँ आपस में सम्बन्धित होते हैं। अनेक खाद्य शृंखलाओं के संबंधित होने से एक जाल जैसी संरचना बनाती है जिसे खाद्य (आहार) जाल कहते हैं।
दो आहार श्रृंखलाओं वाले जीवों के नाम
(i) खरगोश तथा (ii). बाज
घास- बकरी - बाघ
प्रश्न 16. एक पारिस्थितिकी तंत्र से आप क्या समझते हैं?
उत्तर - पारिस्थितिकी तंत्र : बायोटिक समुदाय तथा उसके वातावरण को एक साथ पारिस्थितिकी तंत्र कहा जाता है।
17. पारितंत्र में कितने प्रकार के पिरामिडों का निर्माण हो सकता है ? उदाहरण सहित लिखें जाते हैं।
उत्तर - (i) संख्या का पिरामिड-तालाब पारितंत्र - जिसमें उत्पादक सबसे अधिक तथा उपभोक्ता उत्तरोत्तर कम होते जाते हैं।
(ii) जैवभार का रामिड-वन पारितंत्र - जिसमें उत्पादकों का भार अधिक तथा उपभोक्ता क्रमशः कम जैवभार वाले
(iii) ऊर्जा पेरामिड - हमेशा ऊर्ध्वाधर । जो क्रमशः अगले पोषण स्तर में कम होता जाता है।
दीर्घ उत्तरीय प्रश्न
(Long- Answer Questions)
प्रश्न 1. किसी पारिस्थितिक तंत्र के सभी अवयवों का वर्णन करें।
उत्तर - पारिस्थितिक तंत्र के अवयव पारितंत्र को प्रकृति की एक क्रियाशील इकाई के रूप में देखा जाता है, जहाँ पर जीवधारी आपस में तथा आसपास के भौतिक पर्यावरण के साथ परस्पर क्रिया करते हैं। । जैविक एवं अजैविक घटकों की परस्पर क्रियाओं के फलस्वरूप एक भौतिक संरचना विकसित होती है, जो प्रत्येक प्रकार के पारितंत्र की विशिष्टता है।
अजैविक घटक के अंतर्गत अजैव घटक
(i) Inorganic Substances जैसे कार्बन, नाइट्रोजन, ऑक्सीज जल, CO2, Ca इत्यादि ।
(ii) Organic Compounds जैसे कार्बोहाइड्रेट्स, प्रोटीन, लिपिड, न्यूक्लिक अम्ल आदि मृत कार्बनिक पदार्थों में पाये जाते हैं। इसका विखंडन बैक्टीरिया एवं कवक जैसे- अपघटक द्वारा होता है।
(iii) Climatic Factors इसके अंतर्गत प्रकाश, ताप, आर्द्रता, हवा, जल, वायुमंडलीय गैसें आदि आते हैं।
प्रश्न 2. उत्पादकता की धारणा को समझाएँ । प्राथमिक उत्पादकता क्या है? इसको प्रभावित करनेवाले कारकों के बारे में लिखें।
उत्तर - उत्पादक: हरे पौधे जो भोजन का संश्लेषण स्वयं करते हैं उत्पादक कहते हैं उत्पादकता के लिए तीन चीजें आवश्यक हैं
(a) उत्पादन की दर, (b) प्रति इकाई क्षेत्रफल एवं (c) इकाई समय।
उत्पादकता दो प्रकार की होती है
(1) प्राथमिक उत्पादकता और (2) द्वितीयक उत्पादकता।
(a)प्राथमिक उत्पादकता हरे पादपों द्वारा एक निश्चित समयावधि में प्रति इकाई क्षेत्र द्वारा उत्पन्न किये गये जैव पदार्थ या कार्बनिक सामग्री की मात्रा को प्राथमिक उत्पादन कहते हैं। जैव मात्रा के उत्पादन की दर को उत्पादकता कहते हैं।
इसे दो भागों में विभाजित किया जा सकता है
(i) सकल प्राथमिक उत्पादकता (GPP): सकल प्राथमिक उत्पादकता प्रकाश संश्लेषण के दौरान कार्बनिक तत्व का उत्पादन दर को सकल प्राथमिक उत्पादकता कहलाता है
(ii) शुद्ध प्राथमिक उत्पादकता (NPP) : शुद्ध प्राथमिक उत्पादकता सकल प्राथमिक उत्पादकता श्वसन के दौरान को नेट प्राथमिक उत्पादकता कहलाता
(2) द्वितीयक उत्पादकता- उत्पादकों द्वारा प्रकाश - संश्लेषण एव रसायन संश्लेषण से सैर ऊर्जा को कार्बनिक यौगिकों में परिवर्तित करने की दर को प्राथमिक उत्पातकता कहते है इसे प्रति इकाई समय एव क्षेत्रफ़ल में मापा जाता है, इसे सकल एव शुद्ध प्राथमिक उत्पादकता में विभाजित किया जा सकता है
प्रश्न 3. अनुकूलन क्या है? मरुस्थल में पाए जाने वाले पौधों में किस प्रकार का अनुकूलन पाया जाता है?
उत्तर - जीवों का कोई एक ऐसा गुण जो उसे अपने आवास में जीवित बने रहने और जनन करने के योग्य बनाता है उसे अनुकूलन कहते हैं।
ये दो प्रकार का होता है- अस्थायी और स्थायी । उदाहरण के लिए, तेज प्रकाश के कारण पुतली का सिकुड़ना, अस्थायी अनुकूलन है जबकि पक्षियों में उड़ने के लिए अग्रपादों का पंखों में परिवर्तित होना स्थायी अनुकूलन है।
निम्न्लिखित अनुकूलन मरुस्थलीय पौधों में पाए जाते हैं
(i) इनकी जड़े बहुत लम्बी, मोटी एवं मिट्टी के नीचे अधिक गहराई तक जाती है।
(ii) इनके तने जल-संचय करने के लिए मांसल और मोटे होते हैं
(iii) वाष्पोत्सर्जन के द्वारा जल की क्षति को रोकने के लिए तथा सामान्यतःतना क्यूटिकलयुक्त तथा घने रोम से भरा होता है।
(v) पत्तियों में जल संचय करने योग्य ऊतक होते हैं।
(vi) रंध्र स्टोमेटल कैविटी में धँसे रहते हैं। मरुस्थलीय पौधों के गफनी, यूफोर्बिया, आर्जेमोन इत्यादि